झारखंड में 108 एंबुलेंस सेवा हुई ठप, कर्मचारियों ने घेरा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का आवास
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड में एंबुलेंस सेवा तीसरे दिन भी ठप रहा। सरकार से अपने 6 सूत्री मांगों को लेकर राज्य के 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़े करीब 16 सौ कर्मी आंदोलन करने पर मजबूर। झरखंड में एंबुलेंस सेवा ठप हो जाने से मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एंबुलेंस के अभाव में कुछ मरीजों की मृत्यु भी हो गई है।
राज्य में संचालित करीब 500 एंबुलेंस का परिचालन बंद हो गया है। आज मंगलवार को सैकड़ों कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आवास का घेराव किया। कर्मचारियों का कहना है कि जब पुरानी कंपनी मेसर्स जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड कंपनी की निविदा समाप्त होने पर दो महीने का वेतन नहीं दिया है।
मेसर्स जिकित्जा के बाद सिकंदराबाद की कंपनी इएमआरआइ आई, वहीं अब इएमआरआइ ग्रीन हेल्थ सर्विसेज की भी निविदा समाप्त होने पर नयी एजेंसी मेसर्स सम्मान फाउंडेशन को काम सौंपा गया है। कर्मचारियों को भय है कि एजेंसी के बदलने के बाद सितंबर माह का वेतन भी लंबित नहीं हो जाये। वहीं उनका कहना है कि उन्हें पीएफ की सुविधा भी नहीं मिलती है।
झारखंड में 108 एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल की वजह से मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए पर रांची सदर अस्पताल और जिले की सभी सीएचसी में विभागीय चालकों को एम्बुलेंस सेवा में लगाया गया है। रांची के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि एम्बुलेंस 108 सेवाकर्मियों की हड़ताल का असर जरूर पड़ा है।
Oct 15 2024, 15:33