पीवीयूएनएल टाउनशिप स्कूल में एक सप्ताहीय ‘जेम विंटर वर्कशॉप’ का सफल आयोजन

पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL) द्वारा पीवीयूएनएल टाउनशिप स्कूल परिसर में एक सप्ताहीय ‘जेम विंटर वर्कशॉप’ का सफल आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन श्री ए. के. सहगल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), PVUNL तथा श्रीमती रेनू सहगल, अध्यक्ष, स्वर्णरेखा महिला समिति द्वारा किया गया।

उद्घाटन अवसर पर श्री अनुपम मुखर्जी, सीजीएम (प्रोजेक्ट), श्री मनीष खेतरपाल, महाप्रबंधक (ओ एंड एम), श्री ज़ियाउर रहमान, एचओएचआर, सहित पीवीयूएनएल की सीएसआर टीम एवं एचआर टीम के सदस्य उपस्थित रहे।

यह कार्यशाला पीवीयूएनएल की सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहल के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसमें आसपास के गांवों से चयनित 26 बालिकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। एक सप्ताह तक चली इस कार्यशाला के दौरान बालिकाओं को कला एवं शिल्प, गणित एवं विज्ञान की बुनियादी समझ, भावनात्मक एवं शारीरिक विकास, आत्मरक्षा, तथा आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास से संबंधित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा ।

अपने संबोधन में श्री ए. के. सहगल, सीईओ, पीवीयूएनएल ने बालिकाओं के सर्वांगीण विकास पर विशेष जोर देते हुए कहा कि बेटियाँ समाज की अनमोल धरोहर हैं। उन्होंने प्रतिभागी बालिकाओं को अपनी छिपी प्रतिभाओं को पहचानने, आत्मनिर्भर बनने और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि “ये बालिकाएं हमारे समाज की सच्ची GEM (जेम) हैं, जो भविष्य में समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।”

श्रीमती रेनू सहगल ने भी बालिकाओं को प्रोत्साहित करते हुए ऐसे कार्यक्रमों को उनके आत्मबल और आत्मविश्वास को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

पीवीयूएनएल द्वारा आयोजित यह ‘जेम विंटर वर्कशॉप’ बालिकाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय पहल है, जो शिक्षा के साथ-साथ उनके सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

जमशेदपुर के करनडीह में ऐतिहासिक 'परसी महा' उत्सव: राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पंडित रघुनाथ मुर्मू को दी श्रद्धांजलि; जाहेरथान में की

जमशेदपुर/करनडीह | 29 दिसंबर 2025: जमशेदपुर का करनडीह आज संताली भाषा, लिपि और संस्कृति के संरक्षण के संकल्प का गवाह बना। अवसर था 22वें संताली "परसी महा" (भाषा दिवस) और ओलचिकी लिपि के शताब्दी वर्ष समारोह का। इस भव्य समारोह में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन एक साथ सम्मिलित हुए।

पारंपरिक विधि-विधान से की पूजा-अर्चना

समारोह की शुरुआत में महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री दिशोम जाहेर (करनडीह) पहुंचे। यहाँ उन्होंने जाहेरथान में पारंपरिक संताली रीति-रिवाजों और विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। उन्होंने राज्य और देश की सुख-समृद्धि एवं शांति के लिए प्रार्थना की।

गुरु गोमके को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

नेताओं ने संताली भाषा की लिपि 'ओलचिकी' के आविष्कारक गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। ओलचिकी लिपि के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस शताब्दी वर्ष समारोह ने संताली समाज के गौरवशाली इतिहास को रेखांकित किया।

संताली भाषा और गौरव का दिन

यह आयोजन न केवल एक उत्सव था, बल्कि संताली भाषा को संवैधानिक मान्यता (8वीं अनुसूची) मिलने और ओलचिकी लिपि के प्रसार की यात्रा का जश्न भी था। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में अपनी जड़ों और मातृभाषा के संरक्षण पर जोर दिया।

