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नीतीश कुमार आज इस्तीफा देकर पेश करेंगे दावा, नई सरकार के गठन से पहले बैठकों का दौर

#nitishkumarwillresigncabinetmeetingprocessformingnew_govt

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की दमदार वापसी हुई है। एनडीए ने 202 सीटों पर कब्जा किया है। महागठबंधन 35 पर सिमटी गई है। चुनाव नतीजों को देखते हुए नीतीश कुमार का फिर से सीएम बनना तय माना जा रहा है। माना जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार आज इस्तीफा दे सकते हैं। इसके बाद नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।

आज मंत्रिमंडल भंग कर सकते हैं नीतीश

नीतीश कुमार ने सोमवार की सुबह कैबिनेट मीटिंग बुलाई है। बताया जा रहा है कि बैठक में मंत्रिमंडल भंग करने पर मुहर लग सकती है। इसके तुरंत बाद नीतीश कुमार राज्यपाल को इस्तीफा सौंपेंगे और इसके बाद नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।

बीजेपी और जेडीयू विधायक दल की बैठक संभव

वहीं, दूसरी ओर आज बीजेपी की ओर से विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है। इसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति होने की संभावना है। जदयू भी सोमवार को अपने विधायकों की बैठक कर सकती है। यही बैठक आगे की रणनीति और राजनीतिक रास्ता तय करेगी।

मंत्रिमंडल का संभावित फॉर्मूला

इस बीच खबर है कि बिहार में मंत्रिपरिषद का संभावित फार्मूला तैयार कर लिया गया है और इसी कड़ी में जदयू-बीजेपी के शीर्ष नेताओं की जल्द बैठक तय मानी जा रही है। नई कैबिनेट में बीजेपी से 15-16, जदयू से 14-15 मंत्री बनाए जा सकते हैं। चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 3, आरएलएम और हम को एक-एक सीट मिल सकती है। 6 विधायक पर एक मंत्री बनाने का फॉर्मूला बताया जा रहा है। बता दें कि पिछली सरकार में भी यही फॉर्मूला लागू था।

22 नवंबर से पहले नई सरकार का गठन जरूरी

बता दें कि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इससे पहले नई सरकार का गठन जरूरी है। हालांकि, शपथ ग्रहण की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन 20 नवंबर के आसपास संभावना जताई जा रही है।

अब बिहारी कहलाना सम्मान की बात...',सीएम नीतीश कुमार ने राज्य के लोगों वीडियो मैसेज के जरिए कही बड़ी बात

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बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्य के लोगों से एक बार फिर एनडीए को वोट देने की अपील की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लोगों के लिए शनिवार को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने जनता से सीधे संवाद करते हुए बिहार की जनता से एक बार फिर एनडीए की सरकार बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर इस बार राज्य में एनडीए की सरकार बनती है तो बिहार आने वाले समय में देश के प्रमुख विकसित राज्यों में शुमार हो जाएगा।

2005 से पहले बिहार की स्थिति का किया जिक्र

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले एक वीडियो संदेश जारी कर राज्यवासियों से कहा कि वर्ष 2005 से लगातार बिहार की सेवा करने का अवसर जनता ने दिया है। लोग जानते हैं कि 2005 से पहले बिहार की स्थिति क्या थी। हमने सत्ता में आने के बाद सबसे पहले कानून-व्यवस्था की बहाली पर ध्यान दिया और राज्य में कानून का राज स्थापित किया।

हमने पूरी ईमानदारी और मेहनत से आपकी सेवा की- नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा हमें जो बिहार मिला था, वहां बिहारी कहलाना एक शर्म की बात थी। आज बिहारी होना लोगों के लिए गर्व की बात है। बिहारी अस्मिता को बचाए रखना और बिहारियत की नई पहचान बनाना एक बड़ी चुनौती थी। नीतीश ने कहा, तब से लेकर अब तक हमने पूरी ईमानदारी और मेहनत से आपकी सेवा की है। ईमानदारी और मेहनत से दिन-रात काम करके स्थिति को हमने बदला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने परिवार के लिए कुछ भी नहीं किया

हमने समाज के सभी तबकों का विकास किया-नीतीश कुमार

नीतीश कुमार ने महिला वोटर्स पर फोकस करते हुए महिला सुरक्षा और वित्तीय सहायता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया। हमारी सरकार ने राज्य की महिलाओं को इतना सशक्त बना दिया है कि वो अब किसी पर निर्भर नहीं हैं। वे अपने परिवार का ख्याल रख सकती हैं। हम आपको बताना चाहते हैं कि हमने समाज के सभी तबकों का विकास किया है। हमने मुस्लिम समाज, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलितों सभी के विकास के लिए काम किया। मैंने अपने लिए कुछ नहीं किया।

एनडीए उम्मीदवारों को जीत दिलाने का आग्रह

नीतीश कुमार ने लोगों से अपील की कि वे आगामी विधानसभा चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों को विजयी बनाएं। उन्होंने कहा, मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि इस बार भी एनडीए उम्मीदवारों को जीत दिलाएं। हमें, यानी एनडीए को, एक और मौका दीजिए। इसके बाद और भी काम होंगे, जिससे बिहार देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो जाएगा।

*Sourav Ganguly filing his nomination for the post of CAB President*

 Khabar kolkata sports Desk: India cricket legend and former BCCI President Sourav Ganguly after filing his nomination for the post of CAB President unopposed today said taking Bengal cricket to new heights will be the primary goal. 

“I would like to thank everyone for their support. At CAB, there is no opposition, everyone is a part of this Association. We will all work together to take CAB & Bengal cricket ahead. There are important events coming up- Eden Gardens India’s Test match against South Africa, T20 World Cup, Bengal Pro T20 League. I will try and do my best,” Ganguly said.  

The unopposed panel that filed nominations today were Sourav Ganguly (President), Nitish Ranjan Dutta (Vice President), Bablu Koley (Secretary), Madan Mohan Ghosh (Joint Secretary), Sanjay Das (Treasurer). 

Speaking about his team, Ganguly said, “Bablu Koley is very experienced. It’s important to have someone with his experience and knowledge. Nitish Ranjan Dutta, Madan Mohan Ghosh and Sanjay Das are also experienced and are in this field for a long time. All their experience will be immensely helpful for Bengal cricket.”

