औरंगाबाद में प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सहयोग से नशामुक्त पर जागरुकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, नशा के दुष्प्रभाव पर हुई
औरंगाबाद : जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद एवं प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकार स्थित विधिक सेवा सदन में नशामुक्ति एवं तनावमुक्त समाज के निर्माण विषय पर एक संगोष्ठी सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राज कुमार, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, सुकुल राम प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय औरंगाबाद के चीफ इन्चार्ज ब्रह्माकुमारी सबीता दीदी एवं ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी समेत अन्य गणमान्य लोगो के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी उर्मीला दीदी एवं सबिता दीदी के द्वारा मनुष्य के दैनिक जीवन में तनाव के कारण एवं उसके निदान विषय पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए उपस्थित जन समूहों को साकारात्कता हेतु प्रेरित किया एवं तनाव मुक्ति हेतु नशापान नहीं करने हेतु लोगो को प्रोत्साहित किया।
अपने सम्बोधन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, सुकुल राम द्वारा नशामुक्ति कार्यक्रम की महता पर प्रकाश डालते हुए नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्तत जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यो के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्राधिकार अपने अधीनस्थ अर्द्ध विधिक स्वयं सेवकों जिन्हें अब अधिकार मित्र की संज्ञा दी गयी है के जरे पुरे जिले में कार्यक्रम आयोजित कर नशा मुक्ति हेतु जागरूकता अभियान चला रहा है।
साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि प्राधिकार का मानना है कि व्यक्ति से घर, घर से गाँव गाँव से पंचायत, पंचायत से प्रखण्ड, प्रखण्ड से जिला की कड़िया जोड़कर नशामुक्त भारत की परिकल्पना साकार की जा सकती है। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि कई कानून नशा के खिलाफ बने हैं परन्तु जबतक समाज प्रखर रूप से नशा के विरूद्ध खड़ा नहीं होगा तबतक नशा मुक्त भारत की निर्माण नहीं हो सकती है इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति तक नशा के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक होना पड़ेगा।
कार्यक्रम में अधिवक्ता राधेश्याम सिंह एवं अशोक सिंह के द्वारा भी अपने विचार प्रकट किये गए।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Nov 28 2024, 19:45