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*रक्त संबंधों के अलावा पहली बार विधवा बहू को भी सास-ससुर केवल पांच हजार रुपये में संपत्ति दान कर सकेंगे*

लखनऊ । घर-घर सौहार्दपूर्ण वातावरण के लिए प्रदेश सरकार ने गिफ्ट डीड (संपत्ति दान करने) को स्थायी कर दिया है। पिछले साल मार्च से सितंबर के बीच छह महीने के लिए गिफ्ट डीड को ट्रायल रूप में लागू किया गया था। इसके अच्छे परिणाम सामने आने के बाद स्टांप एवं पंजीयन विभाग द्वारा इसे पुन: लागू करने के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी। रक्त संबंधों के अलावा पहली बार विधवा बहू को भी सास-ससुर केवल पांच हजार रुपये में संपत्ति दान कर सकेंगे। गिफ्ट डीड का इस्तेमाल पांच साल में एक बार किया जा सकेगा।

अभी तक संपत्ति के बंटवारे पर सात फीसदी स्टांप शुल्क लगता था

अभी तक परिवार के बीच भी संपत्ति के बंटवारे पर सात फीसदी स्टांप शुल्क लगता था। झगड़े रोकने के लिए पिता वसीयत करते थे, लेकिन अधिकांश वसीयतें विवाद के कारण कोर्ट पहुंच जाती थीं। भारी भरकम स्टांप के कारण पिता अपने जीवित रहते बेटे को संपत्ति नहीं दे पाता था। इस वजह से बेटा उनकी आंखों के सामने व्यवसाय नहीं कर पाता था। भाई-भाई के बीच भी संपत्ति बंटवारे में सात फीसदी स्टांप देय था।

विरोध के चलते हुक्का बार को लाइसेंस देने का प्रस्ताव मंजूर नहीं हो सका

प्रदेश मंत्रिपरिषद की बैठक में सदस्यों के विरोध के चलते हुक्का बार को लाइसेंस देने का प्रस्ताव मंजूर नही हो सका। सूत्रों का कहना है कि गृह विभाग की ओर से हुक्का बार विधेयक-2023 का प्रस्ताव विचार के लिए लाया गया था। मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रदेश में हुक्का बार तो बंद होने चाहिए। हुक्का बार खोलने का लाइसेंस देने से जनता में गलत संदेश जाएगा। वहीं युवा पीढ़ी पर गलत असर होगा। मंत्रिपरिषद के अधिकतर सदस्यों के विरोध के चलते प्रस्ताव मंजूर नही हो सका।

*साइबर क्राइम सेल ने आॅनलाइन ठगी के 1,60,000 रुपये कराया वापस*

लखनऊ । साइबर क्राइम सेल द्वारा शिकायतकर्ता विनय कुमार से साइबर अपराधियो द्वारा ठगी की गयी कुल 1,60,000 रुपये को त्वरित कार्रवाई कर वापस कराया गया। साइबर क्राइम सेल प्रभारी निरीक्षक सतीश साहु ने बताया कि शिकायतकर्ता के द्वारा 14 जून को साइबर क्राइम सेल में एक प्रार्थना पत्र दिया गया था। जिसमें आवेदक विनय कुमार के द्वारा अवगत कराया कि अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर बताया कि वह शिकायतकर्ता का पुराना जानने वाला है, तथा उससे शिकायतकर्ता कुछ पैसे भेजने हैं, पैसे भेजने का झांसा देकर अज्ञात कॉलर के द्वारा शिकायतकर्ता के खाते से 1,60,000 रुपये के अवैध निकासी कर ली गयी।