 Pic : Sanjay Hazra

लालू यादव का नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप, बोले-कानून व्यवस्था का किया अंतिम संस्कार

#laluyadavattacksnitishkumar_govt

राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीखा वार किया है। लालू यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर नीतीश सरकार को आंकड़े दिखाकर घेरने की कोशिश की है।लालू यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये आंकड़ों का जिक्र करते हुए नीतीश सरकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार और बीजेपी ने कानून व्यवस्था का अंतिम संस्कार कर दिया है।

नीतीश के शासनकाल में 65,000 हत्याएं ?

लालू यादव ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, नीतीश बताएं कि शाम पांच बजे से पहले घर में घुसकर ही कितनी हत्याएं हो रही है? क्या नीतीश जानते, पहचानते व समझते हैं कि उनके शासनकाल में आधिकारिक आंकड़ों में 65,000 हत्याएं हुई हैं? नीतीश-बीजेपी ने विधि व्यवस्था का दम ही नहीं निकाला बल्कि उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है। बिहार में इतनी भ्रष्ट, लापरवाह और कामचोर पुलिस कभी भी नहीं रही।

लालू का नीतीश सरकार पर जारी है हमला

इससे पहले भी लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला था। तीन दिन पहले सात जून को उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार में अपराधी बेलगाम हैं। अफसरशाही मदमस्त हैं। सरकार बेहोश है और महंगाई रिकॉर्डतोड़ है।राज्य गरीबी, बेरोजगारी, पलायन बढ़ गई है। 20 वर्षों की इस एनडीए सरकार ने बिहार का बंटाधार कर दिया है।

बिहार में आपराध के बढ़े मामले

दरअसल, बिहार में हाल की घटनाओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। हाल ही में मुजफ्फरपुर में एक दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या, पटना सिटी में डबल मर्डर, आरा में ज्वेलरी लूटकांड समेत बिहार के अलग-अलग जिलों में अपराध के बढ़ते मामले लगातार बिहार में कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। बिहार की राजधानी पटना में बीते दिनों वीआईपी इलाके में खुलेआम हुई फायरिंग की घटना ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने का काम किया है।

वक्फ बिल पर नीतीश-नायडू ने भी निभाई यारी, क्या मुस्लिम वोटबैंक खिसकने का खौफ खत्म हुआ?

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वक्फ संशोधन बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो गया है। वक्फ संशोधन बिल को पास कराना बीजेपी के लिए एक बड़ी अग्निपरीक्षा थी। हालांकि, बीजेपी पूरे जोश में नजर आई। ऐसा इसलिए है क्योंकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शामिल सभी पार्टियां सरकार के साथ दिया। वो वक्फ बिल पर सपोर्ट करते रहे। सबसे ज्यादा चर्चा नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी को लेकर थी। सभी के मन में सवाल था कि क्या वो वक्फ संशोधन बिल का सपोर्ट करेंगे? आखिरकार दोनों ही पार्टियों ने बिल पेश होने से पहले वक्फ बिल के समर्थन का ऐलान कर दिया था। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि बिल के समर्थन के पीछे की वजह क्या है?

नीतीश-नायडू टस से मस नहीं हुए

वक्फ संसोधन बिल 2025 को संसद से पास कराना मोदी सरकार के लिए आसान नहीं था। बिल पास कराने में बड़ी अड़चन थी। मुस्लिमों से जुड़ा बिल होने के चलते मिल्ली तंजीमों और विपक्षी दलों ने बीजेपी के अगुवाई वाले एनडीए के सहयोगी दलों पर दबाव बनाने की कवायद सड़क से संसद तक की। रमजान के महीने में मुस्लिम संगठन ने बीजेपी के सहयोगी दलों की रोजा इफ्तार पार्टी का बॉयकाट तक करके दबाव बनाने की कोशिश की। इसके अलावा बिहार और आंध्र प्रदेश में बड़ी जनसभाएं करके भी प्रेशर पॉलिटिक्स करने की स्ट्रैटेजी अपनाई। लेकिन बीजेपी के सहयोगी खासकर नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू टस से मस नहीं हुए।

जेडीडू-टीडीपी में मुस्‍ल‍िम वोट ख‍िसकने का डर खत्‍म हो गया?

बीजेपी के नीतीश और नायडू ने मुस्लिम वोटबैंक की परवाह किए बगैर वक्फ संशोधन बिल पर मोदी सरकार के साथ मजबूती से खड़ी रही। शायद नीतीश और नायडू को भरोसा है कि मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण उनके खिलाफ उतना प्रभावी नहीं होगा। बिहार में मुस्लिम आबादी करीब 17% है और आंध्र प्रदेश में यह 9% से अधिक है। दोनों राज्यों में मुस्लिम वोट चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं। फिर भी, दोनों नेताओं ने बिल का समर्थन किया, जिससे लगता है कि वे इस जोखिम को उठाने को तैयार थे।

बीजेपी के साथ से राह होगी आसान?

बिहार में नीतीश का मुकाबला तेजस्वी यादव की आरजेडी से है, जो मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण पर निर्भर है। नीतीश शायद मानते हैं कि उनका विकास का ट्रैक रिकॉर्ड और बीजेपी के साथ गठबंधन उन्हें गैर-मुस्लिम वोटों का बड़ा हिस्सा दिलाएगा, जो मुस्लिम वोटों के नुकसान की भरपाई कर देगा। नायडू के लिए भी आंध्र में वाईएसआरसीपी और कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी का साथ उनकी स्थिति को मजबूत करता है।

अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रमों पर ज्यादा भरोसा

नीतीश कुमार ने बिहार में मुस्लिम समुदाय के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं, जैसे मदरसों का आधुनिकीकरण और अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रम। इसी तरह, नायडू ने आंध्र प्रदेश में मुस्लिम समुदाय के लिए स्कॉलरशिप और अन्य योजनाओं को बढ़ावा दिया है। दोनों को लगता होगा कि ये कदम उनके मुस्लिम वोट बैंक को बनाए रखने में मदद करेंगे, भले ही वक्फ बिल पर उनका रुख विवादास्पद हो। दूसरा, वक्‍फ बोर्ड के फैसलों से तमाम मुस्‍लि‍म ही खफा हैं। जो नुकसान के बजाय फायदेमंद होने वाला है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का प्रदेश की नीतीश सरकार पर बड़ा हमला, कहा-बिहार में सीएम और मंत्री नही ये लोग चला रहे सरकार

