सनातन धर्म की रक्षा के लिए महिलाएं निभा सकती हैं अहम भूमिका : कविता तिवारी

लखनऊ । सनातन धर्म के रक्षा में महिलाओं की सहभागिता विषय पर राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय प्रवक्ता कविता तिवारी ने खुल कर बताया कि धर्म के लिए सभी सनातन बहनों एवं भाइयों से कहना चाहती हूं कि अब वक्त आ गया है कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए आगे आएं अन्यथा विरोधी हमारे सनातन को समूल समाप्त करने की साजिश को अंजाम दे देंगे। वर्तमान परिवेश में अन्य धर्म के लोग सनातन का विरोध तरह तरह से कर रहे हैं मजाक बना रहे हैं सनातन को अपनाने वालों पर भी अत्याचार कर रहे हैं इसलिए हमें अपने धर्म की रक्षा तन मन धन से करने की आवश्यकता है ऐसे में पुरुष समाज के साथ महिलाओं को भी कदम से कदम मिलाकर चलने की आवश्यकता है।

हमें शुरुआत अपने घर से अपने परिवार से ही करनी है सनातन धर्म के सभी त्योहारों को व्रतों को संस्कारों में रहकर करने की आवश्यकता है। पुरुष रोटी रोजी के सिलसिले में तो बाहर निकल जाता है पर महिलाएं अपने बच्चों के साथ रहती हैं महिलाएं स्वयं संस्कार में रहकर अपने बच्चों को संस्कारवान बनाएं। बच्चों को सनातन धर्म की शिक्षा दें अपने धर्म के बारे में बताएं, सिखाएं और अपने रीति रिवाज परंपराओं को मानने के लिए जोर दें। यह कार्य पुरुष समाज से ज्यादा अच्छे महिलाएं कर सकती हैं।

मै महिलाओं से निवेदन करूंगी कि सनातन धर्म में बताए गए स्त्री समाज के नियमों का स्वयं भी पालन करें और समाज को भी प्रेरित करें। छोटे छोटे अनुष्ठानो के द्वारा समाज को जागृत करें स्वयं चूड़ी बिंदी महावर आदि जो हमारे धर्म में श्रृंगार वर्णित है करें और दूसरों के लिए आदर्श बने आज समय की भी मांग है कि सनातन धर्म के लिए महिलाएं आगे बढ़ कर भागीदारी करे अपने घर से ही शुरुआत किया जाय बच्चों को सनातन धर्म संस्कृत के बारे में जानकारी दिया जाय।
कौशल विकास के जरिए नए कोर्स का शुभारंभ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कौशल विकास के तत्वाधान में एक नये कोर्स का शुभारम्भ नारायन कॉलेज ऑफ साइंस एण्ड आटर््स आलमपुर हौज आगरा रोड इटावा में मुख्य अतिथि सदर विधायिका सरिता भदौरिया विशिष्ट अतिथि अनीस पाठक एवं अंकुल पाठक एमआईएस मैनेजर उत्तर प्रदेश कौशल विकास इटावा योगेश कुमार प्राचार्य नारायन कॉलेज ऑफ हायर एजूकेशन, धर्मेन्द्र शर्मा प्राधानाचार्य नारायन कॉलेज ऑफ साइंस एण्ड आर्ट्स, अभिषेक तिवारी प्राचार्य नारायन कॉलेज ऑफ फार्मेसी एवं प्रवल गुप्ता प्रोजेक्ट हेड कौशल विकास के कर कमलो द्वारा किया गया। सर्व प्रथम मुख्य अतिथि श्रीमती सरिता भदौरिया ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर मॉ सरस्वती को पुष्पार्पण किया और कौशल विकास के अर्न्तगत नये पाठ्यक्रम का रिवन काट कर उद्वघाटन किया।

