विस्थापित अधिकार मंच ने चांडिल डैम द्वारा विस्थापितों पर किये फर्जी मुकदमा का किया विरोध, दी आंदोलन की चेतावनी
सरायकेला : विस्थापित अधिकार मंच के द्वारा प्रेस विज्ञापन जारी किया गया जिसमें मंच के तरफ से विस्थापितों ने संयुक्त रूप से कहा 26-6-2023 एवं 5-07-2023 को चांडिल डैम द्वारा प्रभावित 84 मौजा के 116 गांव के ऊपर फर्जी मुकदमा किया गया,।
जबकि विस्थापितों द्वारा पहले से किए गए मुकदमा पर कोई पहल ना करके अधिकार मांगने वालों पर मुकदमा दर्ज किया गया इसलिए मंच ने समीक्षा बैठक करके प्रेस विज्ञापन करते हुए निम्नलिखित निर्णय लिया।
1. 13-07- 2023 बृहस्पतिवार को 84 मौजा 116 गांव के विस्थापित फर्जी मुकदमा को निरस्त न करने की स्थिति में जेल भरो आंदोलन के द्वारा गिरफ्तारी देंगे 2-6-2023 एवं 5-07-2023 को कई विस्थापित उपस्थित नहीं थे वह भी इस आंदोलन के समर्थन में गिरफ्तारी देंगे।
2. मंच ने सर्वसम्मति से घोषणा किया कि 2024 के लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी के रूप में कोई भी सदस्य भाग नहीं लेंगे एवं विस्थापित 84 मौजा के 116 गांव में वोट का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा।
3. मंच ने यह भी फैसला लिया कि ग्राम सभा के नेतृत्व में जनता कर्फ्यू का प्रस्ताव पारित करते हुए धरातल में लाया जाएगा जिसमें राजनेता, सरकारी अधिकारी एवं प्रशासन का गांव में प्रवेश निषेध रहेगा, जब तक 116 गांव का जमीन मुआवजा, नियोजन पुनर्वास, पट्टा आदि का संपूर्ण समाधान नहीं होता है तब तक इन अधिकारियों एवं प्रशासनिक पदाधिकारी का प्रवेश निषेध रहेगा।
4. मंच ने यह भी कहा 2023 तक चांडिल डैम से प्रभावित 84 मौजा 116 गांव के विस्थापितों को निर्गत किया गया विकास पुस्तिका दिया गया नौकरी पुनर्वास पैकेज एवं पुनर्वास स्थल आवंटन का सीबीआई जांच ना हो तब तक जनता कर्फ्यू लगा रहेगा।
प्रेस विज्ञापन में मुख्य रूप से उपस्थित राकेश रंजन महतो, अनूप महतो, श्रीकांतो महतो, अनूप कुमार महतो, अजय महतो, मोतीलाल मुर्मू, सुमित महतो, त्रिलोचन महतो, विवेक सिंह बाबू, सुनील महतो आदि विस्थापित मुख्य रूप से उपस्थित थे।
Jul 10 2023, 20:18