ईचागढ़ विधानसभा में हाथियों के उत्पात से त्रस्त, पूर्व विधायक अरविंद सिंह के निर्देश पर भजीते अंकुर सिंह ग्रामीणों के साथ पहुंचे वन विभाग
हुड़का जाम करने की दी चेतावनी सरायकेला - ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के नेर्देश पर भजीते अंकुर सिंह शनिवार को क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ चांडिल स्थित वन विभाग के रेंजर कार्यालय पहुंते. यहां उन्होंने हाथियों के उत्पात से त्रस्त ग्रामीणों की समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की. इसे लेकर रेंजर को ज्ञापन भी सौंपा गया. इसके माध्यम से उन्होंने वन विभाग की टीम बनाकर हाथियों के उत्पादन से प्रभावित इलाकों में भेजने और प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की. यहां बता दें कि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले कई दिनों से हाथियों का उत्पात जारी है. रुसुनिया, गुण्डा, हेसालंग, ओड़िया, पिलिद, कुकड़ू आदि आधा दर्जन से ज्यादा गांव हाथियों के उत्पात से प्रभावित हुए हैं. वन विभाग की ओर से इस दिशा में किसी तरह की पहल नहीं किए जाने पर ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के निर्देश पर उनके भजीते अंकुर सिंह शनिवार को रेंजर से मिले और ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से प्रभावित गांव के लोगों की समस्याओं को रखा गया. साथ ही विभाग की टीम बनाकर गांवों में भेजने की मांग की गई. इस बीच प्रभावित गांव के लोगों के बीच दो दर्जन से अधिक टार्च का भी वितरण किया गया. साथ ही, समस्या का समाधान नहीं होने पर करेंगे एनएच जाम ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के भजीते अंकुर सिंह ने मौके पर कहा कि समस्या का समाधान करने की मांग की गई है. अगर सकारात्मक पहल नहीं की जाती है तो वे गांव के लोगों के साथ एनएच को जाम कर देंगे. रेंजर कार्यालय पर धरना पर बैठ जाएंगे. किसान फसल बो रहे हैं और रेंजर की टीम काम नहीं कर रही है तो गरीब किसान कहां जाएंगे. हाथियों का झुंड फसलों को रौंद रहा है. ग्रामीणों की सुधि लेने नहीं आती हैं विधायक गांव के प्रभात गोराई ने कहा कि गांव के लोगों की समस्या होने पर वर्तमान विधायक सुधि लेने के लिए नहीं आते हैं. पूरे गांव में तीन दिनों से 17-18 हाथी उत्पात मचा रहा है. एक साल का मेहनत बेकार हो गया है. रेंजर टीम भेजने की बात कहकर टाल देते हैं. अगर टीम के लोग आते भी हैं तो वे यह कहकर वहां से चले जाते हैं कि उनके पास मोबिल-पटाखा की सुविधा नहीं है. ऐसे में गांव के लोग अकेला पड़ जाते हैं. ये है प्रभावित गांव प्रभावित गांवों की बात करें तो ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नीमडीह प्रखंड का कल्याणपुर, काशीडीह, हरे सिंदूरपुर, तिलाईटांड, अंडा, हुटूंग आदि गांव शामिल है. गांव के लोग कैंप लगाकर समस्या का समाधान करने की मांग कर रहे हैं. उप-मुखिया चैतन गोराई ने क्या कहा हेवेन पंचायत के उप-मुखिया चैतन गोराई ने कहा कि पूर्व विधायक अरविंद सिंह के भजीते अंकुर सिंह की ओर से गांव के लोगों के बीच 20 टार्च दिया गया है. गांव के लोग पिछले 3-4 सालों से हाथी से खासा परेशान हैं. हाथी फसलों को रौंद रहा है. नष्ट कर रहा है. वन विभाग को सूचना देने पर भी टीम नहीं आती है. लोगों को जान का भी डर है. लोगों ने उत्पाती हाथियों को भगाने और मुआवजा देने की मांग की है. यह कहा पूर्व विधायक के भतीजे अंकुर सिंह ने मोके पर ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के भतीजे अंकुर सिंह ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र की जनता हाथियों के उत्पात से त्रस्त है. ग्रामीणों के घर लगातार क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. फसलों की बर्बादी हो रही है. बावजूद इसके वन विभाग मौन धारण कर रखा है. इसी को देखते हुए बड़े पापा क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री अरविंद सिंह के निर्देश पर ग्रामीणों के साथ चांडिल स्थित वन विभाग के रेंजर कार्यालय पहुंचे और संबंधित अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल ग्रामीणों की समस्या के समाधान करने की मांग की गई. साथ ही हाथियों से बचाव के लिए ग्रामीणों के बीच टॉर्च का वितरण किया.
Sep 28 2024, 19:17