/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1762763663868556.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png StreetBuzz s:bihar
बिहार में सताने लगी सर्दी, पछुआ हवा ने बढ़ाई परेशानी, तापमान में तेज गिरावट

#biharweatheicywesterlywindsbreakrecordstempraturedrops

बिहार में ठंड और तेज होती जा रही है। पूरे राज्य में शीतलहर ने दस्तक दे दी है।बिहार में पछुआ हवा के कारण ठंड और बढ़ गई है। 20–25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवा चल रही है। जिसके कारण राज्य भर में न्यूनतम तापमान लगातार नीचे जा रहा है, जिससे कड़ाके की ठंड लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, पिछले दो-तीन दिनों में राज्य के कई जिलों में रात का पारा काफी नीचे तक रिकॉर्ड किया गया है। पटना में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस और गया में 10.6 डिग्री दर्ज हुआ। प्रशासन ने बच्चों, बुजुर्गों और यात्रियों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की है, क्योंकि ये ठंड अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है।

घने कोहरे को लेकर अलर्ट

बिहार मौसम सेवा केंद्र ने 11 दिसंबर तक राज्य के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, गोपालगंज, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज जैसे जिलों में घने कोहरे की चेतावनी है, जबकि औरंगाबाद, गया, रोहतास और कैमूर में भी कोहरे का असर दिख सकता है। सबसे कम तापमान सबौर में 8.4 डिग्री दर्ज किया गया है।

48 घंटे तक लगातार जारी रहेंगी पछुआ हवाएं

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 15-20 किमी/घंटा की रफ्तार वाली ठंडी पछुआ हवाएं अगले 48 घंटे तक लगातार जारी रहेंगी। हवाओं और तापमान में गिरावट के कारण सुबह के समय घना कोहरा दिख रहा है। जिससे विजिबिलिटी (दृश्यता) काफी कम हो जा रही है। विजिबिलिटी कई जिलों में 50 मीटर से भी नीचे जाने की आशंका है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित होने की संभावना है।

अगले 3–4 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3–4 दिनों में प्रदेश के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। इसके साथ ही, अधिकतम तापमान में हल्की कमी आ सकती है, जबकि न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना नहीं जताई गई है। दक्षिण बिहार के कई जिले जैसे बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, अरवल और रोहतास में रात का तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। 15 दिसंबर तक पूरे राज्य में मौसम शुष्क बने रहने का अनुमान है और बारिश को लेकर कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।

प्रमण्डलीय आयुक्त, उत्तरी छोटानागपुर प्रमण्डल द्वारा महत्वपूर्ण अधिनियमों पर कार्यशाला आयोजित

हजारीबाग: आज (बुधवार) को समाहरणालय, हजारीबाग के सभागार में उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार की अध्यक्षता में राजस्व अभिलेख, भूमिधारण, किरायेदारी अधिकार एवं वन क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों पर केंद्रित एक विस्तृत कार्यशाला का आयोजन किया गया।​ यह कार्यशाला भू-राजस्व एवं भूमि सुधार से संबंधित विभिन्न अधिनियमों के तहत लंबित मामलों की समीक्षा तथा उन पर विचार-विमर्श के लिए आहूत की गई।

कार्यशाला में विभिन्न अधिनियमों की महत्वपूर्ण धाराओं तथा उनके अंतर्गत लंबित प्रकरणों की Case History, मुख्य विषय एवं अधिनियमों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें The Bihar Tenants Holding (Maintenance of Records) Act, 1973 की धारा 14, 15, 16 एवं 18 पर आधारित मामले, किरायेदारी अभिलेखों के अद्यतन, धारणाधिकार की पुष्टि, रिकॉर्ड के अनुरक्षण, एवं राजस्व अभिलेखों में संशोधन और त्रुटि सुधार आदि विषयों की विस्तृत समीक्षा की गई।

■CNT Act, 1908, धारा 46 एवं 49 के निहित भूमिहस्तांतरण प्रतिबंध, अवैध रूपांतरण, पुश्तैनी भूमि संरक्षण, परंपरागत अधिकारों के हनन से जुड़े मामलों की स्थिति संग अधिनियम के प्रावधानों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया।

■BLR Act, 1950-धारा 4(h) के मद्देनजर अवैध कब्जा, अनधिकार, जमाबंदी, रद्दीकरण एवं पुनर्वितरण से जुड़े लंबित प्रकरणों की अद्यतन स्थिति प्रस्तुत की गई।

■JBCA एवं Forest Act, खास महल अधिनियमों के अंतर्गत केस–हिस्ट्री का प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसमें वन, भूमि विवाद, अतिक्रमण, सीमांकन, विभागीय समन्वय से संबंधित मुद्दों की गहन समीक्षा की गई।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने सभी राजस्व एवं वन-भूमि प्रकरणों का समयबद्ध और पारदर्शी निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि भूमि अभिलेखों का नियमित अद्यतन अनिवार्य है और विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करके विवादों का शीघ्र समाधान किया जाना चाहिए। ​उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भूमि संबंधी मामलों में अनावश्यक देरी आम नागरिकों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है, अतः सभी अधिकारी इन मामलों का पूरी संवेदनशीलता के साथ निष्पादन सुनिश्चित करें। 

बैठक में उपायुक्त हजारीबाग, उप विकास आयुक्त हजारीबाग, अपर समाहर्ता हजारीबाग, जिला खनन पदाधिकारी, जिले के अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, कार्यपालक दंडाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रखंड अंचल निरीक्षक संग अन्य उपस्थित रहे।

राजस्व मामलों पर चतरा में एकदिवसीय कार्यशाला, प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने की समीक्षा

हजारीबाग: राजस्व मामलों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर केंद्रित एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन चतरा समाहरणालय सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने की। इस कार्यशाला का उद्देश्य राजस्व प्रशासन से जुड़े प्रक्रियात्मक पहलुओं की समीक्षा करना तथा लंबित मामलों के निष्पादन की गति को तेज करना था।

बैठक की शुरुआत में अधिकारियों के साथ The Bihar Tenants Holdings (Maintenance of Records) Act, 1973, CNT Act, 1908, BLR Act, 1950, JBCA तथा Khas Mahal से संबंधित प्रावधानों का अद्यतन विवरण साझा किया गया। संबंधित धाराओं एवं संशोधनों की विस्तृत व्याख्या करते हुए बताया गया कि वर्तमान परिस्थिति में किन प्रकार के प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाना आवश्यक है। इसके साथ ही राजस्व न्यायालयों में लंबित वादों, भूमि हस्तांतरण, बंधन-मुक्ति, दाखिल-खारिज, लीज, खतियान-जमाबंदी, उत्तराधिकार, वंशावली एवं प्रमाण-पत्र संबंधी विषयों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।