विधायिका ने छात्र/छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि आप सभी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुखमंत्री योगी आदित्य नाथ के संयुक्त प्रयास से संचालित कौशल विकास योजना के अर्न्तगत संचालित पाठ्यक्रमो के माध्यम से अपने कौशल को विकसित कर तकनीकी कौशल का विकास कर सकते है और अपनी आजीविका चला सकते हैं।
मातृभूमि योजना : गाँवों के विकास में प्रवासी और स्थानीय नागरिकों की भागीदारी

*मातृभूमि योजना से गाँवों में बुनियादी ढांचे का विकास : 12 परियोजनाएँ पूरी, 24 निर्माणाधीन, 28 नए दानदाता जुड़े*

*लखनऊ, गोरखपुर, उन्नाव समेत आठ जिलों में मातृभूमि योजना के तहत सड़क, सोलर लाइट और सार्वजनिक सुविधाओं का हुआ विकास : ओ पी राजभर*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पंचायती राज विभाग द्वारा शुरू की गई ‘मातृभूमि योजना’ ग्रामीण विकास का एक अनूठा उदाहरण बन चुकी है। यह योजना प्रवासी और प्रदेश में रह रहे नागरिकों को अपने पैतृक गाँवों के विकास में सीधी भागीदारी का अवसर प्रदान कर रही है। लोग अब अपने गाँवों में सरकारी सहयोग से स्कूल, कला अकादमी, खेल परिसर, सीसी रोड, हाईमास्ट लाइट जैसी सार्वजनिक मूलभूत सुविधाएं विकसित करवा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत व्यक्ति या संस्था को परियोजना की कुल लागत का 60 प्रतिशत योगदान स्वयं करना होता है, जबकि 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाती है।
प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि यह योजना जनसहभागिता से विकास की दिशा में एक नई पहल है, जो समाज और शासन को एक सूत्र में बाँधती है। पंचायती राज विभाग इस योजना के संचालन, पारदर्शी ऑनलाइन पंजीकरण और प्रगति की निगरानी में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजनान्तर्गत 12 परियोजनाएँ पूरी हो चुकी हैं, 24 परियोजनाएँ निर्माणाधीन हैं और 28 नए संभावित दानदाता सामने आए हैं। लखनऊ, गोरखपुर, उन्नाव, हरदोई, इटावा, कासगंज, मथुरा और देवरिया जैसे जिलों में इसके सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे हैं। कुछ प्रमुख कार्यों में बागपत में सीसी रोड निर्माण, गोरखपुर की ग्राम पंचायतों जंगल रानी सुहास कुंवारी और नारायणपुर में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, हरदोई में सरदार पटेल स्मारक हेतु टीन शेड, लखनऊ की ग्राम पंचायत खुशहालगंज में सोलर लाइटें, इटावा की जेतपुर जमनापार और पुरा मोरंग में स्ट्रीट लाइटें, उन्नाव की कलौन पंचायत में 20 सोलर स्ट्रीट लाइटें, कासगंज के नगला कुंदन में इंटरलॉकिंग सड़क, मथुरा के तरौली शुमाली में महाराणा प्रताप की प्रतिमा और चौराहे का सौंदर्यीकरण तथा देवरिया की मटियारा जगदीश पंचायत में 11 सोलर लाइटें स्थापित की गई है।
प्रदेश सरकार की यह योजना न केवल बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ कर रही है, बल्कि प्रवासी नागरिकों को अपने गाँवों से भावनात्मक रूप से भी जोड़ रही है। हर पूर्ण परियोजना पर लगाए गए शिलापट्ट पर दानकर्ता का नाम अंकित किया जाता है, जिससे यह भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती है। मातृभूमि योजना अब एक जनांदोलन का रूप ले रही है, जिसमें समाज, प्रशासन और सरकार मिलकर गाँवों के भविष्य को संवार रहे हैं। यह योजना ग्रामीण आत्मनिर्भरता, सामाजिक एकता और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बन चुकी है। उत्तर प्रदेश के गाँवों में जो बदलाव दिख रहा है, उसके पीछे सरकार की संवेदनशील सोच और प्रवासी नागरिकों का समर्पण समान रूप से काम कर रहा है।
यात्रियों की अधिक मांग को देखते हुए आईआरसीटीसी लेकर आया है " अदभुत अंडमान घूमने का सुनहरा मौका "

