जिला स्तरीय उर्वरक अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न


गोंडा। 08 जुलाई 2025। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक अनुश्रवण समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जनपद में उर्वरकों की उपलब्धता, भंडारण, वितरण एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।

जिलाधिकारी ने कहा कि कृषकों को समय पर एवं उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उर्वरक वितरण की प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी होनी चाहिए और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही अथवा कालाबाज़ारी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बैठक में जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जनपद में यूरिया, डीएपी, एनपीके सहित अन्य उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है। साथ ही सभी अधिकृत विक्रेताओं को समय पर उर्वरक आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि उर्वरक दुकानों की नियमित जांच की जा रही है और कहीं भी अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

जिलाधिकारी शर्मा ने खाद विक्रेताओं को चेतावनी दी कि वे निर्धारित मूल्य पर ही खाद विक्रय करें। ओवररेटिंग, भंडारण में अनियमितता अथवा फर्जी बिलिंग की शिकायत मिलने पर तत्काल लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे किसी भी प्रकार की शिकायत सीधे जिला प्रशासन को दें ताकि समय पर कार्यवाही की जा सके।

बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी संबंधित अधिकारी उर्वरक वितरण की नियमित मॉनिटरिंग करें तथा किसानों को सही जानकारी उपलब्ध कराने हेतु जागरूकता अभियान चलाएं।

बैठक में उप निदेशक कृषि, जिला पूर्ति अधिकारी, कृषि रक्षा अधिकारी, सहायक निबंधक सहकारी समितियाँ सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण एवं उर्वरक वितरक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

हर मरीज को गुणवत्तापूर्ण और निःशुल्क इलाज सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक

गोंडा। 8 जुलाई 2025। उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को देवीपाटन मंडल में संचालित चिकित्सा शिक्षा संस्थानों, चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेजों की गहन एवं बिंदुवार समीक्षा की। स्वास्थ्य सेवाओं की व्यापक प्रगति और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्यल से की गई इस समीक्षा में उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट रूप से रेखांकित की । उन्होंने कहा, “हर नागरिक को सुलभ, समुचित और निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है, और सरकार इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।”

उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक जनपद गोंडा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मनकापुर का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से सीधे संवाद किया और सीएचसी में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं, दवाओं की उपलब्धता, सफाई व्यवस्था, चिकित्सकों की उपस्थिति सहित अन्य व्यवस्थाओं का गहनता से निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत उपमुख्यमंत्री ने मण्डलीय स्वास्थ्य समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें देवीपाटन मण्डल के सभी चार जनपदों - गोंडा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक में क्षेत्रीय विधायक रमापति शास्त्री, जिलाधिकारी गोंडा नेहा शर्मा, सीएमओ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

निशुल्क सेवाएं, दवाओं की निर्बाध आपूर्ति और इलाज में पारदर्शिता प्राथमिकता बैठक के दौरान पाठक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य के किसी भी सरकारी अस्पताल में दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए और सभी मरीजों को निःशुल्क उपचार एवं औषधियां उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि अस्पतालों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और संवेदनशीलता बनी रहे।

व्यवस्थागत अनुशासन और स्वच्छता पर विशेष बल:

निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को चिन्हित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में दिनवार चादरों के रंग तय कर उनके कठोर अनुपालन तथा स्वच्छता मानकों को उच्चतम प्राथमिकता देने को कहा। यह सुनिश्चित किया गया कि हर अस्पताल स्वच्छ, व्यवस्थित और मरीजों के अनुकूल वातावरण प्रदान करे।

आपात चिकित्सा प्रबंधन की स्थिति संतोषजनक:

पाठक ने जानकारी दी कि कुत्ते, बंदर एवं सांप के काटने जैसे आपात मामलों के इलाज हेतु सभी आवश्यक एंटी रेबीज एवं विषनाशक इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि इस प्रकार के मामलों में उपचार में कोई विलंब न हो और पीड़ित को त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाए।

चिकित्सकों की नियुक्ति और स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति:

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सामान्य चिकित्सकों के रिक्त पदों को जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में मंडलीय स्तर पर आयोजित बैठकों द्वारा भर लिया गया है। वहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों के रिक्त पदों हेतु शासन को संस्तुतियाँ भेजी गई हैं, जिनमें से कुछ की नियुक्ति भी की जा चुकी है। यह प्रक्रिया स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता और सुदृढ़ता सुनिश्चित करने की दिशा में अहम कदम है।