रांची महिला हॉकी इंडिया लीग का हुआ भव्य आगाज, कल्पना सोरेन ने किया उद्घाटन

झारखंड की राजधानी रांची एक बार फिर से शुरू हो गया है अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का जमावड़ा। रांची के मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा हॉकी स्टेडियम में महिला हॉकी इंडिया लीग के दूसरे सीजन का आगाज हो गया। मैच शुरू होने से पहले रंगारंग कार्यक्रम के साथ भव्य उद्घाटन ने पूरे स्टेडियम को उत्साह और जोश से भर दिया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि पहुंची विधायक कल्पना सोरेन। यह समारोह उस वक्त और आकर्षक बन गया जब मिस वर्ल्ड 2017 और बॉलीवुड स्टार मानुषी छिल्लर की विशेष प्रस्तुति की गई। पूरा स्टेडियम तालिया की गर्गाराहाट से गूंज उठा।

उद्घाटन के अवसर पर कल्पना सोरेन ने कहा कि हॉकी झारखंड की पहचान है और यहां की नस-नस में बसती है। उन्होंने कहा कि यहां की बच्चियो को हॉकी स्टिक नहीं रहने पर भी पेड़ों की टहनियों से हॉकी खेला करती थीं और आज राज्य ही नहीं विदेशों में अपना परचम लहराई है।

महिला हॉकी इंडिया लीग का शुरुआत एसजी पाइपर्स और रांची रॉयल्स के बीच हुआ एसजी पाइपर्स ने की जीत के साथ शुरुआत

महिला हॉकी इंडिया लीग का उद्घाटन मुकाबला रांची रॉयल्स और एसजी पाइपर्स के बीच खेला गया। इस मैच में दोनों टीमों ने अपने मजबूत और अनुभवी खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरकर लीग के दूसरे सीजन की शानदार शुरुआत की। रांची के मरांग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में रविवार की शाम महिला HIL के दूसरे सीजन का रोमांचक मुकाबला देखने को मिला।

मैच के दौरान शुरुआत से ही एसजी पाइपर्स का दबदबा देखने को मिला, जबकि रांची रॉयल्स घरेलू मैदान का फायदा उठा नहीं पाई। मैच के पहले क्वार्टर में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी। दूसरे क्वार्टर में खेल की रफ्तार तेज हुई और 27वें मिनट में एसजी पाइपर्स को मिले पेनाल्टी कॉर्नर पर कप्तान नवनीत कौर ने बेहतरीन स्ट्राइक लगाते हुए गेंद को गोल में तब्दील कर दिया। 46वें मिनट में वियाना टेरेसा ने रांची रॉयल्स के डिफेंस को चकमा देकर गोल कर डाली। टीम ने 2–0 कर मैच अपने नाम कर लिया। इस गोल ने मैच में एसजी पाइपर्स की स्थिति को और मजबूत कर दिया।

5,6 और 7 जनवरी को राज्य के अलग अलग नगर निकायों में धरना देगी भाजपा....बाबूलाल मरांडी


भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में आज महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई जिसमें प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश,प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद,भानु प्रताप शाही,प्रदेश महामंत्री एवम सांसद डॉ प्रदीप वर्मा,महामंत्री मनोज कुमार सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी,विधायक राज सिन्हा,पूर्व विधायक अनंत कुमार ओझा,वरिष्ठ नेता शैलेन्द्र सिंह, अभय सिंह उपस्थित रहे।

बैठक में राज्य ने लंबित नगर निकाय चुनाव के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई।

बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार की मंशा निकाय चुनाव कराने की नहीं है। इसलिए लगातार बहानेबाजी कर के चुनाव को टालने का प्रयास हो रहा है।

श्री मरांडी ने कहा कि निकाय चुनाव नहीं होनेवस जनता की बुनियादी,रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा। चुने गए जन प्रतिनिधि नहीं होने से निकायों में ऑफिसर शाही हावी है।

श्री मरांडी ने राज्य के 49 नगर निकायों जिसमें 22नगर पंचायत,18 नगर परिषद और 9 नगर निगम शामिल हैं में शीघ्र चुनाव कराने की मांग की।

