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कंगना रनौत का कैसा बयान? कांग्रेस को बताया अंग्रेजों की भूली-बिसरी औलाद

#kanganaranautattacks_congress

हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।कंगना रनौत ने कहा कि भाजपा सनातनी संस्कृति से जुड़ी हुई है। वहीं, कांग्रेस अंग्रेजों की भूली-बिसरी औलाद है। कांग्रेस की विचारधारा चोर-चोर मौसेरे भाई जैसी है। जहां भी कांग्रेस के नेता मिलते हैं, वहां चोर इक्ट्ठा हो जाते हैं और डाकुओं का गैंग बन जाती है।

कांग्रेस पाकिस्तान के साथ मिली हुई-कंगना

कंगना सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के कांगू में एक जनसभा को संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेत्री अल्का लांबा ने महिलाओं से बड़े-बड़े वायदे किए थे, लेकिन कांग्रेस झूठी और मक्कार होने के कारण झूठ बोलकर चली गई। कंगना रनौत ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान के साथ मिली हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आम लोगों को डराकर रखा। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में पार्लियामेंट और जगह-जगह आतंकवादी हमले करवाए गए। अब देश का नेतृत्व एक सशक्त व्यक्ति के हाथ में है। अब पाकिस्तान मुंह तक खोल नहीं सकता है।

5 करोड़ रुपये की मदद का दावा

कंगना ने कांग्रेस पर झूठे वादे करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मंडी से पूर्व कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह ने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से निर्वाचन क्षेत्र को किसी भी तरह की आर्थिक मदद नहीं दी है। उन्होंने अपने बारे में जिक्र करते हुए कहा कि पिछले आठ महीनों में रामपुर से भरमौर तक मंडी के सभी क्षेत्रों में 5 करोड़ रुपये दिए।

कन्ट्रोवर्सी क्वीन” कंगना रनौत के दावों की खुली पोल, बिजली विभाग ने बताई 90 हजार बिल की सच्चाई

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बॉलीवुड एकट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश में अपने घर के बिजली बिल को लेकर दिए बयान के बाद विवादों में घिर गईं हैं। बीते रोज कंगना ने मंडी में कहा था कि उनका मनाली वाले घर का एक लाख रुपये बिजली बिल आया है जबकि वह, वहां रहती भी नहीं है और ये सरकार भेड़ियों का झुंड है। लेकिन अब बिजली विभाग ने कंगना के दावे के पोल खोल दी है। बिजली विभाग ने उनके सारे आरोपों का खंडन किया है साथ ही बताया है कि कंगना बिजली बिल की डिफॉल्टर भी हैं।

कंगना के इस दावे पर हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड (एचपीएसईबीएल ) ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि यह बिल दो महीनों का बकाया था। विभाग ने आरोप लगाया कि कंगना रनौत ने समय पर बिजली बिल नहीं चुकाया। हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के एमडी संदीप कुमार ने इस मामले पर शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मंडी की सांसद कंगना रनौत के मनाली स्थित आवास के बिजली बिल से संबंधित खबरों पर सफाई दी है। संदीप कुमार ने कहा कि कंगना रनौत के नाम पर सिमसा गांव में घरेलू बिजली कनेक्शन है। उनके आवास का दो महीने का बकाया बिजली बिल 90,384 रुपये है और यह कहना गलत है कि यह बिल एक महीने का हैय़

बिलों के भुगतान में हर बार देरी

विद्युत बोर्ड ने अपने बयान में कहा कि कंगना रनौत ने हमेशा अपने महीने के बिजली बिलों का भुगतान देर से किया है। जनवरी और फरवरी के बिलों का भुगतान 28 मार्च 2025 को किया गया, जिनकी कुल खपत 14,000 यूनिट थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी औसत मासिक खपत बहुत अधिक है, जो 5,000 से 9,000 यूनिट के बीच है। बिजली विभाग ने बताया कि कंगना ने अक्टूबर से दिसंबर तक के बिजली बिलों का भुगतान समय पर नहीं किया। बाद में जनवरी तथा फरवरी के बिजली बिल भी समय पर कंगना की तरफ से नहीं भरे गए हैं। बिल के अनुसार, कंगना के घर की दिसंबर की बिजली खपत 6,000 यूनिट थी और बकाया 31,367 रुपये था, जबकि फरवरी की बिजली खपत 9,000 यूनिट थी और बिल 58,096 रुपये का था। कंगना रनौत के आवास का अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2024 महीने का बिजली बिल 82,061 रुपये था, जिसका भुगतान 16 जनवरी 2025 को किया गया। अहम बात है कि कंगना रनौत अपने बिजली बिलों का भुगतान हर बार देर से करती हैं।

कंगना ले रहीं हैं बिजली बिलों पर सब्सिडी का लाभ

बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि मंड़ी की सांसद कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जा रही बिजली सब्सिडी का लाभ भी उठा रही हैं। फरवरी 2025 के बिजली बिल में कंगना रनौत को 700 रुपये की सब्सिडी मिली। 22 मार्च 2025 को जारी 90,384 रुपये का बिजली बिल दो महीने की खपत का है और इसमें पहले किए गए 32,287 रुपये के भुगतान को भी शामिल किया गया है। इसलिए, एक महीने का बिल होने का दावा पूरी तरह से भ्रामक है।

कांग्रेस सरकार पर बढ़ते बिजली बिलों को लेकर साधा था निशाना

कंगना रनौत ने हाल ही में एक आयोजन के दौरान अपने मनाली वाले घर पर आए भारी बिजली बिल को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाली हिमाचल प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना की थी। कंगना ने कहा था कि इस महीने मेरे मनाली का घर का एक लाख बिजली का बिल आया, जहां मैं रहती भी नहीं हूं। इतनी दुर्दशा हुई है। हम पढ़ते हैं और शर्मिंदगी होती है कि ये क्या हो रहा है।

संसद परिसर में दिखा अलग अंदाज, कंगना-प्रियंका और कल्याण के बीच हंसी-ठिठोली

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संसद में बहुत कम ऐसे अवसर दिखते हैं जब माहौल हल्का-हल्का दिखा हो। हमेशा हंगामे-तकरार और आरोप प्रत्यारोप की जगह आज संसद हंसी ठिठोली देखी गई। वो भी हमेशा एक दूसरे पर तलवार खींचे रहने वाली पार्टी बीजेपी, कांग्रेस और टीएमसी का सांसदों के बीच।

