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राशन कार्ड के लिए अॉंलाइन करे आवेदन, बिचौलिए के चक्कर में न पड़े
बिहार: राशन कार्ड बनवाने के नाम पर कई बार बिचौलिए परेशान करते हैं. वे आमजन से रूपये एड लेते हैं. लेकिन ऐसा करने की जरूरत नहीं हैं. बस अॉनलाइन आवेदन करें और इंतजार करें. किसी बिचौलिए के चक्कर में फंसने की जरूरत नहीं हैं.

    
     आपूर्ति एडीएम अमलेंदु कुमार सिंह ने यह कहा हैं कि आवेदन करने पर वह संबंधित एसडीओ के पास जाता हैं. वहीं उसे स्वीकृत या रद करेंगें तो इसकी सूचना मिल जाएगी. आवेदन के समय जरूरी कागजातों का ध्यान रखें. यदि वे मानदंडों को पूरा करेंगें तो राशन कार्ड बन जाएगा अथवा आवेदन को निरस्त कर दिया जाएगा.

     
    एडीएम ने बताया कि यदि किन्हीं का राशन कार्ड संयुक्त परिवार में हैं और वे अलग परिवार के नाम से राशन कार्ड बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए प्रपत्र ख अवश्य जमा करें यह ऑनलाइन, आरटीपीएस काउंटर या एसडीओ ऑफिस में भी जमा कराया जा सकता हैं.

  
      राशनकार्ड को आधार से जोड़ने का काम चल रहा हैं. एडीएम ने बताया कि अबतक करीब 87 प्रतिशत कार्डों का सत्यापन किया जा चुका हैं. प्रक्रिया चल रही हैं. जल्द ही सारे कार्डो को आधार से जोड़ने का काम पूरा कर लिया जाएगा.
लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के हर जिले में वकीलों की टीम बनाएगी BJP, इन कामों के लिए किया जाएगा प्रशिक्षित
बिहार: चुनाव तैयारियों को लेकर रविवार को भाजपा लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक हुई. इसमें सभी जिलों से समिति के पदाधिकारी सम्मिलित हुए.

  
    बैठक में मुख्य रूप से यह तय हुआ कि राज्य के प्रत्येक जिला में 10 से 15 तेजतर्रार और चुनावी कार्यों में अनुभव रखने वाले वकीलों की टीम गठित की जाएगी. साथ ही साथ यह भी तय हुआ है कि लोकसभा चुनाव हेतु नामांकन पत्र भरने समेत चुनाव से जुड़े अन्य कामों के लिए वकीलों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

      
     प्रमंडल स्तर पर कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी जिले से जुड़े जिला संयोजकों ने भी अपना- अपना अनुभव साझा किया. भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि बैठक की अध्यक्षता भाजपा लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के न्यायिक मामलों के प्रमुख पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसडी संजय ने की.

      
      बैठक में भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक राकेश कुमार ठाकुर एवं राधिका रमण समेत प्रदेश भर के भाजपा से जुड़े वकील सम्मिलित हुए
चिराग ने कहा के अगले पांच वैशाली में उनकी पार्टी से सांसद रहेगा. चिराग ने गठबंधन पर कहा कि उनका तालमेल और अलांयस बिहार की जनता के साथ हैं.
बिहार: जमुई से सांसद चिराग पासवान ने मुजफ्फरपुर के साहेबगंज प्रखंड के हरि सिंह उच्च विद्यालय मैदान में रविवार को जन आर्शीवाद सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह वैशाली की धरती को नमन करते हैं. राजनीतिक साजिश से उनके परिवार को तोड़ने की कोशिश की गई . घर तोड़ने की कोशिश की गई. पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया गया. मगर चिराग पासवान साजिशकर्ता के आगे न झुका और ना ही डरा, बल्कि अपने पिता के आर्दश पर आगे बढ़ते रहा. वे आज बिहार फसर्ट और बिहार फसर्ट के थीम को आगे बढ़ा रहे हैं. इसे अपार सफलता भी मिली हैं.

     
       चिराग ने मंच से बिहार में नीतीश सरकार की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की नीति पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि नीति ठीक होती तो बिहार रोजगार, शिक्षा, और स्वास्थ्य के लिए दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करते.लोजपा(रा.) ने बिहार को आगे बढ़ाने के लिए काम किया हैं उन्होंने कहा कि वैशाली के अगले पांच साल के लिए लोजपा(रा) के सांसद ही रहेंगें, वह वैशाली की जनता को अपना सेवा देंगें. चिराग पासवान बिहारी की समस्या को सुलझाने के लिए काफी हैं.

