पटना में विपक्ष की मीटिंग से पहले दिल्ली में अमित शाह से मिले जीतन राम मांझी, नीतीश के मंसूबे को बड़ा झटका
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2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से सियासी समीकरण बैठाए जाने लगे हैं। एक तरफ 23 जून को पटना में विपक्ष के बड़े नेताओं का जुटान होने वाला है। उससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की कवायद को बड़ा झटका लगा है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतनराम मांझी ने आज दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई इस मुलाकात में जीतन राम मांझी के बेटे और 'हम' प्रमुख संतोष सुमन भी शामिल रहे। बैठक के बाद संतोष सुमन ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने की घोषणा की।
सीटों के बंटवारे पर फैसला बाद में
इस मुलाकात के बाद बिहार के पूर्व मंत्री और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने कहा कि हमारी पार्टी एनडीए का हिस्सा होगी। संतोष कुमार सुमन ने ऐलान करते हुए कहा कि सीटों का फॉर्मूला आने वाले दिनों में तय होगा। इस मुलाकात के बाद बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि हम लोग औपचारिक रूप से एनडीए में शामिल हो गए हैं। अमित शाह के साथ बैठक के बाद ये फैसला हुआ है। मांझी ने कहा कि सीटों के बंटवारे पर बाद में फैसला होगा।
तय मानी जा रही थी घर वापसी
बता दें कि 'हम' संरक्षक जीतन राम मांझी 19 जून को बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन से अलग हो गए थे। महागठबंधन से अलग होने के बाद से ही ये माना जा रहा था कि मांझी की पार्टी फिर से एनडीए का हिस्सा बनेगी। नीतीश सरकार में शामिल रहे हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के एक मात्र मंत्री और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था और महागठबंधन से पार्टी अलग हो गई थी। जीतन राम मांझी पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं, ऐसे में ये उनके लिये घर वापसी मानी जा रही है।
जेडीयू में विलय के लिए दबाव बनाने का आरोप
बिहार विधान परिषद के सदस्य सुमन ने एक हफ्ते पहले ही यह आरोप लगाते हुए राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था कि नीतीश कुमार उनकी पार्टी का जेडीयू में विलय करने का दबाव डाल रहे थे। 19 जून को बिहार से दिल्ली के लिए निकलने से पहले पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए संतोष सुमन ने कहा था, हम लोगों पर दबाव डाला गया था कि अपनी पार्टी को मर्ज कर लें।इसके बाद पार्टी की कोर कमेटी की बैठक की गई। बैठक में सभी ने एक सुर में बोला कि पार्टी को मर्ज नहीं करना है, अपनी पार्टी की स्थिति बनाकर रखना है।उन्होंने कहा था, सभी के विचार जानने के बाद हमने फैसला किया कि हमें मंत्रिपरिषद से अलग हट जाना है और 13 तारीख को हम अलग हटे।
Jun 21 2023, 19:09