दिल्ली पब्लिक स्कूल, शंकरपुर में भव्य वार्षिक स्पोर्ट्स डे 2025 का आयोजन, चैलेंजर्स हाउस बना विजेता
हजारीबाग - शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता, अनुशासन और सर्वांगीण विकास के लिए पहचाने जाने वाले शंकरपुर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में प्रत्येक वर्ष की परंपरा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी वार्षिक स्पोर्ट्स डे 2025 का आयोजन अत्यंत भव्य, सुव्यवस्थित एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में किया गया। सोमवार को प्रातः लगभग 9:00 बजे विद्यालय परिसर एक विशाल खेल उत्सव में परिवर्तित हो गया, जहां छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं अभिभावकों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के स्वागत के साथ हुआ, जिसके पश्चात विद्यालय के चारों हाउस चैम्पियंस, चैलेंजर्स, एक्सप्लोरर्स एवं सुपीरियर्स द्वारा आकर्षक एवं अनुशासनबद्ध मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों की एकरूप चाल, समन्वय और आत्मविश्वास ने खेलों में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का जीवंत प्रदर्शन किया।
मार्च पास्ट के उपरांत मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रसन्न मिश्रा तथा विशिष्ट अतिथि विद्यालय बोर्ड के ट्रस्टी एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्रद्धानंद सिंह द्वारा वार्षिक स्पोर्ट्स डे का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर निशा जायसवाल एवं प्रिंसिपल पायल बंसल की उपस्थिति रही, जिनके कुशल मार्गदर्शन में पूरे आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया। खेल प्रतियोगिताओं की विधिवत शुरुआत मशाल प्रज्वलन के साथ हुई। विद्यालय के कप्तान एवं विभिन्न खेलों के कप्तानों ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, डायरेक्टर एवं प्रिंसिपल की उपस्थिति में संयुक्त रूप से मशाल जलाकर खेल दिवस का शुभारंभ किया। यह क्षण खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा, एकता और खेल भावना का प्रतीक बना। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे वातावरण को रंगारंग बना दिया। नन्हे विद्यार्थियों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद ड्रिल प्रदर्शन तथा विद्यार्थियों की कराटे की अनुशासित एवं सशक्त प्रस्तुति ने उपस्थित अतिथियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को विशेष रूप से प्रभावित किया। बच्चों की फुर्ती, संतुलन और आत्मरक्षा कौशल ने विद्यालय में दी जा रही समग्र शिक्षा एवं अनुशासन को स्पष्ट रूप से दर्शाया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के उपरांत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर एवं 800 मीटर दौड़, रिले रेस, हर्डल रेस, लंबी कूद, ऊंची कूद, लेग रेस, थ्री लेग रेस, ब्रिज रेस, टनल बॉल, ऑब्स्टेकल रेस तथा टग ऑफ वॉर जैसी रोचक एवं प्रतिस्पर्धात्मक स्पर्धाएं शामिल रहीं। इस वार्षिक खेल दिवस में विद्यालय के चारों हाउस के लगभग 56 खिलाड़ियों ने पूरे उत्साह, आत्मविश्वास और खेल भावना के साथ भाग लिया। पूरे दिन चले खेल आयोजनों में अभिभावकों ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं प्रत्येक गतिविधि में मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करते नजर आए। कार्यक्रम की सफलता के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा कई दिनों से निरंतर तैयारी की जा रही थी, जिसका सकारात्मक परिणाम आयोजन के सुव्यवस्थित एवं सफल संचालन के रूप में सामने आया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न खेल स्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों एवं सर्वश्रेष्ठ टीमों को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया। विजेता खिलाड़ियों के चेहरे पर आत्मविश्वास और खुशी स्पष्ट रूप से झलक रही थी। परिणामों की घोषणा में चैलेंजर्स हाउस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि एक्सप्लोरर्स हाउस द्वितीय, सुपीरियर्स हाउस तृतीय एवं चैम्पियंस हाउस चतुर्थ स्थान पर रहा।
इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर निशा जायसवाल ने कहा कि खेल बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक विकास का सशक्त माध्यम हैं। ऐसे आयोजन बच्चों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास को मजबूत करते हैं। वहीं प्रिंसिपल पायल बंसल ने कहा कि वार्षिक स्पोर्ट्स डे का उद्देश्य विद्यार्थियों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ सहयोग, संयम और खेल भावना का महत्व समझाना है, ताकि वे भविष्य में जिम्मेदार एवं बेहतर नागरिक बन सकें। मुख्य अतिथि डॉ. प्रसन्न मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में निरंतर प्रयास, अनुशासन और सकारात्मक सोच से हर चुनौती पर विजय पाई जा सकती है। खेल हमें धैर्य, संघर्ष और आत्मविश्वास का पाठ पढ़ाते हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को स्पोर्ट्स डे की शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। वहीं विशिष्ट अतिथि श्रद्धानंद सिंह ने कहा कि खेल हार-जीत के साथ अनुशासन और संतुलन सिखाते हैं तथा विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। समग्र रूप से दिल्ली पब्लिक स्कूल, शंकरपुर का यह वार्षिक स्पोर्ट्स डे उत्साह, अनुशासन, टीम भावना और समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आया। विद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के उत्कृष्ट समन्वय एवं सहयोग से संपन्न यह वार्षिक खेल दिवस 2025 विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक, आनंददायक एवं स्मरणीय सिद्ध हुआ।

