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गिरिडीह:18 फरवरी को मोराबादी में कुविमो के हुंकार महारैली को लेकर हुई बैठक

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गिरिडीह:कुड़मी हुंकार महारैली को सफल बनाने के लिये आज मंगलवार को जिले में डुमरी के यूएमएस नगलो के परिसर में टोटेमिक कुड़मी/कुरमी (महतो) समाज से जुड़े सदस्यों की एक

बैठक आयोजित की गई। 

जिसमें कुवियुमो के केन्द्रीय अध्यक्ष थानेश्वर महतो बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।

बैठक में 18 फरवरी को मोरहाबादी मैदान रांची में आयोजित हुंकार महारैली में अधिक से अधिक संख्या

में शामिल होने की अपील की गई। साथ ही सभी लोगों से उस दिन अपने पारम्पारिक वेशभूषा,हरवे हथियार एवं ढोलक मांदर आदि लेकर चलने का निर्णय लिया गया।

इस बैठक में नोखलाल महतो,सत्यनारायण महतो,दशरथ महतो,भेखलाल महतो,अर्जुन महतो,डीलो,शिवकुमार महतो,मुनीचन्द महतो,जयनारायण,मोहन महतो,मोती महतो,मित्रजीत महतो,मुनीचन्द महतो,सचिन महतो,उमेश महतो,अनिता देवी,नुनिया देवी,कौशल्या देवी , उषा देवी,बसंती देवी,पिंकी देवी आदि दर्जनो लोग मौजूद थे।

गिरिडीह:बीजेपी नेताओं ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित की


गिरिडीह:भाजपा नेता सुरेश साव एवं भाजपा जिलाध्यक्ष पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने अमर शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेता जी सुभाषचंद्र बोस जी की जयंती के अवसर पर गिरिडीह के सुभाष चौक स्थित नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया।

इस दौरान बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव ने कहा कि नेता जी सुभाषचन्द्र बोस ने कहा था तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा उन्होंने आजाद हिंद फौज बनाकर देश की आजादी के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया।

श्री साव ने कहा कि भारत देश के प्रेरणा स्रोत नेता जी सुभाष चन्द्र बोस हर हिन्दुस्तानी के दिलों में बसते हैं,नेता जी सुभाषचंद्र बोस सबसे प्रभावी नेता थे जिन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना की। इस फ़ौज ने अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिए।नेता जी सदा युवाओं के लिए प्रेरणा दायक रहेंगे।

इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, सुभाषचंद्र सिन्हा,अमर सिन्हा, अनिल वर्मा,सिंकु सिन्हा श्याबल घोष,साठु ठाकुर, ज्योतिष शर्मा, दयाल कुमार आदि मौजूद थे।

गिरिडीह शांति का शहर है,इसे अशांत करने की कोशिश ना करे:सुरेश साव,बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य


गिरिडीह:22 जनवरी 2023 को पूरे देश में नहीं बल्कि पूरे विश्व में श्रीरामलला के विराजमान होने की खुशी में पूरा देश राममय हो गया था।लोग उत्साह मना रहे थे और उसी बीच मे जिस प्रकार गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरनानगर,आजाद नगर एवं मोहनपुर में असामाजिक तत्वो के द्वारा विध्न डालने की जो कोशिश की गई और जो रामभक्त घायल हो गए हैं, ये बहुत ही निंदनीय घटना है और इसी को लेकर आज भाजपा नेता सुरेश साव, भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे सहित भारतीय जनता पार्टी गिरिडीह की टीम सदर अस्पताल जाकर घायल रामभक्त दशरथ मल्लाह एवं संघ परिवार के नगर विस्तारक रोहित कुमार से मिले।

साथ ही इस क्रम में बीजेपी नेताओं ने गिरिडीह पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शर्मा से वार्ता भी हुई। एसपी साहब ने आश्वस्त किया कि कोई भी दोषी नहीं बचेंगे और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई होगी।उन्होंने कहा कि इस दौरान हमलोग मुफस्सिल थाना जाकर पुरनानगर के दो रामभक्त सोनू मरीक एवं संजय तांती दोनों के परिवारजनों और पुरनानगर के ग्रामीण से भेंट की। उनसे मिलने के बाद थाना प्रभारी से मिले और थाना प्रभारी ने भी भरोसा दिया कि निश्चित रूप से दोषियों पर कार्यवाही होगी। भारतीय जनता पार्टी इस घटना पर पैनी नजर बनाए हुई है और प्रशासन से आग्रह करती है कि जल्द ही जो दोषी हों, अभी भी गिरफ्त से फ़रार हैं,उन्हें गिरफ्तार कर उनपर कानूनी कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो।

