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भट्टी में तब्दील हो रहा धरती का वातावरण, सदी के मध्य तक गर्मी से हुई मौतों में 4.7 गुना तक हो सकती है वृद्धि

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दुनियाभर में तापमान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया भर में लगातार होते कार्बन उत्सर्जन की वजह से बढ़ रही ग्लोबल वार्मिंग आने वाले दशक में मानव सभ्यता के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरने वाली है। इस बढ़ते तापमान ने एक लाख वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल दुनिया में 1,00,000 से अधिक वर्षों में सबसे अधिक वैश्विक तापमान दर्ज किया गया। प्रतिष्ठित पत्रिका लैंसेट ने स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन को लेकर ऐसे कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। जो डराने के लिए संभल जाने के लिए हैं। बता दें लैंसेट ने जलवायु परिवर्तन को लेकर 8वीं रिपोर्ट जारी की है।

गर्मी से होने वाली मौतों में 370 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है

प्रतिष्ठित पत्रिका लैंसेट ने गर्मी से होने वाली मौतों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। मंगलवार को प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार अगर इस सदी के अंत तक तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ेतरी होती है तो गर्मी से होने वाली मौतों में 370 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। रिपोर्ट में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि जलवायु परिवर्तन आज जीवन और आजीविका को कैसे नुकसान पहुंचा रही है। 2022 में, व्यक्ति औसतन 86 दिनों तक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक उच्च तापमान के संपर्क में आए। जिनमें से 60 प्रतिशत मानव-जनित जलवायु परिवर्तन के कारण हुआ। 

प्रति सैकंड 1337 टन कार्बनडाई ऑक्साइड का उत्सर्जन हो रहा

रिपोर्ट के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण आज दुनियाभर के लोग जीवन और आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लैंसेट काउंटडाउन के कार्यकारी निदेशक ने लंदन स्थित एक काॅलेज में दिए अपने बयान में कहा कि तापमान में हो रही वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना जरूरी है वरना इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमें औद्योगिक उत्पादन को सीमित करना होगा। अभी भी प्रति सैकंड 1337 टन कार्बनडाई ऑक्साइड का उत्सर्जन होता है। हमें कार्बन उत्सर्जन में कमी लानी होगी।

डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर 52 संस्थाओं ने किया है रिसर्च

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में यह विश्लेषण विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) सहित दुनिया भर के 52 अनुसंधान संस्थानों ने किया है। यह संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के 114 प्रमुख विशेषज्ञों के काम का प्रतिनिधित्व करता है, जो स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन के बीच संबंधों के आंकलन का नवीनतम अपडेट प्रदान करने वाला है। 28वें संयुक्त राष्ट्र कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी) से पहले प्रकाशित, विश्लेषण में 47 बिंदुओं में सिलसिलेवार तरीके से आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। इनमें नए और बेहतर मेट्रिक्स शामिल हैं जो घरेलू वायु प्रदूषण, जीवाश्म ईंधन के वित्तपोषण और जलवायु शमन के स्वास्थ्य सह-लाभों पर अंतरराष्ट्रीय संगठनों के एक दूसरे से जुड़ाव की निगरानी करते हैं।

भारत के बाद जस्टिन ट्रूडो की इजरायल से भिड़ने की कोशिश, हमास के साथ युद्ध पर दिया सलाह, नेतन्‍याहू ने फटकारा

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इजरायल और हमास के बीच पिछले एक महीने से अधिक समय से जंग जारी है। हमास के हमले के बाद इजरायली सेना की ओर से गाजा पट्टी पर कार्रवाई जारी है। इस युद्ध में कई मासूम लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है। जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। युद्ध के दौरान कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो दिल दहला देने वाली है। इस बीच कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने गाजा में मची तबाही के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही इस बर्बरता को जल्द से जल्द रोकने की मांग की है। जिसपर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने कनाडा के समकक्ष जस्टिन ट्रूडो को करार जवाब दिया है। 

क्या बोले ट्रूडो?

