दुमका : राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव शुरू, 750 सीसीटीवी कैमरे के साथ AI कैमरे व ड्रोन कैमरे से रखी जाएगी नजर
दुमका : राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव गुरुवार को शुरू हो गया। बासुकीनाथ धाम में श्रावणी मेला महोत्सव का विधिवत उदघाटन मयूराक्षी कला मंच से वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। मौके पर मौजूद अतिथियों ने दीप प्रज्वलित एवं नारियल फोड़कर मासव्यापी राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव का उदघाटन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि जरमुंडी विधायक देवेंद्र कुँवर ने मेले में श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं की सराहना की।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाएं अत्यंत सराहनीय हैं और इनमें किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। विधायक देवेंद्र कुँवर ने कहा कि बाबा बासुकीनाथ के प्रति श्रद्धालुओं की अटूट आस्था ही है, जिसके कारण प्रतिवर्ष देशभर से लाखों श्रद्धालु यहाँ आते हैं। उन्होंने कहा कि इस आस्था के साथ सेवा की भावना भी आवश्यक है और सभी को अपनी भूमिका का निर्वहन करते हुए सेवा भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखें, उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए सजग रहें। जामा विधायक डॉ. लुईस मरांडी ने अपने संबोधन में कहा कि राजकीय श्रावणी मेला के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश के विभिन्न हिस्सों से बासुकीनाथ धाम पहुंचते हैं और यह सुनिश्चित करना कि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो, जिला प्रशासन की प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नये-नये कार्य किये जाते हैं। इसी क्रम में इस वर्ष भी कई नवाचार किये गए हैं। विशेष रूप से स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए टेंट सिटी में डिस्पोजेबल बेडशीट की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को स्वच्छ और हाईजेनिक वातावरण प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि हमारा कर्त्तव्य है कि यहां आने वाले श्रद्धालु राज्य की एक सकारात्मक और बेहतर छवि लेकर वापस जाएं। यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि उनकी आस्था और श्रद्धा का सम्मान करते हुए उन्हें सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान की जाएं। उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने स्वागत संबोधन में कहा कि राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव का आज उदघाटन है और अगले एक महीने तक आने वाले श्रद्धालुओं को कठिनाई नहीं हो, बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि पूरे मेला क्षेत्र में 12 टेंट सिटी का निर्माण किया है ताकि श्रद्धालुओं को विश्राम करने में कठिनाई नहीं हो। जगह जगह पर वाटर पोस्ट की व्यवस्था की गयी है।श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य सुविधा हेतु 24x7 पूरे मेला अवधि में 20 एम्बुलेंस एक्टिव मोड में रहेगी। कहा कि टेंट अस्पताल सहित मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र भी उपलब्ध है, जिसमें डॉक्टर जरूरी दवाइयों के साथ 24×7 उपलब्ध रहेंगे।कहा कि 750 सीसीटीवी कैमरे के साथ AI कैमरे, ड्रोन कैमरे से भी पूरे मेला क्षेत्र पर निगरानी रखी जायेगी ताकि विधि व्यवस्था संधारण में आसानी हो, किसी भी प्रकार की विपरीत स्थिति उत्पन्न नहीं हो। कहा कि एन्टी टेरर स्क्वाड, बम स्क्वाड की प्रतिनियुक्ति मेला क्षेत्र में की गयी है। कहा कि 450 सफाई मित्र 24X7 मेला क्षेत्र की साफ सफाई का कार्य करेगी। 100 वॉलंटियर्स की प्रतिनियुक्ति की गई है जो श्रद्धालुओं का ख्याल रखेगी।