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विकसित बिहार का नीतीश सरकार का नया प्लान; बड़े शहरों के पास ग्रीन टाउनशिप में मिलेंगी ये सुविधाएं
बिहार:  बिहार के प्रमुख शहरों के निकट ग्रीन टाउनशीप विकसित होगी. गुरूवार को सीएम नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग में नगर विकास का आवास विभाग के अलावा जल संसाधन विभाग और खेल विभाग की योजनाओं की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न टाउनशिप बसने से प्रमुख शहरों के आसपास का क्षेत्र और विकसित होगा तथा लोग इसका उपयोग कर सकेंगें. विकसित टाउनशिप में सड़क, पार्क, ड्रेनेज, शुद्ध पेयजल आदि कई बेहतर एवं सुनियोजित व्यवस्था रहेगी.



   मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में जनसंख्या वृद्धि और भूगर्भ जल के स्तर में गिरावट को देखते हुए जल-जीवन- हरियाली अभियान के अन्तर्गत विभिन्न नदियों के अधिशेष जल का बरसात के समय भंडारण कर उसे शुद्ध पेयजल के रूप में उपलब्ध कराए जाने की योजना पर काम किया जायगा. उन्होंने ने कहा कि अब बिहार में खेल विभाग का अलग से गठन किया गया है ताकि खेल और खिलाड़ियों को और प्रोत्साहित किया जा सके. बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव  ब्रजेश मेहरोत्रा आदि मौजूद थे.

    
  जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने बताया कि नदी के जल को बाढ़ की अवधि ( जुलाई से अक्टूबर ) के बीच उद्भव किया जाएगा. साथ ही शेष 8 माह की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए भंडारित किया जाएगा.

 
    प्रमंडलीय मुख्यालय के निकट स्टेडियम बनेगा. खेल विभाग के प्रधान सचिव डॉ बी राजेन्द्र ने प्रजेंटेशन से प्रमंडलीय मुख्यालय के आसपास एक खेल स्टेडियम  बनाए जाने, खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने तथा खेल को बढ़ावा देने संबंधित योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.
Lalu yadav की 'लालटेन' पर ये क्या बोल गए Jdu के चर्चित नेता, अब फिर खड़ा होगा सियासी बवाल
बिहार: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरूवार को कहा कि राजद झूठ की फूंक से लालटेन को जलाने की कोशिश कर रहा पर इसका उसे कोई फायदा नहीं मिलेगा. लालू परिवार की जमींदारी बचाए रखने के लिए राजद अब पूरी तरह से कांग्रेस के नक्शेकदम पर उतर चुका हैं.

     
       राजीव रंजन ने कहा कि राजद झूठ की फूंक से लालटेन को जलाने की कोशिश कर रहा पर इसका उसे कोई फायदा नहीं मिलेगा.

        
          राजीव रंजन ने कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और घोटालों के बाद अब राजद ने कांग्रेस से सीना ठोककर झूठ बोलने की ट्रेनिंग भी ले ली हैं. इससे राजद के लालटेन की बची- खुशी भकभाहट भी समाप्त हो जाएगी.

      
      उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह हैं कि राजद के पास जनता के समक्ष अपना कुछ बताने के लिए हैं ही नहीं. इसलिए वह आज भी नीतीश कुमार के नाम के सहारे अपनी राजनीतिक दुकान चला रहे हैं.

      
      राजीव रंजन बोले, आगामी चुनाव राजद के राजनीतिक ताबूत में आखिरी कील साबित होने वाला हैं. इस चुनाव में भी पिछले चुनाव की तरह उसका सूपरा साफ हो जाएगा.

   
       विकास व विधि व्यवस्था के क्षेत्र में विगत 18 वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों को जदयू अब अभियान चलाकर बताएगा. जदयू के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अशोक चौधरी गुरूवार को संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी.

    
    उन्होंने बताया कि मेरा नेता, मेरा अभियान से अगले दो-तीन दिनों में शुरू होने वाले इस अभियान के केन्द्र में युवा है. चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन काल में एक नयी पीढ़ी सामने आ गयी. ऐसे युवाओं को यह नहीं मालूम कि नीतीश कुमार ने विकास और विधि- व्यवस्था के क्षेत्र में क्या काम किया.