इजराइल-हमास युद्ध में पश्चिमी देश इसराइल के साथ खड़े हैं। उसमें एक नाम कनाडा का भी है। कनाडा ने पिछले हफ़्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा में उस प्रस्ताव के ख़िलाफ़ वोट किया, जिसमें कब्ज़े वाले फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में इजराइली बस्तियों की निंदा की गई थी। एक तरफ़ कनाडा यूएन में खुलकर इसराइल के साथ खड़ा है और दूसरी तरफ़ वहाँ के प्रधानमंत्री इजराइल को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। मंगलवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि गाजा में महिलाओं, बच्चों और नवजातों की हत्या बंद होनी चाहिए। जस्टिन ट्रूडो ने इजराइल सरकार से ज़्यादा से ज़्यादा संयम बरतने की अपील की है। ट्रूडो ने कहा कि पूरी दुनिया टीवी और सोशल मीडिया पर देख रही है। हम डॉक्टरों, परिवार के लोगों, जीवित बचे लोगों और उन बच्चों की वेदना सुन रहे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है।

नेतन्याहू ने दिया ये जवाब

ट्रूडो के बयान पर नेतन्याहू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कहा है कि नागरिकों को जानबूझकर निशाना इजरायल नहीं बल्कि हमास बना रहा है। नेतन्याहू ने ट्विटर पर लिखा, यह इजराइल नहीं है जो जानबूझकर नागरिकों को निशाना बना रहा है, बल्कि हमास ने यहूदियों पर किए गए सबसे भयानक हमले में नागरिकों के सिर काटे और जलाए।जहां इज़राइल नागरिकों को नुकसान से दूर रखने के लिए सब कुछ कर रहा है, वहीं हमास उन्हें नुकसान से बचाने के लिए सब कुछ कर रहा है।

उन्होंने आगे लिखा, इज़राइल गाजा में नागरिकों को मानवीय गलियारे और सुरक्षित क्षेत्र प्रदान करता है, हमास उन्हें बंदूक की नोक पर जाने से रोकता है। यह हमास है, इज़राइल नहीं जिसे दोहरे युद्ध अपराध करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए - नागरिकों के पीछे छिपकर नागरिकों को निशाना बनाना. सभ्यता की ताकतों को हमास की बर्बरता को हराने में इज़राइल का समर्थन करना चाहिए।

बता दें कि हमास और इजराइल के बीच चल रही इस जंग में गाजा में करीब 11 हजार लोगों की जान जा चुकी है, वहीं करीब 15 लाख लोग बेघर हो गए हैं। शहरों की बिजली काट दी गई है, पानी बंद कर दिया गया है, लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। वहीं बच्चे भूख से बिलख रहे हैं। अस्पतालों के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, जहां फ्यूल की कमी से लोगों की मौत हो रही है। वहीं इनक्यूबेटरों को बंद कर दिया गया है जिसके बाद नवजात बच्चों को गर्म रखने के लिए उन्हें एक साथ रखा जा रहा है। अस्पतालों की इन तस्वीरों ने दुनियाभर के देशों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है।

'BJP के सारे नेता विचित्र टाइप के हैं, एक तो सिंधिया जी हैं जो...', ज्योतिरादित्य पर प्रियंका गांधी ने साधा निशाना


 मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का आज अंतिम दिन है। प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मध्य प्रदेश के सीधी एवं दतिया में जनसभा करने पहुंचीं। इस के चलते प्रियंका गांधी ने भाजपा के साथ साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी हमला बोला। प्रियंका गांधी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने परिवार की परंपरा को बहुत अच्छे से निभाया है। दरअसल, सिंधिया 2020 में कांग्रेस से बगावत कर भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हो गए थे। तत्पश्चात, मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी।

प्रियंका गांधी ने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी के सारे नेता विचित्र टाइप के हैं। एक तो सिंधिया जी हैं, उनके साथ मैंने उत्तर प्रदेश में काम किया। क्या है कि वे कद में थोड़े छोटे पड़ गए। लेकिन अहंकार में वाह भाई वाह।।। जब हम उत्तर प्रदेश में काम कर रहे थे। यूपी से हम भी हैं। हम उत्तर प्रदेश वालों की आदत है कि शिकायत, गुस्सा, नाराजगी सब निकाल देते हैं। मगर महाराज बोलने की आदत नहीं है। उनके पास जो भी कार्यकर्ता जाता था कहता था दीदी उनसे महाराज कहना पड़ता है। हमारे मुंह से महाराज नहीं निकलता तो हमारा कोई काम ही नहीं होता।'' प्रियंका ने कहा, उन्होंने (सिंधिया ने) अपने परिवार की परंपरा बहुत अच्छे से निभाई है। विश्वासघात बहुतों ने किया है, मगर इन्होंने ग्वालियर तथा चंबल की जनता के साथ धोखा किया है। आपकी पीठ में छुरा घोंपा है। बनी बनाई सरकार को गिरा दिया। बनी बनी बनाई सरकार आपकी थी। आपने वोट किया था। आप ही के साथ धोखा हुआ है। 3 वर्षों में सरकार ने कितना रोजगार दिया। 