लखनऊ। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड आईआरसीटीसी भारत सरकार के रेल मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। आईआरसीटीसी को स्टेशनों, ट्रेनों और अन्य स्थानों पर खानपान और आतिथ्य सेवाओं को उन्नत करने एवं पेशेवर बनाने और प्रबंधित करने और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेलवे की एक विस्तारित शाखा के रूप में स्थापित किया गया है।

आईआरसीटीसी क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ द्वारा यात्रियों की अधिक मांग को देखते हुए लखनऊ से 6 रात्रि एवं 7 दिन का अदभुत अंडमान भ्रमण के लिये हवाई टूर पैकेज लॉंच किया जा रहा है। यह टूर 12-11-2025 से 18-11-2025 तक चलाया जायेगा।

टूर की विशेषताएं :-

इस टूर में यात्रियों को लखनऊ से पोर्ट ब्लेयर जाने-आने की व्यवस्था फ्लाइट से की गई है जिसका हॉल्ट कोलकाता ऐरपोर्ट पे होगा। साथ ही खाने - पीने एवं ठहरने की व्यवस्था तीन सितारा होटल में की गयी है। यात्रा के दौरान पोर्ट ब्लेयर में -कॉर्बिन्स कोव बीच, सेल्युलर जेल , लाइट एंड साउंड शो , रॉस द्वीप , उत्तरी खाड़ी द्वीप । हेवलॉक में - कालापत्थर समुद्र तट एवं राधा नगर समुद्र तट। नील द्वीप में - लखमनपुर समुद्र तट, प्राकृतिक पुल, भरतपुर समुद्र तट का भ्रमण कराया जायेगा ।

एक व्यक्ति के ठहरने पर पैकेज का मूल्य प्रति व्यक्ति रू. 76500/-, दो व्यक्तियों के एक साथ ठहरने पर पैकेज का मूल्य प्रति व्यक्ति रू. 63000/-, तीन व्यक्तियो के एक साथ ठहरने पर पैकेज का मूल्य प्रति व्यक्ति रू. 62400/-, माता-पिता के साथ ठहरने पर प्रति बच्चे का पैकेज मूल्य रू. 57700/-, बेड सहित एवं मूल्य रू. 54100/- बिना बेड के होगा।

इस पैकेज की बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर की जायेगी।

उक्त यात्रा की बुकिंग पर्यटन भवन गोमती नगर लखनऊ स्थित आईआरसीटीसी कार्यालय एवं आईआरसीटीसी की बेवसाइट irctctourism.com पर ऑनलाइन बुकिंग भी कराई जा सकती है। अधिक जानकारी एवं बुकिंग के लिये नीचे दिये गये मोबाइल नम्बरों पर सम्पर्क कर सकते है ।

हम किसी का विरोध नहीं करते लेकिन जहां मेरे समाज की बात होगी खड़ी मिलेगी : कविता तिवारी


लखनऊ । राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय प्रवक्ता महिला कविता तिवारी ने मुखर होकर कहा कि सामाजिक सौहार्द समरसता बिगाड़ने का काम भीम आर्मी के कथित गुंडे कर रहे हैं बाबा साहेब का सब कुछ अच्छा चल रहा था,राइट लोग सारी आलोचना गांधी_नेहरू की किया करते थे।राइट विंग भी  बस अच्छी अच्छी बाते चुन चुन कर बताया करता था ,फिर बाबा साहेब के अनुयायियों ने हर किसी को गाली देना शुरू कर दिया । भगवान तक की नहीं छोड़ा तो लोगो का इंटरेस्ट जाग गया बाबा साहेब की जानने का रही सही कसर अब हाईकोर्ट बार एसोशिएशन के पूर्व चेयरमैन से पंगा ले कर पूरी कर ली। जिला बार के अध्यक्ष से शासन प्रशासन पंगा नहीं लेता । इन्होंने हाईकोर्ट बार से ले लिया है।मामला इन पर बुरा तरह बैंक फायर हो गया ।

