चित्रकारों ने चित्रों में दिखाई सावन की मनमोहक कजरी
कानपुर | आजाद नगर स्थित गुरुकुल दृश्य कला एवं नाट्य कला विद्यालय में हर साल की तरह इस बार भी सावन के महीने में गुरुकुल आर्ट गैलरी द्वारा "दुन दुनियां" कजरी -23 कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन प्रसिद्ध पर्वतारोही, फोटोग्राफर एवं कवि उपेंद्र बाजपेई के कर कमलो द्वारा 20 अगस्त को सायं संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि उपेंद्र बाजपेई ने गुरुकुल के कलाकारों की प्रशंसा करते हुए यह कहा कि प्रोफेसर अभय द्विवेदी ने कानपुर में युवा कलाकारों एवं कानपुर की कला को पहली ऐसी आर्ट गैलरी दी है जो कानपुर के युवा कलाकरो के लिए उत्कृष्ट मंच है, कला ऋषि अभय दिवेदी ने कानपुर में दिल्ली, बॉम्बे जैसे आर्ट गैलरी बना कर कलाकारों की कला को निरंतर आगे बढ़ाया है और अब तक कानपुर में कला को भी जीवित रखा है।
इस प्रदर्शनी की क्यूरेटर नेहा मिश्रा ने बताया कि हम गुरुकुल के सभी कलाकार पिछले 7 वर्षों से सावन मास में कजरी कला प्रदर्शनी करते आ रहे हैं जिसमें कलाकार अपनी कलाकृतियों में बारिश से संबंधित पेंटिंग अपनी अलग-अलग निजी शैलियों से बनाते हैं इस एग्जीबिशन में पेंटिंग का चयन अत्यधिक सूझ बूझ और बड़ी ही कठिनता से होता है हम इसकी तैयारी 3 महीने पहले से ही शुरू कर देते हैं और कलाकारों द्वारा बनाई गई सबसे सर्वोच्च कलाकृतियां अपनी गैलरी में प्रदर्शित करते हैं साथ ही प्रदर्शनी संयोजक अध्यात्म शिवम ने बताया कि कलाकारों को कजरी चित्रण के लिए प्रेरित करना एवं उनका चित्र प्रदर्शनी हेतु संग्रहित करना बड़ा श्रम का कार्य होता है वह कलाकारों से समय पर चित्र तैयार करवाते हैं एवं गैलरी के लिए चित्रों का संग्रह करते हैं ।
जैसा कि हम जानते हैं सावन और कजरी दोनों एक दूसरे के पूरक हैं और विशेषतया पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में कजरी गायन की प्राचीन परंपरा है, अब प्रश्न यह उठता है कि "दुन-दुनियां" क्या है ? यह इस वर्ष प्रदर्शनी का नाम है जो ग्रामीण अंचलों में नारी एवं पुरुष कजरी का समूह गायन करते हैं, तो उसे सामूहिक रूप से गई जाने वाली कजरी को पूर्व की लोकभाषा में दुन-दुनियां कहते हैं। हम गुरुकुल के कलाकार भी इसी प्रकार सामूहिक रूप से चित्रण कार्य करते हैं इसीलिए गुरुकुल कला दीर्घा के डायरेक्टर और हमारे मार्गदर्शक प्रोफेसर अभय द्विवेदी ने इस कला प्रदर्शनी को दुन-दुनियां नाम दिया ।
इस प्रदर्शनी में उल्लेखनीय रूप से मुख्य अतिथि उपेंद्र बाजपाई, प्रोफेसर अभय द्विवेदी, क्यूरेटर नेहा मिश्रा, संयोजक अध्यात्म शिवम, डॉ शालिनी पंड्या, सुमित ठाकुर, नीतू साहू, वीना अवस्थी, अर्चना वर्मा, सीमा मिश्रा, आर एस पांडे, संदीप चौरसिया, आलोक चौरसिया, आशीष त्रिपाठी, रुबी ठाकुर, ईरम, मोनिका नैथानी, विनोद गुप्ता, राजेश निषाद, नुपुर, अंजलि, आयुष चौरसिया, निशात परवेज, निशी वर्मा, नगीना गुप्ता, उत्कर्ष मालवीय, ज्योति वर्मा, अपर्णा मिश्रा, सी प्रभा, विनायक निगम आदि कानपुर व लखनऊ के कलाकार उपस्थित रहे।
Aug 21 2023, 18:17
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