प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने अंचलवार लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि राजस्व मामलों में विलंब का सीधा प्रभाव आम नागरिकों पर पड़ता है, इसलिए समयबद्ध एवं पारदर्शी कार्रवाई अनिवार्य है। उन्होंने निर्देश दिया कि कानून में निहित प्रावधानों की स्पष्ट समझ के साथ प्रत्येक प्रकरण का निष्पादन किया जाए। आयुक्त ने कार्यप्रणाली में सुधार और जवाबदेही को अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि जनता को शीघ्र एवं गुणवत्तापूर्ण सेवा उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कार्यशाला में उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री, उप विकास आयुक्त श्री अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी श्री जहूर आलम, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी वैभव सिंह सहित अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

जहरीला' है मां का दूध, एम्स और महावीर कैंसर संस्थान की स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

#studyinbiharfindsuraniuminbreastmilk

बिहार के छह जिलों में स्तनपान कराने वाली माताओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मां के दूध में यूरेनियम (यू-238) की मौजूदगी का दानवा किया जा रहा है। महावीर कैंसर संस्थान, पटना और एम्स नई दिल्ली की संयुक्त स्टडी में यह बात सामने आई है कि राज्य के छह जिलों भोजपुर, समस्तीपुर, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया और नालंदा में स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध में यूरेनियम पाया गया है।

40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क की जांच

अक्टूबर 2021 से जुलाई 2024 के बीच किए गए इस शोध में बेगूसराय, भोजपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, कटिहार और नालंदा जैसे जिलों से सैंपल लिए गए थे। इन जिलों से 17 से 35 वर्ष की आयु की 40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था। इन सभी नमूनों में यूरेनियम यानी U-238 पाया गया है। इस दूध में यूरेनियम की मात्रा 0 से 5.25 जी/एल के बीच दर्ज की गई है।

70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ा

इस शोध को महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, पटना, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स, नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के एक समूह ने मिलकर किया है। ब्रिटिश जर्नल 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन में बिहार के स्तन के दूध के नमूनों में 5 पीपीबी (प्रति अरब भाग) तक यूरेनियम पाया गया।अध्ययन के अनुसार, लगभग 70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि यह साफ किया गया है कि इससे कैंसर का खतरा नहीं है यह स्तर अभी स्वीकार्य सीमा से नीचे हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।

यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा

इस स्टडी का नेतृत्व महावीर कैंसर संस्थान के डॉ. अरुण कुमार ने किया। एम्स नई दिल्ली के डॉ. अशोक शर्मा रिसर्च के सह लेखक रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा है, क्योंकि इन जिलों में पानी पहले से ही दूषित बताया जाता रहा है। यह दूषित पानी पीने और भोजन के माध्यम से शरीर में जाता है और फिर माताओं के दूध में पहुंचकर बच्चों के लिए खतरा पैदा करता है।

माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं

शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि यूरेनियम का स्रोत कौन- सी जगह या गतिविधि है, लेकिन यह तथ्य गंभीर है कि यह सीधे बच्चों तक पहुंच रहा है। एम्स दिल्ली के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा ने कहा, 70% शिशुओं में जोखिम का संकेत जरूर मिला है, लेकिन स्वास्थ्य पर इसका वास्तविक प्रभाव कम होने की संभावना है। माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। यह शिशु के पोषण का सबसे सुरक्षित और प्रभावी स्रोत है।

पानी में आर्सेनिक ज्यादा

बिहार के 6 जिलों में लोगों का पीने का पानी और खाने का अनाज धीरे-धीरे जहर में बदलता जा रहा है। स्टडी में टीम ने बिहार के पटना, वैशाली, सारण, भोजपुर, बक्सर और नालंदा जिलों में सर्वे किया। कुल 286 घरों से हैंडपंप के पानी, गेहूं, चावल, बाल और नाखून के नमूने एकत्र किए गए। जांच में लगभग 14% हैंडपंपों के पानी, 44% गेहूं और 3% चावल के नमूनों में आर्सेनिक की मात्रा WHO की तय सीमा से अधिक पाई गई।

चुनावी हार के बाद पहली बार सामने आए प्रशांत किशोर, बोले-हार की पूरी जिम्मेदारी मेरी, करूंगा प्रायश्चित

#prashantkishorsorrytobiharvoterfor_defeated

बिहार चुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर मंगलवार को पहली बार जनता के सामने आए। प्रशांत किशोर आज पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता से माफी मांगी और अपनी नाकामी की जिम्मेदारी खुद ली। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया वो राजनीति से संन्यास लेने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को बेहतर बनाने का उनका संकल्प पहले से भी अधिक मजबूत है। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे।

हम विश्वास नहीं जीत पाए-पीके

प्रशांत किशोर ने पटना में पार्टी की हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि हमलोगों से जरूर कुछ गलती हुई है। इसलिए ऐसा परिणाम दिया। जनता ने हमलोगों को नहीं चुना। जनता ने हमलोगों पर विश्वास नहीं दिखाया। इस हार की जिम्मेदारी पूरी तरह से मेरी है। जिस प्रयास से हमलोग जुड़े थे, उनका विश्वास नहीं जीत पाया। हमलोग सामूहिक तौर पर हारे हैं।

एक दिन के मौन व्रत का ऐलान

पीके ने कहा, हम लोगों से जो गलती हुई है, मैं विनम्रता से माफ़ी मांगता हूं। 20 को भीतरहरवा आश्रम से प्रायश्चित के तौर पर सामूहिक मौन उपवास रखूंगा एक दिन के लिए। गलती हो सकती है, लेकिन गुनाह नहीं किया, वोट नहीं मिलना गुनाह नहीं है। जहां जाति की राजनीति चलती रही है, धर्म की राजनीति रही है, वहां जाति धर्म के आधार पर बांटने का गुनाह नहीं किया हूं।"

मैंने कोई गुनाह नहीं किया-पीके

प्रशांत किशोर ने कहा कि गलती हो सकती है। लेकिन, हमने गुनाह नहीं किया है। मैं सिर उठाकर कह सकता हूं कि मैंने कोई गुनाह नहीं किया है। मैंने जातियों का जहर फैलाने का गुनाह नहीं किया। मैंने जनता का मत खरीदने की कोशिश नहीं की। जिस तरह महाभारत में अभिमन्यु को घेरकर छल से मार दिया गया। लेकिन, महाभारत नहीं जीता नहीं गया। जीत उसकी ही हुई जो धर्म के साथ थे।

पीछे नहीं हटेंगे-पीके

पीके ने आगे कहा, हमलोग फिर से खड़े होंगे। हमलोग जब तक जीतेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं। जब तक व्यवस्था को सुधार नहीं देते तब तक पीछे नहीं हटेंगे। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि वे किसी पद पर नहीं हैं, इसलिए इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति छोड़ सकता हूं, लेकिन बिहार को नहीं छोड़ूंगा।