अपराध सिद्ध करने के लिए कोर्ट में साबित करना पड़ेगा कि बाबा साहेब तो अंग्रेजों के विरोधी थे। बार अध्यक्ष कोर्ट में पूरा ऐतिहासिक रिकॉर्ड रखेंगे। बाबा साहेब जहा होगे इन मूर्खों को श्राप दे रहे होगे । अगर संविधान पढ़ लेते संविधान छोड़ो कम से कम अम्बेडकर के बारे में पढ़ लेते अकल आ जाती लेकिन इनको भगवान को गाली देनी है ब्राह्मणों को यूरेशिया भगाएंगे भले ही खुद के पास घर जाने का भाड़ा न हो। एड अनिल मिश्रा को सवर्ण समाज का पूरा समर्थन मिल रहा है, फिर भी ये नीले कबूतर फड़फड़ा रहे हैं तुच्छ मानसिकता से ग्रसित हो कर समाज में जहर फैला रहे हैं अपशब्द बोल रहे हैं ये अराजकता फैला रहे हैं,इनको मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा , राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत मजबूती के साथ धरातल पर अनिल मिश्रा जी के साथ खड़ी है ,कष्ट की बात है कि मध्य प्रदेश के शासन प्रशासन में बैठे सवर्ण चुप हैं,जबकि अन्य वर्ग के लोग खुल कर अपने वर्ग का साथ दे रहे हैं, हम सभी से आग्रह करती हु कि इस अस्तित्व के लड़ाई में आप सभी साथ आए एड अनिल मिश्रा की आवाज कमजोर नहीं होनी चाहिए।
ग्राम पंचायत भरतपुर का जैव उर्वरक संयंत्र बना आय का साधन, अब तक ₹1.50 लाख की हुई आय


*मुख्यमंत्री योगी की “आत्मनिर्भर ग्राम” परिकल्पना को साकार करता अलीगढ़ जनपद की भरतपुर ग्राम पंचायत का बायोफर्टिलाइज़र प्लांट*


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आत्मनिर्भर ग्राम और स्वच्छ व समृद्ध पंचायत  के विज़न को साकार करते हुए ग्राम पंचायत भरतपुर,अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) ने एक अनूठी पहल की है। यहां नवंबर 2024 से संचालित जैव उर्वरक संयंत्र (Biofertilizer Plant) अब राज्य का मॉडल प्लांट बन गया है। इस संयंत्र से ग्राम पंचायत को अब तक ₹1.50 लाख की आय हुई है, जिससे पंचायत की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और स्थानीय विकास कार्यों को नई दिशा मिली है।

पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर एवं विभागीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में शुरू की गई इस परियोजना में, पंचायत क्षेत्र से एकत्रित कचरे और पारंपरिक खाद्य अवशेषों का उपयोग कर पर्यावरण-अनुकूल जैविक खाद तैयार की जा रही है। यह न केवल स्वच्छता और हरित विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बना रहा है।

इस परियोजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ी लगभग 30 महिलाओं को प्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त हुआ है। इस पहल ने ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन का अवसर दिया है और  *“महिला सशक्तिकरण के माध्यम से ग्राम विकास”* के मॉडल को वास्तविकता में बदला है।

ग्राम प्रधान *नीलम चौहान* की सक्रिय भूमिका, दूरदर्शी नेतृत्व और सतत प्रयासों से यह परियोजना सफलतापूर्वक धरातल पर उतरी। पंचायती राज विभाग की तकनीकी सहायता और निगरानी से यह संयंत्र सुचारू रूप से संचालित हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पंचायती राज मंत्री द्वारा समय-समय पर ग्रामीण नवाचारों को प्रोत्साहन देने की नीति के तहत, भरतपुर पंचायत का यह मॉडल अब राज्यभर की अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है।
महिला आयोग ने बंदी महिलाओं को लौटाया करवा चौथ का उजाला : डॉ बबिता
*बंदीगृहों में भी सजेगा प्रेम और विश्वास का पर्व - महिला आयोग की पहल पर अपने पतियों संग करवा चौथ मनाएंगी महिला बंदियाँ*