 इस दौरान सुरेश साव ने गिरिडीह की जनता से अपील करते हुए कहा कि है गिरिडीह में शांति का संदेश दे, किसी भी तरह के अफवाह में ना रहे,लेकिन इस तरह के असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए हमारी पार्टी भी पीछे नहीं रहेगी,गिरिडीह को अशांत करने वालों को माकूल ज़वाब दिया जाएगा, गिरिडीह शांति का शहर है, इसे अशांत करने की कोशिश ना करे। 

इस दौरान बीजेपी के जिला अध्यक्ष महादेव दुबे,दिलीप वर्मा, संदीप डंगेच,अमर सिन्हा, हरमिंदर सिंह बग्गा,सिंकु सिन्हा,श्याबल घोष, साठु ठाकुर, सुभाषचंद्र सिन्हा, अनिल वर्मा, राजेश गुप्ता, प्रदीप राय, प्रवीन सिन्हा, नागेश्वर दास,उज्जवल तिवारी,सुनील साव,दिलीप साव,बरमदेव तिवारी, जीतू तांती,ज्योतिष शर्मा,दयाल शाह उपस्थित थे।

पिता,चाचा और दादा ने मिलकर कर दी युवती की हत्या, मामले का खुलासा के बाद पुलिस ने 3 को भेजा जेल


गिरीडीह:जिले में संदेहास्पद रूप से ऑनर किलिंग का एक मामला सामने आया है।जिसमें पिता,चाचा और दादा ने मिलकर एक युवती की निर्मम तरीके से हत्या कर दी।इतना ही नहीं मृत युवती के शव को इन्होंने जमीन में गाड़ दिया।जिसे 25 दिनों के पुलिस ने खोज निकाला।

गिरिडीह में बिरनी थाना के भरकट्टा ओपी क्षेत्र के चारगी जंगल मे कंकाल मिलने की सूचना पर भरकट्टा ओपी प्रभारी सुमन्त कुशवाहा ने आगे छानबीन की।तो मामला चौंकाने वाला निकला।

घटना की सूचना पाकर उन्होंने पुलिस दलबल के साथ पहुँचकर जाँच पड़ताल शुरू कर दिया।।जिसमें गड्ढे में शव को दफनाया गया था।बिरनी सीओ की माजूदगी में खोदा गया।जिसके बाद घटनास्थल से कंकाल,स्त्री के बाल, हड्डियां,

कपड़ा,ट्राउजर,टीशर्ट समेत अन्य वस्तुएं पुलिस को मिली। जिसके बाद सभी सामग्रियों को जब्त करके ओपी ले जाया गया।

इस संबंध में बताया जाता है कि गुप्त सूचना मिली थी कि दिलीप राय की बेटी का कंकाल है।ओपी प्रभारी ने तुरंत दिलीप राय के घर पहुँचकर तीन व्यक्तियों को पूछताछ में लेकर ओपी ले गए। जिसके बाद पूछताछ में दिलीप राय ने स्वयं स्वीकार कर लिया कि घटना को उन्होंने ही अंजाम दिया था।जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को कानूनी प्रक्रिया के बाद गिरीडीह जेल भेज दिया।गिरफ्तारी की पुष्टि भरकट्टा ओपी प्रभारी सुमन्त कुशवाहा ने की। बीए के छात्रा की हत्या की उसके ही पिता,चाचा और दादा ने मिलकर कर दी। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और तीनों दिलीप राय उर्फ पिंटू,चाचा सियाराम राय व दादा परमानंद राय ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। लड़की की लगभग 25 दिन पहले हत्‍या की गई थी।पुलिस द्वारा बाकी आरोपियों की तलाश के साथ ही साथ मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में उमड़ा सैलाब, दर्शन के लिए मंदिर के बाहर जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़


प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आज वो पहली सुबह है, जब रामभक्त मंदिर में जाकर अपने आराध्य का दर्शन-पूजन कर सकेंगे। रामलला की पूजा करने और दर्शन करने के लिए श्री राम मंदिर के मुख्य द्वार पर भक्त सुबह तीन बजे से ही बड़ी संख्या में जुटने शुरू हो गए थे। रामलला आज से आम श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं। सभी भक्तों के लिए नव्य राम मंदिर के द्वार खुल गए हैं।