कहा कि मेला क्षेत्र में AI चैटबोट की व्यवस्था रहेगा, इसके लिए जगह जगह पर क्यू आर कोड लगाए गए हैं, कोई भी श्रद्धालु क्यू आर कोड स्कैन कर अपनी समस्याओं का हल पा सकते हैं। जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने कहा कि यह श्रावणी मेला केवल उत्सव नहीं, आस्था का प्रतीक है। बाबा बासुकीनाथ के प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा इस मेले की आत्मा है। पूरे माह चलने वाले इस मेले में देश के विभिन्न हिस्सों से लोग आते हैं उनके सम्मान में कोई कमी नहीं रहे, उन्हें सभी जरूरी सुविधा मिले, उनकी आस्था का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। वे सुगमता से जलार्पण करें एवं एक बेहतर संदेश लेकर वापस जाएं इस संकल्प के साथ हम सभी को पूरे माह कार्य करने की आवश्यकता है। इस दौरान "कंप्रेसिवे मेनुअल ऑफ झारखंड कॉपरेटिव सोसाइटी" पुस्तक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। इस दौरान अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया। धन्यवाद ज्ञापन उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान ने किया। अतिथियों ने जेटीडीसी द्वारा बनाये गए टेंट सिटी का फीता काटकर विधिवत उदघाटन किया। उन्होंने टेंट सिटी में की गयी व्यवस्था का अवलोकन किया एवं बासुकीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को पूरे मेला अवधि में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इसे सुनिश्चित करने को कहा है। मौके पर पूर्व राज्यसभा सांसद अभय कांत प्रसाद, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख, पुलिस महानिरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिन्हा, पुलिस उप महानिरीक्षक अंबर लकड़ा, पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार, जिला परिषद उपाध्यक्ष, अपर समाहर्ता दुमका, अनुमंडल पदाधिकारी सहित जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। ( दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : थम नहीं रहा राजद का अंदरूनी कलह! हूल दिवस के बाद अब स्थापना दिवस में सामने आयी आपसी किचकिच
दुमका : दुमका में राष्ट्रीय जनता दल में चल रही गुटबाजी थम नहीं रहा। पार्टी की अंदरूनी कलह जगजाहिर हो चली है। फिलहाल दो गुटों में बटी पार्टी नेताओं का एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा। हूल दिवस के अवसर पर दो गुटों में बंटकर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अलग अलग कार्यक्रम का आयोजन किया और अब पार्टी के 29वें स्थापना दिवस पर भी पार्टी की अंदरूनी कलह एक बार फिर सामने आ गयी। दरअसल पार्टी के पूर्व जिला महासचिव कंचन यादव की अध्यक्षता में राजद का 29वें स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्थापना दिवस पर पूर्व महासचिव कंचन यादव ने केक काटा और कार्यकर्ताओं को केक खिलाकर एक दूसरे को बधाई दी। राजद के पूर्व युवा अध्यक्ष मो अली के मुताबिक कार्यक्रम में पंकज यादव, हाबू यादव, पिंकु ठाकुर, मो सोहेल खान, मो बबलु, शम्स तबरेज, कृष्णा मिश्रा, मो अजमेर, अमर कुमार, सुमित कुमार झा, मो सज्जाद, नरेंद्र नाथ दुवे, भक्ती पद दास, पप्पू ठाकुर सहित अन्य कार्यकर्त्ता मौजूद थे। इधर, पार्टी के जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार यादव ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राजद के केंद्रीय कमिटी के निर्देश पर राजद का स्थापना दिवस समारोह सह राष्ट्रीय परिषद व राष्ट्रीय खुला अधिवेशन पटना के बापू सभागार में मनाया गया। स्थापना दिवस पर राजद का पूरे देश में एक ही जगह समारोह मनाया गया। दुमका जिला में राजद का कोई भी कार्यक्रम नहीं मनाया गया। जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि बीते दिनों सांगठनिक चुनाव की घोषणा के साथ नियमानुसार सारी कमिटी स्वतः भंग हो गयी है। वर्तमान में जिलाध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष और नगर अध्यक्ष के अलावे कोई पार्टी पदाधिकारी नहीं है। किसी प्रकोष्ठ के भी कोई पदाधिकारी अभी दुमका जिला में नहीं है। कहा कि कुछ लोग राजद के पदाधिकारी बन कर लोगों को दिग्भ्रमित कर दल को कमजोर करने का काम कर रहे है। माना जा रहा है कि राजद की अंदरूनी कलह की वजह पार्टी के जिलाध्यक्ष पद को लेकर है। पार्टी का एक गुट मौजूदा जिलाध्यक्ष का समर्थन कर रहा है तो दूसरा गुट इसके विरोध में है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : नव प्रोन्नत पुलिस उपाधीक्षक के सम्मान में पिपिंग सेरेमनी का आयोजन, आईजी ने डीएसपी कोटि का बैच लगाकर दी शुभकामनाएं
दुमका : पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शुक्रवार को नव प्रोन्नत पुलिस उपाधीक्षक के सम्मान में पिपिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दुमका प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने की। पिपिंग सेरेमनी में नव प्रोन्नत पुलिस उपाधीक्षक श्यामानंद मंडल, हरी प्रसाद साह एवं समीर सिंह को पुलिस माहानिरीक्षक श्री सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने पुलिस उपाधीक्षक कोटि के बैच लगाकर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : मुहर्रम को लेकर अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश, 4 मीटर से अधिक नहीं होगी ताजिया की लम्बाई, ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी
दुमका : मुहर्रम पर्व को लेकर उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने शुक्रवार को सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने एवं हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया। मुहर्रम पर्व के मद्देनजर उपायुक्त श्री सिन्हा की अध्यक्षता में शुक्रवार को सिदो कान्हू इंडोर स्टेडियम में जिला स्तरीय शांति समिति की हुई बैठक में अधिकारियों एवं लाइसेंस धारी अखाड़ों को कई निर्देश दिया गया। बैठक में उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने शांति समिति के सभी सदस्यों से मुहर्रम पर्व के शांतिपूर्ण ढंग से आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान देने की अपील की। उपायुक्त श्री सिन्हा ने सभी लाइसेंस धारी अखाड़ों को निर्धारित रूट से ही जुलूस आयोजित करने एवं किसी भी परिस्थिति में रूट ना बदलने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि पर्व के दौरान अगर किसी भी प्रकार की कोई अफवाह सामने आती है, तो इसकी जानकारी तुरंत नजदीकी थाना या जिला प्रशासन को दी जाए। उन्होंने शांति व्यवस्था बिगड़ने की घटना होने पर अविलम्ब इसकी सूचना नजदीकी थाना अथवा जिला कण्ट्रोल रूम को देने की बात कही l उपायुक्त के द्वारा सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने, संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित गश्ती करने एवं हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया। किसी भी तरह की विधि व्यवस्था के समस्या की सूचना मिलने पर उसके निवारण के लिए तुरंत कारवाई करने का निर्देश दिया l मौके पर उपायुक्त ने शांति समिति के सभी सदस्यों को जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में दिए जा रहे दिशा-निर्देशों को अपने-अपने क्षेत्रों में सभी अखाड़ों और अन्य लोगों तक पहुंचाने की अपील की। साथ ही जुलूस के दौरान लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ताजिया की लंबाई 4 मीटर से अधिक ना हो। बिजली विभाग के द्वारा यथा संभव बिजली नहीं काटी जाएगी। मुहर्रम के दौरान अप्रिय घटना के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के द्वारा ड्रोन से दुमका शहरी क्षेत्र की निगरानी की जायेगी l इस दौरान उपायुक्त ने पर्व के शांतिपूर्ण आयोजन के मद्देनजर आकस्मिक स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। वहीं कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल एवं अग्निशमन अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने एवं आवश्यकता अनुसार त्वरित कार्य करने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने अखाड़ा समिति के सदस्यों से अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत वैसे शरारती तत्व जो पर्व के दौरान सौहार्द पूर्ण वातावरण को बिगाड़ने का प्रयास करते हैं उन्हें चिन्हित कर पुलिस को सूचित करने की अपील किया। उन्होंने कहा सोशल मीडिया पर साइबर सेल के द्वारा सतत निगरानी रखी जायेगी l सोशल मीडिया में भ्रामक अफवाह फैलाने की कोशिश करने वाले व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी l बैठक में जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी, थाना प्रभारी, शांति समिति के सदस्य, अखाड़ों के प्रतिनिधियों सहित अन्य उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : विश्वकर्मा समाज ने की बंद पड़े लकड़ी मिलों को चालू करने की मांग, वन विभाग की कार्रवाई का किया विरोध