    उनके मुख्यमंत्री बनने से बिहार की क्या स्थिति थी? आज नीतीश कुमार की जब चर्चा होती हैं तो उनके व्यक्तित्व के इस 95 फीसदी हिस्से पर बात नहीं होती. बात केवल उनके राजनीतिक व्यक्तित्व पर होती हैं. इसलिए यह तय किया गया हैं कि अगले डेढ़ वर्षों तक यह अभियान चलाया जाएगा.
पटना मेट्रों में GM समेत इन पदों पर जल्द होगा नियुक्ति, ऐसे करना होगा आवेदन.
बिहार: पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड( पीएम आर सी एल) में 20 पदों पर प्रतिनियुक्ति एवं संविदा पर पदाधिकारियों की बहाली होगी. इनमें महाप्रबंधक से लेकर निदेशक तक के पद हैं. इसके लिए पटना मेट्रो ने आवेदन आमंत्रित किए हैं.

   जिन पदों पर नियुक्ति की जानी हैं, उनमें निदेशक( इलेक्ट्रिकल), निदेशक( प्रोजेक्ट), मुख्य वित्तीय पदाधिकारी, जीएम( प्रबंधन), जीएम( वकर्स), जीएम(डिपो) के साथ डीजीएम सुरक्षा, डीजीएम लीगल जैसे पद शामिल हैं.

      आवेदक अपना आवेदन पटना मेट्रो या बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग की बेवसाइट पर उपलब्ध ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए 14 मार्च शाम पांच बजे से चार अप्रैल शाम पांच बजे तक की समय- सीमा रखी हैं.

        आवेदन के साथ अभ्यर्थियों को अपना ई- मेल व संपर्क देना अनिवार्य हैं. योग्यता एवं अनुभव के आधार शार्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा. केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के उपक्रम में कार्यरत योग्य अभ्यर्थी प्रतिनियुक्ति के आधार पर पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन में इन पदों पर नियोजन के लिए आवेदन कर सकते हैं. प्रतिनियुक्ति पर नियोजन के लिए अभ्यर्थी की आयु 56 वर्ष एवं संविदा पर नियोजन के लिए उम्र 62 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए.

स्कूल नामांकन का तरीका अब बदल जाएगा, शिक्षा विभाग ने जिलों के अफसरों को दी नई गाईडलाईन
बिहार: शिक्षा विभाग ने ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 में फर्जी नामांकन पर रोक लगाने के प्रति सभी जिलों के अफसरों को आगाह किया हैं. इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने मंगलवार को सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया हैं

    
      इसमें कहा गया हैं कि अगला अकादमिक सत्र एक अप्रैल से प्रारंभ होगा, जिसमे सभी कक्षाओं के छात्रों का नामांकन शुरू होगा,अगले सत्र के लिए नामांकन 31 मार्च तक कर लिया जाना हैं. इस दौरान उन्हीं विद्यार्थियों का नामांकन सुनिश्चित करें जो सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई करने के इच्छुक है. केवल सरकारी योजनाओं का लाभ लेने या मुफ्त पाठ्य-पुस्तकों के लालच में जो छात्र नामांकन कराते हैं, उसे रोकना होगा.

      
           शिक्षा विभाग ने छात्रों के नामांकन के दौरान विशेष ध्यान देने को कहा हैं.जन्म प्रमाण-पत्र, अस्पताल अभिलेख, आंगनबाड़ी अभिलेख, अभिभावक या माता-पिता दिया गया घोषणा-पत्र को नामांकन के वक्त शामिल करें. छात्रों के आधार कार्ड पर भी नामांकण किया जा सकता हैं. साथ ही, उच्चतर कक्षा में नामांकन के दौरान अभिभावक को भी बुलाकर भौतिक सत्यापन किया जाए एवं पिछली कक्षा का परिणाम की भी चर्चा अभिभावक से की जाए.