सोमवार, 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में पूरे विधि विधान से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होते ही रामभक्तों का बरसों का इंतजार खत्म हो गया और आज से हर आम श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेगा। रामलला के दर्शन सुबह 8 से रात 10 बजे तक होंगे। नए मंदिर में सुबह 3:30 से 4:00 बजे पुजारी मंत्र से रामलला को जगाएंगे, फिर मंगला आरती होगी। 5:30 बजे शृंगार आरती व 6 बजे से दर्शन शुरू होंगे। दोपहर में मध्याह्न भोग आरती होगी। फिर उत्थापन, संध्या आरती व भगवान को सुलाते वक्त शयन आरती होगी। पहला मौका होगा जब रामलला की भोग-सेवा सभी मानक पद्धतियों से होगी। 40 दिन तक रोज रामलला का शेष अभिषेक होगा। 60 दिन तक कलाकार स्वरांजलि देंगे।

बता दें कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को संपन्न हुआ। प्राण प्रतिष्ठा में 7000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। राम मंदिर करोड़ों रामभक्तों की आस्था का प्रतीक है। मंदिर में भगवान राम की 51 इंच की मूर्ति स्थापित की गई है, जिसे मैसूर के शिल्पकार अरुण योगीराज में तैयार किया है। मूर्ति में भगवान विष्णु के सभी दस अवतारों, भगवान हनुमान जैसे हिंदू देवताओं और अन्य प्रमुख हिंदू धार्मिक प्रतीकों की नक्काशी भी शामिल है।

सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विशेषःआज भी बरकरार है नेताजी की मौत का रहस्य, क्या गुमनामी बाबा ही थे नेताजी?


क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस और गुमनामी बाबा एक ही शख्स थे? क्या नेताजी ने ही गुमनामी बाबा बनकर अपनी ज़िंदगी के आखिरी वक्त फैजाबाद में गुमनाम ज़िंदगी के तौर पर गुज़ारी थी? ऐसे कई सवाल है जिनपर अभी भी पर्दा पड़ा है, जिनके जवाब आज दशकों बाद भी तलाशे जा रहे हैं।नेताजी की मौत का रहस्य अब भी बरकरार है।

नेताजी को लेकर दावे

क्या नेताजी की मौत 1945 में प्लेन क्रैश में ही हुई थी? इसको लेकर देश विदेश में लगातार खोज चल रही है। कई लोगों का मानना था कि नेताजी जी की मौत प्लेन क्रैश में नहीं हुई। नेताजी गुमनामी बाबा के नाम से यूपी में 1985 तक रह रहे थे। नेताजी पर रिसर्च करने वाले बड़े-बड़े विद्वानों का मानना है कि गुमनामी बाबा ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस थे।

ना तो मृत्यु का प्रमाण, ना ही कोई तस्वीर

दरअसल गुमनामी बाबा की मौत से पहले उनकी ज़िंदगी एक तरह से गुमनाम सी ही थी। गुमनामी बाबा बेहद रहस्यमयी तरीके से रहा करते थे।आम लोग उनका चेहरा तक नहीं देख पाते थे। थोड़े-थोड़े वक्त पर किराए का घर बदलते रहते थे।यहां तक कि उनके निजी सेवक भी हर कुछ महीने में बदल जाते थे। यहां तक तो तब भी ठीक था,लेकिन शक और सवाल उठने लगे गुमनामी बाबा की मौत के दो दिन बाद।

गुमनामी बाबा आखिरकार 1983 में फैजाबाद में राम भवन के एक आउट-हाउस में बस गए, जहां कथित तौर पर 16 सितंबर, 1985 को उनका निधन हो गया और 18 सितंबर को दो दिन बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।अजीब बात है, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि वास्तव में उनका निधन हुआ है। शव यात्रा के दौरान कोई मृत्यु प्रमाण पत्र, शव की तस्वीर या उपस्थित लोगों की कोई तस्वीर नहीं है। कोई श्मशान प्रमाण पत्र भी नहीं है।वास्तव में, गुमनामी बाबा के निधन के बारे में लोगों को पता नहीं था, उनके निधन के 42 दिन बाद लोगों को ये पता चला। उनका जीवन और मृत्यु, दोनों रहस्य में डूबा रहा पर कोई नहीं जानता कि क्यों।