दुमका : जिले में बंद पड़े लकड़ी मिलों को चालू करवाने सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को विश्वकर्मा समाज ने रैली निकाली। रैली का नेतृत्व विश्वकर्मा समाज के जिला अध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने की। रैली शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए समाहरणालय पहुंची। बाद में विश्वकर्मा समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित नौ सूत्री मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा। इससे पूर्व, दुमका जिला परिषद के उपाध्यक्ष सुधीर मंडल एवं विश्वकर्मा समाज के संरक्षक शिवप्रसाद शर्मा ने झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। जिला अध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने कहा कि दुमका के सभी आरा मिल बंद है जिससे यहां के बढई कारीगरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं से भी लकड़ी लाया जाता है तो उसे वन विभाग द्वारा कार्रवाई कर जब्त कर लिया जाता है। वन विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई से पूरा विश्वकर्मा कारीगर समाज डरा एवं सहमा हुआ है। कहा कि जबरन कार्रवाई एवं दमनकारी नीति की वजह से कारीगरों को मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ रहा है। जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल ने कहा कि विश्वकर्मा समाज पिछड़ा वर्ग में आता है और हम किसी पिछड़ा वर्ग पर अन्याय होते नहीं देख सकते हैं। विश्वकर्मा समाज के आरा मिल खुलवाने के लिए हम हमेशा विश्वकर्मा समाज के साथ हैं कोई भी पदाधिकारी किसी का रोजी-रोटी छीने वह मुझे बर्दाश्त नहीं है। विश्वकर्मा समाज द्वारा उपायुक्त को सौपे गए ज्ञापन में मुख्यमंत्री से लकड़ी मिलो को जल्द चालू करवाने, बढई कारीगर को 25 सेफ्टी तक लकड़ी लाने एवं ले जाने की छूट देने, बढई कारीगर को लकड़ी डिपो का लाइसेंस देने, झारखंड में आर्टिकल डेवलपमेंट बोर्ड का गठन करने सहित अन्य मांगें शामिल है। रैली में प्रदेश उपाध्यक्ष जयराम शर्मा, प्रदेश महासचिव जयप्रकाश शर्मा, प्रदेश सचिव पवन शर्मा, सरैयाहाट अशोक शर्मा, जिला उपाध्यक्ष क्रांति राणा, त्रिभुवन मिस्त्री, जिला महासचिव रवींद्र शर्मा, नीलू मारिया, मुकेश शर्मा, पिंटू मिस्त्री, सरेयाहट प्रखंड अध्यक्ष प्रकाश शर्मा, कपिल देव शर्मा, महिला जिला महासचिव सोनम कुमारी, बेबी देवी, जरमुंडी प्रखंड अध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, विकास शर्मा, उत्तमशर्मा, नागेंद्रशर्मा, बिट्टू शर्मा, पप्पू शर्मा, विजय शर्मा सहित अन्य शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : भोगनाडीह में आदिवासियों पर हुए पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ भाजपा में आक्रोश, सीएम का पुतला फूंका
दुमका : हूल दिवस पर साहेबगंज के भोगनाडीह में आदिवासियों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ भाजपा ने मंगलवार को टीन बाजार चौक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका। कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष गौरवकांत ने किया। भाजपा ने पुलिस द्वारा संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू एवं उनके समर्थकों पर किए गए लाठीचार्ज का विरोध किया और कहा कि हेमंत सरकार आदिवासियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले बरसाकर उनकी आवाज को कुचलने का प्रयास किया जो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक, अमानवीय और निंदनीय है। पार्टी जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने कहा कि हूल दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के संघर्ष, स्वाभिमान और बलिदान का प्रतीक है। ऐसे ऐतिहासिक दिवस पर आदिवासी समुदाय के लोगों के ऊपर लाठी और आंसू गैस छोड़कर हेमंत सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि वह आदिवासी हितैषी होने का केवल दिखावा करती है, जबकि व्यवहार में उनकी आवाज दबाने में जुटी हुई है। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ० अंजुला मुर्मू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासी समाज की अस्मिता, अधिकार और सम्मान की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रही है और आगे भी रहेगी। सरकार की ऐसी जनविरोधी और दमनकारी नीतियों को भाजपा हर स्तर पर उजागर करती रहेगी और लोकतांत्रिक तरीके से उसका पुरजोर विरोध जारी रहेगा। अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष रमेश मुर्मू ने कहा कि हूल दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज के ऊपर इस तरह की बर्बरता करके हेमंत सरकार ने साबित कर दिया कि उसे आदिवासियों के इतिहास और उनकी भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। जिला मंत्री गुंजन मरांडी ने कहा कि हूल दिवस जैसे गौरवपूर्ण दिन पर शांतिपूर्ण सभा को रोका जाना और फिर आदिवासी भाइयों पर लाठीचार्ज किया जाना बेहद शर्मनाक है। मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रविकांत मिश्रा, निवास मंडल, जिला महामंत्री पवन