*निर्मित स्वदेशी समानों की खरीददारी करते हुये स्वदेशी वस्तुओ को प्रोत्साहन किया गया*
जनपद सुलतानपुर में पं० राम नरेश त्रिपाठी सभागार परिसर, सुलतानपुर में 'यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला-2025' का आयोजन दिनांक 09 अक्टूबर, से 18 अक्टूबर के मध्य प्रातः 11 बजे से रात्रि 08:00 बजे तक किया जा रहा है। आज दिनांक 15.10.2025 को मेले के सातवे दिवस में मा० विधायक श्री विनोद सिंह विधानसभा सुलतानपुर, मा० विधायक श्री राजेश गौतम विधानसभा कादीपुर एवं भाजपा जिला अध्यक्ष श्री सुशील त्रिपाठी द्वारा स्वदेशी मेले मे स्टॉलो का भ्रमण करते हुये हस्तशिल्पियों / कारीगरों / उद्यमियों द्वारा निर्मित स्वदेशी समानों की खरीददारी करते हुये स्वदेशी वस्तुओ को प्रोत्साहन किया गया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री युवा उद्यमी अभियान के अन्तर्गत सीएम युवा स्टाल पर भारी संख्या में भीड़ देखी गई तथा इस योजना के अन्तर्गत अभी तक लगभग-250 लाभार्थियों को स्कीम के बारे में जानकारी दी गयी एवं पंजीयन कराया गया साथ ही आम जन मानस में स्वदेशी समानों का प्रचार-प्रसार वृहद स्तर पर हो रहा है।
*विद्यार्थी “विश्व गुरु” बनने की परंपरा को आगे बढ़ा सकते हैं- डॉ संतोष अंश (विश्व विद्यार्थी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन)*
सुलतानपुर,राणा प्रताप पी जी कॉलेज के बी. एड़. विभाग में डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम का जन्म दिन जो विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया जाता है पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय विश्व निर्माण में विद्यार्थियों की भूमिका रखा गया था। संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डॉ संतोष अंश ने कहा कि हर युग में विद्यार्थियों ने ही परिवर्तन की शुरुआत की है। वे राष्ट्र के भविष्य के निर्माता ही नहीं, बल्कि वर्तमान के प्रेरक भी होते हैं। किसी समाज का स्वरूप उसके विद्यार्थियों के विचार, कर्म और मूल्य पर निर्भर करता है। विश्व का निर्माण किसी मशीन या नीति से नहीं होता यह निर्माण होता है उन हृदयों और मस्तिष्कों से, जो सोचने, सीखने और सृजन करने का साहस रखते हैं। डॉ. कलाम का जीवन यह सिखाता है कि यदि विद्यार्थी सपनों को कर्म में बदल दें, तो वे न केवल राष्ट्र, बल्कि विश्व का भविष्य बदल सकते हैं। वे मानते थे कि हर विद्यार्थी में एक शक्ति छिपी है । जो यदि जाग जाए, तो वह विश्व को बदल सकती है। भारत के विद्यार्थी अगर सत्य, अहिंसा, और सेवा के मूल्यों को अपनाएँ, तो वे कलाम, गांधी, और विवेकानंद के सपनों का भारत ही नहीं, बल्कि मानवता का आदर्श विश्व गढ़ सकते हैं। विद्यार्थी यदि ज्ञान, मूल्य, और सेवा के पथ पर चलें, तो वे वर्तमान को उज्ज्वल और भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं। भारत सदैव से ज्ञान का प्रकाश केंद्र रहा है। नालंदा, तक्षशिला जैसी प्राचीन विश्वविद्यालयों ने पूरे विश्व को शिक्षा का मार्ग दिखाया। आज फिर वही अवसर है जब भारत के विद्यार्थी “विश्व गुरु” बनने की परंपरा को आगे बढ़ा सकते हैं। संगोष्ठी में अभिषेक ने विद्यार्थी जीवन मे अनुशासन पर बल दिया। खुशी सिंह ने कहा विद्यार्थी राष्ट्र की रीढ़ होता है। काजल जायसवाल ने कहा विद्यार्थियों द्वारा ही राष्ट्र सक्षम और आत्मनिर्भर बन सकता है।आकांक्षा यादव ने कहा विद्यार्थी अपने ज्ञान से बेहतर दुनिया बना सकते हैं। आभा शुक्ला ने विद्यार्थियों को सकारात्मक परिवर्तन का संवाहक बताया। वर्षा यादव ने कहा विद्यार्थी ही भविष्य निर्माता है। शिखा मौर्या ने विद्यार्थियों को नववचार से विश्व कल्याण की राह बनानी चाहिए। प्रिया ने कहा कि भारत के विद्यार्थी विश्व को दिशा दे सकते है।आभार ज्ञापन और विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ भारती सिंह ने कहा कि डॉ कलाम से विद्यार्थियों को प्रेरणा लेकर राष्ट्र सेवा में समर्पित होना चाहिए । भारतीय संस्कृति और मूल्यों से विश्व कल्याण संभव है। मानवता के प्रसार में विद्यार्थियों की अहम भूमिका है। संगोष्ठी का संचालन बी एड़ प्रथम वर्ष की प्रिया ने किया। इस अवसर पर असिस्टेंट प्रोफेसर शांतिलता कुमारी ,डॉ सीमा सिंह के साथ बी एड़ प्रथम वर्ष के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