 
  माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अपने निर्देश में यह भी कहा है कि पिछले वर्ष शिक्षा विभाग द्वारा फर्जी नामांकण वाले छात्रों का नाम काटा गया था,  जो विद्यालयों में लगातार अनुपस्थित थे. वर्ष 2023-24 में कुल 23.97 लाख छात्रों के नाम काटे गये थे, इनमें से मात्र 3 लाख 98 हजार ही पुनः छात्रों ने आवेदन देकर नाम लिखवाया था.

   
शेष करीब 20 लाख छात्रों के नाम काटे जाने के बाद भी उन छात्रों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी अथवा प्रधानाध्यापक से संपर्क करने की आवश्यकता भी नहीं समझी. संभवतः ये छात्र या तो किसी अन्य किसी अन्य निजी विद्यालय में केवल डीबीटी का लाभ लेने के उद्देश्य से नाम लिखाए हुए थे या ये छात्र अस्तित्व में नहीं थे.
राशन कार्ड के लिए अॉंलाइन करे आवेदन, बिचौलिए के चक्कर में न पड़े
बिहार: राशन कार्ड बनवाने के नाम पर कई बार बिचौलिए परेशान करते हैं. वे आमजन से रूपये एड लेते हैं. लेकिन ऐसा करने की जरूरत नहीं हैं. बस अॉनलाइन आवेदन करें और इंतजार करें. किसी बिचौलिए के चक्कर में फंसने की जरूरत नहीं हैं.

    
     आपूर्ति एडीएम अमलेंदु कुमार सिंह ने यह कहा हैं कि आवेदन करने पर वह संबंधित एसडीओ के पास जाता हैं. वहीं उसे स्वीकृत या रद करेंगें तो इसकी सूचना मिल जाएगी. आवेदन के समय जरूरी कागजातों का ध्यान रखें. यदि वे मानदंडों को पूरा करेंगें तो राशन कार्ड बन जाएगा अथवा आवेदन को निरस्त कर दिया जाएगा.

     
    एडीएम ने बताया कि यदि किन्हीं का राशन कार्ड संयुक्त परिवार में हैं और वे अलग परिवार के नाम से राशन कार्ड बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए प्रपत्र ख अवश्य जमा करें यह ऑनलाइन, आरटीपीएस काउंटर या एसडीओ ऑफिस में भी जमा कराया जा सकता हैं.

  
      राशनकार्ड को आधार से जोड़ने का काम चल रहा हैं. एडीएम ने बताया कि अबतक करीब 87 प्रतिशत कार्डों का सत्यापन किया जा चुका हैं. प्रक्रिया चल रही हैं. जल्द ही सारे कार्डो को आधार से जोड़ने का काम पूरा कर लिया जाएगा.
लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के हर जिले में वकीलों की टीम बनाएगी BJP, इन कामों के लिए किया जाएगा प्रशिक्षित
बिहार: चुनाव तैयारियों को लेकर रविवार को भाजपा लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक हुई. इसमें सभी जिलों से समिति के पदाधिकारी सम्मिलित हुए.

  
    बैठक में मुख्य रूप से यह तय हुआ कि राज्य के प्रत्येक जिला में 10 से 15 तेजतर्रार और चुनावी कार्यों में अनुभव रखने वाले वकीलों की टीम गठित की जाएगी. साथ ही साथ यह भी तय हुआ है कि लोकसभा चुनाव हेतु नामांकन पत्र भरने समेत चुनाव से जुड़े अन्य कामों के लिए वकीलों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

      
     प्रमंडल स्तर पर कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी जिले से जुड़े जिला संयोजकों ने भी अपना- अपना अनुभव साझा किया. भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि बैठक की अध्यक्षता भाजपा लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के न्यायिक मामलों के प्रमुख पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसडी संजय ने की.