  
     जन आर्शीवाद सभा में नेताओं ने चिराग पासवान को चांदी और सोने का मुकुट पहनाकर स्वागत किया. एक-एक कार्यकर्ताओं को नाम के साथ धन्यवाद दिया.
मुखिया- सरपंच से लेकर अफसर कर्मचारी तक, सबको ट्रेनिंग देगी नीतीश कुमार, बनेगा नया भवन
बिहार: त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों के बेहतर संचालन के लिए मुखिया से सरपंच तक और अधिकारी से लेकर अनुरक्षक तक प्रशिक्षित होंगें. इसके लिए सोनपुर में बिहार राज्य पंचायत संसाधन केंद्र भवन बनेगा. 35 करोड़ 96 लाख 54 हजार की राशि से 4 एकड़ में यह भवन बनेगा. दो मंजिला इस भवन में एकेडमिक ब्लॉक के अतिरिक्त प्राचार्य और प्रोफेसर आवास भी होंगें. पंचायती राज विभाग ने पंचायत संसाधन केन्द्र भवन निर्माण का प्रस्ताव तैयार करके लोक वित्त समिति को भेज दिया हैं. लोक वित्त समिति की हरी झंडी मिलते ही नीतीश कैबिनेट से स्वीकृति ली जाएगी. माना जा रहा हैं कि अगले वित्तीय वर्ष में भवन तैयार हो जायगा.

       त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों का प्रशिक्षण अलग-अलग बैच में होगा. आवासीय प्रशिक्षण के दौरान त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थानों से संबंधित नियम कानून की जानकारी दी जायगी. इसके अतिरिक्त यह भी बताया जायगा कि वित्त आयोग और अन्य माध्यमों से आने वाले राशि का समय पर सही तरीके से कैसे उपयोग करेंगें. काम पूरा होने के बाद निर्धारित समय सीमा के अंदर उपयोगिता प्रमाण पत्र कैसे जमा कर सकते हैं. जनप्रतिनिधियों को उनके अधिकार के साथ ही कर्तव्य की पूरी जानकारी दी जायगी. यहां के प्रोफेसर जन प्रतिनिधियों के बातचीत के आधार पर पंचायतों की बेहतरी के लिए रिसर्च पेपर भी तैयार करेंगें. संबंधित आयोग के माध्यम से प्रार्चाय और सहायक प्रोफेसर नियुक्त किए जायेंगें.