लखनऊ। महिलाओं के अधिकारों एवं उनके सम्मान की भावना को सशक्त बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने एक अभूतपूर्व और संवेदनशील पहल की है। आयोग द्वारा निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थित महिला बंदीगृहों में आवासित महिलाएँ आगामी 10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ का पर्व अपने पतियों की उपस्थिति में पारम्परिक रूप से मनाएँगी।

यह निर्णय उ.प्र. राज्य महिला आयोग (संशोधन) अधिनियम 2013 की धारा 9 के अंतर्गत आयोग के निर्धारित कार्यों के क्रम में लिया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिला बंदियों को भी अपने भावनात्मक और पारिवारिक अधिकारों से वंचित न रहना पड़े। आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने बताया कि करवा चौथ केवल एक व्रत नहीं बल्कि प्रेम, निष्ठा और विश्वास का प्रतीक पर्व है। महिला आयोग का यह प्रयास बंदीगृहों की दीवारों के भीतर भी स्नेह, सम्मान और आत्मिक जुड़ाव की भावना को पुनर्जीवित करेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकार केवल कानूनी नहीं, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक भी हैं — और आयोग इन सभी पहलुओं की समान रूप से संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है।

डॉ. बबिता सिंह ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर  अनुरोध किया है कि अपने-अपने जनपदों में महिला बंदीगृहों की पात्र महिलाओं के पतियों को तथा बंदीगृह में निरूद्ध पुरुष बंदियों की पत्नियों को कारागार में आमंत्रित कर करवा चौथ का पर्व पारंपरिक विधि-विधान के साथ मनाए जाने हेतु आवश्यक निर्देश जारी करें।
डॉ बबिता सिंह चौहान ने बताया कि यह आयोजन महिला आयोग की उस सोच का प्रतीक है जो "हर परिस्थिति में महिला के सम्मान और संवेदना की रक्षा" के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
*नेतृत्व संभालती बेटियाँ: एक दिन की जिलाधिकारी बनकर रचा नया इतिहास*


*कन्या जन्मोत्सव से गूंजे अस्पताल-  मिशन शक्ति ने बेटियों के स्वागत को बनाया जन-आंदोलन*

  *अपर मुख्य सचिव लीना जौहरी ने कहा, आज का दिन बहुत ही खास रहा*


लखनऊ। महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा मिशन शक्ति 5.0 के अत्तर्गत अतरराष्ट्रीय बालिका सप्ताह (3 से 11 अक्टूबर) थीम के तहत आज पूरे प्रदेश में 2 अनूठे कार्यक्रम आयोजित किये गये। इन विशेष आयोजन में एक तरफ तो विभिन्न जनपदों की प्रतिभाशाली और इच्छाशक्ति से परिपूर्ण बालिकाओं तथा महिलाओं को ' *एक दिन की जिलाधिकारी*" की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस पहल का उद्देश्य था कि बालिकाएँ न केवल नेतृत्व क्षमता को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करे, बल्कि उन्हें प्रशासनिक व सामाजिक उत्तरदायित्वों की गहरी समझ भी प्राप्त हो।
दूसरी तरफ आज पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ "कन्या जन्मोत्सव मनाया गया। इस विशेष अवसर पर प्रत्येक जनपद के सरकारी अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी और ब्लॉक स्तर पर उन बालिकाओं का सामूहिक उत्सवपूर्वक स्वागत किया गया जिन बालिकाओं ने आज जन्म लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य यह संदेश देना था कि बेटियों का जन्म न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए हर्ष और गर्व का विषय है।

