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अरेस्ट होने के बाद मंत्री आलमगीर आलम का बढ़ गया ब्लड प्रेशर, BJP ने कहा- जो भ्रष्टाचार करेगा उसे जाना ही पड़ेगा जेल में


झारखंड के कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम इन दिनो पूरी तरह से विवादों में घिरे गए हैं। इस बीच, आज बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि हाल ही में आलम के सचिव और उनके नौकर के घर से 36 करोड़ नकदी जब्त की गई थी, इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। 

दो दिनों तक, यानी कि लगभग 15 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ के बाद ईडी ने आखिरकार झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के बाद उनकी जांच करने के लिए मेडिकल टीम, सदर अस्पताल रांची के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मयूख कुमार ने बताया कि वह ठीक हैं लेकिन बीपी थोड़ा बढ़ा हुआ था लेकिन यह सामान्य सीमा के भीतर है। वह बीपी/शुगर की दवाएं लेते हैं और उन्हें दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई है। 

मेडिकल टीम के बाद मंत्री आलमगीर आलम से मिलने उनके परिजन ईडी कार्यालय पहुंचे।बता दे कि ईडी ने हाल ही में, आलमगीर के सचिव संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम, बिल्डर मुन्ना सिंह और उनके करीबियों समेत नौ ठिकानों पर छापेमारी की थी। कार्रवाई राज्य ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं के मामले में की गई थी। जहां से ईडी को करोड़ों रुपए नगद मिले थे। 

वहीं दूसरी और इस पूरे मामले में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि आलमगीर आलम के अलावा ऐसे कई सफेद पोस्ट नेता आज भी भ्रष्टाचार में लिप्त है। इससे सभी नेताओं के लिए एक सिख है कि जो भ्रष्टाचार करेगा उसे जेल में जाना ही पड़ेगा।

Breaking news: ईडी ने दो दिनों की पूछताछ के बाद झारखंड ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की हुई गिरफ्तारी

6 घंटे पूछताछ के बाद मंत्री आलमगीर आलम को ED ने किया गिरफ्तार

रांची: झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने आलमगीर आलम को बीते मंगलवार को 9 घंटे की लंबी पूछताछ की थी। आज बुधवार को भी करीब 6 घंटे पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया 

मंत्री आलमगीर आलम के गिरफ्तारी के बाद ईडी दफ्तर में मेडिकल टीम को बुलाकर उनकी स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है। फिर देर रात या अहले सुबह उन्हें ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जायेगा। संभवत आशा जताया जा रहा है कि ईडी डिमांड की डिमांड करेगी। रिमांड मिलने के बाद पैसे से जुड़े कलेक्शन को ईडी तलाशने की कोशिश करेगी।

आपको बता दें कि 6 मई को मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उसके नौकर के घर ed ने छापेमारी की थी। जिसमे तक़रीबन 37 करोड़ नगद बरामद किया गया था। जिसके बाद संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम को ed ने अरेस्ट कर लिया था। दस्तावेज के आधार पर विभागीय मंत्री आलमगीर आलम को Ed ने 14 मई को अपनी सम्पति के दस्तावेजों के साथ ED दफ्तर हाजिर होने को कहा था। 

वही इस पूरे प्रकरण को लेकर भाजपा एक बार फिर से कांग्रेस पर हावी नजर आ रही है। झारखंड दौरे पर आए असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा कहा कि ऐसा आलम तो गिरफ्तार होता रहेगा। अभी आगे बहुत कुछ देखना बाकी है।

रांची के बिरसा जैविक उद्यान में बाघिन गौरी के चार नवजात शावकों की हुई मौत, बच्चों का बाघिन के नीचे दब जाना बताया गया वजह


रांची : राजधानी रांची के बिरसा जैविक उद्यान से एक दुखद खबर सामने आई है। 10 मई को ही उद्यान में बाघिन गौरी ने चार नवजात शावकों की जन्म दिया था।

रांची के इस जू में 12 मई की अहले सुबह एक बाघिन के चार बच्चों की मौत हो गई। बाघ के बच्चों की मौत से कई सवाल उठने लगे।