       1 लाख 45 हजार 85 जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों कर्मियों के साथ ही 9500 अनुरक्षक को भी प्रशिक्षित किया जायगा. भवन निर्माण के लिए अपर समाहर्ता सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद सारण ने 4 एकड़ जमीन चिह्नित कर पंचायती राज विभाग को एनओसी पत्र के साथ दे दिया हैं. भवन निर्माण विभाग द्वारा भवन का निर्माण किया जायगा.
घूघंट की आड़ में दिलबर का .... न ही अब शराब के दीदार नीतीश की शराबबंदी में पलीता लगा रही लड़कियां
बिहार: शराबबंदी वाले बिहार के नशे के सौदागर अब शराब, स्मैक और गांजा की तस्करी के लिए युवतियों महिलाएं नशे के धंधेबाजों की कठपुतली बनकर रह गई हैं. नशे की आदि बनाकर उन्हें करियर के रूप में इस्तेमाल कर रहें हैं. इन पर पुलिस की नजर तो हैं लेकिन पकड़ में नहीं आ पा रही हैं. घूंघट के आड़ में नशा  बेच रही युवतियों और महिलाएं नशे के धंधेबाजों की कठपुतली बनकर रह गयी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू हैं.        सीमांचल के पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज, जिलों की पुलिस के द्वारा शराबबंदी के बाद चालीस से अधिक की अधिक की संख्या में महिलाओं को प्रतिबंधित शराब और स्मैक के साथ  गिरफ्तार कर जेल भेजा गया हैं. इनमें सबसे अधिक महिलाएं कटिहार जिले से हैं. वहीं तस्करी में शामिल महिलाओं की संख्या अररिया और किशनगंज जिलें में भी कम नहीं हैं. पूर्णिया पुलिस के द्वारा 8 की संख्या में महिला तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका हैं. तीन की तलाश में अभी भी छापेमारी की जा रही हैं. इस तरह के मामलों को लेकर दालकोला चेक पोस्ट पर सादे ड्रेस में पुलिस की तैनाती की गई है. ताकि तस्कर पर नकेल कसी जा सके हैं. दो माह पूर्व ही मरंगा थानाध्यक्ष रूपक रंजन सिंह ने भी मरंगा थाना क्षेत्र सत्संग बिहार की रहने वाली एक महिला तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं.  इंडो-नेपाल के बॉर्डर पर अक्सर एसएसबी की टीम के द्वारा महिला तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं. इंडो-नेपाल के बॉर्डर पर अक्सर काफी आसानी से छोटे बैग में भी नशीले पदार्थ को लेकर निकल जाती हैं और इनकी भनक भी किसी को नहीं नहीं लग पाती हैं. इस तरह के मामले लगातार प्रकाश में आने के बाद महिला जवानों की भी तैनाती इंडो-नेपाल के बॉर्डर की गई हैं. ठीक इसी तरह बिहार बंगाल के बॉर्डर पर भी होता हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग पर लग्जड़ी गाड़ी से महिलाएं तस्करी कर रही हैं.       महिला तस्कर अक्सर साजोसज्जा के साथ लग्जड़ी गाड़ी पर सवार होकर निकलती हैं. अपने साथ में शराब ,अथवा नशा की गोली, कफ सिरप, स्मैक की खेप लेकर चली जाती हैं. पुलिस की टीम के द्वारा भी महिला की गाड़ी की जांच पड़ताल नहीं की जाती हैं. जिसका भरपुर फायदा महिला तस्करों के द्वारा उठाया जाता हैं. अक्सर महिला तस्कर बच्चों को भी अपने  साथ लेकर चलती हैं. दालवोला चेकपोस्ट पर सादे लिबास में महिला जवानों की तैनाती की गयी हैं.    अधिकारी कहते हैं महिला तस्करों पर विशेष निगरानी रखी जा रही हैं. विकास कुमार डीआईजी, पूर्णिया.
बिहार में प्रवासी पक्षियों की सैटेलाइट से निगरानी, देसी वर्ड को पहनाई जा रही रिंग, जानें वजह
बिहार: सूबे समेत देश की विभिन्न जगहों पर विचरण कर रहे पक्षियों को रिंग पहनाया जा रहा हैं. इसके जरिये देशी पक्षियों की अपनी पहचान मिलने लगी हैं. इनके भटकाव या अनहोनी की दशा में भी इसका ब्योरा इसी रिंग के जरिए माना जा रहा हैं. इसके अलावा प्रवासी पक्षियों को रेडियो टैग पहनाकर उनपर भी सैटेलाइट से नजर रखी जाएगी.

      भागलपुर के सुन्दर वन में बिहार का पहला वर्ड रिंगिंग सेंटर चल रहा हैं. इसके अलावा देश में तीन जगह( तमिलनाडु के प्वाइंट कालिमेयर, राजस्थान के भरतपुर व ओडिसा के चिल्का) में वर्ड रिंगिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं. भागलपुर में बीएनएचएस
(बांबे नैचुरल हिस्ट्री सोसाइटी) की ओर से इस सेंटर का संचालन सात फरवरी 2020 से किया जा रहा हैं. बिहार के छह वेटलैंड(वैशाली के नरेगा लेक, दरभंगा के कुनेश्वर स्थान, बेगुसराय के कावर लेक, जमुई के नागी-नकटी, कटिहार के गीगाबील और भागलपुर के विक्रमशिला गांगेटिक डाल्फिंन सेंचुरी क्षेत्र, जमुई के नागी- नकटी, कटिहार के गोंगबिल और भागलपुर के विक्रमशिला गांगेटिक डाल्फिंन सेंचुरी क्षेत्र) में बीएनएचएस टी टीम स्थापना काल से लेकर अबतक 149 प्रजातियों के कुल 2094 पक्षियों को रिंग पहनाया गया हैं, उनमें छोटा गरूड़, बड़ा गरूड़, बार हेटेड गूंज, ग्रे लेग गूंज, इंडियन स्किमर, 12 प्रकार के बारबलर्स प्रमुख प्रजाति हैं. बीएनएचएस भागलपुर के   निदेशक डॉ पोन्नूसामी सत्यासेलवम की अगुआई में सात सदस्यीय टीम करती हैं.