केसरी, धर्मेंद्र सिंह बिट्टू, विवेकानंद राय, बबलू मंडल, सोनी हेंब्रम, नवल किस्कू, रूपेश मंडल, सुजीत यदुवंशी, दीप्तांशु कोचगवे, मनोज साह, मृणाल मिश्रा, ओम केसरी, दिनेश सिंह, अरविंद दुबे, अजय गुप्ता, रामवतार भालोठिया, गणपति पाल, अमन राज गायत्री जायसवाल, संतोष सोरेन, प्रवीण सिंह, अजय राउत, राजेश वर्मा, वीरेंद्र मरांडी, मंजू दास, मनोहर हेंब्रम, रामलाल हांसदा, प्रभात चंद्र लायक सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। (दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : चितरंजन व दुमका रेलवे स्टेशन में 13 यात्रियों की क्षमता वाली लिफ्ट सुविधा शुरू, लिफ्ट में मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं
दुमका : दुमका रेलवे स्टेशन में यात्री अब लिफ्ट की सुविधा का इस्तेमाल कर सकते है। प्लेटफॉर्म तक पहुँच को आसान बनाने के लिए लिफ्ट सुविधा की मंगलवार को शुरुआत की गयी। दुमका के साथ ही चितरंजन रेलवे स्टेशन में भी लिफ्ट सुविधा को चालू किया गया। दोनों रेलवे स्टेशन पर 13 यात्रियों की क्षमता वाली लिफ्ट लगायी गई है। आसनसोल मंडल ने चित्तरंजन और दुमका रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म तक पहुंच को आसान और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए दो नई यात्री लिफ्ट शुरू की हैं। ये लिफ्ट अब सार्वजनिक उपयोग के लिए चालू हैं और विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों, महिलाओं और सामान ले जाने वाले यात्रियों को लाभ पहुँचाएँगी। चितरंजन रेलवे स्टेशन पर प्लेटफ़ॉर्म 2 और 3 के बीच 13 यात्रियों की क्षमता वाली एक लिफ्ट बनाई गई है। उक्त नई सुविधा यात्रियों के लिए निर्बाध और सुरक्षित वर्टिकल आवाजाही प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे सीढ़ियों या रैंप पर निर्भरता कम होगी, खासकर पीक ऑवर्स या खराब मौसम के दौरान यात्रियों के लिए यह काफी फायदेमंद साबित होगा। दुमका रेलवे स्टेशन पर भी प्लेटफॉर्म 2 और 3 पर 13 यात्रियों की क्षमता वाली लिफ्ट लगी हुई है। चूंकि दुमका एक प्रमुख टर्मिनल स्टेशन है, इसलिए इस अतिरिक्त सुविधा से बड़ी संख्या में दैनिक यात्रियों और लंबी दूरी तक यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए पहुंच और आराम में सुधार करने में मदद मिलेगी। जानकारी के मुताबिक दोनों लिफ्टों में स्वचालित बचाव उपकरण, आपातकालीन स्टॉप बटन, वॉयस इंस्ट्रक्शन, हैंडरेल और उचित प्रकाश व्यवस्था जैसी सुरक्षा सुविधाएँ हैं। सुचारू संचालन और निर्बाध सेवा सुनिश्चित करने के लिए इनका नियमित रखरखाव किया जाता है। ये लिफ्ट पूरे मंडल में यात्री सुविधाओं के चल रहे सुधार का हिस्सा हैं। यात्रियों को चित्तरंजन और दुमका स्टेशनों के माध्यम से सुरक्षित, आसान और अधिक आरामदायक यात्रा के लिए इन नई सुविधाओं का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : गांदो कल्याण अस्पताल में नशा मुक्ति अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन, नशा मुक्त समाज का लिया गया संकल्प
दुमका : गांदो कल्याण अस्पताल में अस्पताल प्रबंधक एवं चिकित्सकों द्वारा नशा मुक्ति अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर पारामेडिकल स्टाफ एवं अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान नशा मुक्त राज्य एवं समाज बनाने का संकल्प लिया गया। मौके पर मौजूद सभी कर्मचारी एवं चिकित्सा पदाधिकारियो ने नशा मुक्ति की शुरुआत खुद से करने का संकल्प भी लिया। बता दें कि झारखंड सरकार द्वारा राज्य में नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : हूल दिवस पर भोगनाडीह में हुई हिंसक झड़प पर सवाल! मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने गहरी साजिश की जतायी आशंका, निशाने पर बीजेपी