देवीपाटन मंडल – उत्तर प्रदेश का चिकित्सा सेवा मॉडल बनने की दिशा में अग्रसर:

पाठक ने देवीपाटन मंडल को चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में राज्य का आदर्श मंडल बनाने की संकल्पबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “देवीपाटन मंडल शासन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदेश में सर्वोत्तम बनाने हेतु हम पूरी निष्ठा और सक्रियता से कार्य कर रहे हैं।

पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता:

एक निजी अस्पताल में प्रसूता की मृत्यु के मामले पर उपमुख्यमंत्री ने पारदर्शी प्रक्रिया अपनाते हुए स्पष्ट किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्राप्ति के उपरांत नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

राजनीति के भीष्म पितामह थे राजा आनन्द सिंह: रामभजन चौबे

गोण्डा। जनपद के वयोवृद्ध नेता व अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री रहे पूर्व सांसद 87 वर्षीय कुंअर आनन्द सिंह के आकस्मिक निधन पर तरबगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व सपा प्रत्याशी रामभजन चौबे ने दिवंगत नेता को बेलसर स्थित पार्टी के शिविर कार्यालय में भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उन्होने दिवंगत नेता को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि

आजादी के बाद गोण्डा जिले की राजनीति में कुशल नेतृत्व देने वाले और प्रदेश में यूपी टाइगर के रूप में प्रसिद्ध राजा आनन्द सिंह का आकस्मिक निधन राजनीति की अपूरणीय क्षति है। आदर्श व सैद्धांतिक राजनीति व आम जनता से मृदुल व्यवहार करने वाले आनन्द सिंह सच्चे अर्थो में राजनीति के भीष्म पितामह थे।

4 जनवरी 1939 को मनकापुर राजघराने में जन्में कुंअर आनन्द सिंह अपने पिता राजा रघुराज प्रताप सिंह के निधन के बाद कृषि मंत्री रहे। 1971 में सांसद बने और 1980, 84 व 89 में इंदिरा कांग्रेस के सांसद रहे। 1996 में सपा में शामिल होकर 2012 में गौरा के विधायक निर्वाचित होकर अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री बने। उनके निधन से राजनीति की अपूरणीय क्षति है।

श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनोज कुमार चौबे आनन्द स्वरूप यादव पूर्व जिलाध्यक्ष, प्रमोद चौबे, रिंटू सिंह, दिलीप पाण्डेय, धर्मेंद्र तिवारी आदि

शामिल रहे।

केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के पिता आनंद सिंह का निधन, मुख्यमंत्री योगी ने जताया शोक


गोंडा। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के पिता एवं पूर्व मंत्री आनंद सिंह का रविवार देर रात को लखनऊ में निधन हो गया। अंतिम यात्रा आज (7 जुलाई) दोपहर 3 बजे निवास मनकापुर कोट, गोंडा में संपन्न होगी। इसकी सूचना केंद्रीय राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर दी है।

उन्होंने लिखा, ''आप सभी को अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि आज रात पिताश्री सभी के अभिभावक (आनंद सिंह) पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश एवं पूर्व सांसद का देहावसान हो गया है। पिता का देवलोकगमन मेरे जीवन की अपूरणीय क्षति है। पिताश्री की अंतिम यात्रा आज दोपहर 3 बजे मेरे निवास मनकापुर कोट, गोंडा में संपन्न होगी।''

आनंद सिंह उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में कृषि मंत्री रहे। इसके पहले वह कांग्रेस पार्टी में रहे और गोंडा संसदीय क्षेत्र से चार बार सांसद रहे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा कि केंद्रीय राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के पिता एवं पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद आनंद सिंह का निधन अत्यंत दु:खद है। विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि यूपी सरकार के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद गोंडा निवासी राजा आनंद सिंह का निधन, अत्यंत दु:खद! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं।

शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम

नवाबगंज (गोंडा) सड़क दुघर्टना में मृतक का शव शनिवार की अपराह्न घर पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया।मृतक के घर लोगों की भीड़ जुटी रही।मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बोलोरो चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

