हैंड्स ऑफ प्रकाश चंद्रा के तत्वाधान में कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के सहयोग से निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर एवं रक्तदान शिविर आयोजित
औरंगाबाद: हिंदी सिनेमा अमृत में राजेश खन्ना ने एक किरदार निभाई थी और उन पर एक गीत दुनिया में कितना गम है मेरा गम कितना कम है,लोगों का गम देखा तो मैं अपना गम भूल गया फिल्मी गई थी। यह गीत आज औरंगाबाद के प्रसिद्ध व्यवसाई एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा पर सटीक बैठ रही है और उन्होंने इस गीत के एक एक बोल को रील की दुनिया से बाहर निकालकर रीयल जीवन में सार्थक बनाया।
अपने 23 वर्षीय भतीजे आदित्य गुप्ता के आकस्मिक निधन के बाद भी डॉ. चंद्रा ने जिस जीवटता और साहस का परिचय दिया वह एक साधक या फिर रोम रोम में समाजसेवा को पिरोने वाले के लिए ही संभव है। शुक्रवार को हैंड्स ऑफ प्रकाश चंद्रा के तत्वाधान में कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के सहयोग से अपने जन्मदिन पर भगवान प्रसाद शिवनाथ प्रसाद बीएड कॉलेज में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर एवं रक्तदान शिविर का आयोजन कर उन्होंने साबित कर दिया कि समाज के लोगों के दुख के आगे उनका दुख बहुत ही कम है।
इस निशुल्क जांच शिविर में मेदांता हॉस्पिटल पटना के हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉ. गुड्डू कुमार, मूत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज कुमार, हृदय एवं जनरल फिजिशियन डॉ. सदाशिव पांडेय ने 133 लोगों का इलाज किया एवं उन्हे दवाएं दी। जबकि शिविर में मौजूद बिहार की प्रसिद्ध डायटीशियन डॉ. पम्मी कुमारी ने सभी मरीजों को उनके बीमारी से बचाव के लिए उचित एवं संतुलित डायट की जानकारी दी। इस शिविर में मौजूद प्रकाश चंद्रा हॉस्पिटल दाउदनगर के चिकित्सक डॉ. हैदर अली एवं डॉ. रहमान के साथ साथ होमियोपैथी चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार ने भी कई जटिल रोग से ग्रसित मरीजों का इलाज किया।
इस अवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर में 111 युवाओं ने रक्तदान कर रक्त की कमी से जूझ रहे लोगों के जीवन बचाने का संकल्प लिया। इस रक्तदान शिविर में औरंगाबाद, ओबरा, दाउदनगर एवं आस पास के क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया। शिविर में औरंगाबाद ब्लड बैंक के कर्मियों रक्त संग्रह में सराहनीय कार्य किया जिसकी लोगों ने सराहना भी की।
आयोजन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. चंद्रा ने कहा कि समाजसेवा उनके खून में है और वह चिरनिद्रा में जाने तक इस कार्य को करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज समाज जातीय विद्वेष, राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता एवं आपसी वैमनश्यता में खोखला होता जा रहा है। लेकिन इन सब भावनाओं से अलग होकर वे समाज को अलग दिशा देने की कोशिश कर रहें है ताकि हमारी आगे की पीढ़ी जरूरतमंदों की सेवा के लिए खड़ी रहे।
डॉ. चंद्रा ने कहा कि उन्होंने कभी भी झूठ, द्वेष और जातीय भावना से राजनीति नहीं की। उनकी सोच है कि राजनीति भी समाजसेवा की तरह हो ताकि लोग अपने जनप्रतिनिधियों से जब भी मिले तो इन बंधनों से मुक्त होकर मिले। उन्होंने युवाओं से रक्तदान के क्षेत्र में आगे आने की अपील की और कहा कि आपके रक्तदान से किसी परिवार में खुशियां आती है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्व जिप उपाध्यक्ष संजय सिंह सोम, भोला सिंह, जितेंद्र गुप्ता, मुकेश कुमार उर्फ लाल, राहुल राज, धर्मेंद्र गुप्ता, अमित कुमार, विद्या निकेतन ग्रुप ऑफ स्कूल्स के सीईओ आनंद प्रकाश, कैट के दाउदनगर प्रखंड अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद चिंटू मिश्रा, प्रफुल्ल चंद्र, मुकेश मिश्रा, राव मनीष यादव, झोंकी यादव, टाइगर यादव, ज्ञान रंजन समेत अन्य सदस्यों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई।
Sep 21 2024, 14:58