एनीमिया मुक्त गोरखपुर के लिए साथ मिल कर काम करेंगे शिक्षक और चिकित्सक
![]()
गोरखपुर। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत गोरखपुर को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए शिक्षक और चिकित्सक साथ-साथ मिल कर काम करेंगे। इसके लिए जिले के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के चिकित्सा अधिकारियों को बृहस्पतिवार को सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में प्रशिक्षित किया गया। इनके सहयोग से स्कूल स्तर पर ही एनीमिया की रोकथाम के लिए साझा प्रयास किए जाएंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने की। इस अवसर पर मौजूद प्रतिभागियों ने एनीमिया मुक्त भारत के लक्ष्य को गोरखपुर में साकार करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर एम्स गोरखपुर की प्रोफेसर एवं बाल रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. महिमा मित्तल ने बाल स्वास्थ्य पर एनीमिया के प्रभाव और उसकी रोकथाम के बारे में चर्चा की। उन्होंने समुदाय स्तर पर किए जाने वाले संभावित हस्तक्षेप के बारे में भी जानकारी दी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने बताया कि एसआरसीएन-एम्स गोरखपुर द्वारा शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बीईओ और आरबीएसके के नोडल अधिकारियों को एनीमिया उन्मूलन के लिए प्रभावी कार्यान्वयन की दिशा में प्रशिक्षित करना था। अपने सम्बोधन में उन्होंने एनीमिया नियंत्रण के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी ने जिले में चल रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने एनीमिया नियंत्रण में सामूहिक सहभागिता की विशेष आवश्यकता जताई।
प्रशिक्षण में यूनिसेफ की राज्य प्रतिनिधि डॉ. सत्य ने प्रतिभागियों को राष्ट्रीय रणनीति और वैश्विक परिप्रेक्ष्य के बारे में बताया। साथ ही यूनिसेफ के प्रतिनिधि सुरेश तिवारी, एसआरसीएन एम्स के प्रतिनिधि प्रवीण दुबे और मनीष ने तकनीकी सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को विभिन्न कार्यान्वयन मॉडल, पोषण संवर्धन गतिविधियों एवं फील्ड स्तर पर डेटा एकत्रीकरण की विधियों के बारे में प्रशिक्षित किया।
प्रशिक्षित हुईं आशा कार्यकर्ता
सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में ही नगरीय क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं का एक्सपेंडेड सर्विस पैकेज को लेकर बृहस्पतिवार को भी प्रशिक्षण जारी रहा। इस आयोजन में पहुंचे सीएमओ डॉ राजेश जा ने कहा कि आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं। कुशल आशा कार्यकर्ता के माध्यम से ही समुदाय तक गुणवत्तापूर्ण सेवाएं पहुंचाना संभव है।इस अवसर पर डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय और शहरी स्वास्थ्य समन्वयक सुरेश सिंह चौहान भी मौजूद रहे।
दस्तक का होगा उद्घाटन, होंगी प्रतियोगिताएं
सीएमओ डॉ झा ने बताया कि बसंतपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र से शुक्रवार को सुबह दस बजे से दस्तक अभियान का उद्घाटन होगा। इसके अलावा विश्व जनसंख्या दिवस पर स्कूली बच्चों के बीच वाद विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा, जिसका पुरस्कार वितरण प्रेरणा श्री सभागार में अपराह्न दो बजे से किया जाएगा।
3 hours ago