अरविंद केजरीवाल की सेना खतरे में! 10 और नेताओं पर कस सकता है ईडी का शिकंजा
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी द्वारा शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है। केजरीवाल से पहले आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। ये नाम पार्टी के लिए अहम हैं। यही नहीं, आगामी लोकसभा चुनाव के बीच आप को काफी आलोचनाओं और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि आम आदमी पार्टी की परेशानी अभी खत्म नहीं हुई है। पार्टी के कई बड़े चेहरे हैं, जो ईडी की रडार पर हैं। यानी आने वाले दिनों में आप के और नेताओं पर शिकंजा कस सकता है।
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ईडी के निशाने ने सामिल आप नेताओं की लिस्ट लंबी है। इन नामों में विभव कुमार, राजकुमार आनंद,अमानतुल्लाह खान ,दुर्गेश पाठक,गुलाब सिंह यादव दीपक सिंगला एनडी गुप्ता , कैलाश गहलोत, और कुछ अन्य शामिल हैं।
अगर ध्यान में रखा जाए इन सभी नामों को ईडी के सामने पेश किया जा चुका है और उनसे पूछताछ भी की जा चुकी है, हालांकि किसी को भी क्लीन चिट नहीं मिली है और इसलिए हिरासत में लिए जाने का डर लगातार बना हुआ है।
हालाँकि (आप )लगातार सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते रहे हैं, और दावा किया है कि इस तरह का उपद्रव मचाना बीजेपी का बहुत ही चतुर राजनीतिक कदम है ताकि वोट बैंक और उसके बाद लोक सभा के नतीजे पर पड़ेगा असर! दिल्ली हाई कोर्ट (AAP) की सभी दलीलों को लगातार ख़रीज़ कर रहा हैl
इन सब के बीच सोमवार को दिल्ली की एक अदालत ने शराब की नीति में केस की वापसी को 15 अप्रैल तक के लिए राजधानी दिल्ली की अदालत में भेज दिया।
हालाँकि इसने (आप) राजनेताओं को लगातार आरोपों और मुकदमे के डर में ला दिया है। और वे किसी भी सार्वजनिक विफलता से बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।








शराब नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामले में विजिलेंस विभाग की टीम ने उनके निजी सहायक विभव कुमार के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है।बिभव कुमार की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। विजिलेंस विभाग ने विभव कुमार की नियुक्ति को सही नहीं माना है। विजिलेंस विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी वाईवीवीजे राजशेखर ने आदेश जारी किया है। निदेशालय का कहना है कि विभव कुमार की नियुक्ति अवैध और अमान्य थी। डायरेक्टोरेट ऑफ विजिलेंस(डीओवी) ने अपने आदेश में कहा कि विभव कुमार की नियुक्ति केंद्रीय सिविल सेवा के नियमों का उल्लंघन करके की गई थी। आदेश के मुताबिक, विभव कुमार का अपाइंटमेंट निर्धारित प्रक्रिया और नियमों का ईमानदारी से पालन करे बिना किया गया था। इसलिए ऐसी नियुक्ति अवैध और अमान्य है। विशेष सचिव सतर्कता वाई. वी. वी. जे. राजशेखर ने उनके खिलाफ 2007 के एक लंबित मामले का हवाला देते हुए आदेश पारित किया है। आदेश में कहा गया है कि सक्षम प्राधिकरण इसके द्वारा केंद्रीय सिविल सेवा (अस्थायी सेवा) नियम, 1965 के नियम 5 के प्रावधानों के संदर्भ में बिभव कुमार की नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। विभव प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में हैं। ईडी ने 8 अप्रैल को विभव से शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में घंटों तक पूछताछ की थी। इससे पहले दिल्ली जल बोर्ड घोटाले में भी फरवरी के पहले सप्ताह में ईडी विभव के घर पर रेड कर चुकी है। जांच एजेंसी विभव कुमार से करीब 4 घंटों तक पूछताछ की थी। दूसरी बार ईडी ने विभव कुमार से पूछताछ की थी। इससे पहले पिछले साल भी जांच एजेंसी ने समन भेजकर केजरीवाल के निजी सचिव बुलाया था और इंक्वायरी की थी। ईडी के अधिकारियों ने कहा था कि विभव ने अपने मोबाइल नंबर का आईएमईआई सितंबर 2021 से जुलाई 2022 के बीच 4 बार बदला था। विभव कुमार का बयान पीएमएलए के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया था। विभव कुमार से पहले दिल्ली सरकार में मंत्री रहे राजकुमार आनंद भी पद से इस्तीफा दे चुके हैं। उनके घर ईडी का छापा पड़ा था। उन्होंने आम आदमी पार्टी तक को करप्ट बताया था।

Apr 11 2024, 13:46
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