प्रार्थनापत्र पर त्वरित कार्रवाई की गयी, जिसमें कृत कार्यवाही के क्रम में सम्बन्धित बैंक व कम्पनियों से इलैक्ट्रानिक पत्राचार कर संदिग्ध खातों को फ्रीज करा कर 1,60,000 रुपए पुन: शिकायतकर्ता के खाते में वापस कराये गये। साइबर क्राइम सेल के द्वारा की गयी कार्रवाई के कारण शिकायतकर्ता अपने 1,60,000 रुपए को पाकर अत्यन्त प्रसन्न हैं तथा पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ को धन्यवाद प्रकट किया है। साइबर क्राइम सेल प्रभारी ने बताया कि फोन करके व फेसबुक मैसेन्जर एवं अन्य सोशल मीडिया पर अपने आपको जानने वाला, मित्र, रिश्तेदार बताकर पैसे मांगने व देने वालों की सत्यता की जांच कर ही आगे की कार्रवाई करें।

टेलीग्राम एप के माध्यम से पांच लाख की ठगी, रिपोर्ट दर्ज

लखनऊ । पुष्कर गुप्ता पुत्र दयाशंकर गुप्ता निवासी सनेही नगर ताडीखाना सीतापुर रोड थाना मड़ियांव पर सूचना दिया कि वादी के पास टेलीग्राम पर मैसेज आया कि आप रेटिंग कर पैसा कमा सकते है। वादी ने शुरूआत में 21 अप्रैल को 10,500 रुपए जमा कराए, उसके बाद से लगातार वादी से डिपोजिट कराया जा रहा था। कई बार रुपए वापस भी आए जिससे वादी को विश्वास हो गया कि यह सही है। तब दिनांक 24 अप्रैल से विभिन्न तिथियों में पांच लाख रुपए जमा किये पर वादी को अभी तक वापस नहीं मिले। वादी के साथ टेलीग्राम एप के माध्यम से पांच लाख रुपए की ठगी की गई है। इस सूचना पर थाना मड़ियांव पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

*नब्बे किलो गांजा के साथ चार को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार ,इनके कब्जे से तस्करी में प्रयुक्त बोलेरो व बाइक किया बरामद*

लखनऊ। एसटीएफ यूपी को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अन्तर्राज्यीय गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 90 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा अनुमानित मूल्य लगभग 23 लाख रुपए व तस्करी के लिए प्रयोग की जा रही विशेष कैविटीयुक्त कूटरचित नम्बर प्लेट सहित एक बोलेरो व दो अदद मोटरसाइकिल बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। इनके कब्जे से एक बोलेरो, दो मोटर साइकिल, चार मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड, 1,02,350 रुपये बरामद किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम सतिराम यादव पुत्र बाबू लाल यादव, निवासी ग्राम मिढनेपुर, पो. रानीपुर, थाना खुटहन,जौनपुर, आसित पाण्डेय पुत्र हौसिला पाण्डेय, निवासी ग्राम खिरौडी, पो. पिडखिड, तहसील चुनार, थाना जमालपुर मिजार्पुर, अमित सिंह पुत्र स्व. नरेन्द्र सिंह, निवासी ग्राम भदवर, काशीपुर, थाना रोहनिया वाराणसी, अवनीश कुमार सिंह पुत्र स्व. मुरारी सिंह, निवासी ग्राम भिखारीपुर राजा तालाब, थाना मिजार्मुराद वाराणसी है। एसटीएफ फील्ड इकाई, प्रयागराज की एक टीम जनपद वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र में इलेक्ट्रानिक व भौतिक सूचना के आधार पर आपराधिक अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से मौजूद थी।

इसी दौरान मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य अपने सहयोगियों के साथ उड़ीसा से अवैध मादक पदार्थों की खेप बोलेरो से लाकर इमामी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड गोदाम के पास मौजूद है तथा गांजे को बेचने की फिराक में है। यदि जल्दी की जाये जो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। इस सूचना पर उप निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह, मुख्य आरक्षी हबीब सिद्दीकी, मुख्य आरक्षी अभिषेक मिश्रा, मुख्य आरक्षी पंकज तिवारी, मुख्य आरक्षी पुनीत कुमार पाण्डेय मय वाहन सरकारी चालक रविकान्त की एक टीम मुखबिर के बताये स्थान होटल के निकट इमामी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड गोदाम के पास पहुंचकर, मुखबिर की निशानदेही पर एकबारगी दबिष देकर उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया जिनके पास से उपरोक्त बारामदगी हुयी।