विष्णु सहाय आयोग गुमनामी बाब की पहचान नहीं कर सकी

गुमनामी बाबा के विश्वासियों ने 2010 में अदालत का रुख किया था और उच्च न्यायालय ने उनका पक्ष लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को गुमनामी बाबा की पहचान स्थापित करने का निर्देश दिया गया था। तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद गुमनामी बाबा की जांच रिपोर्ट के लिए जस्टिस विष्णु सहाय आयोग का गठन 2016 में किया। तीन साल बाद जस्टिस विष्णु सहाय आयोग ने अपनी रिपोर्ट यूपी विधानसभा में पेश की। रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘गुमनामी बाबा’ नेताजी के अनुयायी थे, लेकिन नेताजी नहीं थे। इस रिपोर्ट को यूपी सरकार ने स्वीकार कर लिया है। 

इस रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने रिपोर्ट को सार्वजनिक करते हुए लिखा है, 'आयोग द्वारा गुमनामी बाबा उर्फ भगवान जी की पहचान नहीं की जा सकी। गुमनामी बाबा के बारे में आयोग ने कुछ अनुमान लगाए हैं। जैसे गुमनामी बाबा बंगाली थे, गुमनामी बाबा बंगाली, अंग्रेजी और हिंदी भाषा के जानकार थे। गुमनामी बाबा के राम भवन से बंगाली, अंग्रेजी और हिन्दी में अनेक विषयों की पुस्तकें प्राप्त हुई हैं। गुमनामी बाबा के स्वर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के स्वर जैसा प्राधिकार का भाव था। गुमनामी बाबा नेताजी सुभाषचंद्र बोस के अनुयायी थे। 

गुमनामी बाबा की मौत के बाद उनके नेताजी होने की बात फैली

कहते हैं जब गुमनामी बाबा की मौत के बाद उनके नेताजी होने की बातें फैलने लगीं तो नेताजी की भतीजी ललिता बोस कोलकाता से फैजाबाद आईं। फरवरी 1986 में, नेताजी की भतीजी ललिता बोस गुमनामी बाबा के कमरे में मिली वस्तुओं की पहचान करने के लिए फैजाबाद आई। पहली नजर में, वह अभिभूत हो गईं और यहां तक कि उन्होंने नेताजी के परिवार की कुछ वस्तुओं की पहचान की।

जो सामान गुमनामी बाबा के पास से मिला था।उसमें कोलकाता में हर साल 23 जनवरी को मनाए जाने वाले नेताजी के जन्मोत्सव की तस्वीरें थी।लीला रॉय की मौत पर हुई शोक सभाओं की तस्वीरें थी। नेताजी की तरह के दर्जनों गोल चश्मे थे। 555 सिगरेट और विदेशी शराब थी। सुभाष चंद्र बोस के माता-पिता और परिवार की निजी तस्वीरें भी थी। एक रोलेक्स की जेब घड़ी थी और आज़ाद हिंद फ़ौज की एक यूनिफॉर्म थी।सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु की जांच के लिए बने शाहनवाज़ और खोसला आयोग की रिपोर्टें,सैकड़ों टेलीग्राम और पत्र आदि जिन्हें भगवनजी के नाम पर संबोधित किया गया था।

मुखर्जी आयोग भी रहा नाकाम

यही नहीं हाथ से बने हुए उस जगह के नक़्शे भी बरामद हुए थे, जहां नेताजी का विमान क्रैश हुआ था। गुमनामी बाबा की मौत के बाद सामान के साथ कुछ ऐसी बातें भी बाहर आईं जिनको लेकर लोगों को यकीन सा होने लगा था कि गुमनामी बाबा ही नेता जी थे। इसके बाद गुमनामी बाबा के ही नेताजी होने की जांच के लिए कई जगह प्रदर्शन हुए।इस मामले की जांच के लिए मुखर्जी आयोग का गठन किया गया। हालांकि ये साबित नहीं हो पाया कि गुमनामी बाबा ही नेता जी थे।

दिल की सेहत का रखना चाहते है ख्याल तो अपने डायट में शामिल करे ये चार चीजे


आज कल के बेतरतीब जीवनशैली में हार्ट की बीमारी आम हो गई है। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगो को बस काम की चिंता होती है, काम के प्रेशर के कारण लोग अपनी सेहत को नजर अंदाज कर देते है। अपने खान पान का ठीक से ख्याल नहीं रखते। जिस कारण कम आयु के युवा वर्ग को भी हार्ट अटैक,हार्ट फेल का खतरा बढ़ गया हैं।

दिल को हेल्दी रखने के लिए वर्कआउट के साथ-साथ सही डाइट का भी अहम रोल होता है. हेल्दी डाइट शरीर को मजबूत बनाने के साथ-साथ रोगों से लड़ने की क्षमता देता है।

रिसर्च के मुताबिक जो लोग हेल्दी डाइट फॉलो करते हैं, उनमें दिल की बीमारियों का खतरा 31 फीसदी तक कम होता है.आइए जानते है,दिल की सेहत को स्वस्थ रखने के लिए कौन-कौन से फूड खाने चाहिए।

अखरोट

अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है. ये हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है. रोजाना अखरोट खाने से धमनियों की सूजन को कम किया जा सकता है. अखरोट के हेल्दी फैट्स से दिल भी स्वस्थ रहता है.