कोडरमा के समाहरणालय सभागार में राजस्व मामलों पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन

हजारीबाग उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले कोडरमा जिले के समाहरणालय सभागार में आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार की अध्यक्षता में राजस्व संबंधी मामलों पर एकदिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने भाग लिया और राजस्व मामलो से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की।

कार्यशाला में The Bihar Tenants Holding (Maintenance of Records) Act, 1973 की धारा 14, 15, 16 एवं 18, CNT Act, 1908 की धारा 46 एवं 49 तथा BLR Act, 1950 की धारा 4(h) के , Bihar Tenants Holdings ( Maintenance of Record) Act, 1973, JBCA , Khas Mahal Land के विभिन्न प्रावधानों तथा उसके अंतर्गत लंबित केस हिस्ट्री की समीक्षा की गई। इसके अतिरिक्त CNT Act, 1908 के सभी 13 संशोधनों पर भी विस्तृत जानकारी दी गई।

बैठक में भूमि हस्तांतरण, भूमि अधिग्रहण, बंदोबस्ती, लीज, दाखिल-खारिज, केवाला, खतियान जमाबंदी, एसी कोर्ट/डीसी कोर्ट मामलों, भूमि वापसी से जुड़े आदेशों, उत्तराधिकार, वंशावली, पारिवारिक प्रमाण पत्र एवं अन्य राजस्व मामलों पर विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।

प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने अंचलवार व विभागवार लंबित प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा की तथा मामलों के निष्पादन में आ रही चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विभिन्न नियमों एवं प्रक्रियाओं की जानकारी देते हुए मामलों के समयबद्ध निष्पादन पर विशेष जोर दिया। आयुक्त ने कहा कि राजस्व मामलों का निष्पादन उच्च प्राथमिकता से किया जाए, क्योंकि ये सीधे आम जनता से जुड़े होते हैं। सभी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। कार्यशाला का समापन सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देशों के साथ किया गया, ताकि राजस्व मामलों के निपटान की गति एवं गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित किया जा सके।

कार्यशाला में उपायुक्त ऋतुराज, उप विकास आयुक्त श्री रवि जैन, अपर समाहर्ता श्रीमती पूनम कुजूर, अनुमंडल पदाधिकारी श्रीमती रिया सिंह, प्रभारी विधि शाखा श्री प्रदीप कुमार शुक्ला, जिला भु-अर्जन पदाधिकारी श्री ओम प्रकाश मंडल समेत अंचल अधिकारी व अन्य मौजूद रहे।

क्या बिहार के बाद बंगाल में बजेगा बीजेपी का डंका? ममता का किला भेदना आसान नहीं

#ndahistoricvictoryinbiharassemblypollsnowtargetiswest_bengal

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर एलान किया कि अब भाजपा का अगला लक्ष्य पश्चिम बंगाल है। मोदी ने पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव में जंगलराज समाप्त करने का संकल्प व्यक्त किया है। गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में प्रस्तावित है। नए साल की शुरुआत से राज्य में चुनावी घमासान शुरू हो सकता है। बता दें पश्चिम बंगाल में बीजेपी मुख्य विपक्षी दल है।

बिहार में विधानसभा चुनाव खत्म हो गया है। इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जिस तरह के चुनाव परिणाम आए हैं वह भारतीय जनता पार्टी के लिए नई रणनीति का नया स्वरूप जरूर खड़ा कर रहे हैं। यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी 2026 के मार्च अप्रैल महीने में होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर अभी से जीत का दावा करना शुरू कर चुकी है।

पीएम मोदी समेत तमाम बड़े नेता कर रहे दावे

बिहार में नतीजों के बाद बीजेपी पश्चिम बंगाल को अपना अगला लक्ष्य बता रही है। पीएम मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने पश्चिम बंगाल को जीतने का दावा किया है। पार्टी के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर दावा क‍िया क‍ि वहाँ पार्टी की जीत होगी।

बीजेपी के दावों की क्या है वजह

बीजेपी के बंगाल जीतने के दावों की एक बड़ी वजह है पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था का बिगड़ना। बिहार में नीतीश कुमार का गद्दी पर बैठना उनके सुशासन के संकल्प का एक बड़ा उदाहरण बताया जा रहा है। अब पश्चिम बंगाल से जंगल राज को खत्म करने की रणनीति राजनीति का मुख्य हिस्सा बन रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के राजनीति का आधार भी पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से बलात्कार, हिंदू मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति, एसआईआर का विरोध, बीजेपी के लिए मजबूत राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए जो मुद्दे हैं, बिहार में उन्हीं मुद्दों को हराकर भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीती है।

टीएमसी ने बीजेपी के दावे को खारिज किया

हालांकि, टीएमसी ने बीजेपी के दावे को खारिज कर दा है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने एक पोस्‍ट में कहा, "बंगाल की राजनीतिक क़‍िस्मत पटना या दिल्ली में नहीं लिखी जाती। यह यहाँ लिखी जाती है, उन लोगों द्वारा जिन्होंने बार-बार बीजेपी की बाँटने वाली राजनीति को नकारा है और ममता बनर्जी पर भरोसा जताया है। साल 2026 में बीजेपी का वही अंजाम होगा, जो हमेशा बंगाल में होता आया है– नाकामी और अप्रासंगिकता।

2011 से सत्ता में है टीएमसी

लंबे समय तक वामदलों के गढ़ रहे पश्चिम बंगाल में साल 2011 में सत्ता परिवर्तन हुआ था। इस चुनाव में बीजेपी को 184 सीटें मिली थीं। ममता बनर्जी पहली बार राज्य की सीएम बनी थीं। इसके बाद ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने 2016 में फिर से जीत हासिल की थी। तब पार्टी को 211 सीटें मिली थी। ममता बनर्जी दूसरी बार राज्य की सीएम बनी थीं। 2021 में लगातार तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। टीएमसी ने अपने प्रदर्शन को और बेहतर करते हुए 215 सीटें जीती थीं। ऐसे में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी राज्य में जीत की हैट्रिक जड़ चुकी है। 2026 के चुनावों में टीएमसी का मुकाबला बीजेपी से होगा

बिहार में नई सरकार बनाने की कवायद तेज, मंत्रिमंडल का फॉर्मूला तय, जानें किस दल से कितने होंगे मंत्री?

