सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ में तीन दिवसीय रंग कबीर महोत्सव का शुभारंभ
मेरठ / लखनऊ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ में भाषा विभाग, कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय और संत कबीर अकादमी (संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश) के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय रंग कबीर: संगोष्ठी एवं सांस्कृतिक उत्सव का शुभारंभ हुआ। यह आयोजन 11 से 13 सितंबर तक सुभारतीपुरम परिसर में आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री डॉ. रघुराज सिंह, संत कबीर अकादमी के निदेशक अतुल द्विवेदी, कुलाधिपति डॉ. स्तुति नारायण कक्कड़ और कुलपति प्रो.(डॉ.) पी.के. शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
जनजाति लोक संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी ने बताया कि पहले दिन वक्ताओं ने कबीर के जीवन एवं शिक्षाओं पर विचार व्यक्त किए। इसी क्रम में राजेश जोशी लिखित और सुषमा शर्मा निर्देशित नाटक ‘कहन कबीर’ की प्रस्तुति ने दर्शकों को कबीर के जीवन दर्शन और विचारों से गहराई से परिचित कराया।
अध्यक्षीय संबोधन में मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि “कबीरदास जी आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने जाति, धर्म, पंथ से ऊपर उठकर सभी को समान दृष्टि से देखा। उनके दोहों और चौपाइयों में जीवन दर्शन और मानवीय मूल्यों की गहरी समझ मिलती है। यदि उनके बताए मार्ग पर चला जाए तो जीवन सरल और सुखी बन सकता है।”
विशिष्ट अतिथि डॉ. रघुराज सिंह ने कहा कि “कबीर सच्चे संत थे। उन्होंने कभी सांसारिक मोह-माया को महत्व नहीं दिया। उनके लिए राजा और रंक समान थे। उनके जीवन से यही शिक्षा मिलती है कि सत्य और अपने विचारों पर निडर होकर अडिग रहना चाहिए।”
कुलपति प्रो.(डॉ.) पी.के. शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय का ध्येय वाक्य है शिक्षा, सेवा, संस्कार और राष्ट्रीयता। यहां विद्यार्थियों को न केवल आधुनिक शिक्षा दी जाती है बल्कि उनके सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।
इस अवसर पर अरविन्द राय, दीपेन्द्र सिंह, राहुल यादव, अरुण शुक्ला, श्रेत्तिक श्रीवास्तव, अभिषेक शर्मा, प्रज्ञान राय, चंकी बच्चन, वर्षिता श्रीवास्तव, प्रशान्त वर्मा, टोनी सिंह, मो. हमीद, आरती गुप्ता, जगदीश गोंड, डॉ. शारदा कुमारी पाठक, पद्मजा राय, डॉ. ज्योति मिश्रा, डॉ. राजेश जोशी, सुशील कुमार राय और सुषमा शर्मा समेत अनेक कलाकारों ने नाट्य प्रस्तुति दी, जिसने कबीर की वाणी को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को कुलाधिपति और कुलपति ने स्मृतिचिह्न भेंट कर सम्मानित किया।
Sep 13 2025, 17:41