गिरफ्तारी किये गये चारों व्यक्तियों से पूछताछ की गयी तो बोलेरो चालक सतिराम उपरोक्त ने बताया कि हम लोेगों का गांजा तस्करी का एक सक्रिय गिरोह है, जो अपने आर्थिक व भौतिक लाभ के लिये उड़ीसा से लाकर उ.प्र. के विभिन्न जनपदों में ऊँचें दामों में बेचते है। गांजे की बड़ी खेप पकड़े जाने पर काफी क्षति होती थी। इसलिए अब छोटे वाहनों में विशेष कैविटी बनाकर कम मात्रा में गांजा लाया जाता है। पुलिस को धोखा देने के आशय से बोलेरो की छत में एक विशेष कैविटी बनवायी गयी है, जिसके अन्दर गांजा लदा है धोखा देने के लिये ही राज्यवार बोलेरो का नम्बर प्लेट भी बदल देते है।

यह गांजा हनुमान यादव पुत्र कृष्णदेव यादव निवासी मरहट निरंजनपुर, थाना खुटहन, जनपद जौनपुर का है, जिनके कहने पर मेरे साथ गये गुड्डू यादव के द्वारा उड़ीसा राज्य से लाया गया है। गुड्डू आप लोगों को देखकर फरार हो गया। पकड़े गये अन्य तीन व्यक्तियों आसित कुमार पाण्डेय, अमित सिंह व अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि हम तीनों लोग मूल रूप से सीजर एजेन्ट (फाइनेंस किये गये वाहनों की किस्त जमा न कर पाने पर वाहन स्वामी से वाहन खिचवाकर सीज किये जाने का कार्य) का कार्य करते है लेकिन इसके साथ अधिक मुनाफा कमाने के लिए छिपकर गांजे को कम दामों में क्रय कर अधिक दामों में स्थानीय बाजारों में विक्रय करते है।

आज भी हम लोग इस गांजे को स्थानीय बाजार व आस पास के क्षेत्रों में खपाने के लिए ले जाने हेतु आये थे परन्तु आप लोगों द्वारा पकड़ लिया गया। पूंछताछ पर पकड़े गये व्यक्ति आसित कुमार पाण्डेय, अमित सिंह, अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि साहब हमारे पास से बरामद रूपयों से ही हम लोग आज सतिराम यादव से गांजा खरीदकर ले जाने वाले थे जिसे स्थानीय बाजार में बेंचकर मोटा मुनाफा कमाते लेकिन आप लोगों ने हमे पकड़ लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना रोहनिया, कमिश्नरेट वाराणसी में अभियोग पंजीकृत कराकर दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।

*फल मंडी में लगी आग, पांच दुकाने जलकर खाक ,कई दुकानों को आग की भेंट चढ़ने से बचाया*