#biharnewcabinetformulanda_government

बिहार में अब नई सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। जेडीयू ने कल विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। कल यानी सोमवार को बीजेपी विधायक दल की भी बैठक हो सकती है। नीतीश कुमार 17 नवंबर को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और इसी दिन नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर सकते हैं। सीएम हाउस के सूत्रों की मानें तो 20 नवंबर को नीतीश कुमार 10वीं बार सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।

नई सरकार के गठन के कवायद के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है- नई सरकार की कैबिनेट कैसी होगी और किस दल से कितने मंत्री शामिल किए जाएंगे?

मंत्रालयों के बंटवारे का फॉर्मूला तय

सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के घटक दलों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर प्राथमिक सहमति बन चुकी है। हालांकि अंतिम घोषणा से पहले मामूली फेरबदल की संभावना बनी हुई है। सूत्रों से मिले रिपोर्ट के अनुसार बिहार में एनडीए घटक से मंत्री बनाए जाने के लिए 6-1 का फॉर्मूला लागू किया जाएगा। यानी 6 विधायक पर एक मंत्री सरकार के मंत्री मंडल में शामिल हो सकते हैं।

30-32 मंत्रियों का हो सकता है मंत्रिमंडल

सूत्रों की मानें तो इस बार 30-32 मंत्रियों का मंत्रिमंडल हो सकता है। इसमें जेडीयू और बीजेपी के बराबर-बराबर मंत्री हो सकते हैं। इनके अलावा चिराग पासवान की पार्टी को 3 मंत्री पद, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक-एक मंत्री पद मिल सकता है। विधानसभा के मौजूदा नंबर के हिसाब से बिहार में कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं।

किस दल के कितने मंत्री?

जदयू: सीएम नीतीश कुमार के अलावा 13-14 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं।

बीजेपी: विधायकों की संख्या के आधार पर 15 से 16 मंत्रियों की संभावना है।

लोजपा (आर): चिराग पासवान की पार्टी से 3 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।

हम और रालोमो: इन दोनों दलों से एक–एक विधायक को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।

फिर से दो डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा

बिहार में एक बार फिर से दो डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा है, लेकिन दोनों बीजेपी की जगह एक डिप्टी सीएम पद पर एलजेपी (R) भी दावेदारी कर रही है। फिलहाल कैमरे पर सीधे बोलने की बजाय वे दबी जुबान ये बातें कर रहे है। हालांकि, नीतीश कुमार सीएम होंगे तो डिप्टी सीएम कौन होगा ये बीजेपी ही तय करेगी।

यह सुशासन, विकास की जीत…बिहार चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी की पहली प्रतिक्रिया

#pmmodionbiharvidhansabhachunav_results

बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार आ रही है। विधानसभा चुनाव-2025 में बीजेपी-जेडीयू को बंपर वोट मिला है। गठबंधन की प्रचंड जीत हुई है। बिहार चुनाव के नतीजे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशासन और विकास की जीत बताया है।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर बिहार चुनाव के नतीजों पर लिखा कि 'सुशासन की जीत हुई है। विकास की जीत हुई है। जन-कल्याण की भावना की जीत हुई है। सामाजिक न्याय की जीत हुई है। बिहार के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार, जिन्होंने 2025 के विधानसभा चुनावों में एनडीए को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व जीत का आशीर्वाद दिया है। यह प्रचंड जनादेश हमें जनता-जनार्दन की सेवा करने और बिहार के लिए नए संकल्प के साथ काम करने की शक्ति प्रदान करेगा।'

पीएम ने जताया एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अथक परिश्रम किया है। उन्होंने जनता के बीच जाकर हमारे विकास के एजेंडे को सामने रखा और विपक्ष के हर झूठ का मजबूती से जवाब दिया। मैं उनकी हृदय से सराहना करता हूं!'

पीएम मोदी ने नीतीश कुमार दी बधाई

प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए ने राज्य का चौतरफा विकास किया है। लोगों ने हमारे ट्रैक रिकॉर्ड और राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के हमारे विजन को देखकर हमें भारी बहुमत दिया है। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और एनडीए परिवार के हमारे सहयोगी चिराग पासवान जी, जीतन राम मांझी जी और उपेंद्र कुशवाहा जी को इस जबरदस्त जीत के लिए हार्दिक बधाई देता हूं।

बढ़-चढ़कर काम करने का दिया भरोसा

पीएम मोदी ने लिखा कि आने वाले समय में हम बिहार के विकास, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और राज्य की संस्कृति को नई पहचान देने के लिए बढ़-चढ़कर काम करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां की युवा शक्ति और नारी शक्ति को समृद्ध जीवन के लिए भरपूर अवसर मिले।

बिहार में जो खेल SIR ने किया है वो बाकी जगह नहीं हो पाएगा, रुझान पर बौखला गए अखिलेश यादव

#akhileshyadavreactiononbiharelectionresults

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को जारी मतगणना में एनडीए गठबंधन बड़ी जीत की ओर बढ़ रहा है। वहीं, महागठबंधन की हालत खस्ता है। चुनाव परिणाम के रुझानों में जदयू, भाजपा और अन्य दलों का गठबंधन की जीत और राजद, कांग्रेस आदि के महागठबंधन की हार पर अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर महागठबंधन की हार की ठीकरा फोड़ दिया है।

अब आगे हम ये खेल इनको नहीं खेलने देंगे-अखिलेश

अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर अपनी बौखलाहट जाहिर की। अखिलेश यादव ने लिखा, 'बिहार में जो खेल एसआईआर ने किया है वो पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, यूपी और बाक़ी जगह पर अब नहीं हो पायेगा क्योंकि इस चुनावी साजिश का अब भंडाफोड़ हो चुका है। अब आगे हम ये खेल, इनको नहीं खेलने देंगे।

भाजपा दल नहीं छल है-अखिलेश

सपा प्रमुख ने आगे कहा कि सीसीटीवी की तरह हमारा ‘पीपीटीवी’ मतलब ‘पीडीए प्रहरी’ चौकन्ना रहकर भाजपाई मंसूबों को नाकाम करेगा। भाजपा दल नहीं छल है।'

क्या है ‘पीपीटीवी’?