छत्तीसगढ़ में जाकर देखिए रोजगार की दर क्या है? प्रियंका ने कांग्रेस के घोषणापत्र की घोषणाओं का जिक्र करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में यदि कांग्रेस की सरकार आती है, तो किसानों का कर्जा माफ करेगी, पुरानी पेंशन लागू करेगी। महिलाओं के लिए प्रति माह 1500 रुपये हम दिलाएंगे। गेहूं का समर्थन मूल्य 2600 रुपये करेंगे। 100 यूनिट बिजली का बिल माफ होगा, 200 यूनिट का बिल हाफ होगा। गैस सिलेंडर 500 रुपये में मिलेगा। 5 हॉर्स पावर सिंचाई का बिजली बिल फ्री होगा। जातिगत जनगणना कराएंगे। 2 लाख सरकारी पदों को भरवाएंगे। प्रतियोगी परीक्षाएं फ्री करेंगे। 25 लाख तक का निशुल्क इलाज होगा। 10 लाख का दुर्घटना बीमा होगा। 1-12 तक के बच्चों को 500 से लेकर 1500 रुपये प्रत्येक महीने उन्हें दिए जाएंगे। प्रियंका गांधी द्वारा निशाना साधने पर जब ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता मगर राजनीति में एक स्तर होना चाहिए, राजनीति में शब्दों का उपयोग, व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप, हमें इन सब से बचना चाहिए।

विराट कोहली ने रचा इतिहास, तोड़ा सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग का ये रिकॉर्ड

भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच ICC वर्ल्ड कप 2023 का पहला सेमीफाइनल मुकाबला खेला जा रहा है। वही एक बार फिर से इस मैच में कोहली का बल्ला हुंकार भर रहा है। कोहली ने इस वर्ल्ड कप में सर्वाधिक स्कोर करने वाले बल्लेबाजों में पहले स्थान पर हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ कोहली ने इतिहास रच दिया है। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर रिकी पोंटिंग का सबसे विशाल रिकॉर्ड तोड़ दिया है। विराट कोहली अब वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। कोहली ने दिग्गज पोंटिंग को पीछे छोड़ दिया है।

वही इसके अतिरिक्त कोहली सचिन तेंदुलकर का भी एक विशाल रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा फिफ्टी प्लस स्कोर करने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था, सचिन ने एक वर्ल्ड कप में सर्वाधिक 7 बार फिफ्टी प्लस का स्कोर किया था। आज कोहली ने आठवीं बार फिफ्टी प्लस स्कोर कर सचिन के उस महा रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। इस 8 पारियों में से कोहली के बल्ले से अभी तक दो बार शतक भी आ चुका है।

विराट कोहली इस वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। कोहली ने वर्ल्ड कप में अपना दूसरा शतक जड़ने के साथ ही वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतकों के मामले में सचिन तेंदुलकर की रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। प्रत्येक मैच में कोहली का बल्ला हुंकार भर रहा है। सामने दक्षिण अफ्रीका हो, न्यूजीलैंड हो या फिर ऑस्ट्रेलिया हो, कोहली का बल्ला रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे में अनुमान लगाए जा रहे हैं कि विराट कोहली के बल्ले से इस वर्ल्ड कप में ही शतकों का अर्धशतक देखने को मिलेगा।

शेहला रशीद ने की पीएम मोदी और शाह की तारीफ, बताया सुप्रीम कोर्ट में 370 को लेकर दायर याचिका क्यों ली वापस?