उन्होंने कहा कि चुनाव दलीय आधार पर और ईवीएम से कराया जाना चाहिए।

कहा कि दलीय आधार पर चुनाव होने से नित्य सामाजिक राजनीतिक कार्यों में जुड़े राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ताओं को चुनाव का अवसर मिलता है जिनके पास समाज जीवन की समस्याओं और उनके समाधान के प्रयासों का प्रत्यक्ष अनुभव होता है जिसका लाभ एक जन प्रतिनिधि बनने पर जनता को मिलता है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत डिजिटल भारत है जिसमें करोड़ों मतदाता ईवीएम के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री ,राज्यों के मुख्यमंत्री,सांसद,विधायक चुनते हैं ।ऐसे में निकाय चुनाव भी ईवीएम से ही कराया जाना चाहिए़।

श्री मरांडी ने कहा कि इन सभी मांगों को लेकर आगामी नए कैलेंडर वर्ष में 5,6 और 7 जनवरी को भाजपा कार्यकर्ता सभी नगर निकाय क्षेत्रों में धरना प्रदर्शन करेंगे और महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपेंगे।

जी राम जी योजना के समर्थन में अभियान चलाएगी भाजपा...आदित्य साहू

भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने कांग्रेस पार्टी द्वारा जी राम जी योजना का विरोध किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण और तुष्टीकरण की राजनीति से प्रेरित बताया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने 60 साल के कार्यकाल में हजारों योजनाओं के नाम बदले,एक परिवार के नाम को महिमा मंडित किया।लेकिन आज राम के नाम से उनको पीड़ा हो रही है।

कहा कि जवाहर रोजगार योजना का नाम यही कांग्रेस पार्टी ने बदला था।कांग्रेस बताए उन्होंने जवाहर लाल नेहरू को नीचा दिखाने केलिए नाम बदला था क्या।?

कहा कि राम तो महात्मा गांधी जी के आदर्श थे।फिर राम नाम से कांग्रेस क्यों चिढ़ रही। साफ झलक रहा कि कांग्रेस पार्टी वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति में डूब चुकी है।

कहा कि जी राम जी योजना विकसित भारत के संकल्प में ग्रामीण क्षेत्रों की मजबूती केलिए है। इसमें गांव के लोग बैठकर गांव में ही अपने गांव को विकसित,सुंदर आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में काम करेंगे योजनाओं को निर्धारित करेंगे।

कहा कि इसमें जियो टैग सिस्टम को लागू किया गया जिससे योजनाओं की मॉनिटरिंग होती रहेगी। इसमें साल में दो बार ऑडिट का प्रावधान है। योजनाओं में पूरी पारदर्शिता का प्रावधान किया गया है।

कहा कि कांग्रेस बताए क्या 100 दिनों की जगह रोजगार का दिन 125 किया जाना क्या मजदूरों की हित में नहीं है?

कांग्रेस बताए क्या योजनाओं के पैसे में भ्रष्टाचार ,लूट को रोकना क्या ठीक नहीं है? क्या योजनाओं का जियो टैग करना उचित नहीं है?

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी और पोषक है। इसलिए भ्रष्टाचार रोकने के प्रयासों से कांग्रेस पार्टी को दिक्कत होने लगती है।

कहा कि भाजपा कार्यकर्ता जी राम जी योजना के समर्थन में अभियान चलाएंगे और जनता को इसकी अच्छाइयों से परिचित कराएंगे।

झारखंड दौरे पर रांची पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु; एयरपोर्ट पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया भव्य स्वागत

रांची | 28 दिसंबर 2025: झारखंड की पूर्व राज्यपाल और वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज तीन दिवसीय दौरे पर राजधानी रांची पहुंचीं। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनके विमान के लैंड करते ही राज्य के प्रथम नागरिक और मुखिया ने उनकी अगवानी की।

प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया स्वागत

एयरपोर्ट पर माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार और माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राष्ट्रपति का जोरदार अभिवादन किया। इस खास और गरिमामय अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने माननीय राष्ट्रपति को झारखंड की संस्कृति को दर्शाता एक प्रतीक चिन्ह (मोमेंटो) सप्रेम भेंट कर उनका स्वागत किया।

तीन दिनों का व्यस्त कार्यक्रम

राष्ट्रपति का यह दौरा 28 दिसंबर से 30 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगी। उनके आगमन को देखते हुए पूरे रांची शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और प्रशासनिक व्यवस्थाएं हाई अलर्ट पर हैं।

राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का समापन: 'विकसित भारत' के रोडमैप पर झारखंड की सशक्त दावेदारी; मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने साझा किए अहम तथ्य