लखनऊ । राजधानी में अलग-अलग दो स्थानों पर आग लगने से अफरातफरी मच गयी। सबसे पहले आलमबाग थानाक्षेत्र में स्थित फल मंडी में मंगलवार की सुबह भंयकर आग लग गई। आग की लपटे देखकर वहां रह रहे लोगों में अफरातफरी मच गयी। सूचना पर तीन दमकल की गाड़ियां पहुंच गई और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। हालांकि इस दौरान पांच फल की दुकानें पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। इसके बाद विभूतिखंड में एक काम्पलेक्टर में शार्ट सर्किट से आग लग गई। फायर बिग्रेड की टीम ने पहुंचकर पर आग पर जल्द ही काबू पा लिया।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि मंगलवार सुबह फायर स्टेशन पास स्थित चंदरनगर फल-सब्जी मंडी से आग लगने की सूचना मिली। दमकल की तीन गाड़ियां ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। आग से भगवानदास सन आॅफ राजाराम निवासी 554 खा/238 विशेश्वर नगर, मोहम्मद सलीम सन आॅफ स्वर्गी वजीर बक्स निवासी जय खंड बद्री नगर नादरगंज, जितेंद्र सन आॅफ अशोक कुमार 554 ख/238 विश्वेश्वर नगर, रंजीत सन आॅफ स्वर्गीय पप्पू निवासी आशियाना पावर हाउस मकान नंबर 55-44, प्यारे देवी वाइफ आफ छोटेलाल निवासी मधुबन नगर की फल की दुकान में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।

आग लगने का कारण स्पष्ठ नहीं हो पाया है। हालांकि फायर बिग्रेड की सक्रियता के चलते कई फल की दुकानों को बचा लिया गया। वहीं दूसरी तरफ विभूति खंड में रूद्र स्क्वायर बिल्डिंग में मंगलवार सुबह शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। देखते ही देखते आग ने बिल्डिंग के दूसरे और तीसरी मंजिल पर रखे समान को चपेट में ले लिया।इस दौरान वहां आसपास रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची दो दमकल की गाड़ियों ने आग पर जल्द ही काबू पा लिया।

*मुक्त विश्वविद्यालय करेगा राजर्षि टंडन से जुड़े दुर्लभ लेखों का संग्रह : कुलपति प्रो. सीमा सिंह*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज में मंगलवार को भारत रत्न राजर्षि टंडन के जन्मदिवस पर राजर्षि टंडन स्मृति व्याख्यानमाला के 16 वें पुष्प का आयोजन किया गया। व्याख्यानमाला के मुख्य अतिथि लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष तथा छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के पूर्व कुलपति प्रोफेसर के बी पांडेय ने कहा कि राजर्षि टंडन ने हिंदी को स्थापित करने का भागीरथ प्रयास किया। उनका मानना था कि हिंदी ही पूरे देश को एकता के सूत्र में बांध सकती है। हिंदी को समृद्ध बनाने के साथ साथ राजर्षि टंडन चाहते थे कि स्वतंत्र भारत के तरुण अपने को देश के प्राचीन गौरव तथा आदर्शों से जोड़ें। इसके लिए शिक्षा से बड़ा और कोई माध्यम नहीं हो सकता। प्रोफेसर पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजर्षि टंडन के नाम पर स्थापित यह मुक्त विश्वविद्यालय राजर्षि जी की अपेक्षाओं पर निरंतर खरा उतर रहा है।

राजर्षि टंडन की अपेक्षाओं पर खरा उतर रहा मुक्त विवि: प्रो. पांडेय

राजर्षि टंडन के मन में गरीबों दलितों वंचितों तथा महिलाओं के उत्थान की बलवती आकांक्षा थी। प्रोफेसर पांडेय ने राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के साथ अपने गहरे जुड़ाव को साझा किया। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डीपी सिंह जहां उनके गुरू रहे वहीं एक अन्य कुलपति प्रोफेसर ए के बख्शी उनके शिष्य रहे। इसी तरह उन्होंने राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन के पुत्र संत प्रसाद टंडन एवं उनके पौत्र दिनेश टंडन से अपने संबंधों को साझा किया। संत प्रसाद टंडन विभागाध्यक्ष तथा दिनेश टंडन उनके सहपाठी रहे। प्रोफेसर पांडेय ने कहा कि जिस प्रकार प्रयागराज को गंगा यमुना सरस्वती की त्रिवेणी के नाम से जाना जाता है। उसी तरह राजनीति के क्षेत्र में भी राजर्षि टंडन, महामना मदन मोहन मालवीय तथा पंडित जवाहरलाल नेहरू को प्रयागराज की आधुनिक त्रिवेणी कहा जाता था।