*लोकभवन सभागार लखनऊ में प्रधानमंत्री उज्ज्वला लाभार्थियो को निःशुल्क सिलेण्डर रिफिल की सब्सिडी वितरण हेतु प्रतीकात्मक चेक वितरण किया*
सुल्तानपुर,मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश द्वारा दीपावली के त्यौहार पर पूर्वान्ह लोकभवन सभागार लखनऊ में प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्ज्वला लाभार्थियो को निःशुल्क सिलेण्डर रिफिल की सब्सिडी वितरण हेतु प्रतीकात्मक चेक वितरण कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न होने के उपरान्त जनपद के ’’नवीन सभागार कलेक्ट्रट’’ में भी जनपद के प्रधानमंत्री उज्ज्वला लाभार्थी यथा-श्रीमती गीता, सुषमा देवी,पिंकी, रजनी मिश्रा व दिव्या देवी को निःशुल्क सिलेण्डर रिफिल की सब्सिडी का प्रतीकात्मक चेक वितरण किया गया। कार्यक्रम माननीय जनप्रतिनिधियो की उपस्थिति में उनके कर कमलो द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित हुआ। जनपद सुलतानपुर में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के कुल 2,29,483 लाभार्थी है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला लाभार्थियो को उनके निःशुल्क सिलेण्डर रिफिल की सब्सिडी धनराशि रुपया 559.58 नियमानुसार उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्मय से प्रेषित की गयी। इस मौके पर सदस्य विधान परिषद-सुलतानपुर -अमेठी श्री शैलैन्द्र प्रताप सिंह,विधायक विधान सभा क्षेत्र सुलतानपुर श्री विनोद सिंह जी, माननीय विधायक विधान सभा क्षेत्र कादीपुर श्री राजेश गौतम जी एवं आदरणीय जिलाध्यक्ष बीजेपी और अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। इसके साथ हीं जनपद के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण, खाद्य व रसद विभाग के अधिकारी एवं आयल कम्पनी के अधिकारीगण इत्यादि भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
*सुबह तड़के पटाखा व्यवसाई के घर विस्फोट से मचा हड़कंप*
सुल्तानपुर में आज सुबह तड़के पटाखा व्यवसाई के घर विस्फोट से मचा हड़कंप। पूरा मकान हुआ क्षतिग्रस्त। हादसे मे करीब आधा दर्जन लोग घायल,दो पड़ोसी भी घायलों में शामिल। इलाज के लिए सभी को भेजा गया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र। सूचना पर पहुंची पुलिस पड़ताल में जुटी। जयसिंहपुर कोतवाली के मियागंज गांव का मामला।
*सुलतानपुर पं०राम नरेश त्रिपाठी सभागार परिसर में यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला आयोजन में खाली पड़ी कुर्सियां अपने आप आँसू रही*
सुलतानपुर में 'यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला-2025' का आयोजन दिनांक 9 अक्टूबर, से 18 अक्टूबर के मध्य प्रातः 11 बजे से रात्रि 08:00 बजे तक किया जा रहा है। लेकिन इस कार्यक्रम में खाली पड़ी कुर्सियां अपने आप पर आँसू बहा रही है। आज दिनांक 14.10.2025 को मेले के छठे दिवस में जनपद के हस्तशिल्पियों/कारीगरों/उद्यमियों द्वारा निर्मित स्वदेशी समानों एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये उत्पादों को देखने के साथ-साथ विभिन्न स्टालों से स्वदेशी सामानों की खरीददारी की जा रही है। यह हम नहीं कह रहे है,इस मामले में आप स्वयं उन दुकानदारों से जाकर पूछए जो स्टॉल लगाए हुए है। उन दुकानदारों के घर के चूल्हे कैसे जलेंगे। जो उन लोगों ने आज छठवें दिन भी अपनी किस्मत को कोद रहे है। आम जन मानस में स्वदेशी समानों का प्रचार-प्रसार वृहद स्तर पर हो रहा है साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक गायन आल्हा का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में जन मानस उपस्थित रहें।