डेस्क : बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद की ओर से प्रदेश की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला गया है। तेजस्वी और उनकी पार्टी राजद ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त होने का आरोप लगाया है। दरअसल नेता प्रतिपक्ष और राजद ने प्रदेश के दो अलग-अलग जिलों सहरसा में पेट्रोलपंप पर लूट और मुजफ्फरपुर में थाना हाजत में बंद एक युवक की संदिग्ध मौत को लेकर यह निशाना साधा है।

तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया के एक्स पर सहरसा के एक वीडियो को शेयर किया है जिसमें हथियारबंद अपराधी पेट्रोल पंप कर्मी से लूटपाट करते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को तेजस्वी यादव ने शेयर करते हुए लिखा है कि .."सहरसा में हथियारबंद अपराधियों ने पेट्रोल पंप लूटा। कमजोर और बेबस मुख्यमंत्री के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है। बिहार की बदहाल विधि व्यवस्था के कारण प्रदेश में हत्या, गोलीबारी, बलात्कार, लूट, चोरी, छिनतई, अपहरण व रंगदारी की घटनाएं सामान्य हो गयी है। सरकार में बेचारे मंत्री और मुख्यमंत्री सिर्फ़ मुकदर्शक है। रिटायर्ड अधिकारी और अपराधी एनडीए सरकार चला रहे है।

वही उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल muzaffarpur ने एक्स पर ट्वीट किया है भाजपा-नीतीश की निकम्मी सरकार में पुलिसिया अत्याचार लगातार बढ़ता ही जा रहा है! मुजफ्फरपुर जिले के कांटी में बाइक चोरी के इल्ज़ाम में गिरफ्तार किए गए एक युवक की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई है। परिजनों का आरोप है की पुलिस वालों ने युवक की हत्या कर दी है! हैवानियत के सभी हदें पार कर चुकी है की पुलिस! और निर्लज्जता और थेथरई की सभी हदें पार चुकी है BJP-नीतीश सरकार! राष्ट्रीय जनता दल ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि "मुजफ्फरपुर के कांटी थाना में शिवम झा को बाइक चोरी के इल्जाम में हाजत में बंद किया गया और चंद घंटे बाद शिवम की लाश इस अवस्था में मिली!

इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल ने ट्वीट किया था कि "बिहार में कानून व्यवस्था का यह हाल है कि पहले सरस्वती पूजा के चंदे के लिए मुजफ्फरपुर में दलितों के छात्रावास पर गोलियां बरसाईं गई थीं और अब पटना में मुख्यमंत्री के नाक के नीचे, की मौजूदगी में दुकानदारों और महिलाओं को पीटा गया, दुकानों में तोड़फोड़ की गई, वाहनों को निशाना बनाया गया। नीतीश कुमार की तरह बिहार पुलिस भी 'धृतराष्ट्र मोड' में हैं इसीलिए हत्या, बलात्कार, गुंडागर्दी... अब बिहार में आम घटनाएं मान ली गई हैं।"

“केरल मिनी पाकिस्तान, इसलिए राहुल और प्रियंका...”, नितेश राणे के बयान पर बवाल

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अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने बीजेपी नेता और फडणवीस सरकार में मंत्री बने नितेश राणे एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। महाराष्ट्र के मत्स्य पालन मंत्री नितेश राणे ने केरल की तुलना पाकिस्तान से की है। उन्होंने कहा कि यह राज्य मिनी पाकिस्तान की तरह है, तभी राहुल गांधी और उनकी बहन वहां से सांसद चुने जाते हैं। राणे के इस बयान के बाद सियासी बवाल मच गया। हालांकि, बढ़ते मामले को देखते हुए सोमवार को भाजपा नेता ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि केरल भारत का हिस्सा है। उन्होंने पाकिस्तान से केवल केरल में हो रहे घटनाक्रमों के संदर्भ में तुलना की थी।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वो मुस्लिमों की वजह से वयनाड से चुनाव जीत पाते हैं। उन्होंने कहा है कि केरल मिनी पाकिस्तान है, इसलिए राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी जीतकर आते हैं, सांसद बनने के लिए ऐसे ही लोग उनको वोट देते हैं। नितेश राणे ने यह टिप्पणी पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान रविवार को की।

विवाद बढ़ने के बाद दी सफाई

विवाद बढ़ता देख राणे ने मामले में सफाई देते हुए कहा कि हमारा देश एक हिंदू राष्ट्र बने, यही हमारी इच्छा है। हिंदुओं को हर संभव तरीके से सुरक्षा मिलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, 'केरल भारत का हिस्सा है, लेकिन वहां हिंदू आबादी का घटना एक चिंता का विषय है। हिंदुओं का इस्लाम और ईसाई धर्म में धर्मांतरण एक आम बात हो गई है। वहीं, 'लव जिहाद' के मामले भी बढ़ रहे हैं। मैं केरल और पाकिस्तान की स्थिति की तुलना कर रहा था। अगर हमारे देश में भी पाकिस्तान जैसी स्थिति पैदा होती है, तो हमें इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। यही मैंने अपने भाषण में कहा था।'

पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान

यह पहला मौका नहीं है जब पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले वह 2 नवंबर 2024 जब राणे से पूछा गया था कि आपको मुस्लिमों से क्या दिक्कत है? तो उन्होंने कहा था कि देश में 90 प्रतिशत हिंदू रहते हैं। हिंदुओं के हितों की चिंता करना कोई अपराध नहीं हो सकता। इसके आगे उन्होंने ये भी कहा था कि देश में बांग्लादेशी हिंदुओं के त्योहारों पर पत्थरबाजी करते हैं। यदि इसके खिलाफ आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज होता है तो, मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं।

राणे के खिलाफ 38 मामले दर्ज

नितेश राणे कोंकण इलाके की कंकावली विधानसभा सीट से विधायक हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार उनके खिलाफ 38 मामले दर्ज हैं। इनमें 66 गंभीर धाराएं शामिल हैं। अधिकतर मामले पिछले एक से डेढ़ साल में दर्ज हुए हैं और भड़काऊ भाषण से जुड़े हैं। हालांकि, इन 38 में से सिर्फ 10 मामलों में ही चार्जशीट दाखिल की गई है। भड़काऊ भाषणों से जुड़े किसी भी मामले में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है, क्योंकि सरकार ने उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं दी है। अब तक 10 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है और इनमें से चार मामलों में अदालतों ने आरोप तय किए हैं।

बीजेपी में नीतीश को भारत रत्न देने की उठी मांग,यहां पक रही है कौन सी सियासी खिचड़ी!