आज के कार्यक्रम में प्रत्येक जिले से चयनित बालिकाओं को जिला प्रशासन के कार्यों का वास्तविक अनुभव कराया गया। सुबह औपचारिक रूप से उन्हें एक दिन की जिलाधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण कराया गया, जिसके बाद उन्होंने विभागीय बैठको में भाग लिया, विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए। कई जिलों में बालिकाओं ने महिला सुरक्षा, बाल संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसे मुद्दों पर अधिकारियों से संवाद कर अपनी राय रखी और सुझाव प्रस्तुत किए। यह अनुभव बालिकाओं के लिए केवल औपचारिक दायित्वों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्हें यह आत्मविश्वास भी मिला कि वे भविष्य में उच्चतम पदों पर पहुंचकर निर्णयकारी भूमिका निभा सकती है।

इस आयोजन से बालिकाओं ने प्रशासनिक कार्यशैली का गहन अनुभव प्राप्त किया। उन्हें यह समझने का अवसर मिला कि किस प्रकार से जिला स्तर पर विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाता है, जनता की समस्याओं को सुना जाता है और उनके समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाए जाते हैं। बालिकाओं ने महसूस किया कि वे अपने अधिकारों और दायित्वों के प्रति सजग रहते हुए समाज को नई दिशा देने की क्षमता रखती है।

प्रदेश भर में आयोजित इस कार्यक्रम ने अभिभावको और समाज को यह सोचने के लिए प्रेरित किया कि बालिकाओ को केवल घर और परिवार की सीमाओ तक न देखा जाए, बल्कि उन्हे प्रशासन, राजनीति, विज्ञान, शिक्षा और अन्य सभी क्षेत्रो में योगदान देने का अवसर मिले। जहाँ-जहाँ बालिकाओं ने जिलाधिकारी का पद संभाला, वहाँ उनकी गंभीरता, परिपक्वता और नेतृत्व क्षमता देखकर सभी अधिकारी और कर्मचारी भी प्रभावित हुए।

दूसरी ओर आज जन्म लेने वाली बालिकाओं और उनकी माताओं का सम्मान किया गया। अस्पतालों में नवजात बालिकाओं का विधिवत पूजन कर उन्हें उपहार स्वरूप वस्त्र, फल, पौष्टिक आहार सामग्री और शुभकामना कार्ड भेट किए गए। माताओं और बालिकाओं के इस सम्मान समारोह ने वातावरण को उल्लास और सकारात्मकता से भर दिया। परिवारों को यह संकल्प दिलाया गया कि वे बालिका को शिक्षा, स्वास्थ्य और समान अवसर प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।

कन्या जन्मोत्सव का सबसे अनूठा पहलू यह रहा कि इस आयोजन को सीधे तौर पर उतर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना "मुख्यमन्त्री कन्या सुमंगला योजना से जोड़ा गया। कार्यक्रम के दौरान माताओं को योजना की पात्रता, लाभ और प्रक्रिया की जानकारी दी गई, ताकि प्रत्येक नवजात बालिका को जन्म के साथ ही सुरक्षित भविष्य की गारंटी मिल सके। विभागीय अधिकारियों ने उपस्थित परिवारों को बताया कि इस योजना के अंतर्गत जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक बालिकाओं को 6 अलग-अलग चरणों में आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराया जाता है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना को कन्या जन्मोत्सव से जोडने का संदेश यह रहा कि सरकार हर बेटी के साथ खड़ी है और उसके सपूर्ण विकास और आत्मनिर्भरता के लिए ठोस कदम उठा रही है।

जिलाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वयं अस्पतालों में पहुँचकर माताओं का सम्मान किया और नवजात बालिकाओं का स्वागत किया। कई जिलों में परिवारों को पौधारोपण के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि बेटियों का जन्म धरती को हरियाली और समाज को नई ऊर्जा प्रदान करता है। नवजात के जन्म की संख्या के अनुसार वृक्षारोपण किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण और बेटी बचाओ के संकल्प को एक साथ आगे बढाया जा सके।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश की *अपर मुख्य सचिव लीना जोहरी* ने कहा, "आज का दिन ऐतिहासिक है, जब हमारी बेटियों ने एक दिन के लिए जिलाधिकारी बनकर नेतृत्व का साहसिक उदाहरण प्रस्तुत किया। मिशन शक्ति का यही उद्देश्य है कि हर बेटी को यह विश्वास मिले कि वह केवल अपने सपनों तक सीमित न रहे, बल्कि उन्हे साकार करने की शक्ति भी उसके भीतर है। यह अनुभव उनके जीवन में प्रेरणा का स्रोत बनेगा और आने वाले समय में उन्हें समाज की दिशा बदलने की ताकत प्रदान करेगा।"