      
      बैठक में भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक राकेश कुमार ठाकुर एवं राधिका रमण समेत प्रदेश भर के भाजपा से जुड़े वकील सम्मिलित हुए
चिराग ने कहा के अगले पांच वैशाली में उनकी पार्टी से सांसद रहेगा. चिराग ने गठबंधन पर कहा कि उनका तालमेल और अलांयस बिहार की जनता के साथ हैं.
बिहार: जमुई से सांसद चिराग पासवान ने मुजफ्फरपुर के साहेबगंज प्रखंड के हरि सिंह उच्च विद्यालय मैदान में रविवार को जन आर्शीवाद सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह वैशाली की धरती को नमन करते हैं. राजनीतिक साजिश से उनके परिवार को तोड़ने की कोशिश की गई . घर तोड़ने की कोशिश की गई. पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया गया. मगर चिराग पासवान साजिशकर्ता के आगे न झुका और ना ही डरा, बल्कि अपने पिता के आर्दश पर आगे बढ़ते रहा. वे आज बिहार फसर्ट और बिहार फसर्ट के थीम को आगे बढ़ा रहे हैं. इसे अपार सफलता भी मिली हैं.

     
       चिराग ने मंच से बिहार में नीतीश सरकार की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की नीति पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि नीति ठीक होती तो बिहार रोजगार, शिक्षा, और स्वास्थ्य के लिए दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करते.लोजपा(रा.) ने बिहार को आगे बढ़ाने के लिए काम किया हैं उन्होंने कहा कि वैशाली के अगले पांच साल के लिए लोजपा(रा) के सांसद ही रहेंगें, वह वैशाली की जनता को अपना सेवा देंगें. चिराग पासवान बिहारी की समस्या को सुलझाने के लिए काफी हैं.

  
     जन आर्शीवाद सभा में नेताओं ने चिराग पासवान को चांदी और सोने का मुकुट पहनाकर स्वागत किया. एक-एक कार्यकर्ताओं को नाम के साथ धन्यवाद दिया.
मुखिया- सरपंच से लेकर अफसर कर्मचारी तक, सबको ट्रेनिंग देगी नीतीश कुमार, बनेगा नया भवन
बिहार: त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों के बेहतर संचालन के लिए मुखिया से सरपंच तक और अधिकारी से लेकर अनुरक्षक तक प्रशिक्षित होंगें. इसके लिए सोनपुर में बिहार राज्य पंचायत संसाधन केंद्र भवन बनेगा. 35 करोड़ 96 लाख 54 हजार की राशि से 4 एकड़ में यह भवन बनेगा. दो मंजिला इस भवन में एकेडमिक ब्लॉक के अतिरिक्त प्राचार्य और प्रोफेसर आवास भी होंगें. पंचायती राज विभाग ने पंचायत संसाधन केन्द्र भवन निर्माण का प्रस्ताव तैयार करके लोक वित्त समिति को भेज दिया हैं. लोक वित्त समिति की हरी झंडी मिलते ही नीतीश कैबिनेट से स्वीकृति ली जाएगी. माना जा रहा हैं कि अगले वित्तीय वर्ष में भवन तैयार हो जायगा.

       त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों का प्रशिक्षण अलग-अलग बैच में होगा. आवासीय प्रशिक्षण के दौरान त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों से संबंधित नियम कानून की जानकारी दी जायगी. इसके अतिरिक्त यह भी बताया जायगा कि वित्त आयोग और अन्य माध्यमों से आने वाले राशि का समय पर सही तरीके से कैसे उपयोग करेंगें. काम पूरा होने के बाद निर्धारित समय सीमा के अंदर उपयोगिता प्रमाण पत्र कैसे जमा कर सकते हैं. जनप्रतिनिधियों को उनके अधिकार के साथ ही कर्तव्य की पूरी जानकारी दी जायगी. यहां के प्रोफेसर जन प्रतिनिधियों के बातचीत के आधार पर पंचायतों की बेहतरी के लिए रिसर्च पेपर भी तैयार करेंगें. संबंधित आयोग के माध्यम से प्रार्चाय और सहायक प्रोफेसर नियुक्त किए जायेंगें.