*रामराज यात्रा सुल्तानपुर पहुंची,श्रृंगेश्वर से चलकर अयोध्या में होगी समाप्त,पर्यावरण दृष्टिकोण से कई स्थानों पर किया वृक्षारोपण*
सुल्तानपुर,राम राज यात्रा श्रृंगेश्वर से चलकर सुल्तानपुर पहुंची। यह यात्रा अयोध्या में समाप्त होगी। सोमवार शाम को यह यात्रा सीताकुंड धाम पहुंची, जहां गोमती मित्रों और गायत्री परिवार ने इसका स्वागत किया। मंगलवार सुबह यात्रा अयोध्या के लिए प्रस्थान कर गई। सीताकुंड से निकलने के बाद अयोध्या मार्ग पर जगह-जगह इसका स्वागत किया गया। इस यात्रा में प्रभु श्री राम की चरण पादुका रखी गई है। आयोजकों ने बताया कि यात्रा का समापन अयोध्या में होगा। डॉ. सुधाकर सिंह ने बताया कि राम रज यात्रा का उद्देश्य पूरे देश में राम रज की चर्चा फैलाना है। उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की संकल्पना और भरत जी द्वारा खड़ाऊ लेकर आने से अयोध्या में राम राज्य की स्थापना का उल्लेख किया। डॉ. सिंह के अनुसार, यह यात्रा पर्यावरण, जीव और जल संरक्षण के साथ-साथ व्यवस्था के संरक्षण तथा समाज में संस्कारों को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ जारी है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से देश भर के लोगों से गोमती घाट पर गोमती मित्र मंडल द्वारा डॉ. सुधाकर सिंह के नेतृत्व में बनाए गए दिव्य स्थान को देखने का भी आह्वान किया। इस अवसर पर अधिवक्ता मदन सिंह, प्रभाकर सक्सेना और गोमती मित्र मंडल की टीम के साथ यात्रियों की उपस्थिति में हरिशंकरी का रोपण किया गया। इसमें पीपल, पाकड़ और बरगद के पौधे लगाए गए। बाइट -मदन सिंह एडवोकेट
*कमला नेहरू संस्थान में रोवर रेंजर्स का प्रशिक्षण शिविर,5 दिवसीय कार्यक्रम में जीवन जीने की कला सिखा रहे ट्रेनर*
सुल्तानपुर,कमला नेहरू संस्थान में रोवर रेंजर्स का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 17 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें युवाओं को जीवन जीने की कला और आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रोवर रेंजर्स की संयोजक सुनीता राय ने बताया कि इस कैंप में भारत स्काउट गाइड संस्था के सदस्य प्रशिक्षक के रूप में शामिल हैं। ये प्रशिक्षक सुल्तानपुर और अयोध्या से आए हैं, जो छात्रों को विभिन्न कौशल सिखा रहे हैं। सुनीता राय के अनुसार, इस प्रशिक्षण के प्रत्यक्ष लाभों में राज्य पुरस्कार प्राप्त करने वाले रोवर रेंजर्स को सरकारी सेवाओं में भारांक मिलना शामिल है, जैसा कि एनसीसी और एनएसएस के छात्रों को मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि अप्रत्यक्ष रूप से यह कैंप युवा शक्ति को देश, समाज और स्वयं के लिए उपयोगी बनाने का सबसे बड़ा सार्थक लाभ प्रदान करता है। इसमें सहयोग की भावना, मिलजुल कर रहने और 'सेवा धर्म' जैसे मूल्यों पर आधारित गीत व शिक्षाएं दी जाती हैं। महेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि यह ट्रेनिंग बच्चों को खेल-खेल में जीवन जीने की कला सिखाती है। इसमें विषम परिस्थितियों, जैसे आग, बाढ़ या भूकंप जैसी आपदाओं में खुद को बचाने और दूसरों की मदद करने के तरीके सिखाए जाते हैं। प्रशिक्षण पूरा करने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र दिए जाते हैं। जिन पर 15 अंकों का वेटेज मिलता है। इसमें मुख्य रूप से राज्य पुरस्कार और राष्ट्रपति पुरस्कार जैसे दो महत्वपूर्ण अवार्ड शामिल हैं। बाइट -सुनीता राय,रोवर रेंजर्स की संयोजक
*मिशन शक्ति सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है- हंसमति*