थाना क्षेत्र के अशोक पुर गांव निवासी बृजकिशोर उम्र करीब 32 वर्ष शुक्रवार की रात्रि में करीब 7.30 बजे वजीरगंज से मोटरसाइकिल से अपने घर की तरफ आ रहा था कि गोंडा - नवाबगंज मार्ग पर परसापुर गांव के पास पीछे से आ रही तेज रफ्तार बोलोरो ने मोटरसाइकिल में टक्कर मार दिया जिससे बृजकिशोर बाइक समेत सड़क पर गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची डायल 112 ने उसे सीएचसी पर पहुंचाया जहां पर डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।शनिवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचते ही परिवार मे कोहराम मच गया।मृतक की पत्नी आरती देवी बेहोश होकर गिर पड़ी। मृतक शादी विवाह में लाइट का काम करता था।उसकी आठ साल पहले शादी हुई थी।मृतक के दो बेटे हैं।बड़ा लड़का विराट 7 वर्ष दूसरा विराज 5 वर्ष का है।मृतक के पिता राम बहादुर ने बताया कि उसके तीन बेटों में बृजकिशोर सबसे बड़ा था। पत्नी तथा बच्चों सहित पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।

थाना अध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर बोलेरो और उसके अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कारवाई की जा रही है।

गोण्डा को मिला ‘नगर वन’ का तोहफ़ा, सांसद राजा भैया की पहल रंग लाई

गोण्डा। 5 जुलाई 2025

पर्यावरण संरक्षण और हरित क्षेत्र के विस्तार की दिशा में गोण्डा जिले के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 'नगर वन योजना' के अंतर्गत गोण्डा जिले में "कल्याणपुर वन ब्लॉक" (नवाबगंज) में नगर वन विकसित करने हेतु ₹110.84 लाख की प्रथम किस्त जारी कर दी है। यह योजना सांसद कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया के विशेष प्रयासों से साकार हो रही है।

158.35 लाख के कुल प्रोजेक्ट को मिली केंद्रीय मंजूरी

राष्ट्रीय प्रतिपूरक वनरोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (CAMPA) द्वारा स्वीकृत योजना के तहत कुल ₹158.35 लाख की लागत से नगर वन तैयार किया जाएगा। परियोजना का कुल क्षेत्रफल 40.72 हेक्टेयर होगा। प्रथम किस्त के रूप में कुल राशि की 70% यानी ₹110.84 लाख की धनराशि उत्तर प्रदेश राज्य वन विकास एजेंसी को जारी कर दी गई है।सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने इस प्रोजेक्ट को केवल क्षेत्रीय मांग के रूप में नहीं बल्कि पर्यावरणीय और सामाजिक आवश्यकता के रूप में दिल्ली में कई स्तरों पर प्रभावी पैरवी करते हुए CAMPA के समक्ष प्रस्तुत किया। उनका मानना है कि “हर जिले को एक शहरी वन मिलना चाहिए ताकि नागरिकों को स्वच्छ वायु, हरियाली और जैव विविधता के संरक्षण का एक जीवंत उदाहरण मिले।”

कल्याणपुर वन ब्लॉक में होंगे जन सहभागिता आधारित विकास कार्य

परियोजना में वृक्षारोपण, ट्रैकिंग ट्रेल, मेडिटेशन जोन, ओपन जिम, योग स्थल, बटरफ्लाई पार्क, एवं बच्चों के लिए नेचर जोन जैसे अनेक घटकों को शामिल किया जाएगा। यह वन न केवल जैव विविधता को बढ़ावा देगा बल्कि पर्यावरण शिक्षा, पारिवारिक भ्रमण एवं रोजगार सृजन का भी केंद्र बनेगा।

परियोजना की वित्तीय शर्तों के साथ पारदर्शिता अनिवार्य

परियोजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता को दो किश्तों में जारी किया जाएगा। पहली किस्त के 60% के उपयोग के बाद ही दूसरी किश्त जारी होगी। हर खर्च की ऑडिट रिपोर्ट, उपभोग प्रमाण पत्र, सैटेलाइट फोटो और जीआईएस कोऑर्डिनेट्स सहित विवरण ई-ग्रीन वॉच पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।

स्थानीय रोजगार और ST/SC वर्ग को प्राथमिकता

इस योजना में श्रमिकों की भर्ती और निर्माण कार्यों में अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लोगों को प्राथमिकता देने के निर्देश हैं। साथ ही योजना से जुड़ी सभी खरीद और भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से होंगे, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी।