दरअसल, आज संसद से घर जाने के लिए जब ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी अपनी कार का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक उनकी नजर अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत पर पड़ी. सांसद कंगना रनौत भी अपनी गाड़ी का इंतजार कर रही थीं। तभी कल्याण बनर्जी अचानक कंगना की तरफ मुड़े और मुस्कुराते हुए कहा, ‘आज तो मेरा दिन अच्छा है, इंडिया की ब्यूटी क्वीन भी यहीं पर हैं।

साथी सांसद की तारीफ के बाद हरे रंग की साड़ी में संसद आईं कंगना ने तपाक से मुस्कुराते हुए जवाब दिया- ‘अरे दादा ऐसा तो कुछ नहीं है। कंगना रनौत और कल्याण के बीच हंसी ठिठोली अभी चल ही रही थी कि तीसरे किरदार कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी की एंट्री हुई। प्रियंका गुलाबी साड़ी में मकर द्वार से निकल रही थीं। उसी वक्त कल्याण बनर्जी ने प्रियंका की तरफ देखा और हंसते हुए कहा- ‘द मोस्ट ग्लैमरस लेडी।’

इस पर प्रियंका गांधी जोर से हंस पड़ीं और कल्याण बनर्जी के साथ ही कंगना की तरफ देखकर बोलीं- ‘नो नो मैं कोई ग्लैमरस नहीं हूं।’ इसपर कल्याण ने दोबारा बोले, ‘आप हैं।’ प्रियंका नहीं नहीं हूं… कहती और मुस्कुराती हुईं अपनी गाड़ी की तरफ चली गईं।

इसके बाद फिर कल्याण बनर्जी और कंगना के बीच संवाद शुरू हुआ। कल्याण ने कंगना से फिर हंसते हुए कहा, आप तो ब्यूटी क्वीन हैं। इस पर कंगना ने हंसते हुए कल्याण बनर्जी से कहा कि आपकी जोरदार आवाज पूरे सदन में गूंजती है, आप बड़े नेता हैं। धन्यवाद, फिर दोनों हंसते हुए अपनी अपनी मंजिल की तरफ बढ़ गए।

कुणाल कामरा पर भड़कीं कंगना रनौत, बोलीं- 2 मिनट के फेम के लिए लोगों का अपमान कर रहे

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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाम लिए बगैर उन पर विवादित टिप्पणी करने वाले स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को लेकर फिल्म जगत के कुछ सितारे सपोर्ट में तो कुछ विरोध में नजर आए। बॉलीवुड अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने महाराष्ट्र के राजनेता के खिलाफ हाल ही में की गई टिप्पणी के लिए कॉमेडियन कुणाल कामरा पर निशाना साधा। मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनौत ने कहा कि कॉमेडी के नाम पर किसी की इज्जत उछालना गलत है। ये वही लोग हैं, जो जिंदगी में कुछ नहीं कर पाए।

कंगना ने कामरा के ‘गद्दार’ या ‘दलबदलू’ वाले मजाक को गलत बताते हुए कहा, आप कोई भी हो और किसी के काम से यदि असहमत हैं तो इस तरह से नहीं बोल सकते। जब बीएमसी ने मेरे ऑफिस को तोड़ा था तब भी कामरा ने मजाक उड़ाया था। मेरे साथ जो हुआ वह गैरकानूनी था और इनके साथ जो हुआ वह लीगल है।मैं उस घटना की तुलना इस घटना से नहीं करूंगी, क्योंकि वह गैरकानूनी थी, जबकि यह पूरी तरह से कानूनी है।

कंगना जाहिर तौर पर 2020 की उस घटना का जिक्र कर रही थीं, जिसमें शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ विवाद के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने उनके मुंबई कार्यालय को ध्वस्त कर दिया था। कंगना ने अपने बंगले को गिराए जाने की बात को लेकर कहा कि मेरे साथ जो किया गया वह अवैध रूप से किया गया था।

कुणाल कामरा ने कंगना रनौत के ऑफिस को तोड़ने पर भी एक कॉमेडी वीडियो बनाया था। बीएमसी ने उनके सांसद बनने से पहले मुंबई में उनके ऑफिस को तोड़ दिया था। इस वजह से सांसद कंगना के घाव भी फिर से हरे हो गए हैं. उन्होंने कहा कि वो जो मेरे साथ हुआ था वो गैर कानूनी था।

अभिनेत्री ने एकनाथ शिंदे की ऑटो-रिक्शा चालक से लेकर राज्य के उपमुख्यमंत्री बनने तक की यात्रा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, 'शिंदे जी कभी रिक्शा चलाते थे और आज वे अपनी योग्यता के बल पर महान ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं, लेकिन उनका मजाक उड़ाने वाले ये लोग कौन हैं? उनके पास क्या योग्यताएं हैं? उन्होंने जीवन में क्या हासिल किया है?

कंगना ने कहा, कॉमेडी के नाम पर गाली-गलौज करना, हमारे ग्रंथों का मजाक उड़ाना, लोगों का मजाक उड़ाना, माताओं-बहनों का मजाक उड़ाना गलत है। आजकल सोशल मीडिया पर किस तरह के लोग आ गए हैं, जो खुद को इनफ्लूएंसर्स कह रहे हैं। हमारा समाज कहां जा रहा है। दो मिनट की फेम के लिए ये क्या कर रहे हैं हमें इस बारे में सोचना चाहिए।

23 मार्च को जिस जगह पर कुणाल ने परफॉर्म किया था, वहां एकनाथ शिंदे के समर्थकों ने तोड़फोड़ की थी। शिवसेना पार्टी के कार्यकर्ता भी कुणाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए खार पुलिस स्टेशन पहुंचे, जबकि अन्य लोगों ने इसी तरह की मांगों को लेकर एमआईडीसी पुलिस स्टेशन का रुख किया। विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुणाल ने स्टूडियो में तोड़फोड़ करने वाली भीड़ की आलोचना की और माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि नेताओं और राजनीतिक व्यवस्था का मजाक उड़ाना कानून के खिलाफ नहीं है।

कंगना रनौत के बयान पर राहुल गांधी का पलटवार, बोले-सरकार की नीति कौन तय कर रहा, एक सांसद या पीएम मोदी?