बता दें कि ‘पीपीटीवी’ वाला विचार अखिलेश ने पहले भी 12 नवंबर को एक्स पर साझा किया था, जहां उन्होंने लिखा था, “हम एसआईआर के लिए सीसीटीवी की तरह ‘पीपीटीवी’ लगाएंगे। पीडीए प्रहरी का चुनाव आयोग के लिए मूल संदेश है: तू जहाँ-जहाँ चलेगा, मेरा साया साथ होगा।” सपा नेताओं का दावा है कि यह तंत्र युवा कार्यकर्ताओं के साथ डिजिटल टूल्स पर आधारित होगा, जो वोटर लिस्ट, बूथ मैनेजमेंट और मतगणना पर सतर्क निगरानी रखेगा

बिहार में सताने लगी सर्दी, पछुआ हवा ने बढ़ाई परेशानी, तापमान में तेज गिरावट

#biharweatheicywesterlywindsbreakrecordstempraturedrops

बिहार में ठंड और तेज होती जा रही है। पूरे राज्य में शीतलहर ने दस्तक दे दी है।बिहार में पछुआ हवा के कारण ठंड और बढ़ गई है। 20–25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवा चल रही है। जिसके कारण राज्य भर में न्यूनतम तापमान लगातार नीचे जा रहा है, जिससे कड़ाके की ठंड लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, पिछले दो-तीन दिनों में राज्य के कई जिलों में रात का पारा काफी नीचे तक रिकॉर्ड किया गया है। पटना में न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस और गया में 10.6 डिग्री दर्ज हुआ। प्रशासन ने बच्चों, बुजुर्गों और यात्रियों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की है, क्योंकि ये ठंड अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है।

घने कोहरे को लेकर अलर्ट

बिहार मौसम सेवा केंद्र ने 11 दिसंबर तक राज्य के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, गोपालगंज, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज जैसे जिलों में घने कोहरे की चेतावनी है, जबकि औरंगाबाद, गया, रोहतास और कैमूर में भी कोहरे का असर दिख सकता है। सबसे कम तापमान सबौर में 8.4 डिग्री दर्ज किया गया है।

48 घंटे तक लगातार जारी रहेंगी पछुआ हवाएं

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 15-20 किमी/घंटा की रफ्तार वाली ठंडी पछुआ हवाएं अगले 48 घंटे तक लगातार जारी रहेंगी। हवाओं और तापमान में गिरावट के कारण सुबह के समय घना कोहरा दिख रहा है। जिससे विजिबिलिटी (दृश्यता) काफी कम हो जा रही है। विजिबिलिटी कई जिलों में 50 मीटर से भी नीचे जाने की आशंका है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित होने की संभावना है।

अगले 3–4 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3–4 दिनों में प्रदेश के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। इसके साथ ही, अधिकतम तापमान में हल्की कमी आ सकती है, जबकि न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना नहीं जताई गई है। दक्षिण बिहार के कई जिले जैसे बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, अरवल और रोहतास में रात का तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। 15 दिसंबर तक पूरे राज्य में मौसम शुष्क बने रहने का अनुमान है और बारिश को लेकर कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।

प्रमण्डलीय आयुक्त, उत्तरी छोटानागपुर प्रमण्डल द्वारा महत्वपूर्ण अधिनियमों पर कार्यशाला आयोजित

हजारीबाग: आज (बुधवार) को समाहरणालय, हजारीबाग के सभागार में उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार की अध्यक्षता में राजस्व अभिलेख, भूमिधारण, किरायेदारी अधिकार एवं वन क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों पर केंद्रित एक विस्तृत कार्यशाला का आयोजन किया गया।​ यह कार्यशाला भू-राजस्व एवं भूमि सुधार से संबंधित विभिन्न अधिनियमों के तहत लंबित मामलों की समीक्षा तथा उन पर विचार-विमर्श के लिए आहूत की गई।

कार्यशाला में विभिन्न अधिनियमों की महत्वपूर्ण धाराओं तथा उनके अंतर्गत लंबित प्रकरणों की Case History, मुख्य विषय एवं अधिनियमों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें The Bihar Tenants Holding (Maintenance of Records) Act, 1973 की धारा 14, 15, 16 एवं 18 पर आधारित मामले, किरायेदारी अभिलेखों के अद्यतन, धारणाधिकार की पुष्टि, रिकॉर्ड के अनुरक्षण, एवं राजस्व अभिलेखों में संशोधन और त्रुटि सुधार आदि विषयों की विस्तृत समीक्षा की गई।

■CNT Act, 1908, धारा 46 एवं 49 के निहित भूमिहस्तांतरण प्रतिबंध, अवैध रूपांतरण, पुश्तैनी भूमि संरक्षण, परंपरागत अधिकारों के हनन से जुड़े मामलों की स्थिति संग अधिनियम के प्रावधानों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया।

■BLR Act, 1950-धारा 4(h) के मद्देनजर अवैध कब्जा, अनधिकार, जमाबंदी, रद्दीकरण एवं पुनर्वितरण से जुड़े लंबित प्रकरणों की अद्यतन स्थिति प्रस्तुत की गई।

■JBCA एवं Forest Act, खास महल अधिनियमों के अंतर्गत केस–हिस्ट्री का प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसमें वन, भूमि विवाद, अतिक्रमण, सीमांकन, विभागीय समन्वय से संबंधित मुद्दों की गहन समीक्षा की गई।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने सभी राजस्व एवं वन-भूमि प्रकरणों का समयबद्ध और पारदर्शी निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि भूमि अभिलेखों का नियमित अद्यतन अनिवार्य है और विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करके विवादों का शीघ्र समाधान किया जाना चाहिए। ​उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भूमि संबंधी मामलों में अनावश्यक देरी आम नागरिकों को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है, अतः सभी अधिकारी इन मामलों का पूरी संवेदनशीलता के साथ निष्पादन सुनिश्चित करें। 

बैठक में उपायुक्त हजारीबाग, उप विकास आयुक्त हजारीबाग, अपर समाहर्ता हजारीबाग, जिला खनन पदाधिकारी, जिले के अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, कार्यपालक दंडाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रखंड अंचल निरीक्षक संग अन्य उपस्थित रहे।

राजस्व मामलों पर चतरा में एकदिवसीय कार्यशाला, प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने की समीक्षा

हजारीबाग: राजस्व मामलों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर केंद्रित एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन चतरा समाहरणालय सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने की। इस कार्यशाला का उद्देश्य राजस्व प्रशासन से जुड़े प्रक्रियात्मक पहलुओं की समीक्षा करना तथा लंबित मामलों के निष्पादन की गति को तेज करना था।

बैठक की शुरुआत में अधिकारियों के साथ The Bihar Tenants Holdings (Maintenance of Records) Act, 1973, CNT Act, 1908, BLR Act, 1950, JBCA तथा Khas Mahal से संबंधित प्रावधानों का अद्यतन विवरण साझा किया गया। संबंधित धाराओं एवं संशोधनों की विस्तृत व्याख्या करते हुए बताया गया कि वर्तमान परिस्थिति में किन प्रकार के प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाना आवश्यक है। इसके साथ ही राजस्व न्यायालयों में लंबित वादों, भूमि हस्तांतरण, बंधन-मुक्ति, दाखिल-खारिज, लीज, खतियान-जमाबंदी, उत्तराधिकार, वंशावली एवं प्रमाण-पत्र संबंधी विषयों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा हुई।