पर्यावरणीय स्वच्छता की दिशा में बड़ा कदम

इस परियोजना से गोण्डा न सिर्फ हरा-भरा बनेगा, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने और भावी पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण तैयार करने की दिशा में एक मजबूत कदम भी होगा।

संदिग्ध परिस्थितियों मे रेलवे ट्रैक के बगल पेड़ से लटकती मिली अज्ञात युवक की लाश

नवाबगंज (गोंडा)। थाना क्षेत्र के किशुनदास पुर गांव में नवाबगंज-मनकापुर रेलवे ट्रैक के बगल एक पेड़ से एक अज्ञात युवक का शव लटकता मिला है। सूचना पर पंहुची पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी है।शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे किशुनदास पुर रेलवे क्रासिंग नवाबगंज की ओर रेलवे ट्रैक पर बने पुल के बगल घनी झाडियो में बबूल के पेड़ से एक अज्ञात युवक का शव लटकता स्थानीय लोगों ने देखा। शव से तेज दुर्गंध आ रही थी। स्थानीय लोगों और रेलवे के मेमो की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचायतनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही थी। वहीं सूचना पर घटना स्थल पर पंहुची फोरेंसिक टीम जांच-पड़ताल में जुटी थी।

थाना अध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया ये आत्महत्या का मामला लग रहा है। शव करीब एक हफ्ते से अधिक पुराना है।मृतक युवक की उम्र करीब 32 वर्ष है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

डीएम व एसपी ने तहसील गोण्डा सदर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की सुनी समस्याए

गोण्डा। 05 जुलाई, 2025

शासन की मंशानुरूप जनसामान्य की शिकायतों एवं समस्याओं का एक ही स्थल पर निस्तारण कराने के उद्देश्य से आज जनपद के समस्त तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें तहसील गोण्डा सदर में जिलाधिकारी ने आये हुये फरियादियों की समस्याओं को सुना तथा शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को प्रेषित किया गया।

जनसुनवाई के दौरान तहसील गोण्डा सदर में कुल 112 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये जिसमें 07 प्रार्थना पत्रों का मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया है शेष को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत प्रकरण का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करते हुये आख्या तहसील में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि समाधान दिवस में प्राप्त होने वाले शिकायतों के निस्तारण हेतु टीम गठित किया जाय, तथा टीम के द्वारा शिकायत का मौके पर स्थलीय जांचकर गुणवत्ता के साथ निस्तारण करना सुनिश्चित किया जाय।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमण के मामले में संयुक्त रूप से राजस्व एवं पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जाकर निस्तारित कराना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि तालाब जमीन की पैमाइश, अवैध कब्जा, चकरोड, नाली, अवैध अतिक्रमण आदि को पुलिस फोर्स के साथ हटवाने का कार्य करें। शिकायतकर्ताओं को मौके पर बुलाएं। उसके आने पर लिखित रूप से उल्लेख करें और निस्तारण के प्रकरण का फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी भी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण मौके पर जाकर पूरी गुणवत्ता के साथ करें अन्यथा संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

संपूर्ण समाधान दिवस के अंत में जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित सभी संबंधित विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण करना सुनिश्चित करें।

संपूर्ण समाधान दिवस के उपरांत जिलाधिकारी ने तहसील सभागार में ही मोहर्रम को सकुशल एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराए जाने के लिए जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी लोग अपने-अपने ड्यूटी स्थान पर समय से पहुंचकर मोहर्रम पर विशेष ध्यान देते हुए सकुशल संपन्न करायें।

बैठक के दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये है कि मोहर्रम के समय जनपद में कहीं किसी प्रकार की कोई समस्या की संभावना होती है तो तुरंत जिलाधिकारी कार्यालय एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सूचना दें ताकि किसी प्रकार की कोई बात होती है तो उसे तत्काल पुरी सक्रियता के साथ निपटाया जा सके।

इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी पंकज कुमार शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम राय, उपजिलाधिकारी गोंडा सदर अशोक कुमार गुप्ता, अपर उपजिलाधिकारी तृतीय सत्यपाल सिंह, तहसीलदार सदर गोंडा मनीष कुमार, जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्रशेखर, जिला प्रोवेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी, खंड विकास अधिकारी झंझरी, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई विभाग के अधिकारीगण सहित अन्य सभी जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