     रिंग में होता हैं कोड, जिसमें दर्ज होता हैं पक्षी का ब्योरा

        बीएनएचएस भागलपुर के हिस्ट्री डायरेक्टर डॉ पोन्नूसामी सत्यासेलवम बताते हैं कि पक्षियों के न केवल पैर, बल्कि गर्दन, पंख के पास समेत अन्य अंगों में रिंग पहनाया जाता हैं. इस रिंग में कोड होता हैं. उस कोड के जरिए उस पक्षी का पूरा ब्योरा जैसे कि उसका नाम, प्रजाति, रिंग पहनाने की तिथि व उम्र आदि रहता हैं. ऐसे में अगर रिंग पहना पक्षी भटक जाता हैं या फिर घायल या मृत हो जाता हैं. तो इसी कोड का इस्तेमाल किया जाता हैं.साथ ही ये पक्षियों की प्रजाति, संख्या आदि के बारे में जानकारी ली जा सकती हैं.

     नवंबर से प्रवासी पक्षियों को पहनाया जायगा रेडियो टैग

        बीएनएचएस की वरीय शोधकर्ता खुशबू रानी ने बताया कि रिंग पहने पक्षियों का ब्योरा जहां कोड के जरिए जाना जाता हैं. तो वहीं रेडियोकोलर (रेडियो टैग) के जरिए जाना जाता हैं तो वहीं रेडियों कॉलर(रेडियो टैग) के जरिए नजर रखा जा सकता हैं. ऐसे पक्षी जिनका लंबे समय तक निगरानी करनी होती हैं, उनको रेडियो टैग पहनाया जाता हैं. इनमें से प्रवासी पक्षी व गरूड़ प्रमुख हैं. इस साल नवंबर में जब विदेश से पक्षियों का आगमन बिहार के छह जिले( वैशाली, बेगूसराय, दरभंगा, भागलपुर, कटिहार व जमुई) ने होने लगे तो इन पक्षियों को रेडियो टैग पहनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. पूरा प्रयास रहेगा कि सभी प्रवासी पक्षियों को रेडियो टैग पहनाने का काम माइग्रेशन पीरियड( नवंबर 2024 से फरवरी 2025 में ही पहना दिया जाए. इससे फायदा ये होगा कि इससे ये मालूम हो सकेगा कि ये प्रवासी पक्षी विदेशों में कहां- कहां से आते हैं और यहां पर कहां-कहां विचरण से लेकर प्रजनन आदि करते हैं.




LPG पर मोदी सरकार का बड़ा एलान, एक साल तक के लिए 300 की छूट, 9 करोड़ लोगों को तोहफा,
              आम चुनाव से पहले मोदी सरकार ने 9 करोड़ लोगों से ज्यादा महिलाओं को बड़ा तोहफा दिया हैं. मोदी सरकार की कैबिनेट ने उज्ज्वला योजना के तहत प्रति एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी राहत एक साल के लिए बढ़ाने को मंजूरी दी हैं. यह राहत प्रति सिलेंडर 300 रूपये की मिलती हैं. बता दें कि सरकार ने पिछले साल अक्टूबर  में 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर पर सब्सिडी 300 रूपये की मिलती हैं. बता दें कि सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर पर सब्सिडी 200 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये कर दी थी. यह सब्सिडी चालू वित्त वर्ष के लिए थी, जो 31 मार्च को समाप्त हो रही हैं. अब नए फैसले के तहत इस सब्सिडी को मार्च 2025 तक के लिए बढ़ा दिया गया हैं.

      
       केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति(सीसीईए) ने अब इस सब्सिडी को 2024-25 तक बढ़ाने का फैसला किया हैं. इस कदम से लगभग 10 करोड़ परिवारों को लाभ होने की उम्मीद हैं. इस पर 12,000 करोड़ रूपये का खर्च आएगा.
    
    
      पिछले साल तक योजना के तहत  लाभार्थियों को 200 रूपये की सब्सिडी मिलती थी, हालांकि, अक्टूबर 2023 में सब्सिडी की रकम 100 रूपये से बढ़ाकर 300 कर दी गई. भारत सरकार वर्तमान में लाभार्थियों एक वर्ष  में 12 रिफिल पर यह सब्सिडी देती हैं.

        
          प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना मई, 2016 में शुरू की गई थी. इस योजना के अंतर्गत निर्धन परिवारों की वयस्क महिलाओं को जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान किया जाता हैं. 31 अक्टूबर 2023 तक योजना के तहत 9.67 करोड़ एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराए जा चुके हैं. पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 से 2025-26 तक तीन वर्षो में 75 लाख एलपीजी कनेक्शन जारी करने के लिए योजना विस्तार को मंजूरी दे दी हैं. 75 लाख अतिरिक्त उज्जवला कनेक्शन के प्रावधान से पईएमयूवाई लाभार्थियों की कुल संख्या 10.35 करोड़ हो जायगी.
   

