गया से बड़ी खबर: जिंदा मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बेटे ने हड़पी संपत्ति, पीड़िता ने प्रशासन से लगाई गुहार
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गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां गुरुद्वारा रोड, गोसाई बाग निवासी दिलीप कुमार पर अपनी ही जिंदा मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र बनवाकर संपत्ति हड़पने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित मां मीना देवी और छोटे बेटे धर्मेंद्र कुमार उर्फ प्रवीण कुमार ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
मीना देवी ने बताया कि उनका बड़ा बेटा दिलीप कुमार लंबे समय से परिवार से अलग रहता है। आरोप है कि दिलीप कुमार ने कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला गोसाई बाग स्थित होल्डिंग नंबर नया 246, पुराना 239, वार्ड नंबर 17 में स्थित पुश्तैनी मकान को अपने नाम कराने के लिए साजिश के तहत उनका नकली मृत्यु प्रमाण पत्र नगर निगम से बनवा लिया और इसके आधार पर उसने नगर निगम कार्यालय के राजस्व कार्यालय में दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पूरी कराई और मकान को अपने नाम करवा लिया।
पीड़िता मीना देवी ने कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और जीवित हैं, लेकिन इसके बावजूद उनका मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कराना कानून के साथ सीधी धोखाधड़ी है। उन्होंने बताया कि इस फर्जी दस्तावेज़ के कारण सरकारी अभिलेखों में उन्हें मृत दिखा दिया गया है, जिससे उन्हें कई तरह की प्रशासनिक और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे बेटे धर्मेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि दिलीप कुमार और उनकी पत्नी की नीयत शुरू से ही संपत्ति हड़पने की थी, और उसने बिना किसी जानकारी के प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह कर यह दस्तावेज़ बनवाया। पीड़ित परिवार का कहना है कि मामले में शामिल संबंधित अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए, जिनकी लापरवाही या मिलीभगत के कारण एक जिंदा महिला की ‘मृत्यु’ सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हो गई।
पीड़ित मीना देवी और उनके छोटे बेटे ने आगे कहां की इस मामले को जब हमने अधिकारियों पास ले गया तो हमको धमकियां दी जा रही है। मेरे ऊपर दिलीप कुमार के पत्नी ने झूठ दुष्कर्म का भी केस दर्ज कराया है जो बिल्कुल ही सरासर गलत है। केस इसलिए किया गया है ताकि हम लोग इस मामले में फंसे रहे और जमीन को हड़पने में सफल रहे। मां मीना देवी ने जिलाधिकारी शशांक शुभंकर समेत वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार सहित तमाम अधिकारियों से लिखित शिकायत कर फर्जी दस्तावेज़ रद्द करने, संपत्ति वापस दिलाने और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना को लेकर आक्रोश है, क्योंकि यह मामला न केवल पारिवारिक कलह का है, बल्कि सरकारी दस्तावेज़ों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का गंभीर मामला भी है। प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है, इसे लेकर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।



गया: विश्व बाल दिवस 2025 के उपलक्ष्य में सदर अस्पताल में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नवजात शिशुओं एवं उनकी माताओं के बीच बेबी किट वितरण किया गया। यह कार्यक्रम बाल स्वास्थ्य, मातृत्व सुरक्षा और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक तथा महिला एवं बाल विकास निगम के अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

38 min ago
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