नई दिल्ली/रांची | : देश की राजधानी नई दिल्ली में 26 दिसंबर से चल रहे 5वें राष्ट्रीय मुख्य सचिव सम्मेलन का रविवार को सफलतापूर्वक समापन हो गया। “विकसित भारत के लिए मानव पूंजी” की थीम पर आधारित इस सम्मेलन में झारखंड के मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार ने राज्य के विकास एजेंडे और नवाचारों को प्रमुखता से राष्ट्रीय मंच पर रखा।

'टीम इंडिया' की भावना पर जोर

सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य केंद्र और राज्यों के बीच 'टीम इंडिया' की भावना को मजबूत करना रहा। समापन सत्र में यह प्रतिबद्धता दोहराई गई कि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच संरचित सहयोग और खुला संवाद अनिवार्य है।

मानव पूंजी को सशक्त बनाने पर मंथन

सम्मेलन के दौरान झारखंड ने निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों पर अपने विचार और आंकड़े साझा किए:

प्रारंभिक शिक्षा और कौशल: जनसंख्या को केवल 'जनसांख्यिकीय लाभांश' न मानकर उसे कुशल और उत्पादक 'मानव पूंजी' में बदलने की रणनीतियों पर चर्चा हुई।

भविष्य की तैयारी: उच्च शिक्षा, खेल और नवाचार के माध्यम से रोजगार क्षमता बढ़ाने वाले तंत्र विकसित करने पर जोर दिया गया।

शासन सुधार: प्रशासनिक दक्षता और नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन (Effective Implementation) के लिए शासन में सुधार के झारखंड के प्रयासों को सराहा गया।

झारखंड के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की सहभागिता

इस सम्मेलन में मुख्य सचिव अविनाश कुमार के साथ कल्याण विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, योजना एवं विकास विभाग के सचिव श्री मुकेश कुमार और विशेष सचिव श्री राजीव रंजन ने सक्रिय रूप से भाग लिया। झारखंड की ओर से प्रस्तुत किए गए तथ्यों ने राज्य को समावेशी और सतत विकास की दिशा में अग्रणी भूमिका में दर्शाया।

पेसा नियमावली को मंजूरी देने पर कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को दी बधाई; नए साल की भी दी शुभकामनाएं

रांची | : मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में आज राजनीतिक सरगर्मी के बीच एक महत्वपूर्ण शिष्टाचार मुलाकात हुई। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी श्री के. राजू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री केशव महतो कमलेश और विधायक श्री राजेश कच्छप ने औपचारिक भेंट की।

पेसा नियमावली पर जताया आभार

मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेताओं ने राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा 'पेसा (PESA) नियमावली' को स्वीकृति दिए जाने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी। नेताओं ने कहा कि इस नियमावली के लागू होने से राज्य के जनजातीय समुदायों और ग्राम सभाओं को अधिक शक्ति मिलेगी, जो उनके जल-जंगल-जमीन के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।

नववर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं

चर्चा के दौरान नेताओं ने आने वाले नववर्ष-2026 के उपलक्ष्य में एक-दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने राज्य की प्रगति और गठबंधन सरकार की मजबूती को लेकर भी सकारात्मक विचार साझा किए।

झारखंड में पड़ रही हाड़ कंपाने वाली ठंड… 5 डिग्री तक गिरा पारा, शीतलहर का येलो अलर्ट, 4 दिन के लिए स्कूल बंद

झारखंड में भीषण ठंड और शीतलहर का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी और उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं का सीधा असर झारखंड के मौसम पर पड़ रहा है. रांची समेत राज्य के 15 से ज्यादा जिलों में कड़ाके की ठंड ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि कई जिलों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे दर्ज किया गया.

भीषण ठंड और शीतलहर को देखते हुए रांची जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बड़ा फैसला लिया है. भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 के तहत रांची के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा KG से 12वीं तक के बच्चों की 31 दिसंबर 2025 तक छुट्टी कर दी गई है. हालांकि, प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर इस दौरान किसी स्कूल में परीक्षा तय है, तो स्कूल अपनी समझ और सुविधा के अनुसार परीक्षा करा सकते हैं.