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जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं। कश्मीर की मौजूदा स्थिति को लेकर शेहला रशीद ने एक बार फिर मोदी सरकार की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर गाजा नहीं है। मोदी सरकार ने इसका राजनीतिक समाधान तलाशा और यह समाधान खूनी नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थितियां अच्छी हैं, मै इसके लिए मोदी सरकार और अमित शाह की आभारी हूं।

समाचार एजेंसी एएनआई के साथ शेहला रशीद ने मुस्लिम, मॉब लिंचिंग, जम्मू कश्मीर और पाकिस्तान से लेकर विभिन्न मुद्दों को लेकर बात की। इस दौरान उन्होंने ये बताया कि सुप्रीम कोर्ट में 370 को लेकर दायर की गई याचिका वापस क्यों ली। शेहला रशीद ने कहा, भारत बड़ा देश है। देश में कई मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुई है। मुस्लिमों के खिलाफ कई बयान भी दिए गए हैं। इससे दुख जरूर होता है, लेकिन क्या हमें नकारात्मकता के नैरेटिव पर ध्यान देना चाहिए है। मुझे ऐसा नहीं लगता क्योंकि हमने ऐसा करके कई साल गंवाए हैं।

आज कश्मीर में बदली हुई स्थितियां

एएनआई ने रशीद से बातचीत में एक सवाल पूछा कि ‘आप पत्थबाजों को सपोर्ट करती थीं? इसका उत्तर देते हुए उन्होंने कहा, हां 2010 में, लेकिन आज जब मैं कश्मीर को देखती हूं, तो मैं बदली हुई स्थितियां पाती हूं। कश्मीर गाजा नहीं है, यह साफ हो गया है कि कश्मीर गाजा नहीं है, क्योंकि कश्मीर सिर्फ इन आगे-पीछे के विरोध प्रदर्शनों और उग्रवाद और घुसपैठ जैसी छिटपुट घटनाओं में शामिल था। उन्होंने आगे जम्मू कश्मीर में बदलाव के लिए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नीतियों की तारीफ भी की। रशीद ने कहा, इन सभी चीजों के लिए, किसी को बर्फ तोड़ने की जरूरत थी और इसके लिए, मैं मौजूदा सरकार खासकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को श्रेय देना चाहूंगी।

बताया क्यों वापस ली 370 पर दायर याचिका

शेहला रशीद ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि जब 370 हटाया गया तो मैं अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट और पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट नहीं गई, लेकिन मैं भारत के सुप्रीम कोर्ट में गईं थीं। मैंने अपनी याचिका इसलिए वापस ली क्योंकि मुझे लगा कि लोगों को अच्छा परिणाम मिल रहा है।

जेएनयू में नहीं लगाए गए थे भारत विरोधी नारे

वहीं, जब शेहला से ये पूछा गया कि जेएनयू की एक घटना ने आप तीनों (शेहला रशीद, उमर खालिद. कन्हैया कुमार) की जिंदगी बदल दी। इसके जवाब में शेहला ने कहा कि उस घटना ने न सिर्फ हम तीनों की जिंदगी बदली बल्कि उसका खामियाजा पूरे यूनिवर्सिटी को भुगतना पड़ा। हालाकि, इस दौरान ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारे नहीं लगाए गए। जो सामान्य नारे लाल सलाम वाले नारे होते हैं, वो लगाए गए थे।

मूर्खों के सरदार' वाले बयान को संजय राउत का पीएम मोदी पर हमला, राहुल गांधी को लेकर किया बड़ा दावा

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इशारों-इशारों में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को मूर्खो का सरदार करार दिया था। अब प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है।राउत ने कहा की जो लोग राहुल गांधी को मूर्ख कह रहे हैं, असल में वे राहुल से डरते हैं।उनके मन में डर है जिस तरीके से राहुल गांधी पूरे देश में छा गए हैं और पांच राज्यों के विधानसभा में राहुल गांधी छा गए हैं और बीजेपी का बुरी तरीके से हार होने जा रही है।

एमपी के बैतूल में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर आज तक का सबसे बड़ा हमला किया। प्रधानमंत्री ने राहुल के 'मेड इन चाइना फोन' वाले बयान पर बिना नाम लिए राहुल गांधी को महाज्ञानी से मूर्खों का सरदार कर कह डाला। इस पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने अपने चुटीले अंदाज में निशाना साधा है। राउत ने कहा की जो लोग राहुल गांधी को मूर्ख कह रहे हैं उनको राहुल की सुबह-शाम याद आती है। उनको खाते-पीते भी राहुल जी दिखते हैं। वो लोग राहुल जी से डरते हैं।