प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने अंचलवार लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि राजस्व मामलों में विलंब का सीधा प्रभाव आम नागरिकों पर पड़ता है, इसलिए समयबद्ध एवं पारदर्शी कार्रवाई अनिवार्य है। उन्होंने निर्देश दिया कि कानून में निहित प्रावधानों की स्पष्ट समझ के साथ प्रत्येक प्रकरण का निष्पादन किया जाए। आयुक्त ने कार्यप्रणाली में सुधार और जवाबदेही को अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि जनता को शीघ्र एवं गुणवत्तापूर्ण सेवा उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कार्यशाला में उपायुक्त श्रीमती कीर्तिश्री, उप विकास आयुक्त श्री अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी श्री जहूर आलम, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी वैभव सिंह सहित अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

जहरीला' है मां का दूध, एम्स और महावीर कैंसर संस्थान की स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

#studyinbiharfindsuraniuminbreastmilk

बिहार के छह जिलों में स्तनपान कराने वाली माताओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मां के दूध में यूरेनियम (यू-238) की मौजूदगी का दानवा किया जा रहा है। महावीर कैंसर संस्थान, पटना और एम्स नई दिल्ली की संयुक्त स्टडी में यह बात सामने आई है कि राज्य के छह जिलों भोजपुर, समस्तीपुर, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया और नालंदा में स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध में यूरेनियम पाया गया है।

40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क की जांच

अक्टूबर 2021 से जुलाई 2024 के बीच किए गए इस शोध में बेगूसराय, भोजपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, कटिहार और नालंदा जैसे जिलों से सैंपल लिए गए थे। इन जिलों से 17 से 35 वर्ष की आयु की 40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था। इन सभी नमूनों में यूरेनियम यानी U-238 पाया गया है। इस दूध में यूरेनियम की मात्रा 0 से 5.25 जी/एल के बीच दर्ज की गई है।

70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ा

इस शोध को महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, पटना, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स, नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के एक समूह ने मिलकर किया है। ब्रिटिश जर्नल 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन में बिहार के स्तन के दूध के नमूनों में 5 पीपीबी (प्रति अरब भाग) तक यूरेनियम पाया गया।अध्ययन के अनुसार, लगभग 70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि यह साफ किया गया है कि इससे कैंसर का खतरा नहीं है यह स्तर अभी स्वीकार्य सीमा से नीचे हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।

यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा

इस स्टडी का नेतृत्व महावीर कैंसर संस्थान के डॉ. अरुण कुमार ने किया। एम्स नई दिल्ली के डॉ. अशोक शर्मा रिसर्च के सह लेखक रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा है, क्योंकि इन जिलों में पानी पहले से ही दूषित बताया जाता रहा है। यह दूषित पानी पीने और भोजन के माध्यम से शरीर में जाता है और फिर माताओं के दूध में पहुंचकर बच्चों के लिए खतरा पैदा करता है।

माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं

शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि यूरेनियम का स्रोत कौन- सी जगह या गतिविधि है, लेकिन यह तथ्य गंभीर है कि यह सीधे बच्चों तक पहुंच रहा है। एम्स दिल्ली के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा ने कहा, 70% शिशुओं में जोखिम का संकेत जरूर मिला है, लेकिन स्वास्थ्य पर इसका वास्तविक प्रभाव कम होने की संभावना है। माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। यह शिशु के पोषण का सबसे सुरक्षित और प्रभावी स्रोत है।

पानी में आर्सेनिक ज्यादा

बिहार के 6 जिलों में लोगों का पीने का पानी और खाने का अनाज धीरे-धीरे जहर में बदलता जा रहा है। स्टडी में टीम ने बिहार के पटना, वैशाली, सारण, भोजपुर, बक्सर और नालंदा जिलों में सर्वे किया। कुल 286 घरों से हैंडपंप के पानी, गेहूं, चावल, बाल और नाखून के नमूने एकत्र किए गए। जांच में लगभग 14% हैंडपंपों के पानी, 44% गेहूं और 3% चावल के नमूनों में आर्सेनिक की मात्रा WHO की तय सीमा से अधिक पाई गई।

चुनावी हार के बाद पहली बार सामने आए प्रशांत किशोर, बोले-हार की पूरी जिम्मेदारी मेरी, करूंगा प्रायश्चित

#prashantkishorsorrytobiharvoterfor_defeated

बिहार चुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर मंगलवार को पहली बार जनता के सामने आए। प्रशांत किशोर आज पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता से माफी मांगी और अपनी नाकामी की जिम्मेदारी खुद ली। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया वो राजनीति से संन्यास लेने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को बेहतर बनाने का उनका संकल्प पहले से भी अधिक मजबूत है। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे।

हम विश्वास नहीं जीत पाए-पीके

प्रशांत किशोर ने पटना में पार्टी की हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि हमलोगों से जरूर कुछ गलती हुई है। इसलिए ऐसा परिणाम दिया। जनता ने हमलोगों को नहीं चुना। जनता ने हमलोगों पर विश्वास नहीं दिखाया। इस हार की जिम्मेदारी पूरी तरह से मेरी है। जिस प्रयास से हमलोग जुड़े थे, उनका विश्वास नहीं जीत पाया। हमलोग सामूहिक तौर पर हारे हैं।

एक दिन के मौन व्रत का ऐलान

पीके ने कहा, हम लोगों से जो गलती हुई है, मैं विनम्रता से माफ़ी मांगता हूं। 20 को भीतरहरवा आश्रम से प्रायश्चित के तौर पर सामूहिक मौन उपवास रखूंगा एक दिन के लिए। गलती हो सकती है, लेकिन गुनाह नहीं किया, वोट नहीं मिलना गुनाह नहीं है। जहां जाति की राजनीति चलती रही है, धर्म की राजनीति रही है, वहां जाति धर्म के आधार पर बांटने का गुनाह नहीं किया हूं।"

मैंने कोई गुनाह नहीं किया-पीके

प्रशांत किशोर ने कहा कि गलती हो सकती है। लेकिन, हमने गुनाह नहीं किया है। मैं सिर उठाकर कह सकता हूं कि मैंने कोई गुनाह नहीं किया है। मैंने जातियों का जहर फैलाने का गुनाह नहीं किया। मैंने जनता का मत खरीदने की कोशिश नहीं की। जिस तरह महाभारत में अभिमन्यु को घेरकर छल से मार दिया गया। लेकिन, महाभारत नहीं जीता नहीं गया। जीत उसकी ही हुई जो धर्म के साथ थे।

पीछे नहीं हटेंगे-पीके

पीके ने आगे कहा, हमलोग फिर से खड़े होंगे। हमलोग जब तक जीतेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं। जब तक व्यवस्था को सुधार नहीं देते तब तक पीछे नहीं हटेंगे। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि वे किसी पद पर नहीं हैं, इसलिए इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति छोड़ सकता हूं, लेकिन बिहार को नहीं छोड़ूंगा।