बिरसा जू के चिकित्सक ने बताया कि गौरी नाम की बाघिन ने जन्म देने के बाद अपने बच्चों की केयरिंग नहीं की। उसके बाद बाघिन अपने तीनों जिंदा बच्चों के ऊपर ही सो गई। उद्यान प्रबंधन सीसीटीवी कैमरे की मदद से लगातार बाघिन पर नजर रख रहा था। जब लगा कि शावकों की जान को खतरा है तो उद्यान के कर्मचारी बाघिन के केज में पहुंचे। तब तक तीन शावकों की बाघिन के नीचे दबने से मौत हो चुकी थी। किसी प्रकार एक शावक को बाहर निकाला गया। लेकिन, बाद में उसकी भी मौत हो गई।

रांची के जैविक उद्यान में बाघ की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से उद्यान प्रशासन द्वारा लगातार पहल की जा रही थी। बाघिन गौरी को 105 दिन के गर्भावस्था में पूरी देखभाल की जा रही थी। जन्म देने की प्रक्रिया ठीक रही। जैविक उद्यान प्रबंधन के अनुसार बाघिन गौरी का पहला प्रसव था। उसे प्रसव का अनुभव नहीं था।

9 घंटे के पूछताछ के बाद मंत्री आलमगीर आलम से लगातार दूसरे दिन भी ईडी की पूछताछ जारी




रांची: झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से लगातार दूसरे दिन भी ईडी की पूछताछ जारी है। आज बुधवार को भी आलमगीर आलम तय समय पर  ईडी दफ्तर पहुच गए। ईडी के अधिकारियों ने उनसे कल मंगलवार को करीब 9 घंटे तक पूछताछ की थी। जिसके बाद आज भी उन्हे बुलाया था।

मंगलवार 14 मई को आलमगीर आलम ईडी दफ्तर सुबह 10.45 में ही पहुंच गए थे। लेकिन दूसरे दिन बुधवार को मंत्री आलमगीर आलम करीब 12 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे है। बाहर मंत्री आलमगीर से मीडिया वालों ने कई सवाल पूछे लेकिन वे बिना कोई जबाब दिए ईडी दफ्तर के अंदर चले गए।

आपको बता दें कि ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम से झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के टेंडर घोटाले में पूछताछ कर रही है।

पिछले हफ्ते ईडी ने मंत्री के निजी सचिव संजीव कुमार लाल और संजीव के नौकर जहांगीर आलम के साथ ही कुछ ठेकेदारों के घर छापेमारी कर करीब 37 करोड़ रुपए से अधिक नकद बरामद किए गए थे। जिसके बाद निजी सचिव और नौकर दोनों को गिरफ्तार करने के बाद रिमांड पर लेकर ईडी उनसे पूछताछ कर रही है।

पूछताछ के आधार पर ही ईडी यह जांच करेगी कि मंत्री पद पर रहने के दौरान आलमगीर आलम और उनके परिवारजनों की आय या निवेश में बढ़ोतरी हुई है या नहीं। सूत्रों के अनुसार ईडी की रडार पर अब आलमगीर आलम के पारिवारिक सदस्य भी आ सकते हैं।
पीएम मोदी पर जयराम रमेश का हमला, कहा- दो चरण के बाद से ही प्रधानमंत्री बौखलाए हुए हैं, उनकी भाषा में हुआ है बदलाव


रांची: कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश आज रांची में मीडिया के सामने इंडिया गठबंधन के वादों और केंद्र सरकार की खामियों को रखा। जयराम रमेश का कहना है कि पहले दो चरण के मतदान से ही स्पष्ट हो गया है कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद पीएम नरेंद्र मोदी अब निवर्तमान प्रधानमंत्री होने जा रहे हैं।

जयराम रमेश ने कहा कि यह चुनाव ऐतिहासिक होगा और सत्ता में गठबंधन की सरकार आने जा रही है। बचे तीन चरणों के चुनाव में गठबंधन बहुमत में पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले दो चरण के बाद से ही प्रधानमंत्री बौखलाए हुए हैं, उनकी भाषा में बदलाव साफ देखा जा रहा है, अब वो मुद्दो की बात नही कर रहे है। पूरी तरह से हताश हैं।