हिन्दी के प्रति राजर्षि टंडन का अगाध प्रेम अभिनंदनीय : कक्कड़

मुख्य वक्ता उमेश चंद्र कक्कड़, कवि एवं साहित्यकार ने कहा कि राजर्षि टंडन ने हिंदी भाषा के प्रचार के लिए केवल वैचारिक योगदान ही नहीं किया बल्कि उसे व्यवहारिक रूप भी दिया। हिंदी साहित्य सम्मेलन के जन्मदाताओं में उनकी भूमिका प्रमुख थी। उनका मानना था कि हिंदी भारत की रीढ़ है, भारत की आत्मा है, हिंदी के प्रति टंडन जी का अगाध प्रेम अभिनंदनीय है। हिंदी उनके संस्कार का प्रतिबिंब थी। श्री कक्कड़ ने कहा कि हमारी मातृभाषा जितनी समर्थ और विकसित होगी उतना ही वैश्विक स्तर पर हमारा राष्ट्र और नागरिक विकसित होंगे। उन्होंने कहा कि आज संकल्प का दिन है कि राजर्षि टंडन के सपनों को साकार करने के लिए भाषा के विकास की प्रक्रिया अनवरत बनी रहे।

टंडन जी का जीवन हम सबके लिए अनुकरणीय : प्रो. सीमा सिंह

अध्यक्षीय उद्बोधन करते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर सीमा सिंह ने कहा कि राजर्षि टंडन नियम और अनुशासन के बहुत पाबंद थे। टंडन जी का जीवन हम सबके लिए अनुकरणीय है। उनकी सादगी और सरलता को हर व्यक्ति को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय ने अपने पुस्तकालय में राजर्षि टंडन से जुड़े दुर्लभ लेख एवं पांडुलिपियों के संग्रह का कार्य प्रारंभ किया है। उन्होंने जन सामान्य से इस कार्य में सहयोग करने का आह्वान किया। जिससे आने वाली पीढ़ी राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जैसे महा मनीषी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सके।इसके पूर्व लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन एवं मां सरस्वती तथा राजर्षि टंडन की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का वाचिक स्वागत कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर पी के पांडेय ने किया। कार्यक्रम के बारे में संयोजक डॉ जीके द्विवेदी ने तथा अतिथियों का परिचय आयोजन सचिव डॉ दिनेश सिंह ने दिया। संचालन श्रीमती कौमुदी शुक्ला एवं धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने किया।

स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित

इस अवसर पर राजर्षि टंडन जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आयोजित लेख प्रतियोगिता में शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र वर्ग में प्रथम तीन स्थान पर आए प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि, कुलपति व मुख्य वक्ता ने स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में शिक्षक संवर्ग में प्रथम राजेश सिंह,द्वितीय कौमुदी शुक्ला एवं तृतीय कामना यादव रहीं। कर्मचारी संवर्ग में प्रथम इन्दुुभूषण पांडेय, द्वितीय डॉ सोनी मिश्रा तथा तृतीय शिवकुमार कुशवाहा रहे। इसी प्रकार शिक्षार्थी संवर्ग में प्रथम संतोष कुमार यादव, द्वितीय अंकित सोनी तथा तृतीय बृजेश सिंह रहे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

*पर्यावरण संरक्षण के लिए राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने किया एमओयू*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज एवं आईसीएफआरई इको रिहैबिलिटेशन सेंटर, प्रयागराज के मध्य मंगलवार को एक अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। दोनों संस्थाएं पर्यावरण संरक्षण के लिए मिलकर कार्य करेंगी। मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह की उपस्थिति में उक्त अनुबंध पत्र पर आईसीएफआरई के निदेशक डॉ संजय सिंह एवं मुक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल विनय कुमार द्वारा हस्ताक्षर किया गया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर पीपी दुबे, प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता, डॉ दिनेश सिंह, डॉ पी सी श्रीवास्तव एवं आईसीएफआरई की डॉ अनिता तोमर एवं डॉ आलोक कुमार उपस्थित रहे। उक्त अनुबंध के आधार पर दोनों संस्थाएं विश्वविद्यालय परिसरों एवं आसपास के क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण को बल प्रदान करने की दिशा में कार्य करेंगे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

