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HEC के कर्मचारियों के साथ I.N.D.I.A गठबंधन : राजभवन के समक्ष दिया धरना

रांची:- जयंत कुमार

आर्थिक संकट से जूझ रहे एचईसी को बचाने के लिए लगातार आवाज बुलंद किया जा रहा है। इस कड़ी इंडिया गठबंधन के सदस्य राजभवन के समक्ष

एक जुट हुए। और अपनी हुंकार भरी

इसकी शुरुआत आज 14 सितंबर को राजभवन के समक्ष धरना से शुरुआत हो गई है। इसके अलाव 21 सितंबर को संसद के विशेष सत्र के दौरान संसद भवन के समक्ष इंडिया गठबंधन के नेता जंतर मंतर पर धरना देंगे और प्रधानमंत्री से एचईसी को बचाने की मांग करेंगे।

इंडिया गठबंधन के लोगों का कहना है कि केंद्र की उद्योग विरोधी नीति के कारण ही एचईसी बंदी के कगार पर। हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन अपनी बदहाली के कारण यहां मजदूरों को रोटी के लाले पड़े हुए हैं। 20 महीने से अधिकारियों को तनख्वाह नहीं मिल रही है, वही 18 महीने से मजदूरों को मजदूरी नहीं दी गई है। इसके चलते मजदूर भुखमरी के कगार पर हैं।

इस धरना में आए एचईसी के यूनियन नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भी hec बचाने को लेकर अपनी बात रखी साथ ही केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की मंशा एचईसी को लेकर साफ नहीं है। ये अन्य public sector की तरह एचईसी को भी बेच देना चाहती है। इसलिए जरुरत है देश की धरोहर एचईसी को हर हाल बचाना ताकि मजदूरों की स्थिति बदहाल होने से बचाया जा सके। वहीं एचईसी प्रबंधन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि झूठ का च्यवनप्राश खिलाना बंद करे नहीं तो एचईसी के मजदूर उग्र आंदोलन करेंगे।

राजधानी रांची में एक बार फिर अपराधियों ने मचाया तांडव, जमीन कारोबारी को अपराधियों ने मारी सात गोली, हालत गंभीर

राँची,( डेस्क ): राजधानी रांची में एक बार फिर अपराधियों ने तांडव मचाया है. गुरुवार की सुबह अपराधियों ने कांके थाना क्षेत्र में एक जमीन कारोबारी की सात गोली मार दी.

इस वारदात के बाद स्थानीय लोगों ने गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल भेजा. लेकिन तबतक उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई है.

आसपास लगे CCTV फुटेज को खंगालने में लगी है. बताया जा रहा है कि अपराधी बाइक पर सवार होकर आये थे. जैसे ही जमीन कारोबारी अवधेश के पास पहुंचा ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे.

बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कल 15 सितंबर को आयेंगे रांची

राँची, (डेस्क )बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कल यानी 15 सितंबर को रांची आ रहे हैं. दरअसल, रांची एयरपोर्ट से वो छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ जाने के क्रम में रांची आ रहे हैं.

पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने किया ऐलान, सरना धर्म कोड दो और आदिवासियों का वोट लो

रांची: आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि सरना धर्म कोड की मांग को लेकर अपनी आंदोलन जारी रखेंगे।  

आने वाले 5 नवंबर को रांची के मोराबादी मैदान में सरना धर्म कोड की मांग को लेकर सेंगेल द्वारा विशाल जनसभा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के साथ-साथ विदेश के जैसे बांग्लादेश नेपाल भूटान से लोग आएंगे। 

उन्होंने कहा की हमारी पूरी कोशिश रहेगी की 2023 में हम सरना धर्म कोड ले। सरना धर्म कोड के लिए भारत के लगभग 10 प्रतिशत आबादी आदिवासी हैं, जो अधिकांश हिंदू, मुसलमान, ईसाई आदि नहीं हैं। प्रकृति के साथ जीते हैं और प्रकृति की पूजा करते हैं। उनको संविधान सम्मत धार्मिक मान्यता देना- लेना लाजिमी है। 