राउत बोले- 2024 में पीएम बनेंगे राहुल गांधी

राउत ने आगे कहा की जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है कांग्रेस लगातार आगे बढ़ती जा रही है और मोदी जी का प्रभाव खत्म हो जा रहा है। बीजेपी कहीं नहीं है, ना केरल, ना पश्चिम बंगाल, ना तेलंगाना, ना तमिलनाडु और ना ही उड़ीसा में।लोगों ने भारत को पहले से भाजपा मुक्त कर दिया है। अब 2024 में हमारी सरकार आएगी। राउत ने दावा किया कि राहुल गांधी 2024 में देश का प्रधानमंत्री होंगे और पूरा हिसाब किताब उनसे ले लेंगे।

'मूर्खों के सरदार' वाले बयान पर कांग्रेस का पलटवार

वहीं, प्रधानमंत्री मोदी के 'मूर्खों के सरदार' वाले बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री पद की गरिमा होती है, इसकी जितनी आलोचना की जाए, उतनी कम है। अगर कोई व्यक्ति गरिमापूर्ण पद पर है लेकिन, इस तरह की बातें करता है तो आप उससे क्या उम्मीद कर सकते हैं

क्या कहा था पीएम मोदी ने?

एमपी के बैतूल में मंगलवार को पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिना राहुल गांधी का नाम लिए उनके मेड इन चाइना वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि कल एक कांग्रेस के महाज्ञानी कह रहे थे कि भारत में सभी लोगों के पास मेड इन चाइना मोबाइल होता है। अरे मूर्खों के सरदार, किस दुनिया में रहते हो? कांग्रेस के नेताओं को अपने देश की उपलब्धियां ने देखने की मानसिक बीमारी हो गई है, जबकि सच्चाई यह है कि आज भारत दुनिया में मोबाइल का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है

जानिए, लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की तिथियां, अर्घ्य का समय और पारण समय

आस्था का महापर्व छठ जल्द आरंभ होने जा रहा है। छठ का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय खाय से शुरू होता है। पंचमी को खरना, षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत संपन्न किया जाता है। चार दिन चलने वाला इस पर्व में सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है। इस दिन रखा जाने वाला व्रत बेहद कठिन माना जाता है, क्योंकि इस व्रत को 36 घंटों तक कठिन नियमों का पालन करते हुए रखा जाता है। इस वर्ष छठ पर्व की पूजा 17 नवंबर 2023 से हो रही है, जिसका समापन 20 नवंबर को होगा। बिहार, उत्तरप्रदेश और झारखंड में यह पर्व विशेषतौर पर बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह व्रत संतान के सुखी जीवन की कामना के लिए किया जाता है। छठ पर्व षष्ठी तिथि से दो दिन पहले यानि चतुर्थी से नहाय-खाय से आरंभ हो जाता है और इसका समापन सप्तमी तिथि को पारण करके किया जाता है। छठ पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है। इस पर्व में मुख्यतः सूर्य देव को अर्घ्य देने का सबसे ज्यादा महत्व माना गया है। तो चलिए जानते हैं छठ पूजा की तिथियां अर्घ्य का समय और पारण समय क्या है।

नहाय-खाय तिथि

छठ पूजा का यह महापर्व चार दिन तक चलता है इसका पहला दिन नहाय-खाय होता है। इस साल नहाय-खाय 17 नवंबर को है। इस दिन सूर्योदय 06:45 बजे होगा वहीं, सूर्यास्त शाम 05:27 बजे होगा। बता दें कि छठ पूजा की नहाय खाय परंपरा में व्रती नदी में स्नान के बाद नए वस्त्र धारण कर शाकाहारी भोजन ग्रहण करते हैं। इस दिन व्रती के भोजन ग्रहण करने के बाद ही घर के बाकी सदस्य भोजन ग्रहण करते हैं।

खरना तिथि 

खरना छठ पूजा का दूसरा दिन होता है। इस साल खरना 18 नवंबर को है। इस दिन का सूर्योदय सुबह 06:46 बजे और सूर्यास्त शाम 05:26 बजे होगा। खरना के दिन व्रती एक समय मीठा भोजन करते हैं। इस दिन गु़ड़ से बनी चावल की खीर खाई जाती है। इस प्रसाद को मिट्टी के नए चूल्हे पर आम की लकड़ी से आग जलाकर बनाया जाता है। इस प्रसाद को खाने के बाद व्रत शुरू हो जाता है। इस दिन नमक नहीं खाया जाता है।