एक दिन की जिलाधिकारी कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश भार में 350 से अधिक बालिकाओं को जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा धिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्न प्रशासनिक पदों का दायित्व सौंपा गया। साथा ही कन्या जन्मोत्सव के अंतर्गत 1 ही दिन में जन्म लेने वाली 500 से अधिक बालिकाओं का स्वागत उनके जन्मोत्सव के माध्यम से किया गया।
*भारत पशुधन ऐप विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया*

*ऐप के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों के रियल टाइम आंकड़ें भी उपलब्ध होंगे : धर्मपाल सिंह*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में आज यहां उप्र पशुधन विकास परिषद और पशुपालन विभाग द्वारा नेशनल डिजिटल लाइव स्टॉक मिशन अन्तर्गत विकसित किए गए भारत पशुधन ऐप के समुचित उपयोग विषयक एक दिवसीय व्यवहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ में किया गया।
इस अवसर पर पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि भारत पशुधन ऐप पर पशु एवं पशुपालक पंजीकरण के साथ ही पशुओं के समस्त प्रजनन एवं स्वास्थ्य आकड़ों का डिजिटल अभिलेखन किया जा रहा है, जिनके एआई एवं मशीन लर्निंग के उपयोग द्वारा अध्ययन/विश्लेषण से समुचित योजना निर्माण/निर्धारण में सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि ऐप के माध्यम से पशुओं का चिन्हांकन भी होगा, जिससे उच्च क्षमता युक्त जर्म प्लाज्म वाले पशुओं की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी मिल सकेगी। साथ ही पशु रोग, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान आदि महत्वपूर्ण गतिविधियांे के सम्बन्ध में रियल टाइम आंकड़ें भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को भारत पशुधन ऐप पर अंकन सम्बन्धी महत्तवपूर्ण कार्य पर विशेष ध्यान दिये जाने हेतु आह्वान किया।

कार्यक्रम में महानिदेशक पं. दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम विकास संस्थान उप्र एल वेंकटेश्वर लू ने पशुपालन के क्षेत्र में प्रगति हेतु सुदृढ़ डिजिटल डाटा बेस की महत्ता समझाते हुए ऐप पर आंकड़ों के समुचित अंकन सुनिश्चित करने हेतु पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पशुधन मुकेश कुमार मेश्राम, द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को भारत पशुधन एवं और डाटाबेस के महत्व के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए ऐप पर सम्बन्धित आंकड़ों का अधिक से अधिक अंकन करने और कराने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम में एन.डी.एल.एम. ग्रुप, एन.डी.डी.बी. से आये प्रशिक्षक नवीन सिंह एवं डॉ. जिगर रावल द्वारा भारत पशुधन ऐप के एडमिन मॉडयूल, एनिमल ब्रीडिंग मॉडयूल, एनिमल हेल्थ माडयूल के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में देवेन्द्र पाण्डेय, विशेष सचिव पशुधन ने भी प्रशिक्षणार्थियों को डिजिटल अभिलेखन के बारे में विस्तार से बताया।
विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास, डॉ. योगेन्द्र सिंह पवार तथा मुख्य कार्यकारी, उप्र पशुधन विकास परिषद डॉ. प्रमोद कुमार सिंह द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित समस्त प्रतिभागियों से भारत पशुधन ऐप पर सूचनाएं समयबद्ध रूप से अंकित करने की अपेक्षा की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के समस्त जनपदों से नामित नोडल अधिकारियों, कम्प्यूटर ऑपरेटर्स, पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, मिल्क प्रोडयूसर कम्पनियों, एन.जी.ओ. आदि के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वीनू पाण्डे, उपनिदेशक परिषद द्वारा किया गया।
पर्यटन मंत्री ने अयोध्या पहुँच कर दीपोत्सव- 2025 की तैयारियों का लिया जायज़ा

