सराईकेला: शहर का कचरा किया जा रहा ग्रामीण क्षेत्रों में डंप,उड़ाई जा रही है कानूनी प्रावधानों की धज्जियां
सरायकेला : कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र फंस गयी है कानूनी पेंच में । यानि कि कुछ ऐसे तत्व है , जो एन केन प्रकारेन जमशेदपुर शहर की कचङे का निस्तारण गाँव एरिया मे करवाने की कोशिश कर रहे है , और कानूनी प्रावधानों की धज्जियां उङाते हुए कोल्हान मे तमाम संवैधानिक प्रावधान को ताक पर रख कर काम कर रहे है ।
कारपोरेट हितो के लिए झारखंडी आदिवासी मूलवासी के हितो को बलि चढ़ा रहे है और हमारे टाईगर तो गरीबो के मसीहा कहलाने वाले रोज सुबह गरीब गुरबो को बेवकूफ बनाते हुए कब्र मे ढकेल रहे है शहर दर शहर नगर निगम के भेंट चढ़ते जा रहे है ।
हर बिधानसभा मे बाहरी आबादी लाखो के संख्या मे डम्प हो रहे है
झारखण्ड के राजनैतिक परिस्थितियों को कमजोर करने मे दिन रात कार्य हो रहे है
भगवे और गैर झारखंडी दीकू की राजनैतिक कार्ययोजना की जङे गहरी होती जा रही है।
कारपोरेट शाक्तियो के साथ बाहरी तत्वों की गठजोड़ पूरी रणनीति के साथ काम कर रही है ।
ग्राम सभा के स्वाशासन व्यवस्था दिनो दिन कमजोर होते चली जा रही है और पांचवी अनुसूची के तहत संवैधानिक प्रावधानों की लागू करने मे नयी नयी अङचन तो छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट या संथाल परगना टेनेसी जैसे कानूनों की संशोधन के होते हुए धङल्ले से आदिवासीयो की भूमि पर अवैध मकानों का दीकू गैरझारखंडी जमात की नयी नयी कालोनी बन कर तैयार हो रही है।
ऐसे मे गाँव की स्वाभिमान और स्वशासन दोनो की राजनैतिक दिशा दशा को समग्रता से समझना और एक समाधान तलाशने में यदि हम समय गंवा दिये तो झारखंड का अस्तित्व अस्मिता के जङ से समाप्त होते अब और देर नही लगेगी ।
लैंड बैंक को रद्द करने की लङाई मे देरी मतलब रोज किसी न किसी प्रखंड या गाँव में कभी कोटसोना मे कभी भरनिया मे तो पोटका मे तो खैरबनी मे तो गुडाझोर , जोंङसा तो कभी मनपीटा तो अब आगे पता नही किस गाँव में ग्राम सभा संवैधानिक प्रावधानों के बगैर सहमति प्रशासन द्वारा अवैध अतिक्रमण हो जाए
काशीडीह में जो लङाई जीती गयी है वह अधूरी है यदि ग्राम सभा और पांचवी अनुसूची के तहत संवैधानिक प्रावधानों के नियमावली को तुरंत प्रभाव से लागू न करा सके तो यह स्वाभिमान और स्वशासन दोनो की हार होनी तय है।
May 27 2023, 18:42