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कांग्रेस ने भाजपा सांसद कंगना रनौत की तीन कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग वाली टिप्पणी को लेकर भाजपा पर हमला तेज कर दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस मामले में पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए। उन्होंने बीजेपी सांसद कंगना रनौत की टिप्पणी को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह निरस्त किए जा चुके तीनों ‘काले’ कृषि कानूनों को फिर से लाना चाहते हैं या नहीं।

कंगना के वापस लिए जा चुके कृषि कानूनों की वापसी की वकालत करने वाले बयान पर राहुल ने कहा कि सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी? 700 से ज्यादा किसानों, खास कर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत ले कर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा। अगर प्रधानमंत्री ने उन कानूनों को फिर से लाने जैसा कोई कदम उठाया तो हमारा गठबंधन 'INDIA' हमारे अन्नदाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षडयंत्र कामयाब नहीं होने देगा। अगर किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठाया जाएगा तो प्रधानमंत्री को फिर से माफी मांगनी पड़ेगी।

राहुल गांधी ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग विचारों को लेकर जांच-परख करते रहते हैं। वे किसी से कहते हैं कि सार्वजनिक रूप से विचार रखिए और फिर देखते हैं कि प्रतिक्रिया क्या होती है। यही हुआ है। इनके एक सांसद ने काले कृषि कानूनों को फिर से लाने की बात की है। पीएम मोदी स्पष्ट कीजिए कि क्या आप उन कानूनों को फिर से लाना चाहते हैं। आप फिर से ‘बदमाशी’ तो नहीं करेंगे? उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद किसानों के लिए संसद में दो मिनट का मौन भी नहीं रखने दिया था।

इससे पहले एक वीडियो में कंगना को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि किसानों के वह कानून, जो अब वापस ले लिए गए हैं, मुझे पता है कि यह बयान विवादास्पद हो सकता है, लेकिन तीन कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए। तीन कानून किसानों के लिए फायदेमंद थे। जैसे बाकी जगहों के किसान समृद्ध हो रहे हैं, हमारे किसानों को समृद्ध होना चाहिए। कुछ राज्यों में किसान समूहों के विरोध के कारण सरकार ने इन्हें वापस ले लिया था। किसान देश के विकास में स्तंभ हैं। मैं उनसे हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि वे अपने भले के लिए कानूनों को वापस मांगें।

हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी सांसद ने 2021 में निरस्त किये गये कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग संबंधी अपना बयान बुधवार को वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि ये उनके ‘निजी’ विचार हैं और पार्टी के रूख को प्रदर्शित नहीं करते हैं।

वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया है। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, 'सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भाजपा सांसद कंगना रनौत का केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि बिलों पर दिया गया बयान वायरल हो रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। यह कृषि बिलों पर भाजपा के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है। हम इस बयान को अस्वीकार करते हैं।'

Emergency | కంగనారనౌత్‌ ఎమర్జెన్సీ విడుదలపై నిషేధం..⁉️

బాలీవుడ్ నటి కంగనారనౌత్‌ (Kangana Ranaut) ప్రధాన పాత్రలో నటిస్తున్న ప్రాజెక్ట్‌ ఎమర్జెన్సీ. దివంగత మాజీ ప్రధాని ఇందిరా గాంధీ పాలనలో 1975 జూన్‌ 25 నుండి 1977 వరకు కొనసాగిన ఇండియన్ ఎమర్జెన్సీ (Emergency )ఆధారంగా తెరకెక్కిస్తున్నారు. పొలిటికల్ డ్రామా నేపథ్యంలో వస్తోన్న ఈ చిత్రంలో కంగ‌నార‌నౌత్ ఇందిరాగాంధీ పాత్రలో నటిస్తోంది. ఇప్పటికే ప్రేక్షకుల ముందుకు రావాల్సిన ఈ చిత్రాన్ని ఎన్నికలకు ముందు వివాదాలకు అవకాశం ఇవ్వకుండా.. సెప్టెంబర్ 6న ప్రపంచవ్యాప్తంగా గ్రాండ్‌గా విడుదల చేస్తున్నట్టు ప్రకటించారు మేకర్స్‌.

విడుదల తేదీ దగ్గర పడుతున్న నేపథ్యంలో తెలంగాణలో నిషేధం విధించే అవకాశాలున్నాయన్న వార్తలు తెరపైకి వస్తున్నాయి. ఎమర్జెన్సీ సినిమా రిలీజ్‌పై ప్రభుత్వం న్యాయపరమైన సంప్రదింపులు జరుపుతూ.. నిషేధం అంశాన్ని పరీలిస్తుందని ప్రభుత్వ సలహాదారు మహ్మద్‌ అలీ షబ్బీర్‌ తెలిపారు. మాజీ ఐపీఎస్‌ అధికారి తేజ్‌ దీప్‌ కౌర్ మీనన్‌ నేతృత్వంలోని తెలంగాణ సిక్కు సొసైటీ ప్రతినిధుల బృందం షబ్బీర్‌ను కలిసి ఎమర్జెన్సీ విడుదలపై నిషేధం విధించాలని కోరింది. సిక్కు సొసైటీ ప్రతినిధులు సినిమాలో సిక్కు సమాజాన్ని చూపించిన తీరు పట్ల ఆందోళన వ్యక్తం చేసిన నేపథ్యంలో.. రాష్ట్రంలో సినిమాను నిషేధించే అంశాన్ని పరిశీలించాలని సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డిని షబ్బీర్ కోరినట్టు సమాచారం.

ఎమర్జెన్సీ సమయంలో పౌరహక్కుల సస్పెన్షన్‌, ఇందిరా గాంధీ వ్యతిరేకుల అరెస్టుతోపాటు పలు కీలక పరిణామాలు చోటుచేసుకున్నాయని తెలిసిందే. ఎమ‌ర్జెన్సీ టైంలో ఇందిరాగాంధీకి వ్యతిరేకంగా నిలబ‌డ్డ ప్రముఖ రాజ‌కీయ వేత్త జ‌య‌ప్రకాశ్‌ నారాయ‌ణ్ (జేపీ) పాత్రలో పాపులర్‌ బాలీవుడ్‌ ద‌ర్శకనిర్మాత అనుప‌మ్ ఖేర్ న‌టిస్తుండగా.. శ్రేయాస్ తల్పడే, భూమికా చావ్లా ఇత‌ర కీలక పాత్రలు పోషిస్తున్నారు.

ఎమర్జెన్సీ నుంచి ఇప్పటికే లాంఛ్ చేసిన వివిధ పాత్రలకు సంబంధించిన పోస్టర్లు సినిమాపై క్యూరియాసిటీ పెంచుతున్నాయి. ఈ చిత్రాన్ని కంగనా హోం బ్యాన‌ర్ మ‌ణి క‌ర్ణిక ఫిలిమ్స్ బ్యాన‌ర్‌పై రేణు పిట్టి, కంగ‌నార‌నౌత్ సంయుక్తంగా నిర్మిస్తున్నారు. ఈ చిత్రానికి జీవీ ప్రకాశ్‌ కుమార్ మ్యూజిక్, బ్యాక్‌ గ్రౌండ్‌ స్కోర్‌ అందిస్తున్నాడు.

