शहीदों की याद में मुतवल्ली एक्शन कमेटी ने निकाला तिरंगा यात्रा
गोरखपुर। स्वतंत्रता दिवस दिवस की पूर्व संध्या पर इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के संरक्षक व वरिष्ठ काउंसलर खैरूल बशर के निर्देश पर निजामपुर से कमेटी अध्यक्ष अब्दुल्लाह के नेतृत्व में शहीदों की याद में तिरंगा यात्रा निकाला गया। यह यात्रा कच्चीबाग, निजामपुर, नरसिंहपुर और घासीकटरा होते हुए पुन: निजामपुर में पहुंचकर सम्पन्न हुआ। इस मौके पर लोगों को जलपान और मिष्ठान कराकर देश प्रेम के लिए प्रेरित किया गया।
इस मौके पर सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए तिरंगा यात्रा में शामिल थाना तिवारीपुर की थाना प्रभारी राजकुमारी शुक्ला ने देश पर अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश के सभी धर्मावलंबियों ने मिलकर भारत माता को गुलामी की जंजीरों को तोड़कर आजाद कराया। ऐसे में अगर कोई भी देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करेगा तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
इस मौके पर कमेटी अध्यक्ष अब्दुल्लाह ने देश के अमर शहीदों के प्रति खिराजे अकीदत पेश करते हुए कहा कि देश सेवा में कुर्बान होने वाले अमर शहीदों को याद करना देशभक्ति के प्रति समर्पण भी देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि समाज में एकजुटता से देश महान बनता है। अपने घर पर तिरंगा झंडा लगायें और इस तिरंगे का सम्मान करते हुए उसकी देखरेख भी करें। उन्होंने कहा कि देश पर अपनी जान गंवाने वाले शहीदों को याद रखना चाहिए। देश में एकता और भाईचारे को स्थापित करने वाले शहीदों ने देश को स्वतंत्र कर सभी को एक प्लेटफार्म पर लाने का काम किया, ऐसे शहीदों को नमन है।
वरिष्ठ समाजसेवी अतहर आलम ने कहा कि देश में नफरतों का कुछ समाज दुश्मन बाजार को गर्म किए हुए हैं। ऐसे तत्वों को बेनकाब करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश में भाईचारे के डोर को मजबूत करने के साथ ही देशहित में कार्य करें। इस मौके पर कमेटी के कन्वीनर हाजी कलीम अहमद फरजंद ने कहा कि सबसे पहले देश सर्वोपरि है। देश की एकता और समरसता से ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में देश की आजादी का जश्न मनाकर एकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में चल रहे विघटन कारी तत्त्वों से सावधान रहने की दिशा में पहल करने की आवश्यकता है।
इस मौके पर खुद्दाम -ए-अहलेबैत के अध्यक्ष कैफूलर्रहमान ने कहा कि सभी भारतवासियों के लिए देश की आजादी किसी उत्सव और त्योहार से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में सभी मजहब के लोग एक दूसरे से मुहब्बत करते हैं।
इस अवसर पर मुख्य रूप से अब्दुल्लाह, अतहर आलम, इरफान घोसी, मोहम्मद यूनुस, कैफूलर्रहमान, रिजवान कादरी, अफसर खान, शादाब आलम, ओसामा कमाल, कामरान कमाल, हाफिज मुजीब, वासिक खान, रेहान खान, कुर्बान अली, खालिद, रज्जाक, अरकान, अरबाज खान, धमेंद्र निषाद, संजय कुमार, कौशल शर्मा, सचिदानंद दूबे, आबिद अली खान, फैज खान, शादाब खान, शहनवाज हाफिजी, नदीम अहमद, शान खान, आजम घोसी, अब्दुल्लाह, मुर्तजा हुसैन रहमानी, अरशद राही, अतहर आलम, मोहम्मद यूनुस, कैफूलर्रहमान, रिजवान कादरी, अफसर खान, शादाब आलम, ओसामा कमाल, कामरान कमाल, हाफिज मुजीब, वासिक खान, रेहान खान, कुर्बान अली, खालिद, रज्जाक, अरकान, अरबाज खान, धमेंद्र निषाद, संजय कुमार, कौशल शर्मा, सचिदानंद दूबे, आबिद अली खान, फैज खान, शादाब खान, शहनवाज हाफिजी, नदीम अहमद, शान खान, नबी, फखरूद्दीन, अतहर आलम, मोहम्मद कलीम, सुहेल खान सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
Aug 16 2024, 17:48