उन्होंने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की यह सरकार लूट, झूठ, भ्रष्टाचार और विज्ञापन पर सवार है। पहले झारखंड को 3:30 करोड़ में कांग्रेस को बचा अब मरांग बुरू को जैनों के हाथों बेचा। खुद सीएनटी सीपीटी एक्ट का उल्लंघन करते हुए नाम बदलकर जमीन हड़पा। केवल वोट के लिए सरना कोड की बात करता है।

 वहीं बीजेपी से उन्होंने कहा कि बीजेपी जिद छोड़ जल्द सरना धर्म कोड की मान्यता की घोषणा करें तो दोनों का भला हो सकता है। हमारा तो यही नारा है कि सरना धर्म कोड दो वोट लो।

पंकज मिश्रा से जुड़े अवैध खनन मामले में नया मोड़: बयान से मुकरा ईडी का गवाह


रांची:- अवैध खनन से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के केस में नया मोड़ तब आया, जब ईडी के गवाह और पिछले दिनों चर्चा में रहे विजय हांसदा अपने बयान से कोर्ट में मुकर गया है। 

विजय हांसदा मंगलवार को बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक गवाही देने कोर्ट में आ पहुंचा। जबकि एड ने उनको गवाही के लिए संबंध भी नहीं भेजा था। इस मामले की सुनवाई ईडी के विशेष कोर्ट पीके शर्मा की अदालत में चल रही थी। 

कोर्ट में दिए अपने बयान में वह ईडी के समक्ष दिए बयान से मुकर गया। विजय हांसदा ने अपने आंशिक बयान में इस बात से इंकार किया है कि साहिबगंज में अवैध खनन उन्होंने की है और उन्हें किसी तरह की धमकी मिली है। 

हालांकि ईडी ने गवाही के लिए राजमहल से सब रजिस्टार को बुला रखा था, परंतु अचानक विजय हसदा ने अदालत में आकर गवाही दी जिसके बाद सब रजिस्टार को लौटना पड़ा।

( रांची से जयंत कुमार की रिपोर्ट )

2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पूर्ण रूप से चुनावी मूड में आ गई


रांची: झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने लोकसभा चुनाव के लिए अभी से तैयारी तेज कर दी है। लोकसभा चुनाव 2024 में होना है, अभी से कांग्रेस ने अपना लक्ष्य तय कर लिया है। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं और पार्टी यहां सभी 14 सीटों पर कब्जे की रणनीति बना रही है। 

 झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 के दृष्टिगत झारखंड प्रदेश के अंतर्गत आने वाले लोकसभा में प्रभारी एवं संयोजकों की नियुक्ति की गई है। झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पाण्डे के अनुमोदन उपरांत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने आज संवाददाता सम्मेलन के द्वारा इसकी सूची जारी की। प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र एवं संविधान की मर्यादा की मजबूती कांग्रेस एवं इंडिया गठबंधन को करना है। सभी लोग एकजुट होकर महंगाई, बेरोजगारी, एवं नफरत से लोगों को निजात दिलाने के लिए हम सब संकल्पित है। ऐसे में आनेवाले लोकसभा चुनाव को मजबूती से लड़ने की आवश्यकता है। 

काग्रेस ने राज्य के प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं मंत्री, विधायक, सांसद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेतागण को लोकसभा, जिलावार जिम्मेवारी सौपी गई है। जो लोकसभा क्षेत्रवार स्थानीय एवं प्रमुख मुद्दों को प्रमुखता प्रदान करते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी को प्रतिवेदन देने का काम करेंगे।  

जारी की गई लोकसभा संयोजक एवं प्रभारी की सूची

राजमहलः- लोकसभा संयोजक मणिशंकर, प्रभारी प्रदीप यादव,

दुमका- लोकसभा संयोजक सुलतान अहमद, प्रभारी दीपिका पांडेय सिंह,

गोड्डा- लोकसभा संयोजक के0एन0 झा, लोकसभा प्रभारी आलमगीर आलम,

चतरा- लोकसभा संयोजक जयशंकर पाठक, प्रभारी धीरज प्रसाद साहु,

कोडरमा- लोकसभा संयोजक अनवर अंसारी, प्रभारी बादल पत्रलेख,

गिरिडीह- लोकसभा संयोजक ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह, लोकसभा प्रभारी शहजादा अनवर,