बीजेपी सांसद कंगना रनौत के बयान पर सियासत गर्म, जानें ऐसा क्या कहा कि बीजेपी ने भी कर लिया किनारा

#kangana_ranaut_on_farmers_farmers_protest 

भाजपा सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रैस कंगना रनौत के बयान पर सियासत गरमा गई है। विपक्ष कंगना के बयान पर हमलावर है। अभिनेता से नेता बनी कंगना के किसानों पर बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। बीजेपी की हिदायत के बाद भी विपक्ष के हमले कम नहीं हुए हैं। कांग्रेस का कहना है कि या तो पार्टी माफी मांगे या कंगना किसानों से हाथ जोड़कर माफी मांगें।

भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का सबूत-राहुल गांधी

कंगना के बयान पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा- भाजपा सांसद द्वारा किसानों को बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का सबूत है। अन्नदाताओं के मान-सम्मान पर हमला करने से किसानों से किया गया मोदी सरकार का धोखा छिप नहीं सकता।

बयान से बीजेपी का किनारा

इससे पहले, कंगना के किसानों पर बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। सोमवार को पार्टी ने लिखित स्टेटमेंट जारी कर बताया, कंगना बयान देने के लिए पार्टी की ओर से अधिकृत नहीं हैं।साथ ही उन्हें भविष्य में ऐसे कमेंट न करने की सख्त हिदायत दी है। पार्टी ने एक लिखित स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें लिखा है, ‘भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है। भाजपा कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है। पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।’

बीजेपी ने कंगना को हिदायत देते हुए कहा, ‘वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें।’ पार्टी ने कहा, ‘भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।’

कंगना ने क्या कहा?

कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘किसान आंदोलन के नाम पर बांग्लादेश जैसी अराजकता भारत में भी हो सकती थी। बाहरी ताकतें अंदरूनी लोगों की मदद से हमें बर्बाद करने की योजना बना रही थी। अगर हमारे नेतृत्व की दूरदर्शिता नहीं होती तो वे सफल हो जाते। पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार तथा हत्याएं हो रही थीं।’

क्या जाएगी कंगना रनौत की सांसदी? याचिका पर हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस

#himachal_high_court_issues_notice_to_kangana_ranaut

बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया है। दरअसल, कंगना की सांसदी के खिलाफ हिमाचल हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसके बाद हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया है।हाई कोर्ट ने कंगना से 21 अगस्त तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में किन्नौर के एक निवासी द्वारा याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत को नोटिस जारी किया है। याचिका में मंडी से सांसद कंगना के निर्वाचन को रद्द करने का अनुरोध करते हुए दलील दी गई है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए उसके नामांकन पत्र को कथित रूप से गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नोटिस जारी करते हुए न्यायमूर्ति ज्योत्सना रेवाल ने रनौत को 21 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।

याचिकाकर्ता लायक राम नेगी ने कंगना के खिलाफ याचिका दायर की है। इसमें उसने कोर्ट से कंगना के चुनाव को रद्द करने की मांग की है। नायक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के पूर्व कर्मचारी हैं। उन्होंने समय से पहले वीआरएस मिल गई थी। नेगी का कहना है कि वह चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन उसके नामांकन पत्र को मंडी के चुनाव अधिकारी ने गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नेगी की दलील है कि अगर उनका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया जाता तो वो जीत जाते। याचिका में लायक राम नेगी ने कोर्ट से अपील की है कि कंगना के चुनाव को रद्द कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मंडी सीट पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है।

कंगना ने लोकसभा चुनाव में हिमाचल के मंडी से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोट से हराया था। तीसरे नंबर पर बहुजन समाजवादी पार्टी के डॉ प्रकाश चंद्र भारद्वाज रहे थे। भारद्वाज को 4393 वोट मिले थे।

Lok Sabha adjourned till 1st July over ruckus in the House amid Opposition's demand for discussion on NEET issue.
BJP MP-actor Kangana Ranaut says, "You saw their conduct there. Speaker too rebuked them...But it seems that they (Opposition) are not ready to listen to anyone. We are here for the first time and we too were flummoxed as to what has happen
बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बड़ा आरोप, बोली-चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला जवान ने थप्पड़ मारा

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हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर सांसद चुनी गईं कंगना रनौत ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात महिला सीआईएसएफ कर्मी पर बड़ा आरोप लगाया है।कंगना का आरोप है कि सीआईएसएफ की महिला जवान ने उनको थप्पड़ मारा है।इस मामले को लेकर कंगना की ओर से पुलिस में शिकायत की गई है।

चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर दोपहर 3:40 बजे की ये घटना है। सीआईएसएफ की कुलविंदर कौर पर कंगना को थप्पड़ मारने का आरोप है। बताया जा रहा है कि किसानों पर कंगना के दिए बयान को लेकर महिला सिपाही नाराज थी।

सांसद चुने जाने के बाद कंगना रनौत दिल्‍ली जाने के बाद का चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आई थीं। सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत फ्लाइट से दिल्ली जाने के लिए एयरपोर्ट पर तलाशी के लिए रूकीं। वह तलाशी के लिए एसएचए एरिया में पहुंचीं। यहां सीआईएसएफ की एक महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने उनकी तलाशी ली। तलाशी के बाद महिला कांस्टेबल ने कंगना रनौत को थप्पड़ मार दिया। 

थप्‍पड़ मारने की आरोपी महिला कांस्‍टेबल कुलविंदर कौर ने कहा कि कंगना रनौत ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान पंजाब की महिलाओं के बारे में एक गलत बयान दिया कि पंजाब की महिलाएं पैसे के लिए किसानों के आंदोलन में भाग लेती हैं।

सूत्रों के अनुसार कंगना रनौत चंडीगढ़ से मुंबई के लिए शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जब चैकिंग कर रही थीं तो वहां उपस्थित सीआईएसएफ में तैनात महिला सुरक्षा कर्मी ने जब उनसे पूछा कि मैडम आप बीजेपी से जीती हैं।आपकी पार्टी किसानों के लिए कुछ क्यों नहीं कर रही। इसको लेकर बहस हो गई। इसके बाद आरोप लग रहे है कि सीआईएसएफ की महिला कर्मी ने उन्हें थप्पड़ लगा दिया। हालांकि एयरपोर्ट से सीईओ की ओर से जानकारी जुटाई जा रही है।

