निलंबन के बाद राघव चड्ढा ने ट्विटर पर बदला बायो, खुद को बताया “सस्पेंडेंड राज्यसभा सांसद” फर्जी हस्ताक्षर मामले में गिरी है गाज
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आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित होने के बाद काफी गुस्से में हैं। उन्होंने अपना गुस्सा अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए जाहिर किया है।निलंबन के बाद अब राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर अपना बायो चेंज कर लिया है। राघव चड्ढा ने अपना बायो चेंज कर के सस्पेंडेड सांसद रख दिया है। इससे पहले राघव चड्ढा के बायो में केवल सांसद ही लिखा था। बता दें कि शुक्रवार को राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक सांसद राघव चड्ढा को सदन से निलंबित किया गया है। चड्ढा पर नियमों के घोर उल्लंघन, कदाचार, अपमानजनक रवैये और अवमाननापूर्ण आचरण करने का आरोप है।
चड्ढा ने की थी वीडियो जारी
वहीं, निलंबन के बाद राघव चड्ढा ने वीडियो रिलीज करते हुए बीजेपी पर भी निशाना साधा था। वीडियो रिलीज करते हुए राघव चड्ढा ने कहा- नमस्कार... मैं सस्पेंडेड राज्यसभा सांसद राघव चड्डा। जी हां, मुझे राज्यसभा से आज सस्पेंड कर दिया गया है। मुझे क्यों निलंबित किया गया? मेरा क्या अपराध है? क्या मेरा ये अपराध है कि मैंने संसद में खड़े होकर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के सबसे बड़े नेताओं से सवाल पूछ लिए?क्या इन्हें ये दर्द सताता है कि कैसे ये 34 साल का युवा संसद में खड़ा होकर हमें ललकारता है। ये बहुत शक्तिशाली लोग हैं। ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसी मानसून सत्र में AAP के 3 सांसदों को सस्पेंड किया गया है।
मुझ पर कीचड़ उछालकर बदनाम करने की कोशिश
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि मैं शहीदे आजम की धरती से आता हूं। विशेषाधिकार समिति द्वारा बुलाए जाने पर अपना पक्ष पूरी मजबूती से पक्ष रखूंगा। समिति को बताउंगा कि मैंने किसी सांसद के सिग्नेचर का दुरुपयोग नहीं किया है। रूल के हिसाब से मैंने कुछ सांसदों का नाम सेलेक्ट कमेटी के सामने प्रस्तावित किया था। रूल बुक के हिसाब से ऐसा करना मेरा अधिकार है। इसके लिए किसी सांसद के लिखित या सिग्नेचर की जरूरत नहीं पड़ती है। ऐसे में नाम प्रस्तावित करने में गलत क्या है? बीजेपी वाले मनगढंत आरोप लगा रहे हैं। मुझ पर कीचड़ उछालकर बदनाम करना चहते हैं। इससे आगे वह कहते हैं कि विशेषाधिकार समिति ने मुझे से पहले पूर्व पीएम इंदिरा गांधी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई की थी। इसके बावजूद मैं किसी से डरता नहीं। मैं विशेषाधिकार समिति का डटकर सामना करूंगा। इसके आगे वो कहते हैं सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।
क्या है मामला?
राज्यसभा में 7 अगस्त को दिल्ली सर्विस बिल पास किया गया था। सदन की कार्यवाही के दौरान AAP सांसद राघव चड्ढा ने इस बिल को सिलेक्ट कमेट के पास भेजना का प्रस्ताव भेजा। उन्होंने इस कमेटी के लिए कुछ सांसदों के नामों का भी प्रस्ताव दिया। हालांकि, प्रस्तावित किए गए सदस्यों में से 5 सांसदों ने कहा कि राघव चड्ढा ने बिना उनकी सहमति के उनका नाम लिया जो कि सही नही हैं। सभी सांसदों ने इस पर अपनी शिकायत भी दर्ज कराई। इसके बाद मामले की जांच की मांग की गई थी। सदन की विशेषाधिकार समिति ने राघव चड्ढा को लीगल नोटिस भेजा।
Aug 12 2023, 18:05