शासन प्रशासन की मिली भगत से पर्यावरण का किया जा रहा है शोषण
विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज ।करछना तहसील के अंतर्गत ग्राम महेवा में खुले याम फल दार पुराने आम के वृक्षों को कांटा जा रहा है पैसों की खनक से शासन प्रशासन के कर्मचारियों को पेड़ के काटने की आवाज नही सुनाई दे रही है देखा जाए तो एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का कहना है एक पेड़ मातृ भूमि के नाम लगायें वहीं प्रशासन के लोग पैसे लेकर पेड़ों को कटाने पर तूले हैं।
यहां सोचने की बात यह है कि जो आम का पेड़ बेचारा कभी धूप से आए हुए राहगीर को छांव देता था वह खुद धूप में जलता रहा लेकिन अन्य जीवों को अपने पत्तों की छांव में ठंडक पहुंचाता रहा सैकड़ो पक्षी उनकी टहनियों पर अपना बसेरा किया करती थी आज पक्षियों का बसेरा छिन गया यही मनुष्य इस पेड़ को काट कर धरातल पर गिरा दिए गिरने की आवाज उनकी टहनियों से टूटने की आवाज दूर दूर तक सुनाई दी सोचने की बात यह है कि मोदी योगी के नाम से विदेशों में आतंकवादियों का पत लूम गीली हो जाता है और उत्तर प्रदेश में योगी के नाम से माफियाओं का नींद गायब हो जाती है ।
थर-थर कांपने लगते है वहीं प्रशासन को इनका कोई खौफ नहीं यह कर्मचारी कब सुधरेंगे इन्हें कब मोदी योगी का डर आएगा जब पर्यावरण ही नहीं रहेगा तो जीवन कहां तक रहेगा देखते हैं कब तक पर्यावरण के साथ अन्याय होता रहेगा ।
Jul 24 2024, 18:02