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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार और नवीन पटनायक के लिए भारत रत्न की मांग की है। नीतीश कुमार के लिए देश का सर्वोच्च सम्मान मांग रहे ये वही गिरिराज सिंह जो कभी नीतिश कुमार को लेकर काफी मुखर रहे हैं। गिरिराज सिंह है जो अभी कुछ ही समय पहले नीतीश कुमार को पानी पी-पीकर कोस रहे थे जब वे तेजस्वी के साथ सरकार में थे, उनके सुर बदल गए हैं। नीतीश कुमार के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर संदेह के बादल के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ताजा बयान से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। दरअसल बिहार की सियासत को जानने वाले और नीतीश कुमार के दांव को परखने वाले बखूबी जानते हैं कि यह भी एक राजनीतिक रणनीति है। पूछे जा रहे हैं कि गिरिराज का ये बयान नीतीश कुमार को उनकी राजनीति के आखिरी स्टेप की और इशारा तो नहीं कर रहे हैं? या फिर बिहार की कुर्सी के प्रति मोह त्यागने का सुरक्षित राह का दर्शन करा रहे हैं?

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इतने साल से बिहार के सीएम हैं। इनके शासन में विकास की लहर तेज गति से बही है। इसलिए नीतीश कुमार को पुरस्कृत किया जाए, उन्हें भारत रत्न दिया जाए। हालांकि बड़े सलीके से इस बयान को कहीं एग्जिट प्लान न मान लिया जाए। इससे बचते हुए यह भी कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। ये भी कह डाला कि अगला सीएम भी नीतीश कुमार ही होंगे।

गिरिराज सिंह ने ये बयान तब दिया है, जब 25 दिसंबर को ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर सुशासन दिवस के मौके पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने एक अहम बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब तक बिहार में बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी, अटलजी को सच्ची श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकती। इसके बाद सवाल उठने लगा कि क्या बिहार में बीजेपी कुछ और भी सोच रही है?

वहीं, खबरें ये भी हैं कि नीतीश कुमार कुठ तो नया दांव चल रहे हैं। कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार की सीक्रेट मुलाकात हुई है। यह कितना सही है ये तो वे दोनों ही जानते होंगे। लेकिन इससे इतर तेजस्वी लगातार आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पर बीजेपी का नियंत्रण हो चुका है और मुख्यमंत्री कार्यालय के चार करीबी अधिकारी सीधे अमित शाह के संपर्क में हैं। तेजस्वी के इन आरोपों ने बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में खटास की अटकलों को हवा दी है। यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी बिहार में महाराष्ट्र जैसी रणनीति अपना सकती है, जहां मुख्यमंत्री का चेहरा बदले बिना चुनाव लड़ा गया था।

तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार अब पूरी तरह बीजेपी के इशारों पर चल रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने उनकी सत्ता को कमजोर कर दिया है। बिहार की जनता यह सब देख रही है और आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी।

बीते दिनों से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार नाराज हैं। एनडीए से नाराज हैं, भाजपा से नाराज हैं। तो क्या वास्तव में नीतीश कुमार नाराज हैं, जिन्हें भाजपा मनाने की कोशिश कर रही है। नीतीश कुमार को भारत रत्न दिये जाने की गिरिराज सिंह की मांग को इसी कवायद का हिस्सा कहा जा रहा है।राजनीतिक एक्सपर्ट्स यह जरुर मान रहे हैं कि गिरिराज सिंह को नीतीश के लिए भारत रत्न की मांग करनी पड़ गई, ये किसी भी तरह से नहीं पच रहा है। कुछ ना कुछ तो जरूर हलचल है।

अंबेडकर विवाद पर अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी, जानें क्या कहा

#arvind_kejriwal_wrote_a_letter_to_nitish_and_chandrababu_naidu

राज्यसभा में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को लेकर अमित शाह के दिए बयान ने देश की सियासत में उबाल ला दिया है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इसे लेकर शाह और पूरी बीजेपी पर हमलावर हैं। इस बीच दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने नया दांव खेला है। केजरीवाल ने एनडीए के साथी दलों जेडीयू और टीडीपी के मुखिया नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। केजरीवाल ने दोनों नेताओं से कहा कि लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। आप भी इसपर विचार करें।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने यह चिट्ठी गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान के संबंध में लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा है कि बाबा साहब नेता नहीं, इस देश की आत्मा हैं।हाल ही में संसद में, गृहमंत्री की ओर से दिया गया बयान न केवल अपमानजनक है बल्कि भाजपा की बाबासाहेब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है। देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ये बयान देने के बाद अमित शाह जी ने माफी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया।

दिल्ली के पूर्व सीएम ने आगे लिखा, 'बाबासाहेब के बारे में ऐसा कहने का साहस आखिर भाजपा ने कैसे किया? प्रधान मंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से अमित शाह जी के बयान का समर्थन किया। इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया।लोगों को लगने लगा है कि बाबा साहेब को चाहने वाले अब भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते। बाबा साहेब सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं। अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा, बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते, लोग चाहते हैं आप भी इस मसले पर गहराई से विचार करें।

#बिहार की स्वर कोकिला #शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर #पटना पहुंच चुका है। #सीएम नीतीश कुमार समेत पहुंची लोगों की भीड़
#बिहार की स्वर कोकिला #शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर #पटना पहुंच चुका है।




#सीएम नीतीश कुमार समेत पहुंची लोगों की भीड़। #शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए #पटना में रखा जाएगा और फिर गुरुवार की सुबह शारदा सिन्हा का #राजकीय सम्मान के साथ #अंतिम संस्कार होगा। Nitish Kumar Sharda Sinha
नीतीश कुमार आज इस्तीफा देकर पेश करेंगे दावा, नई सरकार के गठन से पहले बैठकों का दौर