       1 लाख 45 हजार 85 जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों कर्मियों के साथ ही 9500 अनुरक्षक को भी प्रशिक्षित किया जायगा. भवन निर्माण के लिए अपर समाहर्ता सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद सारण ने 4 एकड़ जमीन चिह्नित कर पंचायती राज विभाग को एनओसी पत्र के साथ दे दिया हैं. भवन निर्माण विभाग द्वारा भवन का निर्माण किया जायगा.
घूघंट की आड़ में दिलबर का .... न ही अब शराब के दीदार नीतीश की शराबबंदी में पलीता लगा रही लड़कियां
बिहार: शराबबंदी वाले बिहार के नशे के सौदागर अब शराब, स्मैक और गांजा की तस्करी के लिए युवतियों महिलाएं नशे के धंधेबाजों की कठपुतली बनकर रह गई हैं. नशे की आदि बनाकर उन्हें करियर के रूप में इस्तेमाल कर रहें हैं. इन पर पुलिस की नजर तो हैं लेकिन पकड़ में नहीं आ पा रही हैं. घूंघट के आड़ में नशा  बेच रही युवतियों और महिलाएं नशे के धंधेबाजों की कठपुतली बनकर रह गयी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू हैं.        सीमांचल के पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज, जिलों की पुलिस के द्वारा शराबबंदी के बाद चालीस से अधिक की अधिक की संख्या में महिलाओं को प्रतिबंधित शराब और स्मैक के साथ  गिरफ्तार कर जेल भेजा गया हैं. इनमें सबसे अधिक महिलाएं कटिहार जिले से हैं. वहीं तस्करी में शामिल महिलाओं की संख्या अररिया और किशनगंज जिलें में भी कम नहीं हैं. पूर्णिया पुलिस के द्वारा 8 की संख्या में महिला तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका हैं. तीन की तलाश में अभी भी छापेमारी की जा रही हैं. इस तरह के मामलों को लेकर दालकोला चेक पोस्ट पर सादे ड्रेस में पुलिस की तैनाती की गई है. ताकि तस्कर पर नकेल कसी जा सके हैं. दो माह पूर्व ही मरंगा थानाध्यक्ष रूपक रंजन सिंह ने भी मरंगा थाना क्षेत्र सत्संग बिहार की रहने वाली एक महिला तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं.  इंडो-नेपाल के बॉर्डर पर अक्सर एसएसबी की टीम के द्वारा महिला तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं. इंडो-नेपाल के बॉर्डर पर अक्सर काफी आसानी से छोटे बैग में भी नशीले पदार्थ को लेकर निकल जाती हैं और इनकी भनक भी किसी को नहीं नहीं लग पाती हैं. इस तरह के मामले लगातार प्रकाश में आने के बाद महिला जवानों की भी तैनाती इंडो-नेपाल के बॉर्डर की गई हैं. ठीक इसी तरह बिहार बंगाल के बॉर्डर पर भी होता हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग पर लग्जड़ी गाड़ी से महिलाएं तस्करी कर रही हैं.       महिला तस्कर अक्सर साजोसज्जा के साथ लग्जड़ी गाड़ी पर सवार होकर निकलती हैं. अपने साथ में शराब ,अथवा नशा की गोली, कफ सिरप, स्मैक की खेप लेकर चली जाती हैं. पुलिस की टीम के द्वारा भी महिला की गाड़ी की जांच पड़ताल नहीं की जाती हैं. जिसका भरपुर फायदा महिला तस्करों के द्वारा उठाया जाता हैं. अक्सर महिला तस्कर बच्चों को भी अपने  साथ लेकर चलती हैं. दालवोला चेकपोस्ट पर सादे लिबास में महिला जवानों की तैनाती की गयी हैं.    अधिकारी कहते हैं महिला तस्करों पर विशेष निगरानी रखी जा रही हैं. विकास कुमार डीआईजी, पूर्णिया.
बिहार में प्रवासी पक्षियों की सैटेलाइट से निगरानी, देसी वर्ड को पहनाई जा रही रिंग, जानें वजह
बिहार: सूबे समेत देश की विभिन्न जगहों पर विचरण कर रहे पक्षियों को रिंग पहनाया जा रहा हैं. इसके जरिये देशी पक्षियों की अपनी पहचान मिलने लगी हैं. इनके भटकाव या अनहोनी की दशा में भी इसका ब्योरा इसी रिंग के जरिए माना जा रहा हैं. इसके अलावा प्रवासी पक्षियों को रेडियो टैग पहनाकर उनपर भी सैटेलाइट से नजर रखी जाएगी.