*केजीएमयू की नई कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद बनीं*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में स्थित किंग जार्च चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू में जहां कुलपति ले.ज.डॉ.विपिन पुरी के सेवानिवृत होने की चर्चा जोरों पर थी। वहीं लोगों में तरह तरह चर्चाएं चल रही थी कि केजीएमयू को कुलपति प्रदेश से मिलेगा या बाहर से ऐसे अनुमान लगाने की चर्चा जोरों पर थी। आखिरकार मंगलवार को केजीएमयू कुलपति पद की दौड़ समाप्त हो ही गई। जिसे राजधानी के डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की बतौर निदेशक प्रो सोनिया नित्यानंद को केजीएमयू कुलपति की नई जिम्मेदारी संभालने का आदेश उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा 31 जुलाई को जारी कर दिया गया है। इस आदेश के बाद अब चर्चाओं पर विराम लग गया। हालांकि नये कुलपति के सामने तमाम चुनौतियां हैं।

तीन वर्षो तक बतौर कुलपति संभालेगी कार्यभार

डॉ.विपिन पुरी का कार्यकाल पूरा होने के कारण केजीएमयू कुलपति के पद पर कार्यभार संभालेगी। प्रो सोनिया नित्यानंद अब तीन वर्षो तक केजीएमयू कुलपति की जिम्मेदारी संभालेगी।अब आरएमएल निदेशक का पद खाली हो जाने से अनुमान लगाने का दौर शुरू हो गया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि आरएमएल निदेशक का कार्यभार अटल बिहारी वाजपेई यूनिवर्सिटी के कुलपति संजीव मिश्रा को दी जा सकती है। इस बारे ज्यादातर यही अनुमान लगाया जा रहा है कि श्री मिश्र को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। बता दें कि प्रो सोनिया नित्यानंद कोरोना काल से ही आरएमएल निदेशक का कार्यभार संभालते हुए आरएमएल की चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में अग्रणी भूमिका पेश की है। जिसमें अभी हाल ही एनएबीएच का दर्जा प्राप्त किया।

चार्ज संभालने के बाद नये कुलपति के सामने होगी तमाम चुनौतियां

वहीं संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में परिवहन मंत्री एवं प्रमुख सचिव और एसजीपीजीआई निदेशक समेत इस उपलब्धि के लिए संस्थान को बधाई दी थी।इसके अलावा आरएमएल में एनएमसी द्वारा एमबीबीएस की 150 सीटों की मान्यता दिलाई है। इन्हीं कार्य कुशलता के चलते आज आरएमएल निदेशक को कुलाधिपति ने कार्यभार संभालने की नई जिम्मेदारी सौंप दी है। वहीं देखा जाए तो केजीएमयू में बहुत सारी चैलेंज भी है जिन्हे बतौर कुलपति रहते फेस करना होगा।चाहे एचआरएफ से दवाओं की हेरा फेरी हो या स्थानांतरण नीति का मामला हो या संस्थान में अतिक्रमण का मामला हो या चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों के लिए एलपी दवाओं की समस्या हो ।ऐसे कई मामले जो विभाग में कमियां बनी हुई हैं।जिन्हे दूर करना लोहे के चने चबाने जैसा होगा।

*आईपीएस प्रभाकर चौधरी का आठ साल में 18 बार हुआ तबादला, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा-जिस अधिकारी ने बरेली में दंगा होने से रोका, उसे सरकार ने हट