#nitishkumarwillresigncabinetmeetingprocessformingnew_govt

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की दमदार वापसी हुई है। एनडीए ने 202 सीटों पर कब्जा किया है। महागठबंधन 35 पर सिमटी गई है। चुनाव नतीजों को देखते हुए नीतीश कुमार का फिर से सीएम बनना तय माना जा रहा है। माना जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार आज इस्तीफा दे सकते हैं। इसके बाद नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।

आज मंत्रिमंडल भंग कर सकते हैं नीतीश

नीतीश कुमार ने सोमवार की सुबह कैबिनेट मीटिंग बुलाई है। बताया जा रहा है कि बैठक में मंत्रिमंडल भंग करने पर मुहर लग सकती है। इसके तुरंत बाद नीतीश कुमार राज्यपाल को इस्तीफा सौंपेंगे और इसके बाद नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।

बीजेपी और जेडीयू विधायक दल की बैठक संभव

वहीं, दूसरी ओर आज बीजेपी की ओर से विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है। इसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति होने की संभावना है। जदयू भी सोमवार को अपने विधायकों की बैठक कर सकती है। यही बैठक आगे की रणनीति और राजनीतिक रास्ता तय करेगी।

मंत्रिमंडल का संभावित फॉर्मूला

इस बीच खबर है कि बिहार में मंत्रिपरिषद का संभावित फार्मूला तैयार कर लिया गया है और इसी कड़ी में जदयू-बीजेपी के शीर्ष नेताओं की जल्द बैठक तय मानी जा रही है। नई कैबिनेट में बीजेपी से 15-16, जदयू से 14-15 मंत्री बनाए जा सकते हैं। चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 3, आरएलएम और हम को एक-एक सीट मिल सकती है। 6 विधायक पर एक मंत्री बनाने का फॉर्मूला बताया जा रहा है। बता दें कि पिछली सरकार में भी यही फॉर्मूला लागू था।

22 नवंबर से पहले नई सरकार का गठन जरूरी

बता दें कि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इससे पहले नई सरकार का गठन जरूरी है। हालांकि, शपथ ग्रहण की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन 20 नवंबर के आसपास संभावना जताई जा रही है।

अब बिहारी कहलाना सम्मान की बात...',सीएम नीतीश कुमार ने राज्य के लोगों वीडियो मैसेज के जरिए कही बड़ी बात

#cmnitishkumarsendvideomessageto_bihar

बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्य के लोगों से एक बार फिर एनडीए को वोट देने की अपील की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लोगों के लिए शनिवार को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने जनता से सीधे संवाद करते हुए बिहार की जनता से एक बार फिर एनडीए की सरकार बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर इस बार राज्य में एनडीए की सरकार बनती है तो बिहार आने वाले समय में देश के प्रमुख विकसित राज्यों में शुमार हो जाएगा।

2005 से पहले बिहार की स्थिति का किया जिक्र

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले एक वीडियो संदेश जारी कर राज्यवासियों से कहा कि वर्ष 2005 से लगातार बिहार की सेवा करने का अवसर जनता ने दिया है। लोग जानते हैं कि 2005 से पहले बिहार की स्थिति क्या थी। हमने सत्ता में आने के बाद सबसे पहले कानून-व्यवस्था की बहाली पर ध्यान दिया और राज्य में कानून का राज स्थापित किया।

हमने पूरी ईमानदारी और मेहनत से आपकी सेवा की- नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा हमें जो बिहार मिला था, वहां बिहारी कहलाना एक शर्म की बात थी। आज बिहारी होना लोगों के लिए गर्व की बात है। बिहारी अस्मिता को बचाए रखना और बिहारियत की नई पहचान बनाना एक बड़ी चुनौती थी। नीतीश ने कहा, तब से लेकर अब तक हमने पूरी ईमानदारी और मेहनत से आपकी सेवा की है। ईमानदारी और मेहनत से दिन-रात काम करके स्थिति को हमने बदला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने परिवार के लिए कुछ भी नहीं किया

हमने समाज के सभी तबकों का विकास किया-नीतीश कुमार

नीतीश कुमार ने महिला वोटर्स पर फोकस करते हुए महिला सुरक्षा और वित्तीय सहायता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया। हमारी सरकार ने राज्य की महिलाओं को इतना सशक्त बना दिया है कि वो अब किसी पर निर्भर नहीं हैं। वे अपने परिवार का ख्याल रख सकती हैं। हम आपको बताना चाहते हैं कि हमने समाज के सभी तबकों का विकास किया है। हमने मुस्लिम समाज, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलितों सभी के विकास के लिए काम किया। मैंने अपने लिए कुछ नहीं किया।

एनडीए उम्मीदवारों को जीत दिलाने का आग्रह

नीतीश कुमार ने लोगों से अपील की कि वे आगामी विधानसभा चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों को विजयी बनाएं। उन्होंने कहा, मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि इस बार भी एनडीए उम्मीदवारों को जीत दिलाएं। हमें, यानी एनडीए को, एक और मौका दीजिए। इसके बाद और भी काम होंगे, जिससे बिहार देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो जाएगा।

*Sourav Ganguly filing his nomination for the post of CAB President*

 Khabar kolkata sports Desk: India cricket legend and former BCCI President Sourav Ganguly after filing his nomination for the post of CAB President unopposed today said taking Bengal cricket to new heights will be the primary goal. 

“I would like to thank everyone for their support. At CAB, there is no opposition, everyone is a part of this Association. We will all work together to take CAB & Bengal cricket ahead. There are important events coming up- Eden Gardens India’s Test match against South Africa, T20 World Cup, Bengal Pro T20 League. I will try and do my best,” Ganguly said.  

The unopposed panel that filed nominations today were Sourav Ganguly (President), Nitish Ranjan Dutta (Vice President), Bablu Koley (Secretary), Madan Mohan Ghosh (Joint Secretary), Sanjay Das (Treasurer). 

Speaking about his team, Ganguly said, “Bablu Koley is very experienced. It’s important to have someone with his experience and knowledge. Nitish Ranjan Dutta, Madan Mohan Ghosh and Sanjay Das are also experienced and are in this field for a long time. All their experience will be immensely helpful for Bengal cricket.”