संध्या अर्घ्य का समय

छठ पूजा पर सबसे महत्वपूर्ण दिन तीसरा होता है। इस दिन संध्या अर्घ्य का होता है। इस दिन व्रती घाट पर आकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। इस साल छठ पूजा का संध्या अर्घ्य 19 नवंबर को दिया जाएगा। 19 नवंबर को सूर्यास्त शाम 05:26 बजे होगा। इस दिन टोकरी में फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू आदि अर्घ्य के सूप को सजाया जाता है। इसके बाद नदी या तालाब में कमर तक पानी में रहकर अर्घ्य दिया जाता है। 

उगते सूर्य को अर्घ्य 

चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण का होता है। इस साल 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन सूर्योदय सुबह 06:47 बजे होगा। इसके बाद ही 36 घंटे का व्रत समाप्त होता है। अर्घ्य देने के बाद व्रती प्रसाद का सेवन करके व्रत का पारण करती हैं।

बेटे के कथित वायरल वीडियो पर आया केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बड़ा बयान, कहा, यह सुनियोजित साजिश का हिस्सा

 केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेट से संबंधित कथित वीडियो के वायरल होने के पश्चात् मध्य प्रदेश की राजनीति गर्म है। कांग्रेस इसको मुद्दा बनाते हुए बीजेपी पर निरंतर हमले कर रही है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। एक मंत्री (नरेंद्र सिंह) तोमर हैं। उनके बेटे का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह करोड़ों रुपयों की बात कर रहे हैं। वह किसके पैसे की बात कर रहे हैं? यह जनता का पैसा है। बीजेपी के सभी मंत्री और सीएम भ्रष्टाचार में सम्मिलित हैं। अब इस पर केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का बयान सामने आया है। 

नरेंद्र सिंह तोमर ने एक्स पर लिखा- आज सोशल मीडिया पर एक टेम्पर्ड वीडियो मेरे बेटे से जुड़ा वायरल किया गया है। यह एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है जो चुनाव के वक़्त विपक्ष की तरफ से आम लोगों को भ्रमित और गुमराह करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। मेरे पुत्र देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर ने पूर्व में इस प्रकार के झूठे वीडियो के सिलसिले में पुलिस जांच हेतु आवेदन भी किया था। मैं भी एकबार फिर इस वीडियो की CFSL जांच एजेंसियों से कराए जाने की मांग करता हूं, जिससे सच्चाई बाहर आ सके तथा साजिश का भंडाफोड़ हो सके। वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र सिंह तोमर ने दावा किया है कि वीडियो फर्जी है। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि वीडियो में एक केंद्रीय मंत्री के बेटे कथित तौर पर करोड़ों रुपये के वित्तीय लेनदेन के बारे में बात करते सुने जा सकते हैं। 

प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, राहुल ने सवाल किया कि ED (प्रवर्तन निदेशालय), CBI एवं आईटी (आयकर विभाग) ने इन मामलों में तहकीकात आरम्भ क्यों नहीं कर रहा है। इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पुत्र से जुड़े कथित वीडियो वायरल होने के मामले में एक नया वीडियो मीडिया के समक्ष दिखाते हुए कहा कि केंद्रीय एजेंसियां ED, आयकर विभाग, CBI एवं नारकोटिक्स विभाग अब तक सक्रिय क्यों नहीं हुए। प्रधानमंत्री भी क्यों चुप हैं। इस वीडियो में जो व्यक्ति नजर आ रहा है, वह स्वयं को कनाडा निवासी (भारतीय मूल का) बता रहा है। यही व्यक्ति पिछले दो वीडियो में केंद्रीय मंत्री तोमर के पुत्र से बात करने की स्वीकारोक्ति कर रहा है। अब तक इस प्रकार के तीन वीडियो सामने आ चुके हैं।

प्रियंका गांधी का ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जोरदार हमला, बोलीं-कद में छोटे, लेकिन अहंकार में वाह भाई वाह