पुलिस अधीक्षक गोण्डा ने मोहर्रम त्योहार के दृष्टिगत थाना कर्नलगंज क्षेत्रान्तर्गत जुलूस मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का लिया ज

गोण्डा। आज 05.07.2025 को पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल द्वारा मोहर्रम त्योहार के दृष्टिगत थाना कर्नलगंज क्षेत्रान्तर्गत मोहर्रम त्योहार को शान्तिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराए जाने हेतु मोहर्रम जुलूस मार्गों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान जुलूस मार्गों की सुरक्षा, साफ-सफाई, यातायात व भीड़ नियंत्रण के व्यापक प्रबंध सुनिश्चित करने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए तथा ताज़ियादारों से संवाद स्थापित कर सभी आयोजकों से अपील की कि पर्व को पारंपरिक, शांतिपूर्ण एवं अनुशासित ढंग से मनाएं।

निरीक्षण के दौरान बताया गया कि समस्त जुलूस मार्गों एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों की निगरानी हेतु सीसीटीवी कैमरे एवं ड्रोन कैमरों की तैनाती करने तथा सम्पूर्ण ताजिया जुलूस की वीडियोग्राफी कराई जाएगी, जिससे किसी भी अप्रिय घटना की वस्तुस्थिति की निगरानी की जायेगी। जुलूस मार्गों पर आवश्यक स्थानों पर अस्थायी बैरिकेडिंग लगाई जाएगी। संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल, पीएसी, होमगार्ड्स की पर्याप्त तैनाती की गयी है।

ताजिया दफन रूट में पड़ने वाले मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों की विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इन स्थानों पर पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती के साथ-साथ स्थानीय प्रबुद्धजनों से समन्वय भी किया गया है । जुलूस में प्रयुक्त साउंड सिस्टम के लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य होगी, ध्वनि की सीमा निर्धारित मानकों के अंतर्गत रखनी होगी । डीजे की ऊंचाई तय मानक से अधिक नहीं होगी तथा अनुमति के बिना उपयोग वर्जित रहेगा, संवेदनशील स्थानों पर लगातार क्यूआरटी भ्रमणशील रहेगी तथा स्थानीय अभिसूचना इकाई व अन्य सूचना तन्त्रो द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है।

सादे वस्त्रों में भी पुलिसकर्मी एवं महिला पुलिस की संयुक्त टीमों को लगाया गया है। मोहर्रम जुलूस के दौरान यातायात व्यवस्था के लिए प्रमुख स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाएगी, किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु अग्निशमन कर्मियों को अलर्ट मोड में रखा गया है। आग लगने की संभावनाओं वाले क्षेत्रों की पहचान कर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। किसी भी प्रकार के भड़काऊ, आपत्तिजनक या सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले पोस्टर, बैनर, स्लोगन आदि का प्रदर्शन या प्रसार पूर्णतः निषिद्ध रहेगा। उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी विधिक कार्रवाई की जाएगी तथा सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के भड़काऊ, आपत्तिजनक अथवा अफवाह फैलाने वाले पोस्ट/मेसेज की निगरानी हेतु सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को सक्रिय किया गया है।

ऐसे कृत्यों में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध आईटी एक्ट व अन्य सुसंगत धाराओं में कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा आमजन से अपील की गयी है कि मोहर्रम के अवसर पर आपसी भाईचारा, सामाजिक सद्भाव एवं शांति बनाए रखें, अफवाहों से दूर रहें तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को दें।

निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय, क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज श्री विनय कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक कर्नलगंज , इंस्पेक्टर LIU व अन्य अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।

योगी सरकार की पहल पर अब गोण्डा में शुरू हुई मनोरमा नदी के पुनर्जीवन की मुहिम

गोण्डा, 4 जुलाई। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार न केवल अधुनातन विकास की राह पर अग्रसर है, बल्कि प्रदेश की प्राचीन सांस्कृतिक पहचान और प्राकृतिक धरोहरों को पुनर्जीवित करने की दिशा में भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसी संकल्प का जीवंत उदाहरण बना है प्रदेश का गोण्डा जनपद, जहां मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशों के तहत जिला प्रशासन द्वारा मनोरमा नदी के पुनर्जीवन की एक ऐतिहासिक और जनभागीदारी आधारित पहल शुरू की गई है। यह महज एक नदी की सफाई नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक चेतना और पर्यावरणीय संतुलन की पुनर्स्थापना का संदेश है, जिसे सरकार ‘जन आंदोलन’ के रूप में आकार दे रही है।