संतरा

हाई ब्लड प्रेशर भी दिल की बीमारियों का संकेत हो सकता है. हाई बीपी की शिकायत रहने पर संतरा काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. इसमें विटामिन सी के अलावा पेक्टिन फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. इसे नियमित खाने से हाई बीपी की समस्या भी दूर रहती है.

अलसी

अलसी भी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है. अलसी को डाइट में शामिल करने ब्लड का फ्लो ठीक रहता है. बॉडी में फाइबर और फाइटोकेमिकल्स की कमी को पूरा करने वाली अलसी को भून कर और दूसरी रेसिपीज में एड करके खा सकते हैं.

हरे रंग की सब्जियां

हरे रंग की सब्जियों में विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके अलावा, इनमें नाइट्रेट भी पाया जाता है. दिल को स्वस्थ रखने के लिए पालक, बीन्स, सरसों का सार और मेथी को डाइट में शामिल करना चाहिए. इन्हें खाने से शरीर में आयरन की कमी भी दूर होती है. हरी सब्जियां खाने से ऑक्सीजन रिच ब्लड आपके हार्ट तक आसानी से पहुंच पाता है।

गिरिडीह में असमाजिक तत्वों ने की पत्थरबाजी,अभी है मामला शांत


गिरिडीह:अयोध्या में आयोजित श्रीराम जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर गिरिडीह जिले में सारे इलाके में जुलूस व कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।इसी दौरान गिरिडीह जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में असमाजिक तत्व के पत्थरबाजी एक व्यक्ति घायल होने की सूचना है।

बताया जाता है कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के केवट टोला पुरना नगर में मौके पर निकली शोभा यात्रा पर असमाजिक तत्व ने पत्थर फेंका ।

जिससे पत्थरबाजी की इस घटना में में कुछ लोग को चोट लगी जिसके बाद घायलों को इलाज हेतु सदर अस्पताल में गिरिडीह में दाखिल कराया गया।वहीं गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को रेफर कर दिया गया।

इसके साथ ही नगर थाना क्षेत्र आजाद नगर में आरएसएस (संघ)के प्रचारक रोहित कुमार नामक व्यक्ति के ऊपर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया।जिसमें वे घायल हो गए।

गिरिडीह में क्या शहर,क्या गांव;नक्सल प्रभावित इलाकों में भी जय श्रीराम के साथ राममय हुआ पूरा जिला


गिरिडीह:सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विधिवत रूप से अयोध्या के श्रीराम मंदिर में पूजा अर्चना कर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान किया गया। वहीं गिरिडीह जिले के विभिन्न मंदिरों में पूजन व हवन के साथ साथ भंडारे का आयोजन किया गया। 

इस दौरान सनातन प्रेमियों ने अपने अपने घरों में भी विधिवत् रूप से भगवान राम की पूजा अर्चना की। वहीं शाम को दीप प्रज्वलित करने के साथ ही जमकर आतिशबाजी करते हुए लोगों ने उत्सव मनाया।

शहर के बड़ा चौक स्थित श्रीराम जानकी महावीर मंदिर में आयोजित भगवान श्रीराम नव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जारी अनुष्ठान के दौरान वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्रीराम, माता सीता और भाई लक्ष्मण की प्रतिमा स्थापित करने के बाद हवन को पूर्णाहुति दी गई। जिसमें मुख्यमुख्य यजमान अजय साहू के साथ ही सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, मुकेश जालान, बिनोद केशरी, दीपक यादव, किशन अग्रवाल, रोहित जालान, टिंकू भदानी, पवन सिंह, अनमोल शर्मा सहित कई लोग शामिल हुए और श्रद्धा भाव से हवन करते हुए पूर्णाहुति दी। हवन के पश्चात मंदिर का पट खुलते ही भगवान श्री राम का दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।