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मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का आज आखिरी दिन है। प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी एमपी के सीधी और दतिया में जनसभा करने पहुंचीं।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के क्षेत्र दतिया में चुनावी सभा की है। दतिया जिले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी, अडाणी, सिंधिया, शिवराज और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र पर जमकर हमला बोला। चुनावी सभा के दौरान प्रियंका गांधी ने पहली बार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बड़ा हमला किया है। बता दें कि मध्यप्रदेश में 9 अक्टूबर के बाद यह उनका 6वां चुनावी दौरा है।

अपने पिता राजीव गांधी को किया याद

जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने पिता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को याद करते हुए कहा,"मेरे पिताजी जब प्रधानमंत्री थे तो अमेठी की जनता उन्हें (राजीव गांधी) बेझिझक डांटते थे। लोग उनके चेहरे पर कहते थे, 'राजीव भैया, हम आपको प्यार देंगे लेकिन अगर आप हमारी सड़कें ठीक नहीं करेंगे तो हम आपको वोट नहीं देंगे।प्रियंका गांधी ने आगे कहा,"वह पीएम थे लेकिन कभी गुस्सा नहीं करते थे, डांटते नहीं थे, सिर झुकाकर कहते थे। वो जनता को कहते थे कि मैंने ऑर्डर दे दिया है लेकिन समय लग रहा है।

कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

प्रियंका गांधी ने आगे पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा,"पीएम मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो हमेशा अपनी पीड़ा में परेशान रहते हैं। इसके बाद उन्होंने मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का जिक्र करते हुए कहा,उनका काम है राज्य में कानून का पालन कराना। पता चला कि दिनभर पिक्चर देखते रहते हैं। कौन क्या पहना है उनकी चिंता है उन्हें। इसके बाद उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कहा, वो एक्टिंग में अमिताभ बच्चन को पीछे छोड़ दें। लेकिन, वो काम नहीं करते हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बड़ा हमला

चुनावी सभा के दौरान प्रियंका गांधी ने पहली बार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बड़ा हमला किया है। साथ ही यूपी चुनाव में प्रचार की घटनाओं का उन्होंने जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सारे नेता बड़े विचित्र टाइप के हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि पहले हमारे सिंधिया जी हैं। जानते हैं, मैंने उनके साथ यूपी में काम किया है। प्रियंका गांधी ने सिंधिया के कद पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कद में थोड़े छोटे पड़ गए हैं लेकिन अहंकार में वाह भाई वाह। जब हम यूपी में काम कर रहे थे तो यूपी वालों की आदत है कि हमलोग शिकायत, नाराजगी और गुस्सा, ये सब निकाल देते हैं। हमें महाराज बोलने की आदत नहीं है। प्रियंका गांधी ने कहा कि उनके पास जो भी कार्यकर्ता जाता था, वह कहता था कि दीदी हम क्या करे, हमें महाराज-महाराज करना पड़ता है। अगर हम महाराज नहीं कहते थे तो हमारा कोई काम ही नहीं होता था।

प्रियंका गांधी ने सिंधिया पर और जोरदार हमला करते हुए कहा कि उन्होंने अपने परिवार की परंपरा अच्छे से निभाई है। विश्वासघात तो बहुतों ने किया लेकिन इन्होंने ग्वालियर और चंबल की जनता के साथ विश्वासघात किया। आपकी पीठ पर छुरा भोंका। जो सरकार आपने बनाई थी, उसे गिरा दिया। उस सरकार को अपने वोट दिया था। इस सरकार ने साढ़े तीन साल में मात्र 21 रोजगार दिया है

यहां, जानिए, सहारा सहाराश्री सुब्रत रॉय के निधन के साथ क्या निवेशकों का पैसा डूब जाएगा, आखिर कैसे होगी उनके पैसों की रिकवरी

 सहारा इंडिया परिवार के मुखिया सहाराश्री सुब्रत रॉय के निधन के साथ क्या निवेशकों का पैसा डूब जाएगा? अब सहारा के पैसे कैसे मिलेंगे? ऐसे सवाल आज करोड़ों निवेशकों की जुबान पर हैं। करोड़ों निवेशकों ने सहारा ग्रुप की 4 कोऑपरेटिव सोसाइटीज में अपनी गाढ़ी कमाई जमा की थी। लंबे इंतजार के बाद लोगों को अपने जमा पैसे मिलने की आस जगी थी, सहारा चीफ के निधन के साथ ही क्या यह आस खत्म हो गई है या फिर उनका पैसा वापस मिलेगा? जानिए कि निवेशकों को मिलने वाले रिफंड का अब क्या होगा।

