शेहला रशीद ने की पीएम मोदी और शाह की तारीफ, बताया सुप्रीम कोर्ट में 370 को लेकर दायर याचिका क्यों ली वापस?
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जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं। कश्मीर की मौजूदा स्थिति को लेकर शेहला रशीद ने एक बार फिर मोदी सरकार की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर गाजा नहीं है। मोदी सरकार ने इसका राजनीतिक समाधान तलाशा और यह समाधान खूनी नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थितियां अच्छी हैं, मै इसके लिए मोदी सरकार और अमित शाह की आभारी हूं।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ शेहला रशीद ने मुस्लिम, मॉब लिंचिंग, जम्मू कश्मीर और पाकिस्तान से लेकर विभिन्न मुद्दों को लेकर बात की। इस दौरान उन्होंने ये बताया कि सुप्रीम कोर्ट में 370 को लेकर दायर की गई याचिका वापस क्यों ली। शेहला रशीद ने कहा, भारत बड़ा देश है। देश में कई मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुई है। मुस्लिमों के खिलाफ कई बयान भी दिए गए हैं। इससे दुख जरूर होता है, लेकिन क्या हमें नकारात्मकता के नैरेटिव पर ध्यान देना चाहिए है। मुझे ऐसा नहीं लगता क्योंकि हमने ऐसा करके कई साल गंवाए हैं।
आज कश्मीर में बदली हुई स्थितियां
एएनआई ने रशीद से बातचीत में एक सवाल पूछा कि ‘आप पत्थबाजों को सपोर्ट करती थीं? इसका उत्तर देते हुए उन्होंने कहा, हां 2010 में, लेकिन आज जब मैं कश्मीर को देखती हूं, तो मैं बदली हुई स्थितियां पाती हूं। कश्मीर गाजा नहीं है, यह साफ हो गया है कि कश्मीर गाजा नहीं है, क्योंकि कश्मीर सिर्फ इन आगे-पीछे के विरोध प्रदर्शनों और उग्रवाद और घुसपैठ जैसी छिटपुट घटनाओं में शामिल था। उन्होंने आगे जम्मू कश्मीर में बदलाव के लिए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नीतियों की तारीफ भी की। रशीद ने कहा, इन सभी चीजों के लिए, किसी को बर्फ तोड़ने की जरूरत थी और इसके लिए, मैं मौजूदा सरकार खासकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को श्रेय देना चाहूंगी।
बताया क्यों वापस ली 370 पर दायर याचिका
शेहला रशीद ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि जब 370 हटाया गया तो मैं अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट और पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट नहीं गई, लेकिन मैं भारत के सुप्रीम कोर्ट में गईं थीं। मैंने अपनी याचिका इसलिए वापस ली क्योंकि मुझे लगा कि लोगों को अच्छा परिणाम मिल रहा है।
जेएनयू में नहीं लगाए गए थे भारत विरोधी नारे
वहीं, जब शेहला से ये पूछा गया कि जेएनयू की एक घटना ने आप तीनों (शेहला रशीद, उमर खालिद. कन्हैया कुमार) की जिंदगी बदल दी। इसके जवाब में शेहला ने कहा कि उस घटना ने न सिर्फ हम तीनों की जिंदगी बदली बल्कि उसका खामियाजा पूरे यूनिवर्सिटी को भुगतना पड़ा। हालाकि, इस दौरान ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारे नहीं लगाए गए। जो सामान्य नारे लाल सलाम वाले नारे होते हैं, वो लगाए गए थे।
Nov 15 2023, 17:08