   इस सब्सिडी की वजह से देश की राजधानी दिल्ली में उज्जवला लाभार्थियों के लिए एलपीजी सिलेंडर की कीमत 603 रूपये. वहीं, दिल्ली में सामान्य ग्राहकों के लिए सिलेंडर की कीमत 903 रूपये हैं.
मौका: मात्र 8500 रूपये में खरीदे 16 GB RAM, 50MP कैमरा स्मार्टफोन देख लोगों की लगी भीड़
वैशाली: धांसू स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं लेकिन ज्यादा नहीं खर्च करना चाहते तो Flipkart पर बंपर छूट के साथ इस देशी ब्रैंड का फोन खरीद सकते हैं. इस फोन को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा हैं. इस फोन को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा हैं. इस फोन में 16 GB रैम, 5000 mAh बैटरी के साथ ही फोटोग्राफी के लिए 50MP का कैमरा मिलता हैं. इस फोन को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा हैं. यहां हम बात कर रहे हैं Infinix HoT 30i फोन की, आइए डिटेल में आपको बताते हैं इस फोन पर मिलने वाले अॉफर्स के बारे में.     
    
     Infinix HoT 30i फोन का 8GB रोम+ 128 GB रैम वाले इस फोन को 8,999 रूपये में लआन्च किया गया था. लेकिन फ्लिपकार्ट अभी इसे 8,499 रूपये में बेच रहा हैं. इसके साथ ही कई बैंक Card से फोन खरीदने पर 1000 तक का अतिरिक्त डिस्काउंट मिल जाएगा. बैंक अॉफर्स के बाद फोन की कीमत 7,499 रूपये रह जाती हैं. ऐसे में इतनी कम कीमत में इतने सारे फीचर्स के साथ फोन मिलना एक अच्छा ऑफर हैं. वहीं पुराने फोन  को बदलने पर 6000 रूपये तक का एक्सचेंज डिस्काउंट दिया जा रहा हैं. एक्सचेंज अॉफर पुराने फोन की कंडीशन पर निर्भर करती हैं. यानी आपके पुराने फोन की कंडीशन जितना अच्छा होगा, उतना ही ज्यादा एक्सचेंज अॉफर का लाभ मिलेगा.      
           स्मार्टफोन में 90 Hz रिफ्रेश रेट,  HD+(1612*720पिक्सेल) रिजॉल्यूशन और 500 nits पीक ब्राइटनेस के साथ 6.6 इंच Ips LCD डिस्प्ले हैं. डिस्प्ले पैनल में 180 Hz टच सैंपलिंग रेट हैं और इसमें पांडा ग्लास प्रोटेक्शन हैं. नए हॉट सीरीज स्मार्टफोन एक अॉक्टा- कोर मीडियाटेक हीलियों जी 37 प्रोसेसर को सपोर्ट करता हैं. 
     स्मार्टफोन में  Mali G57 Gpu हैं. स्मार्टफोन में 8GB मेमोरी और 128 GB इंटरनल स्टोरेज दिया गया हैं. एक्सटेडेड रैम के साथ मेमोरी को और 8GB तक बढ़ाया जा सकता हैं. स्मार्टफोनXos i2 के साथ प्रीलोडेड आता हैं, जो Android 12पर आधारित हैं.     
      Infinix HoT 30i एक डुअल- रियर कैमरा सेट अप को सपोर्ट करता हैं जिसके 50 MP का प्राइमरी कैमरा हैं. मेन कैमरा एआई लेंस और एक एलईडी फ्लैश के साथ आता हैं. सेल्फी के लिए फोन में 5MP का फ्रंट कैमरा दिया गया हैं. फ्रंट कैमरा में डुअल फ्लैश दिया गया हैं. स्मार्टफोन 5000mAh बैटरी और 10 W चार्जिंग सपोर्ट से लैस हैं.
सीएम नीतीश कुमार के पास कितना कैश हैं? जानकर हो जाएंगें हैरान
बिहार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास महज 22052 रूपये ही नगद हैं. मंगलवार को विज्ञान परिषद के मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी हैं. हालांकि, उनकी कुल चल संपत्ति 16.82 लाख जबकि अंचल संपत्ति के रूप में दिल्ली के द्वारका में एक फ्लैट हैं जिसका बाजार मूल्य करीब 1.148 करोड़ हैं. इस फ्लैट का खरीद मूल्य 13.78 लाख था.