धनबाद- लोकसभा संयोजक अजय दुबे, लोकसभा प्रभारी जलेश्वर महतो एवं बन्ना गुप्ता,

रांची- लोकसभा संयोजक अनादि ब्रह्म एवं केशव महतो कमलेश, लोकसभा प्रभारी सुबोधकांत सहाय,

जमशेदपुर- लोकसभा संयोजक रमा खलखो, प्रभारी डॉ0 अजय कुमार,

सिंहभूम- लोकसभा संयोजक डी0एन0 चाम्पिया, लोकसभा प्रभारी गीता कोड़ा,

खूंटी- लोकसभा संयोजक कालीचरण मुण्डा, लोकसभा प्रभारी बन्धु तिर्की,

लोहरदगा- लोकसभा संयोजक प्रदीप तुलस्यान, लोकसभा प्रभारी सुखदेव भगत,

पलामू- लोकसभा संयोजक भीम कुमार, लोकसभा प्रभारी डॉ0 रामेश्वर उरांव,

हजारीबाग- लोकसभा संयोजक अशोक चौधरी,लोकसभा प्रभारी डॉ प्रदीप बलमुचू,

तेजस्विनी कर्मचारी संघ का सचिवालय घेराव : बैरिकेटिंग कर रोका गया

रांची:- झारखंड राज्य तेजस्विनी कर्मचारी संघ के सदस्‍यों ने अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर आज 11 अगस्‍त को एक बार फिर सड़कों पर उतरे। 

तेजस्विनी कर्मचारी संघ सचिवालय का घेराव करने एवं अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करने के लिए प्रभात तारा मैदान से जुलूस के रूप में चल कर प्रोजेक्ट भवन घेराव का कार्यकर्म था। जिसे पुलिस प्रशासन के द्वारा रास्ते में डीएवी स्कूल के पास रोका गया। रोकने के बाद वहीं सड़क पर सभी महिला-पुरुष कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। इसमें राज्‍य के 17 जिलों से करीब 8 हजार महिला - पुरुष कर्मचारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री सचिवालय कार्यालय 5 सदस्यीय टीम को बुलाया गया परंतु तेजस्विनी संघ का कहना है कि अधिकारी खुद यहां आए हम लोगो को बार बार बुला कर सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। 

तेजस्विनी कर्मचारी संघ ने सरकार के खिलाफ जम कर नारे बाजी करते हुए अपनी मांगों को पूरा करने की आवाज बुलंद की। मौके पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगे आज पूरी नहीं होती है तो वह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगी और 2024 के चुनाव का बहिस्कार करेंगी।

उदयनिधि स्टालिन के बयान पर रांची में हिंदू संगठनों ने निकाला शव - यात्रा

तमिलनाडु की द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (DMK) सरकार में युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन के 'सनातम धर्म' को लेकर द‍िए बयान पर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। इसी बीच रांची में भी हिंदू संगठनों के द्वारा हरमू में उदयनिधि का शव यात्रा निकालकर हरमू चौक के पास पुतला दहन किया गया। उदयनिधि द्वारा दिए गए बयान से सभी हिंदू समाज में आक्रोश व्याप्त है। जिसे इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।

इस पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल हिंदू समाज के लोगों का कहना है कि अपने पिता की गद्दई को हासिल करने के लिए इस प्रकार का सनातन धर्म के प्रति बयान दे कर राजनीतिक भाषण के माध्यम से हीरो बनने का काम किया गया है। सनातन धर्म के लोग जाग चुके हैं इस प्रकार की बयान बाजी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी

राजधानी रांची में 11 सितंबर को निषेधाज्ञा लागू : यहां जाने किन कारणों से हुआ लागू


रांची : झारखंड राज्य तेजस्विनी कर्मचारी संघ के आंदोलन को देखते हुए 11 सितंबर को धुर्वा के कई इलाकों में सुबह आठ बजे से निषेधाज्ञा लगाने की घोषणा की गयी है।

