बेटियों की शिक्षा का 'झारखंड मॉडल': सावित्रीबाई फुले योजना से 21 लाख से अधिक छात्राओं को मिला सीधा लाभ; ₹40,000 की मिलेगी प्रोत्साहन राशि
रांची | 31 दिसम्बर 2025: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में झारखंड सरकार की सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना राज्य की बेटियों के लिए वरदान साबित हो रही है। आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होने वाली किशोरियों को अब सरकार ₹40,000 तक की चरणबद्ध सहायता राशि प्रदान कर रही है।
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शिक्षा से सशक्तिकरण तक का सफर
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को कक्षा 8वीं से 12वीं तक स्कूल से जोड़े रखना है। सरकार का मानना है कि जब बेटी शिक्षित होगी, तभी बाल विवाह और बाल श्रम जैसी कुप्रथाओं का अंत होगा। योजना के तहत मिलने वाली राशि सीधे छात्राओं के बैंक खातों (DBT) में भेजी जाती है।
तीन वर्षों का रिपोर्ट कार्ड: करोड़ों की मदद
योजना की सफलता का अंदाजा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जारी इन आंकड़ों से लगाया जा सकता है:
वित्तीय वर्ष लाभार्थियों की संख्या कुल आवंटित राशि
2022-23 7,28,332 बालिकाएं ₹344.80 करोड़
2023-24 7,18,272 बालिकाएं ₹365.98 करोड़
2024-25 7,38,687 बालिकाएं ₹368.71 करोड़
ऑनलाइन पोर्टल से आई पारदर्शिता
अबुआ सरकार ने भ्रष्टाचार और देरी को खत्म करने के लिए डिजिटल पोर्टल की शुरुआत की है। अब आवेदन सीधे स्कूलों के माध्यम से ऑनलाइन भरे जा रहे हैं।
वर्तमान स्थिति: इस वर्ष अब तक 5.92 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं।
भुगतान: 1.97 लाख बालिकाओं को ₹71.76 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
लक्ष्य: इस वित्तीय वर्ष में कुल ₹270 करोड़ व्यय करने का लक्ष्य है।
पात्र छात्राएं कैसे उठाएं लाभ?
आठवीं से बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाली सभी पात्र बालिकाएं अपने विद्यालय के प्रधानाध्यापक से संपर्क कर आवेदन कर सकती हैं। इसके अलावा प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (CDPO) या जिला समाज कल्याण पदाधिकारी से भी सहायता ली जा सकती है।















2 hours and 19 min ago
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