अगले दो दिनों में और गिरेगा पारा

मौसम विज्ञान केंद्र रांची के मुताबिक राज्य में अगले आदेश तक भीषण ठंड और शीतलहर को लेकर चेतावनी जारी की गई है. राजधानी रांची में येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की और गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड का असर और बढ़ेगा. पिछले 24 घंटों के दौरान झारखंड के 15 से ज्यादा जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे दर्ज किया गया है.

कई इलाकों में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं. रांची के कांके का न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्द किया गया. वहीं गुमला का न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस, रांची के मैक्लुस्कीगंज का न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस, गुमला का न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस, हजारीबाग का न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस, खूंटी का न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस, लोहरदगा का न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस, सरायकेला का न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस और बोकारो न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

इन जिलों में शीतलहर का असर ज्यादा

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार को रांची, गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा, लोहरदगा और गुमला जिलों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर बनी रहेगी. सुबह और रात के समय ठंड का असर सबसे ज्यादा महसूस किया जा रहा है. हाड़ कपाने वाली ठंड और शीतलहर के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. वहीं प्रशासन की ओर से लोगों को ठंड में बिना वजह घर से बाहर निकलने से बचने की हिदायत दी जा रही.

नई दिल्ली में आयोजित मुख्य सचिवों के पाँचवें राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन विकसित भारत के लिए मानव पूंजी पर विशेष फोकस

नई दिल्ली/रांची:- देश की राजधानी नई दिल्ली में 26 से 28 दिसंबर तक आयोजित तीन दिवसीय मुख्य सचिवों के पाँचवें राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन सम्मेलन का केंद्रीय विषय “विकसित भारत के लिए मानव पूंजी” रहा, जिसके अंतर्गत देश के समग्र और सतत विकास हेतु मानव संसाधनों को सशक्त बनाने पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।

सम्मेलन में विशेष रूप से पाँच प्रमुख क्षेत्रों प्रारंभिक शिक्षा, स्कूली शिक्षा, कौशल विकास, उच्च शिक्षा तथा खेल एवं सह-पाठ्य गतिविधियों पर केंद्रित चर्चा हुई। इन क्षेत्रों को भारत के भविष्य की सशक्त नींव के रूप में रेखांकित किया गया।

इस राष्ट्रीय सम्मेलन में झारखंड सरकार की ओर से मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, अनुसूचित जनजाति,अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव श्री कृपानंद झा, योजना एवं विकास विभाग के सचिव श्री मुकेश कुमार, विशेष सचिव श्री राजीव रंजन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी सक्रिय रूप से सहभागिता कर रहे हैं।

सम्मेलन के दौरान विभिन्न राज्यों द्वारा मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में अपनाए गए नवाचारों और प्रभावी पहलों को साझा किया गया। ’’झारखंड सरकार द्वारा शून्य से तीन वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के समग्र विकास हेतु किए जा रहे प्रयासों को विशेष रूप से प्रस्तुत किया गया। राज्य में लागू मदर-चाइल्ड प्रोटेक्शन फ्लिपबुक के माध्यम से माता-पिता एवं देखभालकर्ताओं को बच्चों की देखभाल, पोषण और प्रारंभिक सीख से जुड़ी सरल, एकरूप एवं व्यवहारिक जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्वास्थ्य, पोषण और प्रारंभिक बाल विकास से संबंधित सेवाएँ तथा जागरूकता सुनिश्चित कर रही हैं।’’

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में भी झारखंड सरकार द्वारा प्रभावी पहल की गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप राज्य का टीचर प्रोफेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम शिक्षकों की आवश्यकताओं पर आधारित निरंतर प्रशिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक छह माह में टीचर नीड्स असेसमेंट किया जाता है, जिसके आधार पर शिक्षकों को लक्षित एवं व्यक्तिगत प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। अप्रैल 2024 में आयोजित इसके प्रथम चरण में 1,10,094 पंजीकृत शिक्षकों में से 99.26 प्रतिशत की भागीदारी इस पहल की व्यापक स्वीकार्यता और प्रभावशीलता को दर्शाती है।

मुख्य सचिवों का यह राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग को मजबूत करते हुए नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन तथा विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण और निर्णायक कदम सिद्ध हो रहा है।