सक्सेस स्टोरी : यसोदा की सफलता की कहानी....समूह से जुड़ कर बनायीं अपनी अलग पहचान
पति का नाम- प्रताप चंद्र गोप
गांव- छोटा आमदा
पंचायत -बड़ा आमदा
समूह का नाम -माँ तारिणी आजीविका सखी मंडल
ग्राम संगठन का नाम- बूढ़ीतोपा आजीविका महिला ग्राम संगठन
संकुलन का नाम -खरसावां आजीविका महिला संकुल
यशोदा गोप दीदी समूह में नहीं जुड़ने से पहले अति गरीब थी जो मजदूरी कर के अपना जीवन यापन करती थी 1 अप्रैल 2018 को माँ तारिणी आजीविका सखी मंडल से जुड़ने के बाद 2021 में सी. सी. एल ऋण ₹25000 समूह के माध्यम से लिया, और एक किराए के दुकान के लिए उन्होंने फर्नीचर बनाए इसके बाद उन्हें दुबारा सी.सी.एल और सीआईएफ से ₹1,00,000 का ऋण प्राप्त कर सी.एस.सी सेंटर भी खोला जिसके 3 महीने पश्चात ही उन्हें ₹20000 का आमदनी प्राप्त हुआ।
इस प्रगति के बाद यशोदा ने सोचा कि क्यों ना इस दुकान को और बड़ा किया जाए जिसके लिए उन्होंने उद्यमिता विकास केंद्र से ऋण के लिए बात की जिन्हें बीडीएसपी बीडीएसपी के माध्यम से दुकान विजिट किया गया व्यापार प्लान भी तैयार किया गया और उनके क्रेडिट मूल्यांकन और तकनीकी मूल्यांकन करने के बाद उन्हें ग्रामीण उद्यमिता विकास केंद्र से 2022 में ₹50,000का वित्तीय संपोषित भी किया गया जिसके बाद महीने में अपने 30000 से ₹35000 की आमदनी हो रही है।
यशोदा देवी और उनके पति काफी खुशी से जीवन यापन कर रहे हैं और दोनों के बच्चे अच्छी प्राइवेट अंग्रेजी मीडियम स्कूल में शिक्षा भी प्राप्त कर रहे हैं।
Jul 04 2023, 20:36