तृणमूल कांग्रेस का गंभीर आरोप, “पश्चिम बंगाल के सांसदों-नेताओं को दिल्ली पुलिस ने घसीटा, बदसलूकी की”
#delhi_abhishek_banerjee_slams_centre_delhi_police
![]()
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आरोप लगाया है कि केंद्र से फंड की मांग को लेकर दिल्ली में जारी पार्टी के विरोध प्रदर्शन के दूसरे दिन पुलिस ने उसके सांसदों और नेताओं के साथ बदसलूकी की और उन्हें बेरहमी से घसीटा। दिल्ली में देर रात तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने कृषि भवन में प्रदर्शन किया।
राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति पर मिलने से मनाही का आरोप
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिलने पहुंचे टीएमसी नेताओं ने सांसद अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में कृषि भवन के अंदर धरना दिया। बाद में दिल्ली पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया। हालांकि करीब तीन घंटे के बाद सभी को छोड़ दिया गया। धरने के बाद अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिला सांसदों को घसीटा और उनके साथ बदसलूकी की। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय पर धरना दे रही तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने यह कहते हुए उनसे मिलने से इनकार कर दिया कि वह पांच से अधिक प्रतिनिधियों से नहीं मिलेंगी।
1 लाख लोगों के साथ 'राजभवन अभियान'
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी के खिलाफ वह 5 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे राजभवन में 1 लाख लोगों के साथ 'राजभवन अभियान' चलाएंगे। इस अभियान के तहत वह राज्यपाल से भी मिलेंगे और उन्हें 50 लाख पत्र सौंपेंगे। इस दौरान बनर्जी ने कहा कि जो लोग बंगाल के लोगों के लिए लड़ रहे हैं उन्हें 3 घंटे तक इंतजार कराया गया... मंत्री भाग गए। हम वहां शांति से बैठे थे लेकिन अचानक सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं समेत हम सभी के साथ मारपीट की। अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाए कि जिस तरह से हमें घसीटा गया और अपमानित किया गया, आज का दिन लोकतंत्र के लिए एक कलंकित दिन है। तस्वीरें झूठ नहीं बोलतीं। हमारे सांसदों को जिस तरह से परेशान किया गया वह खुलकर सामने आ गया है।
मंत्री ज्योति का पलटवार
वहीं, मंत्री ज्योति ने इसपर पलटवार किया। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो शेयर कर लिखा कि आज ढाई घंटे बर्बाद हो गए। तृणमूल सांसदों का इंतजार करती रही, लेकिन वो लोग नहीं आए। उन्होंने कहा कि तृणमूल सांसदों और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने छह बजे मिलने का समय लिया था। इंतजार करने के बाद साढ़े आठ बजे वह कार्यालय से निकली हैं। साध्वी निरंजन ज्योति ने टीएमसी सांसद और बंगाल मंत्रियों पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे तृणमूल कार्यकर्ताओं को जनता के रूप में पेश करते हुए मिलना चाहते थे, जो कार्यालय प्रणाली के खिलाफ था। उन्होंने कहा कि वे बैठक के निर्धारित विषयों से पीछे हट गए क्योंकि उनका इरादा मिलने का नहीं बल्कि राजनीति करने का था। राज्य मंत्री ने आगे कहा कि तृणमूल नेताओं द्वारा ऐसा करना बेहद शर्मनाक है।
आज 02:30 घंटे का समय व्यर्थ गया।आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते 08:30 बजे कार्यालय से निकली हूँ।
ममता बनर्जी ने कहा- लोकतंत्र का काला दिन
पूरे हंगामे को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकतंत्र का काला दिन बताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”आज लोकतंत्र के लिए एक काला और भयावह दिन है। पहले बीजेपी सरकार ने निर्दयतापूर्वक बंगाल के गरीबों के लिए धनराशि रोक दी और जब हमारा प्रतिनिधिमंडल शांतिपूर्वक विरोध करने और हमारे लोगों की दुर्दशा पर ध्यान आकर्षित करने के लिए दिल्ली पहुंचा तो उनके साथ क्रूरता की गई। पहले राजघाट पर और फिर कृषि भवन में। उनके अहंकार की कोई सीमा नहीं है और उनके अभिमान और अहंकार ने उन्हें अंधा कर दिया है। उन्होंने बंगाल की आवाज को दबाने के लिए सारी हदें पार कर दी हैं।
Oct 04 2023, 11:25