*इस वर्ष राम की पैड़ी सहित 56 घाटों पर जलाए जाएंगे 26 लाख से अधिक दीप - जयवीर सिंह*

                                                                           लखनऊ। दीपोत्सव -2025 के लिए होने वाले मॉक ड्रिल से दस दिन पूर्व उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज अयोध्या पहुंचकर दीपोत्सव तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने विभागीय उच्चाधिकारियों, अयोध्या प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। पर्यटन मंत्री ने कहा, इस दीपोत्सव का विशेष आकर्षण करीब 100 बच्चों की वानर सेना होगी, जो प्रभु श्रीराम की रथ यात्रा के दौरान उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कार्यक्रम स्थलों की व्यवस्था, सजावट, प्रकाश, तथा सांस्कृतिक आयोजनों की रूपरेखा की विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की गई।

   पर्यटन मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 'यह आयोजन न केवल भव्य और यादगार हो, बल्कि सुरक्षा, स्वच्छता और आगंतुक सुविधाओं के मामले में भी मिसाल पेश करें। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव के दौरान महिला सुरक्षा, सफाई, साइनेज, पेयजल, प्रसाधन तथा सूचना-सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सर्वाेत्तम अनुभव मिल सके।' उन्होंने कहा, 'दीपोत्सव आयोजन में आगंतुकों की संख्या की जानकारी के लिए एआई आधारित कैमरों से निगरानी प्रणाली हेतु समुचित व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, शोभा यात्रा के दौरान पर्यटकों और दर्शनार्थियों को सड़क के दोनों ओर सुव्यवस्थित तरीके से अवलोकन की उचित व्यवस्था रहेगी। हेलीपोर्ट से राम रथ तक रास्ते के दोनों ओर ढोल नगाड़ों, पुष्प, अबीर, गुलाल व राम दरबार आदि सुनिश्चित की जाएगी।'
मंत्री ने कहा कि इस वर्ष दीपोत्सव की झांकियों में बच्चों की सक्रिय भागीदारी विशेष आकर्षण का केंद्र होगी। पहली बार 100 बच्चों की वानर सेना नगाड़ों की गूंज के बीच भगवान श्रीराम की रथयात्रा में शामिल होकर अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगी। इसके अलावा, अयोध्या के प्रमुख मंदिर, मठों एवं धार्मिक स्थलों की प्रबंधन समिति से समन्वय स्थापित करते हुए दीप प्रज्ज्वलन एवं साज-सज्जा संबंधी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में दीपोत्सव के सजीव प्रसारण हेतु 35 एल.ई.डी. स्क्रीन की व्यवस्था के साथ ही केबल प्रसारण में दिक्कत ना आए, उसके निर्देश दिए गए।'
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मार्गदर्शन में दीपोत्सव-2025 में एक बार फिर इतिहास रचा जाएगा। सरयू तट स्थित राम की पैड़ी सहित 56 घाटों पर 26 लाख से अधिक दीयों को एक साथ प्रज्वलित कर नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराने की तैयारी है। अंतरराष्ट्रीय मानकों और पर्यावरण अनुकूल आयोजन हमारी प्राथमिकता है। अयोध्या की सड़कों, घाटों और धरोहर स्थलों को रामायण की थीम पर सजाया-संवारा जाएगा, ताकि हर आगंतुक को लगे मानो वे स्वयं श्री राम की कथा का हिस्सा हों।
इस दौरान महानिदेशक पर्यटन राजेश कुमार, प्रमुख सचिव पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य अमृत अभिजात, विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया, अयोध्या के नगर आयुक्त, मेयर गिरीशपति त्रिपाठी, सदर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, सीतापुर के विधायक तथा पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति रही।