दुमका : झारखण्ड के साहेबगंज जिले के बरहेट स्थित भोगनाडीह में हूल दिवस पर सोमवार को स्थानीय आदिवासियों एवं प्रशासन के बीच हुई हिंसक झड़प पर मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी की भूमिका पर सवाल उठाया है। मामले में सूबे की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मुझे अभी पूरे मामले की जानकारी नहीं है लेकिन कहीं ना कहीं यह घटना उकसाने वाली है। दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि एक हफ्ते पहले बीजेपी के पूरे नेता अचानक ही संथाल परगना घूमने लगे तो कोई कांस्पिरेसी ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर कहा कि मुझे घटना की फिलहाल पूरी जानकारी नहीं है लेकिन जिस तरह की बातें आ रही है, इसमें कोई दो मत नहीं कि यह उकसाने वाली घटना हो सकती है। संथाल परगना के लिए यह आस्था की बात है, हूल दिवस किस तरह से मनाते रहे है, यह सबको पता है और वहाँ पर कोई किसी तरह का विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहा होगा तो उससे किसको फायदा होनेवाला है यह हम सबको पता है। ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह एक मामले में सोमवार को दुमका व्यवहार न्यायालय स्थित एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट में पेश होने पहुंची थी। बता दे कि सोमवार को संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू की जन्मस्थली में भोगनाडीह में हूल क्रांति दिवस मनाया जा रहा है। करीब 166 साल पहले 30 जून 1855 को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ और अपनी हक़ व अस्मिता के लिए सिदो कान्हू चाँद भैरव के नेतृत्व में हजारों आदिवासियों ने भोगनाडीह से संघर्ष का बिगुल फूंका था। हूल दिवस पर यहाँ प्रति वर्ष सरकारी कार्यक्रम के अलावा आज सिदो कान्हू के छठे वंशज का दावा करनेवाले मंडल मुर्मू के नेतृत्व में हूल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन होना था लेकिन किसी विषय पर मंडल मुर्मू के समर्थकों एवं प्रशासन के बीच विवाद बढ़ता गया और बाद में हिंसक झड़प का रूप ले लिया। परंपरागत हथियारों से लैस समर्थकों पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़ना पड़ा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : हेमंत सरकार के खिलाफ 24 जून को भाजपा का प्रदर्शन, विपक्ष के झूठे प्रचार का जवाब देगी पार्टी - बाबूलाल मरांडी

दुमका : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा का संगठन ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है और हर कार्यकर्ता को जनसेवा के संकल्प के साथ समर्पित भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने और विपक्ष के झूठे प्रचार का तथ्यात्मक जवाब देने का भी आह्वान किया। बाबूलाल मरांडी रविवार को अग्रसेन भवन में आयोजित पार्टी के दुमका जिला इकाई की संगठनात्मक बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में श्री मरांडी के अलावा पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद, पूर्व सांसद सुनील सोरेन एवं दुमका जिला चुनाव अधिकारी प्रकाश सेठ भी मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने की। प्रदेश अध्यक्ष श्री मरांडी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों, सदस्यता अभियान, बूथ सशक्तिकरण एवं जनसंपर्क को लेकर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन दिया। उन्होंने संगठन विस्तार की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी जरुरी दिशा-निर्देश भी दिया। बैठक में 24 जून को पार्टी द्वारा जिले के सभी प्रखंड मुख्यालय में होनेवाले आक्रोश प्रदर्शन को सफल बनाने पर जोर दिया गया ताकि राज्य सरकार की विफलताओं के खिलाफ जनभावनाओं को मुखर किया जा सके। साथ ही 30 जून को वीर शहीद सिदो-कान्हू की जयंती को जिले भर में धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया जिसमें पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय जनता भाग लेंगे। बैठक में प्रदेश मंत्री रविकांत मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य परितोष सोरेन, सुरेश मुर्मू, अंजुला मुर्मू, अमिता रक्षित, शर्मिला सोरेन, अमरेंद्र सिंह, महामंत्री मनोज पांडे, पवन केसरी, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद सिंह बिट्टू, बबलू मंडल, पिंटू साह, नवल किस्कू, मार्शल ऋषिराज टुडू, विवेकानंद राय, जिला मंत्री कालेश्वर लायक, जीतलाल राय, सोनी हेंब्रम, पिंटू अग्रवाल, गोपीनाथ दत्ता, सुजीत यदुवंशी, दीप्तांशु कोचगवे, रूपेश मंडल, ममता साह, श्रीधर दास, फारुख अनवर, रमेश मुर्मू, मृणाल मिश्रा, ओम केसरी, रुद्रनाथ गोराई, सहदेव मरांडी, गणपति पाल, दीपक स्वर्णकार, नरेश चंद्र मंडल, नवल किशोर मांझी, राजू दर्बे, अनूप कुमार, मुरलीधर मंडल, नकुल साह, टिंकू गण, गायत्री जायसवाल, प्रवीण सिंह सहित जिला एवं मंडल पदाधिकारी, सभी मोर्चों के अध्यक्ष, महामंत्री, मंडल अध्यक्ष, पूर्व प्रत्याशी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित थे। (दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)