जयराम रमेश प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने जिस तरह कांग्रेस के घोषणापत्र का प्रचार कर उसे घर-घर पहुंचाया, उसके लिए उनका दिल से धन्यवाद देते है। उन्होंने कांग्रेस के 5 न्याय 25 गारंटी को बताते हुए कहा सत्ता में आने के बाद लागू करेंगे। उन्होंने केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग पर भी कटाक्ष किया है। कहा इनके अधिकारी को पॉवर दिया जाता है। जहां सबूत है वहां पर आप करवाई कीजिए लेकिन बदले की भावना से इस प्रकार करवाई नही करनी चाहिए।

जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी सहित कई नेता कह रहे हैं कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है क्योंकि केंद्र सरकार लोकतंत्र के बजाए धनतंत्र चला रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने नारे हाथ बदलेगा हालात बदलेगा पर कायम है और पार्टी संविधान बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है।
ईडी के 9 घंटे की लंबी सवालों के जवाब देने के बाद ईडी कार्यालय से बाहर निकले मंत्री आलमगीर आलम





ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर के पास से करोड़ों रुपये बरामद होने के बाद आरोपों के घेरे में गिरते नजर आ रहे हैं मंत्री जी। ईडी के समन पर मंत्री आलमगीर आलम आज सुबह करीब 10:45 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे। करीब 9 घंटे लंबी पूछताछ के बाद शाम 8:25 बजे ईडी कार्यालय से बाहर निकले। ईडी ने उन्हें 12 मई को समन जारी किया था और कहा था कि वह 14 मई को दिन में 11 बजे पूछताछ के लिए राजधानी रांची के हिनू स्थित रीजनल कार्यालय में आने को कहा था। बता दे कि संजीव लाल और जहांगीर आलम के घर से ईडी की टीम को 35.23 करोड़ रुपए नकद मिले थे। जिसके बाद ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। वही संजीव लाल को इस गिरफ्तारी के उनके पद से सस्पेंड कर दिया गया है। पिछले दिनों संजीव लाल और जहांगीर आलम दोनों से पूछताछ के बाद ही झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम को समन किया गया था। आज की पूछताछ से ईडी कितनी संतुष्ट हुई या फिर उन्हें दोबारा समन देकर बुला सकती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
मंत्री आलमगीर आलम निर्धारित समय पर पहुंचे ईडी दफ़्तर, पूछताछ शुरू कहा - हम कानून के मानने वाले हैं


झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से मंगलवार 14 मई को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी पूछताछ के लिए बुलाए थे। मंत्री आलमगीर आलम दिए गए निर्धारित समय पर रांची में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय हिनू पहुंचे। 

बता दे कि ED ने उनको अपनी संपत्ति से संबंधित जानकारी लेकर आने को कहा था। आलमगीर आलम अपने साथ कुछ कागजात ले कर आए थे। उन्होंने ईडी दफ़्तर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हम पूरी तरह से पूछताछ में ईडी को कॉर्पोरेट करेंगे। ED ने एक दिन का ही समय दिया था। लेकिन, हम कानून के मानने वाले भी हैं। इसलिए पूछताछ के लिए आ गए हैं। 

उनसे पूछताछ शुरू हो चुकी है, अनुमान है की आलमगीर से ईडी आज लंबी पूछताछ करने वाली है। पूछताछ को लेकर ईडी दफ्तर के बाहर हलचल तेज हो गयी है।

बता दें, मंत्री आलमगीर आलम के सचिव संजीव लाल के नौकर जांहगीर के घर से 35 करोड़ नकद पकड़ा गया था। जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। ईडी ने उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की। बताया जा रहा है कि ये पैसा टेंडर में कमीशन से कमाया हुआ है। गौरतलब है कि आलमगीर के निजी सचिव के नौकर का वेतन महज 15 हजार रुपए है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर एक 15 हजार की नौकरी करने वाले शख्स के पास इतने नोट कहां से आए? इसलिए सूत्रों की माने तो मंत्री आलमगीर आलम से उनके ओएसडी संजीव लाल के नौकर के घर इतना कैश कहां से आया इसको लेकर सवाल पूछा जा सकता है।

झारखंड के नक्सल इलाकों वोटिंग का रुझान रहा अच्छा ,हुई बंपर वोटिंग ,45 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद

रांची: चौथे चरण का चुनाव हुआ समाप्त। झारखंड में चार संसदीय सीट खूंटी, लोहरदगा, पलामू और सिंहभूम में आज लोकसभा चुनाव का मतदान खत्म हो गई है। 


झारखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं को वोट के प्रति खासा उत्साह देखा गया। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बावजूद भी सुबह से ही बूथों पर लंबी-लंबी लाइन देखी गई थी।महिला बुजुर्ग और दिव्यांग वोटर्स अपने अपने मत का प्रयोग करते नजर आए थे।

वोटिंग खत्म होने के बाद मुख्य निर्वाचन आयोग के रवि कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि झारखंड में 5:00 बजे तक झारखंड में कुल 63.14% मतदान हुए हैं। जिसमें खूंटी में 65 82% लोहरदगा में 62 .60 प्रतिशत पलामू में 59.99 प्रतिशत और चाईबासा संसदीय क्षेत्र में 76. 11 प्रतिशत मतदान हुआ है।

वहीं चुनाव आयोग के द्वारा इस चुनाव में सबसे खास बात यह देखी गई कि इस बार ईवीएम मशीन को बूथ तक ले जाने और उसके बाद वोटिंग कर बूथ से वापस लाने तक के लिए जिस गाड़ी का प्रयोग किया गया था उसे गाड़ी में जीपीएस सिस्टम ट्रैक्टर लगाया गया था जिससे गाड़ी की पूरी जानकारी मिल सके। इन सभी पर निगरानी रखने के लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया।

झारखंड में चार सीटों पर हो रही जबरदस्‍त वोटिंग, शाम तीन बजे तक इतना है मतदान प्रतिशत

रांची : लोकसभा चुनाव का आज चौथा चरण है वही झारखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत मतदान जारी है। सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया था जो शाम के पांच बजे तक मतदान होगा।

 मतदान को लेकर मतदाताओं में भारी उत्‍साह देखने को मिल रहा है। झारखंड वासी भी इस लोकतंत्र के बड़े पर्व में जमकर भाग ले रहे हैं। झारखंड में शाम तीन बजे तक 56.42 प्रतिशत मतदान हुआ। 

सबसे अधिक खूंटी में 59.97 प्रतिशत, सिंहभूम में 57.62 प्रतिशत, लोहरदगा में 56.72 प्रतिशत तथा पलामू में 53.35 प्रतिशत मतदान हुआ है।

झारखंड में चार लोकसभा सीटो पर थमा चुनावी शोरगुल, INDIA और NDA गंठबंधन ने चारो सीटो पर जीत का किया दावा


 लोकसभा चुनाव के चौथे चरण और झारखंड में होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार आज शाम 5 बजे समाप्त हो गया। 13 मई को खूंटी, सिंहभूम, लोहरदगा और पलामू में सुबह सात बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

इस चरण में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और  अधिकांश ग्रामीण व दुर्गम क्षेत्र में मतदान केंद्र होने की वजह से चुनाव शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष संपन्न कराने में चुनाव आयोग पूरी तरह से तैयार है। रांची के मोरहाबादी मैदान से कड़े सुरक्षा के बीच मतदान कर्मियों को क्लस्टर तक भेजा गया। ईवीएम और वीवीपीएटी की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर सुरक्षा कर्मियों को भी मतदान कर्मियों के साथ रवाना किया गया है। झारखंड के 4 लोकसभा चुनाव मैदान में उतरे 45 प्रत्याशियों में 06 महिला हैं।

चौथे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार समाप्त होते ही राजनीतिक दलों के द्वारा जीत के दावों का दौर शुरू हो गया है। 2019 के चुनाव में चार में से तीन सीटों को जितने में सफल रही भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि झारखंड की सभी 14 सीटों को जीतने का लक्ष्य के तहत इन चारों सीटों पर जीत जरूर होगी।

इधर इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में उतरी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दावा किया है कि झारखंड के पहले चरण के हो रहे चुनाव में सभी चारों सीट इंडिया गठबंधन के खाते में आएगा। इन चार सीटों में से दो पर कांग्रेस एक पर झामुमो और एक पर राजद चुनाव लड़ रही है।