लोकसभा चुनाव में लाल आतंक बेअसर, नक्सली क्षेत्र में न पोस्टर लगे न वोट बहिष्कार हुआ
डेस्क : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान कल 1 जून को होना है। 6 चरण का चुनाव राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। सबसे बड़ी बात इसबार के चुनाव में अबतक यह रही है कि कही भी लाल आतंक का असर नही दिखा।
बीते 6 चरण के चुनाव में कई लोकसभा क्षेत्र ऐसे रहे जहां नक्सल प्रभावित एरिया बहुत ज्यादा है। या हम कह सकते है कि राज्य के वैसे जिले जो नक्सल प्रभावित है उनमे मतदान संपन्न हो चुका है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार नक्सल प्रभावित सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। लाल आतंक कहीं नहीं दिखा। लोगों ने बेखौफ होकर मतदान किया। पहले चरण की औरंगाबाद, जमुई, नवादा व गया नक्सल प्रभावित मानी जाती हैं। इनमें मतदान का प्रतिशत अमूमन ठीक रहा है। औरंगाबाद में 50.35 प्रतिशत, जमुई में 51.26 प्रतिशत, गया में 50.76 और नवादा में 43.17 प्रतिशत मतदान हुए।
इस बार किसी नक्सली संगठन ने न चुनाव बहिष्कार का न तो पोस्टर चिपकाए और न दीवारों पर मतदान या लोकतंत्र बहिष्कार की बातें ही लिखी पाई गई। कुछ वर्ष पहले तक वोट बहिष्कार करने की घटनाएं होती थीं।
पिछले चुनावों में गया, जमुई, औरंगाबाद, नवादा, मुंगेर, सीवान, पश्चिम चंपारण जैसी लोकसभा सीटों पर मतदान का समय सामान्य क्षेत्रों की तुलना में एक या दो घंटे पहले कम रखा जाता था। इस बार ऐसे बूथों की संख्या में कमी आई। इन इलाकों में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री से लेकर अन्य कई दिग्गजों की दर्जनों सभाएं भी सफलतापूर्वक संपन्न हुईं। कहीं किसी संगठन का कोई विरोध सामने नहीं आया।
May 31 2024, 15:34