लखनऊ । बरेली में गैर परंपरागत रूट से कांवड़ निकालने के लिए बवाल कर रहे कांवड़ियों पर लाठीचार्ज के बाद हटाए गए एसएसपी प्रभाकर चौधरी को पहले भी तमाम तबादलों का सामना करना पड़ा है। बीते आठ साल में प्रभाकर का 18 बार तबादला हो चुका है। हालांकि कई बार जिलों में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने पर सरकार ने उनको हालात संभालने के लिए भेजा।

बरेली में कांवड़ियों पर लाठीचार्ज के बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादला चर्चा में बना हुआ है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रभाकर चौधरी के तबादले को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बरेली में भाजपा के लोग दंगा कराना चाहते थे। जिस अधिकारी ने दंगा होने से रोका, उसे सरकार ने हटा दिया। जानकारी के लिए बता दें कि बीते आठ साल में हुए प्रभाकर चौधरी के तबादलों पर नजर डालें तो जनवरी 2015 मे उनको ललितपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। दिसंबर में उनको इंटेलिजेंस मुख्यालय भेजा गया, जहां करीब दो महीने रहने के बाद देवरिया का एसपी बना दिया गया। सात महीने बाद बलिया भेजा गया, लेकिन दो महीने ही टिक पाए।

इसके बाद छह महीने के लिए कानपुर देहात का एसपी बना दिया गया। मई 2017 में एटीएस में तैनाती की गई, जिसके बाद सितंबर मे बिजनौर भेज दिया गया। छह महीने बाद उनको मथुरा की कमान सौंपी गई, लेकिन तीन महीने बाद ही सीतापुर जैसे छोटे जिले में भेज दिया गया। दिसंबर 2018 में बुलंदशहर में कानून व्यवस्था बिगड़ने पर उनको तत्काल मोर्चा संभालने के लिए भेजा गया। हालांकि दो महीने बाद ही उनको जीआरपी लखनऊ भेज दिया गया। छह महीने बाद सोनभद्र में हालात बिगड़ने पर फिर प्रभाकर को कमान सौंपी गई। दो माह बाद उनको वाराणसी का एसएसपी बना दिया गया। नौ महीने बाद मेरठ का एसएसपी बना दिया गया। एक साल बाद उनको आगरा की जिम्मेदारी दी गई। नवंबर 2022 में पीएसी में तैनात करने के चार महीने बाद उनको बरेली भेजा गया था।

यूपी में जो कानून व्यवस्था की बात करता है, उसे भ्रष्ट भाजपा सरकार बर्खास्त कर देती है: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो कानून व्यवस्था की बात करता है, उसे भ्रष्ट भाजपा सरकार बर्खास्त कर देती है। भाजपा ने सिर्फ नारे दिए हैं। कोई काम नहीं किया है। भारत सिर्फ बातों से नहीं ठोस कामों से बदलेगा। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन भाजपा के एनडीए गठबंधन को हराएगा। सपा मुखिया ने कहा कि भारत की पहचान सामाजिक सद्भाव, भाईचारा, हिन्दू-मुस्लिम एकता से है। भाजपा नकारात्मक राजनीति कर रही है। देश की हालत बेहद खराब है। मणिपुर के मुद्दे पर सरकार चुप है। समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को साथ लेकर भाजपा को हराएगी। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि उनकी पार्टी एसएसपी बरेली रहे प्रभाकर चौधरी को हटाने पर दो अगस्त को विरोध-प्रदर्शन करेगी। संगठन की प्रवक्ता नूतन ठाकुर ने अमिताभ ठाकुर के हवाले से कहा है कि प्रभाकर चौधरी ने बरेली में कानून व्यवस्था हाथ में लेने की कोशिश कर रहे कावड़ियों पर लाठीचार्ज कराया।

*1.25 करोड़ कीमत के गांजे से लदा ट्रक एसटीएफ ने पकड़ा ,आरोपियों की तलाश में जुटी एसटीएफ टीम*