 Pic : Sanjay Hazra

लालू यादव का नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप, बोले-कानून व्यवस्था का किया अंतिम संस्कार

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राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीखा वार किया है। लालू यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर नीतीश सरकार को आंकड़े दिखाकर घेरने की कोशिश की है।लालू यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये आंकड़ों का जिक्र करते हुए नीतीश सरकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार और बीजेपी ने कानून व्यवस्था का अंतिम संस्कार कर दिया है।

नीतीश के शासनकाल में 65,000 हत्याएं ?

लालू यादव ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, नीतीश बताएं कि शाम पांच बजे से पहले घर में घुसकर ही कितनी हत्याएं हो रही है? क्या नीतीश जानते, पहचानते व समझते हैं कि उनके शासनकाल में आधिकारिक आंकड़ों में 65,000 हत्याएं हुई हैं? नीतीश-बीजेपी ने विधि व्यवस्था का दम ही नहीं निकाला बल्कि उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है। बिहार में इतनी भ्रष्ट, लापरवाह और कामचोर पुलिस कभी भी नहीं रही।

लालू का नीतीश सरकार पर जारी है हमला

इससे पहले भी लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला था। तीन दिन पहले सात जून को उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार में अपराधी बेलगाम हैं। अफसरशाही मदमस्त हैं। सरकार बेहोश है और महंगाई रिकॉर्डतोड़ है।राज्य गरीबी, बेरोजगारी, पलायन बढ़ गई है। 20 वर्षों की इस एनडीए सरकार ने बिहार का बंटाधार कर दिया है।

बिहार में आपराध के बढ़े मामले

दरअसल, बिहार में हाल की घटनाओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। हाल ही में मुजफ्फरपुर में एक दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या, पटना सिटी में डबल मर्डर, आरा में ज्वेलरी लूटकांड समेत बिहार के अलग-अलग जिलों में अपराध के बढ़ते मामले लगातार बिहार में कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। बिहार की राजधानी पटना में बीते दिनों वीआईपी इलाके में खुलेआम हुई फायरिंग की घटना ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने का काम किया है।

वक्फ बिल पर नीतीश-नायडू ने भी निभाई यारी, क्या मुस्लिम वोटबैंक खिसकने का खौफ खत्म हुआ?

#waqfbillnitishkumarchandrababunaidumuslim_vote

वक्फ संशोधन बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो गया है। वक्फ संशोधन बिल को पास कराना बीजेपी के लिए एक बड़ी अग्निपरीक्षा थी। हालांकि, बीजेपी पूरे जोश में नजर आई। ऐसा इसलिए है क्योंकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में शामिल सभी पार्टियां सरकार के साथ दिया। वो वक्फ बिल पर सपोर्ट करते रहे। सबसे ज्यादा चर्चा नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी को लेकर थी। सभी के मन में सवाल था कि क्या वो वक्फ संशोधन बिल का सपोर्ट करेंगे? आखिरकार दोनों ही पार्टियों ने बिल पेश होने से पहले वक्फ बिल के समर्थन का ऐलान कर दिया था। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि बिल के समर्थन के पीछे की वजह क्या है?

नीतीश-नायडू टस से मस नहीं हुए

वक्फ संसोधन बिल 2025 को संसद से पास कराना मोदी सरकार के लिए आसान नहीं था। बिल पास कराने में बड़ी अड़चन थी। मुस्लिमों से जुड़ा बिल होने के चलते मिल्ली तंजीमों और विपक्षी दलों ने बीजेपी के अगुवाई वाले एनडीए के सहयोगी दलों पर दबाव बनाने की कवायद सड़क से संसद तक की। रमजान के महीने में मुस्लिम संगठन ने बीजेपी के सहयोगी दलों की रोजा इफ्तार पार्टी का बॉयकाट तक करके दबाव बनाने की कोशिश की। इसके अलावा बिहार और आंध्र प्रदेश में बड़ी जनसभाएं करके भी प्रेशर पॉलिटिक्स करने की स्ट्रैटेजी अपनाई। लेकिन बीजेपी के सहयोगी खासकर नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू टस से मस नहीं हुए।

जेडीडू-टीडीपी में मुस्‍ल‍िम वोट ख‍िसकने का डर खत्‍म हो गया?

बीजेपी के नीतीश और नायडू ने मुस्लिम वोटबैंक की परवाह किए बगैर वक्फ संशोधन बिल पर मोदी सरकार के साथ मजबूती से खड़ी रही। शायद नीतीश और नायडू को भरोसा है कि मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण उनके खिलाफ उतना प्रभावी नहीं होगा। बिहार में मुस्लिम आबादी करीब 17% है और आंध्र प्रदेश में यह 9% से अधिक है। दोनों राज्यों में मुस्लिम वोट चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं। फिर भी, दोनों नेताओं ने बिल का समर्थन किया, जिससे लगता है कि वे इस जोखिम को उठाने को तैयार थे।

बीजेपी के साथ से राह होगी आसान?

बिहार में नीतीश का मुकाबला तेजस्वी यादव की आरजेडी से है, जो मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण पर निर्भर है। नीतीश शायद मानते हैं कि उनका विकास का ट्रैक रिकॉर्ड और बीजेपी के साथ गठबंधन उन्हें गैर-मुस्लिम वोटों का बड़ा हिस्सा दिलाएगा, जो मुस्लिम वोटों के नुकसान की भरपाई कर देगा। नायडू के लिए भी आंध्र में वाईएसआरसीपी और कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी का साथ उनकी स्थिति को मजबूत करता है।

अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रमों पर ज्यादा भरोसा

नीतीश कुमार ने बिहार में मुस्लिम समुदाय के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं, जैसे मदरसों का आधुनिकीकरण और अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रम। इसी तरह, नायडू ने आंध्र प्रदेश में मुस्लिम समुदाय के लिए स्कॉलरशिप और अन्य योजनाओं को बढ़ावा दिया है। दोनों को लगता होगा कि ये कदम उनके मुस्लिम वोट बैंक को बनाए रखने में मदद करेंगे, भले ही वक्फ बिल पर उनका रुख विवादास्पद हो। दूसरा, वक्‍फ बोर्ड के फैसलों से तमाम मुस्‍लि‍म ही खफा हैं। जो नुकसान के बजाय फायदेमंद होने वाला है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी का प्रदेश की नीतीश सरकार पर बड़ा हमला, कहा-बिहार में सीएम और मंत्री नही ये लोग चला रहे सरकार