कंगना रनौत का कैसा बयान? कांग्रेस को बताया अंग्रेजों की भूली-बिसरी औलाद

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हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।कंगना रनौत ने कहा कि भाजपा सनातनी संस्कृति से जुड़ी हुई है। वहीं, कांग्रेस अंग्रेजों की भूली-बिसरी औलाद है। कांग्रेस की विचारधारा चोर-चोर मौसेरे भाई जैसी है। जहां भी कांग्रेस के नेता मिलते हैं, वहां चोर इक्ट्ठा हो जाते हैं और डाकुओं का गैंग बन जाती है।

कांग्रेस पाकिस्तान के साथ मिली हुई-कंगना

कंगना सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के कांगू में एक जनसभा को संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेत्री अल्का लांबा ने महिलाओं से बड़े-बड़े वायदे किए थे, लेकिन कांग्रेस झूठी और मक्कार होने के कारण झूठ बोलकर चली गई। कंगना रनौत ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि कांग्रेस पाकिस्तान के साथ मिली हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आम लोगों को डराकर रखा। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में पार्लियामेंट और जगह-जगह आतंकवादी हमले करवाए गए। अब देश का नेतृत्व एक सशक्त व्यक्ति के हाथ में है। अब पाकिस्तान मुंह तक खोल नहीं सकता है।

5 करोड़ रुपये की मदद का दावा

कंगना ने कांग्रेस पर झूठे वादे करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मंडी से पूर्व कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह ने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से निर्वाचन क्षेत्र को किसी भी तरह की आर्थिक मदद नहीं दी है। उन्होंने अपने बारे में जिक्र करते हुए कहा कि पिछले आठ महीनों में रामपुर से भरमौर तक मंडी के सभी क्षेत्रों में 5 करोड़ रुपये दिए।

कन्ट्रोवर्सी क्वीन” कंगना रनौत के दावों की खुली पोल, बिजली विभाग ने बताई 90 हजार बिल की सच्चाई

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बॉलीवुड एकट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश में अपने घर के बिजली बिल को लेकर दिए बयान के बाद विवादों में घिर गईं हैं। बीते रोज कंगना ने मंडी में कहा था कि उनका मनाली वाले घर का एक लाख रुपये बिजली बिल आया है जबकि वह, वहां रहती भी नहीं है और ये सरकार भेड़ियों का झुंड है। लेकिन अब बिजली विभाग ने कंगना के दावे के पोल खोल दी है। बिजली विभाग ने उनके सारे आरोपों का खंडन किया है साथ ही बताया है कि कंगना बिजली बिल की डिफॉल्टर भी हैं।

कंगना के इस दावे पर हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड (एचपीएसईबीएल ) ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि यह बिल दो महीनों का बकाया था। विभाग ने आरोप लगाया कि कंगना रनौत ने समय पर बिजली बिल नहीं चुकाया। हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के एमडी संदीप कुमार ने इस मामले पर शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मंडी की सांसद कंगना रनौत के मनाली स्थित आवास के बिजली बिल से संबंधित खबरों पर सफाई दी है। संदीप कुमार ने कहा कि कंगना रनौत के नाम पर सिमसा गांव में घरेलू बिजली कनेक्शन है। उनके आवास का दो महीने का बकाया बिजली बिल 90,384 रुपये है और यह कहना गलत है कि यह बिल एक महीने का हैय़

बिलों के भुगतान में हर बार देरी

विद्युत बोर्ड ने अपने बयान में कहा कि कंगना रनौत ने हमेशा अपने महीने के बिजली बिलों का भुगतान देर से किया है। जनवरी और फरवरी के बिलों का भुगतान 28 मार्च 2025 को किया गया, जिनकी कुल खपत 14,000 यूनिट थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी औसत मासिक खपत बहुत अधिक है, जो 5,000 से 9,000 यूनिट के बीच है। बिजली विभाग ने बताया कि कंगना ने अक्टूबर से दिसंबर तक के बिजली बिलों का भुगतान समय पर नहीं किया। बाद में जनवरी तथा फरवरी के बिजली बिल भी समय पर कंगना की तरफ से नहीं भरे गए हैं। बिल के अनुसार, कंगना के घर की दिसंबर की बिजली खपत 6,000 यूनिट थी और बकाया 31,367 रुपये था, जबकि फरवरी की बिजली खपत 9,000 यूनिट थी और बिल 58,096 रुपये का था। कंगना रनौत के आवास का अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2024 महीने का बिजली बिल 82,061 रुपये था, जिसका भुगतान 16 जनवरी 2025 को किया गया। अहम बात है कि कंगना रनौत अपने बिजली बिलों का भुगतान हर बार देर से करती हैं।

कंगना ले रहीं हैं बिजली बिलों पर सब्सिडी का लाभ

बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि मंड़ी की सांसद कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जा रही बिजली सब्सिडी का लाभ भी उठा रही हैं। फरवरी 2025 के बिजली बिल में कंगना रनौत को 700 रुपये की सब्सिडी मिली। 22 मार्च 2025 को जारी 90,384 रुपये का बिजली बिल दो महीने की खपत का है और इसमें पहले किए गए 32,287 रुपये के भुगतान को भी शामिल किया गया है। इसलिए, एक महीने का बिल होने का दावा पूरी तरह से भ्रामक है।

कांग्रेस सरकार पर बढ़ते बिजली बिलों को लेकर साधा था निशाना

कंगना रनौत ने हाल ही में एक आयोजन के दौरान अपने मनाली वाले घर पर आए भारी बिजली बिल को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाली हिमाचल प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना की थी। कंगना ने कहा था कि इस महीने मेरे मनाली का घर का एक लाख बिजली का बिल आया, जहां मैं रहती भी नहीं हूं। इतनी दुर्दशा हुई है। हम पढ़ते हैं और शर्मिंदगी होती है कि ये क्या हो रहा है।

संसद परिसर में दिखा अलग अंदाज, कंगना-प्रियंका और कल्याण के बीच हंसी-ठिठोली

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संसद में बहुत कम ऐसे अवसर दिखते हैं जब माहौल हल्का-हल्का दिखा हो। हमेशा हंगामे-तकरार और आरोप प्रत्यारोप की जगह आज संसद हंसी ठिठोली देखी गई। वो भी हमेशा एक दूसरे पर तलवार खींचे रहने वाली पार्टी बीजेपी, कांग्रेस और टीएमसी का सांसदों के बीच।

दरअसल, आज संसद से घर जाने के लिए जब ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी अपनी कार का इंतजार कर रहे थे, तभी अचानक उनकी नजर अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत पर पड़ी. सांसद कंगना रनौत भी अपनी गाड़ी का इंतजार कर रही थीं। तभी कल्याण बनर्जी अचानक कंगना की तरफ मुड़े और मुस्कुराते हुए कहा, ‘आज तो मेरा दिन अच्छा है, इंडिया की ब्यूटी क्वीन भी यहीं पर हैं।