           
      जदयू के दूसरे उम्मीदवार मो. खालिद अनवर के पास 28600 रूपये नगद हैं. उनकी चल संपत्ति 3.01 करोड़ और अचल संपत्ति 3.17 करोड़ हैं. वे हथियार के शौकीन हैं. उनके पास पिस्टल और राइफल भी हैं. यहीं नहीं हम के नेता और राज्य  के मंत्री संतोष सुमन के पास 49500 रूपये नगद हैं. उनकी कुल चल संपत्ति 82.62 लाख और अचल संपत्ति 1.72 करोड़. उन्हें  भी हथियार का शौक हैं. उनके पास भी पिस्टल और राइफल हैं.

        
      बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद में निर्वाचन के लिए जदयू उम्मीदवार के रूप में विधानसभा के सचिव के कक्ष में नामांकन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौथी बार  विधान परिषद के सदस्य बनेंगें. उनके अलावा जदयू के खालिद अनवर और हम के संतोष सुमन ने भी नामांकण किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुख्य प्रस्तावक उर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव थे.
गया के रामसागर तालाब में तैरते दिखें पत्थरों की क्या हैं सच्चाई? जय श्री राम के नारे लगे
बिहार: तालाब में पत्थर तैर रहा हैं. रामसागर तालाब चार पत्थर तैर रहे हैं. देखने के लिए भारी भीड़ लगी. जय श्री राम का नारा लग रहा हैं. कहां से पत्थर आया कोई नहीं जानता' यह बात मंगलवार की सुबह 10 बजे के बाद गया शहर के दक्षिणी इलाके में जंगल की आग की तरह फ़ैल गई. विष्णुपद थाना क्षेत्र के रामसागर तालाब में पत्थर के तैरने की खबर पर मंगलवार की सुबह से शाम तक भीड़ लगी रही. भीड़ में 80 फीसदी महिलाएं थीं. भीड़ में कोई पत्थर को दूर से नमन कर रहा हैं तो कोई कह रहा पत्थर नकली हैं. घंटों खड़ा होकर पानी में तैर रहे कथित पत्थर को लोग निहारते नजर आए.

        मंगलवार की सुबह 10 बजे के बाद रामसागर तालाब में कथित पत्थर के तैरने की खबर मिली. आश्चर्य वाली घटना को देखने के लिए भीड़ जुटने लगी. दक्षिणी इलाका चांदचौरा व बाईपास से लेकर कोयरीबारी व जीबी रोड सहित अन्य इलाकों से लोग जुटने लगे. दखते देखते तालाब का पश्चिम परिसर भीड़ से पट गया. कुछ महिलाएं तो पूजा की डाली लेकर पहुंच गई. हालांकि कुछ महिलाएं पत्थर तैरने की बात को ग़लत भी मान रही थी.

      दोपहर दो बजे महिलाओं के बीच बच्चे और युवाओं की भीड़ जुट गई. तालाब में चार से अधिक कथित पत्थर तैरते दिखें. कुछ देर बाद जब एक दो पश्चिमी किनारे पर आए तो एक युवा उसे बाहर पानी से निकाल लिया. इसके बाद युवा फिर पत्थर को वापस पानी में फेंकने की घटना होती रही.

             रामसागर तालाब में मौजूद विजय कुमार सिंह उर्फ ने बताया कि पहली बार यहां चार पत्थर तैरते देखें हैं. एक पत्थर करीब दो किलो का हैं. पता नहीं कहां से और कैसे आए. चांदचौरा के जितेंद्र कुमार ने बताया कि हर दिन सुबह तालाब में टहलने आते हैं. लेकिन कभी पत्थर तैरते नहीं देखा हैं. यह करिश्मा हैं. श्री राम व उनके तीन भाई के रूप में चार पत्थर तैर रहे हैं. यहां तालाब के बीच में राम मंदिर बनना चाहिए. इधर, पत्थर छूने वाली युवा संदीप ने बताया कि पत्थर बहुत भारी नहीं था. सीमेंट जैसा छूट रहा था. रामसागर के निवासी संदीप और दीपू सिन्हा बताते हैं कि यह तैरने वाला ही पत्थर हैं. भवन बनाने के काम में आता हैं. पास में बन रहे अपार्टमेंट से लाकर कोई तालाब में फेंक दिया हैं.