      भागलपुर के सुन्दर वन में बिहार का पहला वर्ड रिंगिंग सेंटर चल रहा हैं. इसके अलावा देश में तीन जगह( तमिलनाडु के प्वाइंट कालिमेयर, राजस्थान के भरतपुर व ओडिसा के चिल्का) में वर्ड रिंगिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं. भागलपुर में बीएनएचएस
(बांबे नैचुरल हिस्ट्री सोसाइटी) की ओर से इस सेंटर का संचालन सात फरवरी 2020 से किया जा रहा हैं. बिहार के छह वेटलैंड(वैशाली के नरेगा लेक, दरभंगा के कुनेश्वर स्थान, बेगुसराय के कावर लेक, जमुई के नागी-नकटी, कटिहार के गीगाबील और भागलपुर के विक्रमशिला गांगेटिक डाल्फिंन सेंचुरी क्षेत्र, जमुई के नागी- नकटी, कटिहार के गोंगबिल और भागलपुर के विक्रमशिला गांगेटिक डाल्फिंन सेंचुरी क्षेत्र) में बीएनएचएस टी टीम स्थापना काल से लेकर अबतक 149 प्रजातियों के कुल 2094 पक्षियों को रिंग पहनाया गया हैं, उनमें छोटा गरूड़, बड़ा गरूड़, बार हेटेड गूंज, ग्रे लेग गूंज, इंडियन स्किमर, 12 प्रकार के बारबलर्स प्रमुख प्रजाति हैं. बीएनएचएस भागलपुर के   निदेशक डॉ पोन्नूसामी सत्यासेलवम की अगुआई में सात सदस्यीय टीम करती हैं.

     रिंग में होता हैं कोड, जिसमें दर्ज होता हैं पक्षी का ब्योरा

        बीएनएचएस भागलपुर के हिस्ट्री डायरेक्टर डॉ पोन्नूसामी सत्यासेलवम बताते हैं कि पक्षियों के न केवल पैर, बल्कि गर्दन, पंख के पास समेत अन्य अंगों में रिंग पहनाया जाता हैं. इस रिंग में कोड होता हैं. उस कोड के जरिए उस पक्षी का पूरा ब्योरा जैसे कि उसका नाम, प्रजाति, रिंग पहनाने की तिथि व उम्र आदि रहता हैं. ऐसे में अगर रिंग पहना पक्षी भटक जाता हैं या फिर घायल या मृत हो जाता हैं. तो इसी कोड का इस्तेमाल किया जाता हैं.साथ ही ये पक्षियों की प्रजाति, संख्या आदि के बारे में जानकारी ली जा सकती हैं.

     नवंबर से प्रवासी पक्षियों को पहनाया जायगा रेडियो टैग

        बीएनएचएस की वरीय शोधकर्ता खुशबू रानी ने बताया कि रिंग पहने पक्षियों का ब्योरा जहां कोड के जरिए जाना जाता हैं. तो वहीं रेडियोकोलर (रेडियो टैग) के जरिए जाना जाता हैं तो वहीं रेडियों कॉलर(रेडियो टैग) के जरिए नजर रखा जा सकता हैं. ऐसे पक्षी जिनका लंबे समय तक निगरानी करनी होती हैं, उनको रेडियो टैग पहनाया जाता हैं. इनमें से प्रवासी पक्षी व गरूड़ प्रमुख हैं. इस साल नवंबर में जब विदेश से पक्षियों का आगमन बिहार के छह जिले( वैशाली, बेगूसराय, दरभंगा, भागलपुर, कटिहार व जमुई) ने होने लगे तो इन पक्षियों को रेडियो टैग पहनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. पूरा प्रयास रहेगा कि सभी प्रवासी पक्षियों को रेडियो टैग पहनाने का काम माइग्रेशन पीरियड( नवंबर 2024 से फरवरी 2025 में ही पहना दिया जाए. इससे फायदा ये होगा कि इससे ये मालूम हो सकेगा कि ये प्रवासी पक्षी विदेशों में कहां- कहां से आते हैं और यहां पर कहां-कहां विचरण से लेकर प्रजनन आदि करते हैं.