साथी सांसद की तारीफ के बाद हरे रंग की साड़ी में संसद आईं कंगना ने तपाक से मुस्कुराते हुए जवाब दिया- ‘अरे दादा ऐसा तो कुछ नहीं है। कंगना रनौत और कल्याण के बीच हंसी ठिठोली अभी चल ही रही थी कि तीसरे किरदार कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी की एंट्री हुई। प्रियंका गुलाबी साड़ी में मकर द्वार से निकल रही थीं। उसी वक्त कल्याण बनर्जी ने प्रियंका की तरफ देखा और हंसते हुए कहा- ‘द मोस्ट ग्लैमरस लेडी।’

इस पर प्रियंका गांधी जोर से हंस पड़ीं और कल्याण बनर्जी के साथ ही कंगना की तरफ देखकर बोलीं- ‘नो नो मैं कोई ग्लैमरस नहीं हूं।’ इसपर कल्याण ने दोबारा बोले, ‘आप हैं।’ प्रियंका नहीं नहीं हूं… कहती और मुस्कुराती हुईं अपनी गाड़ी की तरफ चली गईं।

इसके बाद फिर कल्याण बनर्जी और कंगना के बीच संवाद शुरू हुआ। कल्याण ने कंगना से फिर हंसते हुए कहा, आप तो ब्यूटी क्वीन हैं। इस पर कंगना ने हंसते हुए कल्याण बनर्जी से कहा कि आपकी जोरदार आवाज पूरे सदन में गूंजती है, आप बड़े नेता हैं। धन्यवाद, फिर दोनों हंसते हुए अपनी अपनी मंजिल की तरफ बढ़ गए।

कुणाल कामरा पर भड़कीं कंगना रनौत, बोलीं- 2 मिनट के फेम के लिए लोगों का अपमान कर रहे

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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाम लिए बगैर उन पर विवादित टिप्पणी करने वाले स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को लेकर फिल्म जगत के कुछ सितारे सपोर्ट में तो कुछ विरोध में नजर आए। बॉलीवुड अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने महाराष्ट्र के राजनेता के खिलाफ हाल ही में की गई टिप्पणी के लिए कॉमेडियन कुणाल कामरा पर निशाना साधा। मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनौत ने कहा कि कॉमेडी के नाम पर किसी की इज्जत उछालना गलत है। ये वही लोग हैं, जो जिंदगी में कुछ नहीं कर पाए।

कंगना ने कामरा के ‘गद्दार’ या ‘दलबदलू’ वाले मजाक को गलत बताते हुए कहा, आप कोई भी हो और किसी के काम से यदि असहमत हैं तो इस तरह से नहीं बोल सकते। जब बीएमसी ने मेरे ऑफिस को तोड़ा था तब भी कामरा ने मजाक उड़ाया था। मेरे साथ जो हुआ वह गैरकानूनी था और इनके साथ जो हुआ वह लीगल है।मैं उस घटना की तुलना इस घटना से नहीं करूंगी, क्योंकि वह गैरकानूनी थी, जबकि यह पूरी तरह से कानूनी है।

कंगना जाहिर तौर पर 2020 की उस घटना का जिक्र कर रही थीं, जिसमें शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ विवाद के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने उनके मुंबई कार्यालय को ध्वस्त कर दिया था। कंगना ने अपने बंगले को गिराए जाने की बात को लेकर कहा कि मेरे साथ जो किया गया वह अवैध रूप से किया गया था।

कुणाल कामरा ने कंगना रनौत के ऑफिस को तोड़ने पर भी एक कॉमेडी वीडियो बनाया था। बीएमसी ने उनके सांसद बनने से पहले मुंबई में उनके ऑफिस को तोड़ दिया था। इस वजह से सांसद कंगना के घाव भी फिर से हरे हो गए हैं. उन्होंने कहा कि वो जो मेरे साथ हुआ था वो गैर कानूनी था।

अभिनेत्री ने एकनाथ शिंदे की ऑटो-रिक्शा चालक से लेकर राज्य के उपमुख्यमंत्री बनने तक की यात्रा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, 'शिंदे जी कभी रिक्शा चलाते थे और आज वे अपनी योग्यता के बल पर महान ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं, लेकिन उनका मजाक उड़ाने वाले ये लोग कौन हैं? उनके पास क्या योग्यताएं हैं? उन्होंने जीवन में क्या हासिल किया है?

कंगना ने कहा, कॉमेडी के नाम पर गाली-गलौज करना, हमारे ग्रंथों का मजाक उड़ाना, लोगों का मजाक उड़ाना, माताओं-बहनों का मजाक उड़ाना गलत है। आजकल सोशल मीडिया पर किस तरह के लोग आ गए हैं, जो खुद को इनफ्लूएंसर्स कह रहे हैं। हमारा समाज कहां जा रहा है। दो मिनट की फेम के लिए ये क्या कर रहे हैं हमें इस बारे में सोचना चाहिए।

23 मार्च को जिस जगह पर कुणाल ने परफॉर्म किया था, वहां एकनाथ शिंदे के समर्थकों ने तोड़फोड़ की थी। शिवसेना पार्टी के कार्यकर्ता भी कुणाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए खार पुलिस स्टेशन पहुंचे, जबकि अन्य लोगों ने इसी तरह की मांगों को लेकर एमआईडीसी पुलिस स्टेशन का रुख किया। विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुणाल ने स्टूडियो में तोड़फोड़ करने वाली भीड़ की आलोचना की और माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि नेताओं और राजनीतिक व्यवस्था का मजाक उड़ाना कानून के खिलाफ नहीं है।

कंगना रनौत के बयान पर राहुल गांधी का पलटवार, बोले-सरकार की नीति कौन तय कर रहा, एक सांसद या पीएम मोदी?