डेस्क : बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद की ओर से प्रदेश की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला गया है। तेजस्वी और उनकी पार्टी राजद ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त होने का आरोप लगाया है। दरअसल नेता प्रतिपक्ष और राजद ने प्रदेश के दो अलग-अलग जिलों सहरसा में पेट्रोलपंप पर लूट और मुजफ्फरपुर में थाना हाजत में बंद एक युवक की संदिग्ध मौत को लेकर यह निशाना साधा है।

तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया के एक्स पर सहरसा के एक वीडियो को शेयर किया है जिसमें हथियारबंद अपराधी पेट्रोल पंप कर्मी से लूटपाट करते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को तेजस्वी यादव ने शेयर करते हुए लिखा है कि .."सहरसा में हथियारबंद अपराधियों ने पेट्रोल पंप लूटा। कमजोर और बेबस मुख्यमंत्री के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है। बिहार की बदहाल विधि व्यवस्था के कारण प्रदेश में हत्या, गोलीबारी, बलात्कार, लूट, चोरी, छिनतई, अपहरण व रंगदारी की घटनाएं सामान्य हो गयी है। सरकार में बेचारे मंत्री और मुख्यमंत्री सिर्फ़ मुकदर्शक है। रिटायर्ड अधिकारी और अपराधी एनडीए सरकार चला रहे है।

वही उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल muzaffarpur ने एक्स पर ट्वीट किया है भाजपा-नीतीश की निकम्मी सरकार में पुलिसिया अत्याचार लगातार बढ़ता ही जा रहा है! मुजफ्फरपुर जिले के कांटी में बाइक चोरी के इल्ज़ाम में गिरफ्तार किए गए एक युवक की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई है। परिजनों का आरोप है की पुलिस वालों ने युवक की हत्या कर दी है! हैवानियत के सभी हदें पार कर चुकी है की पुलिस! और निर्लज्जता और थेथरई की सभी हदें पार चुकी है BJP-नीतीश सरकार! राष्ट्रीय जनता दल ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि "मुजफ्फरपुर के कांटी थाना में शिवम झा को बाइक चोरी के इल्जाम में हाजत में बंद किया गया और चंद घंटे बाद शिवम की लाश इस अवस्था में मिली!

इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल ने ट्वीट किया था कि "बिहार में कानून व्यवस्था का यह हाल है कि पहले सरस्वती पूजा के चंदे के लिए मुजफ्फरपुर में दलितों के छात्रावास पर गोलियां बरसाईं गई थीं और अब पटना में मुख्यमंत्री के नाक के नीचे, की मौजूदगी में दुकानदारों और महिलाओं को पीटा गया, दुकानों में तोड़फोड़ की गई, वाहनों को निशाना बनाया गया। नीतीश कुमार की तरह बिहार पुलिस भी 'धृतराष्ट्र मोड' में हैं इसीलिए हत्या, बलात्कार, गुंडागर्दी... अब बिहार में आम घटनाएं मान ली गई हैं।"

“केरल मिनी पाकिस्तान, इसलिए राहुल और प्रियंका...”, नितेश राणे के बयान पर बवाल

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अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने बीजेपी नेता और फडणवीस सरकार में मंत्री बने नितेश राणे एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। महाराष्ट्र के मत्स्य पालन मंत्री नितेश राणे ने केरल की तुलना पाकिस्तान से की है। उन्होंने कहा कि यह राज्य मिनी पाकिस्तान की तरह है, तभी राहुल गांधी और उनकी बहन वहां से सांसद चुने जाते हैं। राणे के इस बयान के बाद सियासी बवाल मच गया। हालांकि, बढ़ते मामले को देखते हुए सोमवार को भाजपा नेता ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि केरल भारत का हिस्सा है। उन्होंने पाकिस्तान से केवल केरल में हो रहे घटनाक्रमों के संदर्भ में तुलना की थी।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वो मुस्लिमों की वजह से वयनाड से चुनाव जीत पाते हैं। उन्होंने कहा है कि केरल मिनी पाकिस्तान है, इसलिए राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी जीतकर आते हैं, सांसद बनने के लिए ऐसे ही लोग उनको वोट देते हैं। नितेश राणे ने यह टिप्पणी पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान रविवार को की।

विवाद बढ़ने के बाद दी सफाई

विवाद बढ़ता देख राणे ने मामले में सफाई देते हुए कहा कि हमारा देश एक हिंदू राष्ट्र बने, यही हमारी इच्छा है। हिंदुओं को हर संभव तरीके से सुरक्षा मिलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, 'केरल भारत का हिस्सा है, लेकिन वहां हिंदू आबादी का घटना एक चिंता का विषय है। हिंदुओं का इस्लाम और ईसाई धर्म में धर्मांतरण एक आम बात हो गई है। वहीं, 'लव जिहाद' के मामले भी बढ़ रहे हैं। मैं केरल और पाकिस्तान की स्थिति की तुलना कर रहा था। अगर हमारे देश में भी पाकिस्तान जैसी स्थिति पैदा होती है, तो हमें इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। यही मैंने अपने भाषण में कहा था।'

पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान

यह पहला मौका नहीं है जब पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले वह 2 नवंबर 2024 जब राणे से पूछा गया था कि आपको मुस्लिमों से क्या दिक्कत है? तो उन्होंने कहा था कि देश में 90 प्रतिशत हिंदू रहते हैं। हिंदुओं के हितों की चिंता करना कोई अपराध नहीं हो सकता। इसके आगे उन्होंने ये भी कहा था कि देश में बांग्लादेशी हिंदुओं के त्योहारों पर पत्थरबाजी करते हैं। यदि इसके खिलाफ आवाज उठाने पर मुकदमा दर्ज होता है तो, मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं।

राणे के खिलाफ 38 मामले दर्ज

नितेश राणे कोंकण इलाके की कंकावली विधानसभा सीट से विधायक हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार उनके खिलाफ 38 मामले दर्ज हैं। इनमें 66 गंभीर धाराएं शामिल हैं। अधिकतर मामले पिछले एक से डेढ़ साल में दर्ज हुए हैं और भड़काऊ भाषण से जुड़े हैं। हालांकि, इन 38 में से सिर्फ 10 मामलों में ही चार्जशीट दाखिल की गई है। भड़काऊ भाषणों से जुड़े किसी भी मामले में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है, क्योंकि सरकार ने उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं दी है। अब तक 10 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई है और इनमें से चार मामलों में अदालतों ने आरोप तय किए हैं।

बीजेपी में नीतीश को भारत रत्न देने की उठी मांग,यहां पक रही है कौन सी सियासी खिचड़ी!