कोडरमा के समाहरणालय सभागार में राजस्व मामलों पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन

हजारीबाग उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले कोडरमा जिले के समाहरणालय सभागार में आज उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार की अध्यक्षता में राजस्व संबंधी मामलों पर एकदिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने भाग लिया और राजस्व मामलो से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की।

कार्यशाला में The Bihar Tenants Holding (Maintenance of Records) Act, 1973 की धारा 14, 15, 16 एवं 18, CNT Act, 1908 की धारा 46 एवं 49 तथा BLR Act, 1950 की धारा 4(h) के , Bihar Tenants Holdings ( Maintenance of Record) Act, 1973, JBCA , Khas Mahal Land के विभिन्न प्रावधानों तथा उसके अंतर्गत लंबित केस हिस्ट्री की समीक्षा की गई। इसके अतिरिक्त CNT Act, 1908 के सभी 13 संशोधनों पर भी विस्तृत जानकारी दी गई।

बैठक में भूमि हस्तांतरण, भूमि अधिग्रहण, बंदोबस्ती, लीज, दाखिल-खारिज, केवाला, खतियान जमाबंदी, एसी कोर्ट/डीसी कोर्ट मामलों, भूमि वापसी से जुड़े आदेशों, उत्तराधिकार, वंशावली, पारिवारिक प्रमाण पत्र एवं अन्य राजस्व मामलों पर विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।

प्रमंडलीय आयुक्त श्री पवन कुमार ने अंचलवार व विभागवार लंबित प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा की तथा मामलों के निष्पादन में आ रही चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विभिन्न नियमों एवं प्रक्रियाओं की जानकारी देते हुए मामलों के समयबद्ध निष्पादन पर विशेष जोर दिया। आयुक्त ने कहा कि राजस्व मामलों का निष्पादन उच्च प्राथमिकता से किया जाए, क्योंकि ये सीधे आम जनता से जुड़े होते हैं। सभी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। कार्यशाला का समापन सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देशों के साथ किया गया, ताकि राजस्व मामलों के निपटान की गति एवं गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित किया जा सके।

कार्यशाला में उपायुक्त ऋतुराज, उप विकास आयुक्त श्री रवि जैन, अपर समाहर्ता श्रीमती पूनम कुजूर, अनुमंडल पदाधिकारी श्रीमती रिया सिंह, प्रभारी विधि शाखा श्री प्रदीप कुमार शुक्ला, जिला भु-अर्जन पदाधिकारी श्री ओम प्रकाश मंडल समेत अंचल अधिकारी व अन्य मौजूद रहे।

क्या बिहार के बाद बंगाल में बजेगा बीजेपी का डंका? ममता का किला भेदना आसान नहीं

#ndahistoricvictoryinbiharassemblypollsnowtargetiswest_bengal

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर एलान किया कि अब भाजपा का अगला लक्ष्य पश्चिम बंगाल है। मोदी ने पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव में जंगलराज समाप्त करने का संकल्प व्यक्त किया है। गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में प्रस्तावित है। नए साल की शुरुआत से राज्य में चुनावी घमासान शुरू हो सकता है। बता दें पश्चिम बंगाल में बीजेपी मुख्य विपक्षी दल है।

बिहार में विधानसभा चुनाव खत्म हो गया है। इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जिस तरह के चुनाव परिणाम आए हैं वह भारतीय जनता पार्टी के लिए नई रणनीति का नया स्वरूप जरूर खड़ा कर रहे हैं। यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी 2026 के मार्च अप्रैल महीने में होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर अभी से जीत का दावा करना शुरू कर चुकी है।

पीएम मोदी समेत तमाम बड़े नेता कर रहे दावे

बिहार में नतीजों के बाद बीजेपी पश्चिम बंगाल को अपना अगला लक्ष्य बता रही है। पीएम मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने पश्चिम बंगाल को जीतने का दावा किया है। पार्टी के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर दावा क‍िया क‍ि वहाँ पार्टी की जीत होगी।

बीजेपी के दावों की क्या है वजह

बीजेपी के बंगाल जीतने के दावों की एक बड़ी वजह है पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था का बिगड़ना। बिहार में नीतीश कुमार का गद्दी पर बैठना उनके सुशासन के संकल्प का एक बड़ा उदाहरण बताया जा रहा है। अब पश्चिम बंगाल से जंगल राज को खत्म करने की रणनीति राजनीति का मुख्य हिस्सा बन रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के राजनीति का आधार भी पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से बलात्कार, हिंदू मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति, एसआईआर का विरोध, बीजेपी के लिए मजबूत राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए जो मुद्दे हैं, बिहार में उन्हीं मुद्दों को हराकर भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीती है।

टीएमसी ने बीजेपी के दावे को खारिज किया

हालांकि, टीएमसी ने बीजेपी के दावे को खारिज कर दा है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने एक पोस्‍ट में कहा, "बंगाल की राजनीतिक क़‍िस्मत पटना या दिल्ली में नहीं लिखी जाती। यह यहाँ लिखी जाती है, उन लोगों द्वारा जिन्होंने बार-बार बीजेपी की बाँटने वाली राजनीति को नकारा है और ममता बनर्जी पर भरोसा जताया है। साल 2026 में बीजेपी का वही अंजाम होगा, जो हमेशा बंगाल में होता आया है– नाकामी और अप्रासंगिकता।

2011 से सत्ता में है टीएमसी

लंबे समय तक वामदलों के गढ़ रहे पश्चिम बंगाल में साल 2011 में सत्ता परिवर्तन हुआ था। इस चुनाव में बीजेपी को 184 सीटें मिली थीं। ममता बनर्जी पहली बार राज्य की सीएम बनी थीं। इसके बाद ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने 2016 में फिर से जीत हासिल की थी। तब पार्टी को 211 सीटें मिली थी। ममता बनर्जी दूसरी बार राज्य की सीएम बनी थीं। 2021 में लगातार तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। टीएमसी ने अपने प्रदर्शन को और बेहतर करते हुए 215 सीटें जीती थीं। ऐसे में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी राज्य में जीत की हैट्रिक जड़ चुकी है। 2026 के चुनावों में टीएमसी का मुकाबला बीजेपी से होगा

बिहार में नई सरकार बनाने की कवायद तेज, मंत्रिमंडल का फॉर्मूला तय, जानें किस दल से कितने होंगे मंत्री?