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कांग्रेस ने भाजपा सांसद कंगना रनौत की तीन कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग वाली टिप्पणी को लेकर भाजपा पर हमला तेज कर दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस मामले में पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए। उन्होंने बीजेपी सांसद कंगना रनौत की टिप्पणी को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह निरस्त किए जा चुके तीनों ‘काले’ कृषि कानूनों को फिर से लाना चाहते हैं या नहीं।

कंगना के वापस लिए जा चुके कृषि कानूनों की वापसी की वकालत करने वाले बयान पर राहुल ने कहा कि सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी? 700 से ज्यादा किसानों, खास कर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत ले कर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा। अगर प्रधानमंत्री ने उन कानूनों को फिर से लाने जैसा कोई कदम उठाया तो हमारा गठबंधन 'INDIA' हमारे अन्नदाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षडयंत्र कामयाब नहीं होने देगा। अगर किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठाया जाएगा तो प्रधानमंत्री को फिर से माफी मांगनी पड़ेगी।

राहुल गांधी ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग विचारों को लेकर जांच-परख करते रहते हैं। वे किसी से कहते हैं कि सार्वजनिक रूप से विचार रखिए और फिर देखते हैं कि प्रतिक्रिया क्या होती है। यही हुआ है। इनके एक सांसद ने काले कृषि कानूनों को फिर से लाने की बात की है। पीएम मोदी स्पष्ट कीजिए कि क्या आप उन कानूनों को फिर से लाना चाहते हैं। आप फिर से ‘बदमाशी’ तो नहीं करेंगे? उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद किसानों के लिए संसद में दो मिनट का मौन भी नहीं रखने दिया था।

इससे पहले एक वीडियो में कंगना को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि किसानों के वह कानून, जो अब वापस ले लिए गए हैं, मुझे पता है कि यह बयान विवादास्पद हो सकता है, लेकिन तीन कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए। तीन कानून किसानों के लिए फायदेमंद थे। जैसे बाकी जगहों के किसान समृद्ध हो रहे हैं, हमारे किसानों को समृद्ध होना चाहिए। कुछ राज्यों में किसान समूहों के विरोध के कारण सरकार ने इन्हें वापस ले लिया था। किसान देश के विकास में स्तंभ हैं। मैं उनसे हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि वे अपने भले के लिए कानूनों को वापस मांगें।

हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी सांसद ने 2021 में निरस्त किये गये कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग संबंधी अपना बयान बुधवार को वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि ये उनके ‘निजी’ विचार हैं और पार्टी के रूख को प्रदर्शित नहीं करते हैं।

वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया है। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, 'सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भाजपा सांसद कंगना रनौत का केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि बिलों पर दिया गया बयान वायरल हो रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। यह कृषि बिलों पर भाजपा के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है। हम इस बयान को अस्वीकार करते हैं।'

Emergency | కంగనారనౌత్‌ ఎమర్జెన్సీ విడుదలపై నిషేధం..⁉️

బాలీవుడ్ నటి కంగనారనౌత్‌ (Kangana Ranaut) ప్రధాన పాత్రలో నటిస్తున్న ప్రాజెక్ట్‌ ఎమర్జెన్సీ. దివంగత మాజీ ప్రధాని ఇందిరా గాంధీ పాలనలో 1975 జూన్‌ 25 నుండి 1977 వరకు కొనసాగిన ఇండియన్ ఎమర్జెన్సీ (Emergency )ఆధారంగా తెరకెక్కిస్తున్నారు. పొలిటికల్ డ్రామా నేపథ్యంలో వస్తోన్న ఈ చిత్రంలో కంగ‌నార‌నౌత్ ఇందిరాగాంధీ పాత్రలో నటిస్తోంది. ఇప్పటికే ప్రేక్షకుల ముందుకు రావాల్సిన ఈ చిత్రాన్ని ఎన్నికలకు ముందు వివాదాలకు అవకాశం ఇవ్వకుండా.. సెప్టెంబర్ 6న ప్రపంచవ్యాప్తంగా గ్రాండ్‌గా విడుదల చేస్తున్నట్టు ప్రకటించారు మేకర్స్‌.

విడుదల తేదీ దగ్గర పడుతున్న నేపథ్యంలో తెలంగాణలో నిషేధం విధించే అవకాశాలున్నాయన్న వార్తలు తెరపైకి వస్తున్నాయి. ఎమర్జెన్సీ సినిమా రిలీజ్‌పై ప్రభుత్వం న్యాయపరమైన సంప్రదింపులు జరుపుతూ.. నిషేధం అంశాన్ని పరీలిస్తుందని ప్రభుత్వ సలహాదారు మహ్మద్‌ అలీ షబ్బీర్‌ తెలిపారు. మాజీ ఐపీఎస్‌ అధికారి తేజ్‌ దీప్‌ కౌర్ మీనన్‌ నేతృత్వంలోని తెలంగాణ సిక్కు సొసైటీ ప్రతినిధుల బృందం షబ్బీర్‌ను కలిసి ఎమర్జెన్సీ విడుదలపై నిషేధం విధించాలని కోరింది. సిక్కు సొసైటీ ప్రతినిధులు సినిమాలో సిక్కు సమాజాన్ని చూపించిన తీరు పట్ల ఆందోళన వ్యక్తం చేసిన నేపథ్యంలో.. రాష్ట్రంలో సినిమాను నిషేధించే అంశాన్ని పరిశీలించాలని సీఎం రేవంత్‌ రెడ్డిని షబ్బీర్ కోరినట్టు సమాచారం.

ఎమర్జెన్సీ సమయంలో పౌరహక్కుల సస్పెన్షన్‌, ఇందిరా గాంధీ వ్యతిరేకుల అరెస్టుతోపాటు పలు కీలక పరిణామాలు చోటుచేసుకున్నాయని తెలిసిందే. ఎమ‌ర్జెన్సీ టైంలో ఇందిరాగాంధీకి వ్యతిరేకంగా నిలబ‌డ్డ ప్రముఖ రాజ‌కీయ వేత్త జ‌య‌ప్రకాశ్‌ నారాయ‌ణ్ (జేపీ) పాత్రలో పాపులర్‌ బాలీవుడ్‌ ద‌ర్శకనిర్మాత అనుప‌మ్ ఖేర్ న‌టిస్తుండగా.. శ్రేయాస్ తల్పడే, భూమికా చావ్లా ఇత‌ర కీలక పాత్రలు పోషిస్తున్నారు.

ఎమర్జెన్సీ నుంచి ఇప్పటికే లాంఛ్ చేసిన వివిధ పాత్రలకు సంబంధించిన పోస్టర్లు సినిమాపై క్యూరియాసిటీ పెంచుతున్నాయి. ఈ చిత్రాన్ని కంగనా హోం బ్యాన‌ర్ మ‌ణి క‌ర్ణిక ఫిలిమ్స్ బ్యాన‌ర్‌పై రేణు పిట్టి, కంగ‌నార‌నౌత్ సంయుక్తంగా నిర్మిస్తున్నారు. ఈ చిత్రానికి జీవీ ప్రకాశ్‌ కుమార్ మ్యూజిక్, బ్యాక్‌ గ్రౌండ్‌ స్కోర్‌ అందిస్తున్నాడు.