हजारीबाग - शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता, अनुशासन और सर्वांगीण विकास के लिए पहचाने जाने वाले शंकरपुर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल में प्रत्येक वर्ष की परंपरा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी वार्षिक स्पोर्ट्स डे 2025 का आयोजन अत्यंत भव्य, सुव्यवस्थित एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में किया गया। सोमवार को प्रातः लगभग 9:00 बजे विद्यालय परिसर एक विशाल खेल उत्सव में परिवर्तित हो गया, जहां छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं अभिभावकों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के स्वागत के साथ हुआ, जिसके पश्चात विद्यालय के चारों हाउस चैम्पियंस, चैलेंजर्स, एक्सप्लोरर्स एवं सुपीरियर्स द्वारा आकर्षक एवं अनुशासनबद्ध मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों की एकरूप चाल, समन्वय और आत्मविश्वास ने खेलों में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का जीवंत प्रदर्शन किया।
उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह के निर्देशानुसार डीआरडीए निदेशक श्रीमती मां देव प्रिया की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित ऐसे लंबित मामलों की समीक्षा की गई, जिनका निष्पादन अन्य विभागों के समन्वय के अभाव में लंबित है।
उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में खनन टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में अवैध खनन, परिवहन एवं इसके विरुद्ध संचालित अभियान की विस्तृत समीक्षा की गई।
हजारीबाग: तरंग ग्रुप और लायंस क्लब ऑफ हजारीबाग रोरिंग के संयुक्त तत्वावधान में, आदित्य विजन के सहयोग से 'एक शाम धर्मेंद्र के नाम' का आयोजन आज प्रधान कैफेटेरिया के सभागार में किया गया। इस विशेष संध्या ने न केवल दर्शकों का मन मोहा, बल्कि संगीत और कला के क्षेत्र की महान विभूति धर्मेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
हजारीबाग: शीतकालीन राहत अभियान के तहत हजारीबाग यूथ विंग द्वारा रविवार को वार्ड संख्या-4 अंतर्गत मंडई खुर्द में जरूरतमंद, असहाय एवं वृद्धजनों के बीच कंबल का वितरण किया गया। संस्था के साप्ताहिक सेवा अभियान के अंतर्गत इस सप्ताह कुल 100 कंबलों का वितरण किया गया, जिससे कड़ाके की ठंड से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिली।
हजारीबाग जिले के सीतागढ़ पहाड़ क्षेत्र में बढ़ती असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने को लेकर रविवार को झूम-झूम सीतागढ़ पहाड़ संरक्षण समिति द्वारा एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं निर्णायक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता सदर उप-प्रमुख रविकांत सिंह उर्फ गोविंद सिंह ने की।
हजारीबाग जिले के प्रतिष्ठित एच.जेड.बी आरोग्यम अस्पताल में आयोजित निःशुल्क मेगा ब्रेन (मस्तिष्क), स्पाइन एवं नस रोग जांच शिविर रविवार को प्रचंड ठंड के बावजूद पूरी सफलता के साथ संपन्न हुआ। शिविर का संचालन सुबह 10 बजे से संध्या 4 बजे तक निरंतर किया गया। कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिखी और शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग शिविर में पहुंचे। इस शिविर में करीब 200 से अधिक मरीजों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई और विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श प्राप्त किया। शिविर में रांची से आए प्रख्यात न्यूरोसर्जन डॉ. विकास कुमार एवं डॉ. आर. के. सिंह ने मरीजों की गहन जांच की। इस दौरान सिरदर्द, चक्कर, मिर्गी, ब्रेन ट्यूमर, दिमाग में खून का थक्का, लकवा, सिर में चोट के बाद की जटिलताएं, गर्दन व कमर दर्द, स्लिप डिस्क, स्पाइनल इंजरी, नस दबने की समस्या, हाथ-पैर में झनझनाहट, जोड़ों का दर्द सहित बच्चों में जन्मजात लकवा और मानसिक विकास से जुड़ी समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे। शिविर में पहुंचे मरीजों ने अस्पताल द्वारा किए गए इस निःशुल्क आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के शिविर आर्थिक रूप से कमजोर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए बेहद लाभकारी साबित होते हैं, क्योंकि उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं एक ही स्थान पर निःशुल्क मिल जाती हैं। शिविर के दौरान दोनों चिकित्सकों ने मीडिया से संयुक्त रूप से बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ब्रेन, स्पाइन और नसों से जुड़ी बीमारियों के प्रति लोगों में जागरूकता बेहद आवश्यक है। समय पर जांच और सही परामर्श से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सिरदर्द, हाथ-पैर में सुन्नता, कमजोरी या बार-बार चक्कर आने जैसी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और शुरुआती लक्षणों पर ही चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि एच.जेड.बी आरोग्यम अस्पताल का उद्देश्य केवल उपचार ही नहीं, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। इसी उद्देश्य के तहत निःशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाता है, ताकि जरूरतमंद लोगों को समय पर विशेषज्ञ चिकित्सा परामर्श मिल सके। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी ऐसे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन निरंतर किया जाएगा। वहीं अस्पताल की प्रशासक जया सिंह ने शिविर के सफल आयोजन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अस्पताल की पूरी टीम ने समन्वय के साथ कार्य किया,जिससे मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि लोगों का अस्पताल पर विश्वास लगातार मजबूत हो रहा है।
हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर एक गंभीर आरोप लगाते हुए इसे "ऑल टाइम लो" स्तर पर बताया है। एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से उसपर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।
हज़ारीबाग़ सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने रविवार को छड़वा डैम परिसर स्थित मुख्य पेयजल स्टोर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पेयजल स्टोर की अत्यंत जर्जर और चिंताजनक स्थिति सामने आने पर विधायक ने गहरी नाराज़गी व्यक्त की।
1 hour and 49 min ago
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