विद्या विहार आवासीय विद्यालय को सीफोर स्कूल उत्कृष्टता पुरस्कार 2024 में बिहार के सर्वश्रेष्ठ सह-शिक्षा आवासीय विद्यालय का सम्मान
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विद्या विहार आवासीय विद्यालय, पूर्णिया ने एक बार फिर से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसे वर्ष 2024 के लिए बिहार के सर्वश्रेष्ठ सह-शिक्षा आवासीय विद्यालय (भारतीय पाठ्यक्रम) के रूप में मान्यता दी गई है। यह सम्मान 11 सितंबर 2024 को ग्रैंड होटल, वसंत कुंज, नई दिल्ली में आयोजित सीफोर स्कूल उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह में प्रदान किया गया। यह आयोजन ब्रेनफीड पत्रिका द्वारा संचालित था, जिसमें शिक्षा में उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति स्कूलों की प्रतिबद्धता का जश्न मनाया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विद्या विहार के प्रधानाचार्य श्री निखिल रंजन और विद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी इं. राहुल शांडिल्य को सीफोर के संस्थापक श्री प्रेमचंद पालेटी द्वारा भेंट किया गया। इस अवसर पर देश भर के शिक्षा जगत के दिग्गज भी उपस्थित थे।
यह मान्यता विद्या विहार की निरंतर अकादमिक उत्कृष्टता, समग्र विकास, और भविष्य के नेताओं को पोषित करने के प्रति उसके समर्पण को उजागर करती है। उत्कृष्टता की परंपरा विद्या विहार आवासीय विद्यालय का भारतीय शिक्षा जगत में शीर्ष स्थान नया नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया, एजुकेशन टुडे, एजुकेशन वर्ल्ड और करियर 360 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा इसे बिहार और देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए निरंतर सराहा गया है। लेकिन 2024 का यह पुरस्कार विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों - शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और अभिभावकों की कड़ी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री निखिल रंजन ने इस उपलब्धि पर आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह पुरस्कार विद्या विहार से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है। यह हमारे कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, अभिभावकों के समर्थन और छात्रों की उत्कृष्टता की निरंतर खोज को दर्शाता है। यह सम्मान हमारे प्रतिष्ठित संस्थापक स्वर्गीय श्री रमेश चंद्र मिश्रा को समर्पित है, जिनकी शिक्षा के प्रति दूरदृष्टि आज भी हमें प्रेरित करती है।" नेतृत्व और दूरदृष्टि विद्यालय के सचिव इं. राजेश चंद्र मिश्रा और निदेशक इं. रंजीत कुमार पॉल ने इस सम्मान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "यह पुरस्कार पूरे विद्या विहार परिवार के समर्पण, मेहनत और ईमानदारी को मान्यता देता है। यह हमारे छात्रों में मूल्य, अनुशासन और चरित्र का विकास करते हुए, उन्हें विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। हम अपने समस्त स्टाफ को बधाई देते हैं और माता-पिता व छात्रों का हमारे दृष्टिकोण में अटूट विश्वास बनाए रखने के लिए धन्यवाद करते हैं।" उत्सव की लहर पुरस्कार की खबर से विद्या विहार परिसर में हर्ष और उत्सव का माहौल है। शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और पूर्व छात्र, सभी विद्यालय की इस उपलब्धि पर गर्व कर रहे हैं। यह सम्मान न केवल विद्यालय की शिक्षा प्रणाली की उत्कृष्टता को प्रमाणित करता है, बल्कि इसके चरित्र निर्माण, नेतृत्व कौशल और छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व को भी रेखांकित करता है। इस सम्मान के साथ, विद्या विहार आवासीय विद्यालय की उत्कृष्टता की यात्रा और भी ऊंचाइयों तक पहुँचने की दिशा में निरंतर जारी है। विद्यालय के प्रति यह मान्यता दर्शाती है कि आने वाले वर्षों में भी यह शिक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए, हर छात्र को जीवन में सफल होने के लिए सशक्त बनाने के अपने मिशन पर दृढ़ बना रहेगा।



राज्य टीम ने किया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज का मूल्यांकन -अस्पताल में उपलब्ध सभी सुविधाओं की ली जानकारी -एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए अस्पताल में सभी 06 विभाग पूर्णतः कार्यरत -सभी उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता बेहतर होने और पब्लिक रिव्यु के आधार पर अस्पताल को दिया जाएगा अंक -70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होने पर अस्पताल को मिलेगा एनक्यूएएस प्रमाणपत्र -अस्पताल अधिकारियों और कर्मियों द्वारा किया गया बेहतर प्रयास पूर्णिया, 11 सितंबर जिला और प्रखंड के साथ साथ समुदाय स्तर पर भी लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का संचालन किया जा रहा है। अस्पताल द्वारा मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के आधार पर राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिलने पर अस्पताल को बेहतर सुविधा जारी रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अतिरिक्त सहायता राशि भी प्रदान किया जाता है। एनक्यूएएस मानक के अनुसार अस्पताल को तैयार करने के बाद राज्य और केंद्र स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अस्पताल का मूल्यांकन करते हुए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर अस्पताल को अंक प्रदान किया जाता है। एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए राज्य स्तरीय टीम में राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार की आशा कंसल्टेंट शालिनी सिन्हा और चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव कुमार ने पूर्णिया पूर्व प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज का मंगलवार और बुधवार को दो दिनों निरीक्षण किया। इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अस्पताल में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं की जानकारी लेते हुए मरीजों को उससे मिलने वाले लाभ का मूल्यांकन किया गया। इस दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग से डीसीएम संजय कुमार दिनकर, यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद, डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा, प्रखंड स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ शरद कुमार, बीएचएम विभव कुमार, दीवानगंज मुखिया अंगद मंडल, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी रजत कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी, एएनएम और अन्य लोग उपस्थित रहे। अस्पताल में उपलब्ध सभी सुविधाओं की ली जानकारी : राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के अनुसार राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध 06 विभागों की जानकारी ली गई। इसमें लेबर रूम की व्यवस्था, गैर संचारी रोग नियंत्रण सुविधा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में शामिल कालाजार, फाइलेरिया, टीबी आदि रोग नियंत्रण की सुविधा, लैबोरेटरी की सुविधा, ओपीडी और आईपीडी व्यवस्था शामिल हैं। राज्य स्तरीय टीम द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, दीवानगंज में उपलब्ध इन सभी सुविधाओं का मूल्यांकन करते हुए मरीजों को मिल रही व्यवस्था का आकलन किया गया। अस्पताल में उपलब्ध मरीजों से अस्पताल में मिलने वाले सुविधाओं की जानकारी ली गई। इसके आधार पर अस्पताल में मरीजों को मिल रही सुख सुविधाओं को राज्य स्वास्थ्य समिति में रिपोर्ट किया जाएगा। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर अस्पताल को अंक प्रदान किया जायेगा। सभी उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता बेहतर होने और पब्लिक रिव्यु के आधार पर अस्पताल को दिया जाएगा अंक : राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार की आशा कंसल्टेंट शालिनी सिन्हा ने बताया कि दीवानगंज अस्पताल की सभी व्यवस्था सुचारू रूप से कार्यरत हो रहा है इसकी जानकारी लेने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अस्पताल का मूल्यांकन किया गया। इस दौरान अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी लेने के साथ साथ स्थानीय लोगों को इससे मिलने वाले लाभ की जानकारी ली गई और संबंधित रिपोर्ट तैयार किया गया। रिपोर्ट के अनुसार मरीजों के लिए अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधा को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा रिपोर्ट में मूल्यांकन करते हुए अंक प्रदान किया जाएगा। उसके अनुसार अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा जिससे कि यहां के लोगों को अस्पताल में सभी सुविधा नियमित रूप से मिलती रहेगी। 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होने पर अस्पताल को मिलेगा एनक्यूएएस प्रमाणपत्र : यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद ने बताया कि एनक्यूएएस के तहत दो प्रकार के प्रमाणन की व्यवस्था है। पहला राज्य प्रमाणन होता है जिसके तहत राज्य की टीम द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। जब अस्पताल को राज्य द्वारा प्रमाणपत्र मिल जाता है उसके बाद संबंधित अस्पताल केंद्रीय प्रमाणन के पात्र बन सकता है। एनक्यूएएस प्रमाणिकरण के लिए अस्पताल में वह सभी व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए जो उस स्तर के अस्पताल के लिए आवश्यक है। उन सभी विभागों के मूल्यांकन के बाद उसे मूल्यांकन टीम द्वारा अंक प्रदान किया जाता है। अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने पर अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। उन्होंने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज में सभी व्यवस्था उपलब्ध है जिससे कि उसे एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिल सकता है। अस्पताल अधिकारियों और कर्मियों द्वारा किया गया बेहतर प्रयास : सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीवानगंज में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण के लिए आवश्यक सभी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध है। इसका निरक्षण जिला स्तरीय टीम द्वारा पहले से किया गया है जिसमें अस्पताल एनक्यूएएस के सभी पैमाने पर शत प्रतिशत खरा उतरा है। इसके लिए यहां कार्यरत स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मियों द्वारा नियमित बेहतर प्रयास किया जाता है जिससे कि यहां उपस्थित मरीजों को आसानी से बेहतर सामान्य स्वास्थ्य चिकित्सा उपलब्ध हो सके। इसके जांच के लिए उपस्थित राज्य स्तरीय टीम के द्वारा सभी विभागों का अवलोकन किया गया है और अस्पताल के प्रदर्शन के आधार पर टीम द्वारा अपनी संतुष्टि जताई गई है। राज्य टीम द्वारा निर्धारित अंक के अनुसार अस्पताल को राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र मिल सकेगा जिसके बाद अस्पताल द्वारा नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए तैयारी शुरू कर दिया जाएगा।
बायसी प्रखंड से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है जहां नदी कटाव का निरीक्षण करने गए जिला परिषद प्रतिनिधि को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और कटाव निरोधक कार्य की जल्द से जल्द मांग की, दरअसल पूरा मामला प्रखंड के गंगार पंचायत अंतर्गत तेलंगाना मालोपाड़ा की है जहां क्षेत्र संख्या 33 के जिला परिषद प्रतिनिधि तारीक अनवर उर्फ प्रवेज नाज महानंदा नदी से हो रहे कटाव का निरीक्षण करने के लिए पहुंचा, इसी बीच ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर उसे बंधक बना लिया और कटाव निरोधक कार्य करने की मांग की, वही जब ग्रामीणों को पूछा गया तो ग्रामीणों ने बताया कि नदी कटाव इतनी तेज है कि चंद दिनों में ही नदी गांव के करीब पहुंच चुकी है, जिसको लेकर हम सब ने ठाना है कि आज जब तक विभाग या जनप्रतिनिधि के द्वारा कटाव निरोधक कार्य शुरू नही किया जाएगा तब तक हम सभी जिला पार्षद को यहा से जाने नही देंगे, जिसको लेकर जिला परिषद प्रतिनिधि तारीक अनवर उर्फ परवेज नाज ने कहा कि सभी ग्रामीण द्वारा हमें बंधक बनाया गया किंतु यह उसका दायित्व है, क्योंकि जब गांव तबाह होने पर है
Sep 12 2024, 19:39
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