रेफर करने से पहले मरीजों का पूरा ब्योरा देंगे चिकित्सक
नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट
भदोही। जिले में मरीजों को रेफर करने से पहले चिकित्सकों को पूरा ब्योरा देना होगा। हर चिकित्सालयों पर एक तय फार्मेट में फार्म जारी किया जाएगा। जिसमें मरीज को क्या बीमारी थी और आनकाल चिकित्सक की सलाह ली गई कि नहीं। इसके अलावा उनका पूरा डिटेल देना होगा।
अगर चिकित्सक ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर कार्रवाई भी होगी। अमर उजाला ने जिले में लगातार रेफर किए जा रहे मरीजों पर खबर की थी। जिसके बाद सीएमओ डॉ. एसके ने यह निर्णय लिया।जिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों के रेफर करने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। अमूमन देखा जाता है कि स्वास्थ्य केंद्रों पर जैसे ही कोई गंभीर मरीज पहुंचता है।
चिकित्सक उसे प्राथमिक उपचार के बाद तत्काल रेफर कर देते हैं। जिले के महाराजा चेत सिंह जिला चिकित्सालय, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय के अलावा सीएचसी पर स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के कारण अक्सर मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। इन चिकित्सालयों पर इमरजेंसी में हर दिन अमूमन 100 से 125 मरीज पहुंचते हैं। जिसमें लगभग 35 फीसदी अधिक मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। जिसकी पड़ताल करते हुए अमर उजाला ने अपने 29 नवंबर के अंक में ''सरकारी अस्पताल बने रेफरल सेंटर, रोज 35 फीसदी मरीज रेफर'' के शीषर्क के साथ प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया। जिसको संज्ञान में लेकर सीएमओ डॉ. एसके चक ने बुधवार को आदेश जारी कर हर चिकित्सालय से रेफर होने वाले मरीजों का आंकड़ा मांगा और उनका पूरा ब्योरा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। सीएमओ ने जारी आदेश में बताया कि किसी भी चिकित्सालय से मरीज को रेफर करने से पहले एक तय फार्मेट में फार्म भरना होगा। पांच बिंदुओं वाले इस फार्म में मरीज के नाम के साथ बीमारी का नाम, समय, ऑनकाल विशेषज्ञ का नाम और ऑनकाल व्यवस्था ली गई कि नहीं ये भरना होगा।
सीएचसी से गंभीर प्रसव केस होने पर जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया जाता है, लेकिन यहां पर महिला चिकित्सक रात में रुकती ही नहीं है। प्रसूता के आने पर चिकित्सक से ऑनकाल होने के बाद नर्स उन्हें दवाएं दे देती हैं। गंभीर केस होने पर उन्हें मंडलीय अस्पताल मिर्जापुर या वाराणसी, प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया जाता है। यदि चिकित्सालय में महिला चिकित्सक के रहने का प्रबंध हो जाए, तो अस्पताल में प्रसव की संख्या और बढ़ जाएगी।
किसी मरीज को रेफर करने से पहले चिकित्सक को पूरा ब्यौरा लिखना होगा। इसके लिए उनके पास एक फार्म होगा, उसमें पांच बिंदू होगा। मरीजों को बेहतर उपचार, स्वास्थ्य सुविधा का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे। -- डॉ. एसके चक, सीएमओ
Nov 16 2023, 19:22