बीजेपी सांसद कंगना रनौत के बयान पर सियासत गर्म, जानें ऐसा क्या कहा कि बीजेपी ने भी कर लिया किनारा

#kangana_ranaut_on_farmers_farmers_protest 

भाजपा सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रैस कंगना रनौत के बयान पर सियासत गरमा गई है। विपक्ष कंगना के बयान पर हमलावर है। अभिनेता से नेता बनी कंगना के किसानों पर बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। बीजेपी की हिदायत के बाद भी विपक्ष के हमले कम नहीं हुए हैं। कांग्रेस का कहना है कि या तो पार्टी माफी मांगे या कंगना किसानों से हाथ जोड़कर माफी मांगें।

भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का सबूत-राहुल गांधी

कंगना के बयान पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा- भाजपा सांसद द्वारा किसानों को बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान विरोधी नीति और नीयत का सबूत है। अन्नदाताओं के मान-सम्मान पर हमला करने से किसानों से किया गया मोदी सरकार का धोखा छिप नहीं सकता।

बयान से बीजेपी का किनारा

इससे पहले, कंगना के किसानों पर बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। सोमवार को पार्टी ने लिखित स्टेटमेंट जारी कर बताया, कंगना बयान देने के लिए पार्टी की ओर से अधिकृत नहीं हैं।साथ ही उन्हें भविष्य में ऐसे कमेंट न करने की सख्त हिदायत दी है। पार्टी ने एक लिखित स्टेटमेंट जारी किया है। इसमें लिखा है, ‘भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है। भाजपा कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है। पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।’

बीजेपी ने कंगना को हिदायत देते हुए कहा, ‘वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें।’ पार्टी ने कहा, ‘भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।’

कंगना ने क्या कहा?

कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘किसान आंदोलन के नाम पर बांग्लादेश जैसी अराजकता भारत में भी हो सकती थी। बाहरी ताकतें अंदरूनी लोगों की मदद से हमें बर्बाद करने की योजना बना रही थी। अगर हमारे नेतृत्व की दूरदर्शिता नहीं होती तो वे सफल हो जाते। पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार तथा हत्याएं हो रही थीं।’

क्या जाएगी कंगना रनौत की सांसदी? याचिका पर हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस

#himachal_high_court_issues_notice_to_kangana_ranaut

बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया है। दरअसल, कंगना की सांसदी के खिलाफ हिमाचल हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसके बाद हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया है।हाई कोर्ट ने कंगना से 21 अगस्त तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में किन्नौर के एक निवासी द्वारा याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत को नोटिस जारी किया है। याचिका में मंडी से सांसद कंगना के निर्वाचन को रद्द करने का अनुरोध करते हुए दलील दी गई है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि इस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए उसके नामांकन पत्र को कथित रूप से गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नोटिस जारी करते हुए न्यायमूर्ति ज्योत्सना रेवाल ने रनौत को 21 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।

याचिकाकर्ता लायक राम नेगी ने कंगना के खिलाफ याचिका दायर की है। इसमें उसने कोर्ट से कंगना के चुनाव को रद्द करने की मांग की है। नायक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के पूर्व कर्मचारी हैं। उन्होंने समय से पहले वीआरएस मिल गई थी। नेगी का कहना है कि वह चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन उसके नामांकन पत्र को मंडी के चुनाव अधिकारी ने गलत तरीके से खारिज कर दिया गया था। नेगी की दलील है कि अगर उनका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया जाता तो वो जीत जाते। याचिका में लायक राम नेगी ने कोर्ट से अपील की है कि कंगना के चुनाव को रद्द कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मंडी सीट पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है।

कंगना ने लोकसभा चुनाव में हिमाचल के मंडी से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोट से हराया था। तीसरे नंबर पर बहुजन समाजवादी पार्टी के डॉ प्रकाश चंद्र भारद्वाज रहे थे। भारद्वाज को 4393 वोट मिले थे।

Lok Sabha adjourned till 1st July over ruckus in the House amid Opposition's demand for discussion on NEET issue.
BJP MP-actor Kangana Ranaut says, "You saw their conduct there. Speaker too rebuked them...But it seems that they (Opposition) are not ready to listen to anyone. We are here for the first time and we too were flummoxed as to what has happen
बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बड़ा आरोप, बोली-चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला जवान ने थप्पड़ मारा

#cisf_jawan_slaps_kangana

हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर सांसद चुनी गईं कंगना रनौत ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात महिला सीआईएसएफ कर्मी पर बड़ा आरोप लगाया है।कंगना का आरोप है कि सीआईएसएफ की महिला जवान ने उनको थप्पड़ मारा है।इस मामले को लेकर कंगना की ओर से पुलिस में शिकायत की गई है।

चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर दोपहर 3:40 बजे की ये घटना है। सीआईएसएफ की कुलविंदर कौर पर कंगना को थप्पड़ मारने का आरोप है। बताया जा रहा है कि किसानों पर कंगना के दिए बयान को लेकर महिला सिपाही नाराज थी।

सांसद चुने जाने के बाद कंगना रनौत दिल्‍ली जाने के बाद का चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आई थीं। सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत फ्लाइट से दिल्ली जाने के लिए एयरपोर्ट पर तलाशी के लिए रूकीं। वह तलाशी के लिए एसएचए एरिया में पहुंचीं। यहां सीआईएसएफ की एक महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने उनकी तलाशी ली। तलाशी के बाद महिला कांस्टेबल ने कंगना रनौत को थप्पड़ मार दिया। 

थप्‍पड़ मारने की आरोपी महिला कांस्‍टेबल कुलविंदर कौर ने कहा कि कंगना रनौत ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान पंजाब की महिलाओं के बारे में एक गलत बयान दिया कि पंजाब की महिलाएं पैसे के लिए किसानों के आंदोलन में भाग लेती हैं।

सूत्रों के अनुसार कंगना रनौत चंडीगढ़ से मुंबई के लिए शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जब चैकिंग कर रही थीं तो वहां उपस्थित सीआईएसएफ में तैनात महिला सुरक्षा कर्मी ने जब उनसे पूछा कि मैडम आप बीजेपी से जीती हैं।आपकी पार्टी किसानों के लिए कुछ क्यों नहीं कर रही। इसको लेकर बहस हो गई। इसके बाद आरोप लग रहे है कि सीआईएसएफ की महिला कर्मी ने उन्हें थप्पड़ लगा दिया। हालांकि एयरपोर्ट से सीईओ की ओर से जानकारी जुटाई जा रही है।