लखनऊ । अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह द्वारा तस्करी कर लाया जा रहा 500 किलोग्राम गांजा अनुमानित मूल्य लगभग 1.25 करोड़ रुपए बरामद करने में एसटीएफ उ.प्र. को उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।यूपी एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले अपराधियों व तस्करों के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में की विभिन्न इकाईयों व टीमों द्वारा अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी की एक टीम को जरिये मुखबिर सूचना मिली कि कुछ तस्कर एक ट्रक में भारी मात्रा में गॉंजा लेकर ओड़िसा की तरफ से सोनभद्र की तरफ आने वाले हैं।

यदि शीघ्रता की जाये तो पकडे जा सकते हैं। इस सूचना पर विश्वास करते हुए निरीक्षक पुनीत परिहार की एक टीम नॉरकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान सलखन पेट्रोल पम्प के पास पहुंचे तो वहां एक आयशर ट्रक खड़ा दिखायी दिया। मुखबिर द्वारा इशारा कर बताया गया कि इसी ट्रक में गांजा लाया जा रहा था। इसके उपरान्त एसटीएफ एवं एनसीबी की टीम द्वारा उक्त ट्रक की तलाशी ली गयी तो ट्रक पर कोई नहीं मिला व ट्रक खाली था। ट्रक के आस-पास काफी तलाश के उपरान्त भी कोई चालक अथवा तस्कर आदि नहीं मिला। ट्रक की तलाशी के दौरान एक कैवटी बनी दिखायी दी, जिसमें 500 किलोग्राम गांजा मिला।

उक्त के संबंध में अभिसूचना संकलन एवं विश्वस्त सूत्र से जानकारी करने पर पाया गया कि उक्त गांजा ओडिसा से लाया जा रहा था जो मडिहान जनपद मिजार्पुर ले जाया जा रहा था। बरामद आयशर ट्रक लीलावती पत्नी रामकेश निवासी दादा नगर जमुई थाना मडिहान जनपद मिजार्पुर के नाम से पंजीकृत है। ट्रक चालक एवं तस्करों के संबंध में छानबीन की जा रही है। उक्त सम्बन्ध में नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो लखनऊ द्वारा एनडीपीएस एक्ट पंजीकृत कर थाना चोपन जनपद सोनभद्र में अग्रिम आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।

*क्रेडिट कार्ड से फ्रॉड किया 90 हजार कराया वापस ,शिकायत मिलते ही साइबर क्राइम सेल ने की त्वरित कार्रवाई*

लखनऊ । साइबर क्राइम सेल द्वारा शिकायतकर्ता गीता खन्ना से साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की गयी कुल 90,000 रुपये को त्वरित कार्रवाई कर वापस कराया गया। साइबर क्राइम सेल प्रभारी सतीश चन्द्र शाहू ने बताया कि शिकायतकर्ता गीता खन्ना के द्वारा एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सेल में दिया गया था। जिसमें अंकित तथ्यो के अनुसार साइबर अपराधियों के द्वारा शिकायतकर्ता के आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड से 90,000 रुपए का फ्रॉड किया गया।

शिकायतकर्ता द्वारा साइबर सेल में दिये गये प्रार्थना पत्र पर त्वरित कार्रवाई की गयी। जिसमें कार्रवाई के क्रम में सम्बन्धित बैंक व कम्पनियों से सम्पर्क कर संदिग्ध खातों को फ्रीज करा कर प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई कराते हुए साइबर ठगो के द्वारा निकाली गयी कुल धनराशि 90,000 रुपये पुन: शिकायतकर्ता के खाते मे वापस करायी गयी है। साइबर क्राइम सेल के द्वारा की गयी कार्रवाई के कारण शिकायतकर्ता अपनी पूरी रकम पाकर अत्यन्त प्रसन्न है तथा पुलिस कमिश्नरेट को धन्यवाद प्रकट किया है।