आदिवासी कुड़मी समाज 20 सितंबर से फिर से शुरू करेगी रेल रोको आंदोलन
सरायकेला : आदिबासि कुड़मी समाज 20 सितंबर से रेल रोको आंदोलन की फिर से तैयारी शुरु करेगी।इसको लेकर बैठक वरिष्ठ शिक्षक शीतल पुनियार की अध्यक्षता में चांडिल के लेंगडीह डाक बंगला में हुई।इस बैठक में क्षेत्र के इस समाज के कई लोग शामिल हुए।
![]()
कार्यक्रम में मुख्य बक्ता आदिवासी कुड़मि समाज के केन्द्रीय महासचिव अधिवक्ता सुनील कुमार गुलिआर थे जिसने
सम्बोधित करते हुए कहा कि
आज 73 सालों से केंद्र की सरकारें हमारे समाज के अस्तित्व व अधिकार को संशोधन के नाम पर अब तक छला है । एसटी सूची में सूचीबद्ध करने से वंचित रखा है।
तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि जिन जनजातियों का नाम एसटी सूची में शामिल नहीं है यह ऑफिशियल गलती है जो बाद में सुधार किया जाएगा। इसमें छोटा नागपुर के कुड़मी भी शामिल हैं। इसके लिए न सीआरआई और ना ही टीआरआई की जरूरत पड़ेगी। इतने दिनों तक किसी अनुसूचित जनजाति के अस्तित्व से वेदखल केंद की सरकार की कपटता एवं निष्क्रियता साफ झलकती है।
उन्होंने कहा कुड़मी जनजाति को एसटी सुची में सुचीबध्द न होने पर झाड़खंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल अर्थात् तीनों राज्यों में फिर से एक साथ आर्थिक नाकेबंदी सहित अनिश्चितकालीन रेल टेका (रोको) 20 सितंबर 2023 से प्रारंभ होगी। इस बार झाड़खंड चार जगहों पर नीमडीह, गोमो डुमरी एवं मनोहरपुर रेलवे स्टेशन के समीप घाघरा रेलवे स्टेशन में, ओडिशा में तीन एवं पश्चिम बंगाल में दो जगहों पर रेल टेका (रोको) कार्यक्रम का संकल्प लिया गया है।
आज केंद्रीय सहसचिव जयराम महतो, जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया ।
Jul 30 2023, 20:54