गौरतलब है कि मनोरमा नदी का अस्तित्व बीते वर्षों में लगभग समाप्तप्राय हो गया था। गाद, अतिक्रमण और जलस्रोतों के सूख जाने से इसका जल बहाव बाधित हो गया था। मनोरमा नदी का पुनर्जीवन न केवल जल संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर होगा, बल्कि यह जनपद की सांस्कृतिक और पारिस्थितिक पहचान को फिर से स्थापित करने का माध्यम भी बनेगा।

समग्र पर्यावरणीय और सामाजिक पुनर्जागरण की शुरुआत

जनपद गोण्डा की सांस्कृतिक और भौगोलिक पहचान रही मनोरमा नदी अब एक बार फिर जीवनदायिनी बनने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने नदी के पुनर्जीवन की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत, नदी की सफाई, गाद हटाने, वृक्षारोपण और जनसहभागिता के माध्यम से नदी को फिर से बहाल करने की दिशा में ठोस कार्यवाही की जा रही है।

जिलाधिकारी ने मनोरमा सरोवर से निकलने वाली मनोरमा नदी के पूरे प्रवाह पथ का स्थल निरीक्षण करते हुए संबंधित विभागों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। मनोरमा नदी के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, "मनोरमा नदी केवल जलस्रोत नहीं, हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इसका पुनर्जीवन जनपदवासियों के लिए एक गौरव का विषय होगा।" यह पहल जनपद में एक समग्र पर्यावरणीय और सामाजिक पुनर्जागरण की शुरुआत है।

वृक्षारोपण और जैव विविधता का संरक्षण

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मनोरमा नदी की दोनों तरफ वृक्षारोपण की योजना बनाई जाए, जिससे नदी तट पर हरियाली बढ़े और जैव विविधता को संरक्षण मिले। इसके अंतर्गत पीपल, नीम, पाकड़ जैसे देशी प्रजातियों के पौधों को प्राथमिकता देने की बात कही गई है। वन विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। जिलाधिकारी ने पोकलैंड और जेसीबी मशीनों से नदी की गाद और कचरे की सफाई का कार्य तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गोण्डा-बलरामपुर रोड से लेकर ताड़ी लाल गांव तक नदी के प्रवाह को पूर्ण रूप से साफ किया जाए और जलधारा को पुनः प्रवाहित किया जाए।

विभागीय समन्वय की मिसाल

इस पूरी प्रक्रिया में विभिन्न विभागों के समन्वय से कार्य किया जा रहा है। डीसी मनरेगा को श्रमिकों की व्यवस्था और योजनाबद्ध कार्यान्वयन की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि वन विभाग को वृक्षारोपण की कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। सिंचाई विभाग को नदी की दिशा और संरचना का तकनीकी आंकलन करने का कार्य सौंपा गया है। जिलाधिकारी ने इस पहल को केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि जन आंदोलन के रूप में विकसित करने की बात कही। ग्राम पंचायतों और स्थानीय समाजसेवियों को जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं ताकि लोग इस पुनर्जीवन कार्य को अपने स्वाभिमान और सांस्कृतिक गौरव से जोड़ें।

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मनोरमा नदी: सांस्कृतिक धरोहर की प्रतीक

मनोरमा नदी उत्तर प्रदेश की एक 115 किलोमीटर लंबी पौराणिक नदी है, जो गोण्डा और बस्ती जिलों से होकर बहती है। इसका उद्गम गोण्डा जिले के तिर्रे ताल से होता है और यह बस्ती के परशुरामपुर क्षेत्र से गुजरते हुए महुली के पास कुआनो नदी में मिल जाती है। इस नदी का नाम महर्षि उद्दालक की पुत्री मनोरमा के नाम पर पड़ा और इसका उल्लेख प्राचीन पुराणों में भी मिलता है, जिससे इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व स्थापित होता है। मखौड़ा धाम के निकट बहने वाली इस नदी को पवित्र माना जाता है और इसे अनेक धार्मिक अनुष्ठानों से भी जोड़ा जाता है।