 राजधानी रांची में धारा 144 धुर्वा गोलचक्कर से प्रोजेक्ट भवन से चांदनी चौक, हटिया से जोड़ने वाली सड़क एवं इसके 200 मीटर की परिधि में लागू रहेगी। धारा 144 दिनांक 11 सितम्बर की सुबह 8 बजे से अगले आदेश तक रहेगा। यह आदेश रांची के SDO दीपक दुबे ने जारी किया है। झारखंड राज्य तेजस्विनी कर्मचारी संघ द्वारा 11 सितम्बर को प्रभात तारा मैदान में जुलूस निकाले जाने की घोषणा पर यह कदम उठाया गया है।

जिन इलाकों में धारा 144 लागू रहेगा, उस क्षेत्र में पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों का एक जगह जमा होना या चलना मना है। वहीं किसी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र, या आपत्तिजनक सामान लेकर निकलना या चलना गैर कानूनी माना जायेगा। किसी प्रकार का हरवे-हथियार जैसे-लाठी-डंडा, तीर-धनुष, गड़ासा-भाला आदि लेकर निकलना या चलने पर पाबंदी रहेगी। किसी प्रकार का धरना, प्रदर्शन, घेराव, जुलूस, रैली या आमसभा के आयोजन पर मनाही रहेगी। इसी तरह किसी प्रकार का ध्वनि विस्तारक यंत्र का व्यवहार करना गलत माना जायेगा।

बोकारो के समीर कुमार की कोयंबटूर में हत्या या आत्म हत्या ? परिजनो की मांग सीबीआई से हो जांच

रांची के रक्षाशक्ति यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर रहे चुके समीर कुमार की संदेहास्पद परिस्थिति में कोयंबटूर के करूण्या इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में मौत हो जाती है। चार सितंबर की देर रात तक समीर की बात घरवालों से हुई। इसके बाद पांच सितंबर को इंस्टीट्यूट की ओर से कॉल कर बताया गया कि समीर ने आत्महत्या कर ली है।

7 सितंबर को राजभवन के समीप समीर के परिजनों और रक्षाशक्ति यूनिवर्सिटी के छात्रों ने समीर के शव के साथ प्रदर्शन किया। वे न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे।

 मौके पर पुलिस प्रशासन और राजनेता भी पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। इस सब के बावजूद एक बार फिर परिजनो ने विशेष जानकारी लेकर राजभवन के समीप इक्कठा हुए। 

परिजनों ने कोयंबटूर के इंस्टीट्यूट और प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह धर्म परिवर्तन का मामला है। कैंपस के कई हॉस्टल में से समीर को एक हॉस्टल का वार्डन बनाया गया था। क्रिश्चियनिटी यानी जीजस से संबंधित जो फार्म है उसे सभी फैकल्टी को भरना पड़ता है। हालांकि इसके लिए समीर ने मना किया था। चुकी वह एक सनातन धर्मालंबी था। धर्म परिवर्तन उसे मंजूर नहीं था।

 समीर के भाई प्रवीण ने बताया कि जब वह उनके कमरे में गया था तो रोड़ी और चंदन कूड़ेदान में रखा हुआ था जबकि पूजा करने वाला कभी भी रोड़ी को कूड़ेदान में नहीं रखता। 

सुनीता रानी जो समीर की शिक्षिका भी रह चुकी है और फॉरेंसिक की प्रोफेसर भी है। उनका कहना है कि यह किसी भी तरह से आत्महत्या का मामला नहीं है।

पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई करते हुए आनन फानन और जल्दबाजी में शव का पोस्टमार्टम भी कर दिया गया। महत्वपूर्ण एविडेंस को छुपाया गया, गले में लटके बेल्ट को खोला गया जबकि इसे खोला नहीं जाता है। उसे फिंगरप्रिंट फोरेंसिक जांच के लिए भी भेजा नहीं गया। 

अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है। यह एक गंभीर मामला बनता जा रहा है। धर्मपरिवर्तन न करने पर युवक की हत्या का आरोप लगाया जा रहा है।