#biharnewcabinetformulanda_government

बिहार में अब नई सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। जेडीयू ने कल विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। कल यानी सोमवार को बीजेपी विधायक दल की भी बैठक हो सकती है। नीतीश कुमार 17 नवंबर को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और इसी दिन नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर सकते हैं। सीएम हाउस के सूत्रों की मानें तो 20 नवंबर को नीतीश कुमार 10वीं बार सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।

नई सरकार के गठन के कवायद के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है- नई सरकार की कैबिनेट कैसी होगी और किस दल से कितने मंत्री शामिल किए जाएंगे?

मंत्रालयों के बंटवारे का फॉर्मूला तय

सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के घटक दलों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर प्राथमिक सहमति बन चुकी है। हालांकि अंतिम घोषणा से पहले मामूली फेरबदल की संभावना बनी हुई है। सूत्रों से मिले रिपोर्ट के अनुसार बिहार में एनडीए घटक से मंत्री बनाए जाने के लिए 6-1 का फॉर्मूला लागू किया जाएगा। यानी 6 विधायक पर एक मंत्री सरकार के मंत्री मंडल में शामिल हो सकते हैं।

30-32 मंत्रियों का हो सकता है मंत्रिमंडल

सूत्रों की मानें तो इस बार 30-32 मंत्रियों का मंत्रिमंडल हो सकता है। इसमें जेडीयू और बीजेपी के बराबर-बराबर मंत्री हो सकते हैं। इनके अलावा चिराग पासवान की पार्टी को 3 मंत्री पद, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक-एक मंत्री पद मिल सकता है। विधानसभा के मौजूदा नंबर के हिसाब से बिहार में कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं।

किस दल के कितने मंत्री?

जदयू: सीएम नीतीश कुमार के अलावा 13-14 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं।

बीजेपी: विधायकों की संख्या के आधार पर 15 से 16 मंत्रियों की संभावना है।

लोजपा (आर): चिराग पासवान की पार्टी से 3 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।

हम और रालोमो: इन दोनों दलों से एक–एक विधायक को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।

फिर से दो डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा

बिहार में एक बार फिर से दो डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा है, लेकिन दोनों बीजेपी की जगह एक डिप्टी सीएम पद पर एलजेपी (R) भी दावेदारी कर रही है। फिलहाल कैमरे पर सीधे बोलने की बजाय वे दबी जुबान ये बातें कर रहे है। हालांकि, नीतीश कुमार सीएम होंगे तो डिप्टी सीएम कौन होगा ये बीजेपी ही तय करेगी।

यह सुशासन, विकास की जीत…बिहार चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी की पहली प्रतिक्रिया

#pmmodionbiharvidhansabhachunav_results

बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार आ रही है। विधानसभा चुनाव-2025 में बीजेपी-जेडीयू को बंपर वोट मिला है। गठबंधन की प्रचंड जीत हुई है। बिहार चुनाव के नतीजे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशासन और विकास की जीत बताया है।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर बिहार चुनाव के नतीजों पर लिखा कि 'सुशासन की जीत हुई है। विकास की जीत हुई है। जन-कल्याण की भावना की जीत हुई है। सामाजिक न्याय की जीत हुई है। बिहार के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार, जिन्होंने 2025 के विधानसभा चुनावों में एनडीए को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व जीत का आशीर्वाद दिया है। यह प्रचंड जनादेश हमें जनता-जनार्दन की सेवा करने और बिहार के लिए नए संकल्प के साथ काम करने की शक्ति प्रदान करेगा।'

पीएम ने जताया एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अथक परिश्रम किया है। उन्होंने जनता के बीच जाकर हमारे विकास के एजेंडे को सामने रखा और विपक्ष के हर झूठ का मजबूती से जवाब दिया। मैं उनकी हृदय से सराहना करता हूं!'

पीएम मोदी ने नीतीश कुमार दी बधाई

प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए ने राज्य का चौतरफा विकास किया है। लोगों ने हमारे ट्रैक रिकॉर्ड और राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के हमारे विजन को देखकर हमें भारी बहुमत दिया है। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और एनडीए परिवार के हमारे सहयोगी चिराग पासवान जी, जीतन राम मांझी जी और उपेंद्र कुशवाहा जी को इस जबरदस्त जीत के लिए हार्दिक बधाई देता हूं।

बढ़-चढ़कर काम करने का दिया भरोसा

पीएम मोदी ने लिखा कि आने वाले समय में हम बिहार के विकास, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और राज्य की संस्कृति को नई पहचान देने के लिए बढ़-चढ़कर काम करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां की युवा शक्ति और नारी शक्ति को समृद्ध जीवन के लिए भरपूर अवसर मिले।

बिहार में जो खेल SIR ने किया है वो बाकी जगह नहीं हो पाएगा, रुझान पर बौखला गए अखिलेश यादव

#akhileshyadavreactiononbiharelectionresults

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को जारी मतगणना में एनडीए गठबंधन बड़ी जीत की ओर बढ़ रहा है। वहीं, महागठबंधन की हालत खस्ता है। चुनाव परिणाम के रुझानों में जदयू, भाजपा और अन्य दलों का गठबंधन की जीत और राजद, कांग्रेस आदि के महागठबंधन की हार पर अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर महागठबंधन की हार की ठीकरा फोड़ दिया है।

अब आगे हम ये खेल इनको नहीं खेलने देंगे-अखिलेश

अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर अपनी बौखलाहट जाहिर की। अखिलेश यादव ने लिखा, 'बिहार में जो खेल एसआईआर ने किया है वो पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, यूपी और बाक़ी जगह पर अब नहीं हो पायेगा क्योंकि इस चुनावी साजिश का अब भंडाफोड़ हो चुका है। अब आगे हम ये खेल, इनको नहीं खेलने देंगे।

भाजपा दल नहीं छल है-अखिलेश

सपा प्रमुख ने आगे कहा कि सीसीटीवी की तरह हमारा ‘पीपीटीवी’ मतलब ‘पीडीए प्रहरी’ चौकन्ना रहकर भाजपाई मंसूबों को नाकाम करेगा। भाजपा दल नहीं छल है।'

क्या है ‘पीपीटीवी’?

बता दें कि ‘पीपीटीवी’ वाला विचार अखिलेश ने पहले भी 12 नवंबर को एक्स पर साझा किया था, जहां उन्होंने लिखा था, “हम एसआईआर के लिए सीसीटीवी की तरह ‘पीपीटीवी’ लगाएंगे। पीडीए प्रहरी का चुनाव आयोग के लिए मूल संदेश है: तू जहाँ-जहाँ चलेगा, मेरा साया साथ होगा।” सपा नेताओं का दावा है कि यह तंत्र युवा कार्यकर्ताओं के साथ डिजिटल टूल्स पर आधारित होगा, जो वोटर लिस्ट, बूथ मैनेजमेंट और मतगणना पर सतर्क निगरानी रखेगा