मौके पर राम भक्तों ने श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना करने के साथ ही भगवान को भोग भी लगाया। इस दौरान भक्तों के बीच भंडारे का प्रसाद का वितरण किया गया। प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई थी।

गिरिडीह शहर के टावर चौक स्थित हनुमान मंदिर,शिव महावीर मंदिर, बरगंडा स्थित श्री विश्वनाथ मंदिर,पचंबा गढ़ मुहल्ला स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंडप,अरगाघाट सार्वजनिक काली मंडा, शास्त्रीनगर स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंडा, पूराना जेल परिसर स्थित दुर्गा मंडप,पेसरागढ़ा हनुमान मंदिर,चेताडीह, बरवाडीह स्थित हनुमान मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में पूजन व हवन का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए श्रद्धाभाव से पूजा अर्चना की। अनुष्ठान के बाद करीब करीब सभी मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें भक्तों ने शामिल होकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।

इधर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर डुमरी प्रखण्ड में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा अपनी प्रसन्नता जाहिर किया।भंडारे का आयोजन किया गया।जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचे।इधर युवा सामाजिक कार्यकर्ताओ ने मिठाई का वितरण किया।

आज सुबह से ही प्रखंड के सभी मंदिरों में श्रीराम स्तुति व मंगल पाठ किए गए।महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं की मंदिरो में भीड़ उमड़ पड़ी।घरों में सुंदर आकर्षक रंगोली बनाए।भंडारा का भी आयोजन किया।इधर लक्ष्मणटुंडा के तेलियाडीह,गट्टीगढ़ाचैनपुर, रोशनाटुंडा,ससारखो, पोरदाग,निमियाघाट,चरकीटोंगरी आदि स्थानों में स्थित हनुमान मंदिरो में भजन कीर्तन व पूजन के साथ भंडारे का आयोजन किया गया।

 

गावां प्रखण्ड में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर कई जगह लोगों ने विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा अपनी प्रसन्नता जाहिर किया। गावां में शुभ लाभ इंटरप्राइजेज के संदीप वर्णवाल द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचे। 

इधर युवा सामाजिक कार्यकर्ता जीतू सिंह ने गावां बाजार में मिठाई का वितरण किया।इस अवसर पर गावां,बादीडीह,बिरने, सेरुआ,पटना,पिहरा सहित कई पंचायतों में भव्य झांकी निकाली गई।

प्रखंड के सभी मंदिरों में श्री राम स्तुति व मंगल पाठ किए गए।कालीमंडा में भव्य रंगोली बनाया गया। इसके साथ ही भंडारा का भी आयोजन किया।हनुमान मंदिर भजन कीर्तन व पूजन के साथ भंडारे का आयोजन किया गया।

वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्र पीरटांड़ प्रखंड के विभिन्न पंचायतो में भव्य शोभायात्रा निकली गई। प्रखंड के मधुबन,चरकी,पालगंज, खुखरा,हरलाडीह,मंडरो, कुम्हरलालो, नावाडीह, बिसनपुर सहित कई गाँवो में अखण्ड रामायण एवं सुंद्रकांड पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो श्रद्धालुओं ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। वहीं पालगंज स्थित श्री बंशीधर मंदिर और राम मंदिर में सुंदर कांड पाठ का आयोजन किया गया। पालगंज स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में पंचमुखी हनुमान जी एवं गरुड़ जी की प्रतिमा विराजमान किया गया। मधुबन स्थित थाना परिसर में बने हनुमान् मंदिर का भी आज विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर स्थापित किया गया।

जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी डॉ उमाकांतानंद सरस्वती ने कहा,ना दुश्मनों की निन्दा और गुनी से बैर ठीक नही


रांची: हरिद्वार धाम से पधारे श्री श्री 1008 जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी डॉ उमाकांतानंद सरस्वती जी महाराज के पावन सानिध्य में अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर झारखंड की राजधानी रांची के हरमू मैदान में श्री राम कथा का आयोजन किया गया. 

स्वामी उमाकांतानंद जी महाराज ने देवराज के पुत्र जयंत व नारद जी के वृतांत पर चर्चा कर कथा के मर्मज्ञ को समझाया. उन्होंने कहा कि दुश्मन की निंदा कभी नहीं करें और गुणी व्यक्ति से बैर नहीं करें. प्रवक्ता प्रमोद सारस्वत ने बताया कि 22 जनवरी को हरमू मैदान में हवन व भंडारा का आयोजन किया गया है.