पोर्टल के जरिए ही वापस मिलेगा जमा पैसा

सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त, 2012 में लगभग तीन करोड़ निवेशकों को ब्याज के साथ उनका पैसा लौटाने का आदेश दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने निवेशकों के पैसे वापस कराने के लिए एक अलग से पोर्टल htps://mocrefund.crcs.gov.in/ बनाया। इस पर अपना वापस लेने के लिए लाखों लोगों ने आवेदन किया है।

सहारा रिफंड पोर्टल (सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं को धन वापसी के लिए) चार समितियां उत्तरदायी हैं। 

 1. सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, लखनऊ

 2. सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, भोपाल

 3. हुमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, कोलकाता

 4. स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, हैदराबाद

इन चारों के जरिए सहारा के निवेशकों को पैसा मिलेगा। पोर्टल पर कहा गया है, "जमाकर्ताओं से अनुरोध है कि वे सभी चार समितियों से संबंधित सभी दावों को एक ही दावा आवेदन पत्र में प्रस्तुत करें। केवल पोर्टल के माध्‍यम से ऑनलाइन दर्ज किए दावों पर ही विचार किया जाएगा । दावा प्रस्तुत करने के लिए कोई शुल्क नहीं है। किसी भी तकनीकी समस्या हेतु आप दिए गए समिति के टोल फ्री नंबरों ( 1800 103 6891 / 1800 103 6893 ) पर संपर्क करें।"

बता दें इससे पहले शेयर बाजार के रेगुलेटर सेबी ने 11 साल में सहारा की दो कंपनियों के निवेशकों को 138.07 करोड़ रुपये वापस किए हैं। इसके साथ ही स्पेशल तौर से खोले गए बैंक खातों में जमा की गई रकम बढ़कर 25,000 करोड़ रुपये से अधिक है। निवेशकों का पैसा सेबी के पास है और ऑनलाइन आवेदन करने वालों को मिलना तय है।

सुब्रत रॉय के पतन की कहानी

बता दें सुब्रत रॉय के पतन की शुरुआत सहारा ग्रुप की कंपनी प्राइम सिटी के IPO से हुई। नियमों के खिलाफ लोगों से पैसे निवेश करवाने का आरोप के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। 28 फरवरी 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय को 24,400 करोड़ रुपए निवेशकों को लौटाने को कहा था। 

सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड का केस कोर्ट में है। 30 सितंबर 2009 को सहारा की कंपनी प्राइम सिटी ने आईपीओ के लिए सेबी के पास डीआरपीएच दायर किया था।

सेबी को रियल एस्टेट और हाउसिंग कंपनियों की फंड जुटाने की प्रोसेस में कमी मिली। 25 दिसंबर 2009 और जनवरी 2010 को सेबी को शिकायतें मिलीं की दोनों कंपनी OFCDS से पैसे जुटा रही हैं। सेबी को पता चला की कंपनी ने इसके जरिए 2 से 2.5 करोड़ लोगों से 24,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं। 

सेबी की आपत्ति

सेबी ने कहा कि सहारा ने बॉन्ड जारी करने के लिए उससे अनुमति क्यों नहीं ली? मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच और 2012 में कोर्ट ने सहारा को पैसा 15 फीसद ब्याज के साथ लौटाने को कहा। निवेशकों की डिटेल्स सेबी को देने को भी कहा। सहारा तीन महीने के भीतर पैसा नहीं जमा कर पाया तो कोर्ट ने तीन किस्तों में पेमेंट करने का आदेश दिया। सहारा ने 5120 करोड़ रुपए की पहली किश्त जमा की और बाकी पेमेंट कभी जमा नहीं किया।

दो साल तक तिहाड़ जेल में रहे सुब्रत रॉय 

सहारा ने दावा किया कि वह पहले ही 90 फीसद से ज्यादा निवेशकों को पेमेंट कर चुका है। इसके बाद सहारा इंडिया के बैंक अकाउंट का फ्रीज करन दिया गया। अप्रैल 2013 में सेबी ने IPO की फाइल भी बंद कर दी।28 फरवरी 2014 को सुपीम कोर्ट के आदेश पर लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सहारा श्री सुब्रत रॉय दो साल तक तिहाड़ जेल में रहे और साल 2016 से पेरोल पर जेल से बाहर थे।