सुल्तानपुर,राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत मिशन शक्ति 5 का शुभारंभ मुख्य अतिथि महिला थाना प्रभारी हंसमति, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ डी के त्रिपाठी ,उप प्राचार्य प्रो निशा सिंह एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ विभा सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि हंसमति ने अपने वक्तव्य में कहा कि मिशन शक्ति सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसे महिलाओं की सुरक्षा समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। इसका मूल उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षा सम्मान एवं स्वावलंबन दिलाना है ताकि बे हिंसा ,शोषण और सामाजिक असमानताओं के खिलाफ मजबूती से खड़ी हो सके। मिशन शक्ति कार्यक्रम का उद्देश्य है कि महिलाओं का सशक्त होना न केवल संवैधानिक कर्तव्य है बल्कि विकास और समाज की समग्र उन्नत के लिए भी अनिवार्य हैं । महाविद्यालय की उप प्राचार्य प्रोफेसर निशा सिंह ने अपने उद्बोधन में मिशन शक्ति को नवरात्रि की शैलपुत्री एवं अन्य देवियों को जोड़ते हुए विस्तार से बताया । साथ ही कहा कि मिशन शक्ति 05 के दो महत्वपूर्ण घटक हैं संबल और समर्थ मिशन शक्ति के चरणों में ऑपरेशन गरुड़ ,ऑपरेशन ऑपरेशन मजनू ऑपरेशन बचपन ,नशा मुक्ति अपने संरक्षण एवं ऑपरेशन ईगल आदि का संचालन किया गया है। साथ ही साथ सरकार की तरफ से विविध हेल्पलाइन नंबर 1090, 1076, 112, 181, 198, 112 ,108 आदि संचालित है। इन सब का उपयोग करके आप संकट की घड़ी में अपने को सुरक्षित कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रीति प्रकाश ने किया। कार्यक्रम में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रभात कुमार श्रीवास्तव, डॉ वीरेंद्र गुप्ता एवं डॉ विभा सिंह के साथ महाविद्यालय की छात्राओं ने उपस्थिति होकर मिशन शक्ति की जमकारी ली।
*गनपत सहाय महाविद्यालय की छात्रा दिव्यांशी ने गोल्ड मेडल प्राप्त कर बढ़ाया महाविद्यालय का गौरव*
सुल्तानपुर,डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय,अयोध्या द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह में गनपत सहाय महाविद्यालय सुल्तानपुर की छात्रा दिव्यांशी श्रीवास्तव को बी.एस.सी. (बायो ग्रुप) में विश्वविद्यालय स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय जी के द्वारा गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।उक्त अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी और विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल बिजेंद्र सिंह की उपस्थिति रही। दिव्यांशी की इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. ओम प्रकाश पाण्डेय 'बजरंगी और महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.(डॉ.) अंग्रेज सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए छात्रा को आशीर्वाद रूपी शुभकामनाएं दी और उज्जवल भविष्य की कामना की। दिव्यांशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता- पिता एवं गुरुजनों को दिया जिनके कुशल मार्गदर्शन और उत्कृष्ट शिक्षण कार्य से यह संभव हो पाया।
*गनपत सहाय महाविद्यालय की छात्रा दिव्यांशी ने गोल्ड मेडल प्राप्त कर बढ़ाया महाविद्यालय का गौरव*
सुल्तानपुर,डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय,अयोध्या द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह में गनपत सहाय महाविद्यालय सुल्तानपुर की छात्रा दिव्यांशी श्रीवास्तव को बी.एस.सी. (बायो ग्रुप) में विश्वविद्यालय स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री माननीय योगेंद्र उपाध्याय जी के द्वारा गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।उक्त अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी और विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल बिजेंद्र सिंह की उपस्थिति रही। दिव्यांशी की इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. ओम प्रकाश पाण्डेय 'बजरंगी और महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.(डॉ.) अंग्रेज सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए छात्रा को आशीर्वाद रूपी शुभकामनाएं दी और उज्जवल भविष्य की कामना की। दिव्यांशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता- पिता एवं गुरुजनों को दिया जिनके कुशल मार्गदर्शन और उत्कृष्ट शिक्षण कार्य से यह संभव हो पाया।