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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार और नवीन पटनायक के लिए भारत रत्न की मांग की है। नीतीश कुमार के लिए देश का सर्वोच्च सम्मान मांग रहे ये वही गिरिराज सिंह जो कभी नीतिश कुमार को लेकर काफी मुखर रहे हैं। गिरिराज सिंह है जो अभी कुछ ही समय पहले नीतीश कुमार को पानी पी-पीकर कोस रहे थे जब वे तेजस्वी के साथ सरकार में थे, उनके सुर बदल गए हैं। नीतीश कुमार के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर संदेह के बादल के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ताजा बयान से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। दरअसल बिहार की सियासत को जानने वाले और नीतीश कुमार के दांव को परखने वाले बखूबी जानते हैं कि यह भी एक राजनीतिक रणनीति है। पूछे जा रहे हैं कि गिरिराज का ये बयान नीतीश कुमार को उनकी राजनीति के आखिरी स्टेप की और इशारा तो नहीं कर रहे हैं? या फिर बिहार की कुर्सी के प्रति मोह त्यागने का सुरक्षित राह का दर्शन करा रहे हैं?

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इतने साल से बिहार के सीएम हैं। इनके शासन में विकास की लहर तेज गति से बही है। इसलिए नीतीश कुमार को पुरस्कृत किया जाए, उन्हें भारत रत्न दिया जाए। हालांकि बड़े सलीके से इस बयान को कहीं एग्जिट प्लान न मान लिया जाए। इससे बचते हुए यह भी कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। ये भी कह डाला कि अगला सीएम भी नीतीश कुमार ही होंगे।

गिरिराज सिंह ने ये बयान तब दिया है, जब 25 दिसंबर को ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर सुशासन दिवस के मौके पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने एक अहम बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब तक बिहार में बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी, अटलजी को सच्ची श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकती। इसके बाद सवाल उठने लगा कि क्या बिहार में बीजेपी कुछ और भी सोच रही है?

वहीं, खबरें ये भी हैं कि नीतीश कुमार कुठ तो नया दांव चल रहे हैं। कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार की सीक्रेट मुलाकात हुई है। यह कितना सही है ये तो वे दोनों ही जानते होंगे। लेकिन इससे इतर तेजस्वी लगातार आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पर बीजेपी का नियंत्रण हो चुका है और मुख्यमंत्री कार्यालय के चार करीबी अधिकारी सीधे अमित शाह के संपर्क में हैं। तेजस्वी के इन आरोपों ने बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में खटास की अटकलों को हवा दी है। यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी बिहार में महाराष्ट्र जैसी रणनीति अपना सकती है, जहां मुख्यमंत्री का चेहरा बदले बिना चुनाव लड़ा गया था।

तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार अब पूरी तरह बीजेपी के इशारों पर चल रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने उनकी सत्ता को कमजोर कर दिया है। बिहार की जनता यह सब देख रही है और आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी।

बीते दिनों से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार नाराज हैं। एनडीए से नाराज हैं, भाजपा से नाराज हैं। तो क्या वास्तव में नीतीश कुमार नाराज हैं, जिन्हें भाजपा मनाने की कोशिश कर रही है। नीतीश कुमार को भारत रत्न दिये जाने की गिरिराज सिंह की मांग को इसी कवायद का हिस्सा कहा जा रहा है।राजनीतिक एक्सपर्ट्स यह जरुर मान रहे हैं कि गिरिराज सिंह को नीतीश के लिए भारत रत्न की मांग करनी पड़ गई, ये किसी भी तरह से नहीं पच रहा है। कुछ ना कुछ तो जरूर हलचल है।

अंबेडकर विवाद पर अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी, जानें क्या कहा

#arvind_kejriwal_wrote_a_letter_to_nitish_and_chandrababu_naidu

राज्यसभा में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को लेकर अमित शाह के दिए बयान ने देश की सियासत में उबाल ला दिया है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इसे लेकर शाह और पूरी बीजेपी पर हमलावर हैं। इस बीच दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने नया दांव खेला है। केजरीवाल ने एनडीए के साथी दलों जेडीयू और टीडीपी के मुखिया नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। केजरीवाल ने दोनों नेताओं से कहा कि लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। आप भी इसपर विचार करें।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने यह चिट्ठी गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान के संबंध में लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा है कि बाबा साहब नेता नहीं, इस देश की आत्मा हैं।हाल ही में संसद में, गृहमंत्री की ओर से दिया गया बयान न केवल अपमानजनक है बल्कि भाजपा की बाबासाहेब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है। देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ये बयान देने के बाद अमित शाह जी ने माफी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया।

दिल्ली के पूर्व सीएम ने आगे लिखा, 'बाबासाहेब के बारे में ऐसा कहने का साहस आखिर भाजपा ने कैसे किया? प्रधान मंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से अमित शाह जी के बयान का समर्थन किया। इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया।लोगों को लगने लगा है कि बाबा साहेब को चाहने वाले अब भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते। बाबा साहेब सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं। अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा, बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते, लोग चाहते हैं आप भी इस मसले पर गहराई से विचार करें।

#बिहार की स्वर कोकिला #शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर #पटना पहुंच चुका है। #सीएम नीतीश कुमार समेत पहुंची लोगों की भीड़
#बिहार की स्वर कोकिला #शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर #पटना पहुंच चुका है।




#सीएम नीतीश कुमार समेत पहुंची लोगों की भीड़। #शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए #पटना में रखा जाएगा और फिर गुरुवार की सुबह शारदा सिन्हा का #राजकीय सम्मान के साथ #अंतिम संस्कार होगा। Nitish Kumar Sharda Sinha