गुरुकृपा संस्थान में सोशल इंटर्नशिप कर रहे एमएमएमयूटी के बीटेक, बी फॉर्मा के छात्रों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान

गोरखपुर। गुरुकृपा संस्थान में सोशल इंटर्नशिप कर रहे मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के बीटेक,बी फॉर्मा के छात्रों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया।

सामाजिक सरोकारों में युवाओं की भूमिका के मद्देनजर संस्थान द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिया जाना उनके व्यक्तित्व और कृतित्व में निखार लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।

इंजीनियरिंग के छात्रों ने बड़े ही उत्साह से मेरा कतरा - कतरा देश के लिए और मेरा खून जीवन और मौत से जूझ रहे किसी भी जरूरतमंद को जीवन देगा यह हमारा सौभाग्य होगा, इसे ईश्वरीय कार्य मानते हुए नर सेवा नारायण सेवा के समर्पित भाव के महासंकल्प द्वारा सोशल इंटर्नशिप 2025 

के अंतर्गत अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।

गोरखपुर चैरिटेबल ब्लड बैंक एवं कॉम्पोनेंट सेंटर के निदेशक अरविंद यादव, डॉ महेंद्र नाथ त्रिपाठी, संतोष कुमार यादव, आंचल गुप्ता, अमृता शर्मा, ओम प्रकाश यादव की पूरी तकनीकी टीम के सदस्यों ने रक्तदान शिविर को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

रक्तदान शिविर का उदघाटन डा एम एन त्रिपाठी एवं गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक बृजेश राम त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।

गोरखपुर चैरिटेबल ब्लड बैंक एवं कॉम्पोनेंट सेंटर के सौजन्य से सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश राम त्रिपाठी एवं गुरुकृपा संस्थान कुशीनगर के प्रभारी अवकाश प्राप्त वायुसेनाकर्मी शंकर शरण दूबे द्वारा संयुक्त रूप से छात्रों को ब्लड डोनर कॉर्ड, मेडल और प्रशस्त पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। 

रक्तदान करने वालों में प्रमुख रूप से कंप्यूटर साइंस के छात्र अमृतेश बख्शी, देव पार्थ, अरुण कुमार शर्मा, विश्वजीत सरोज, सिविल इंजीनियरिंग के छात्र अनूप मद्धेशिया, आदित्य सिंह, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र अविनाश और बीफार्मा के

अजय कुमार गौतम, देवांश कुमार यादव, देवेश पाठक, अतुल कुमार आदि दर्जनों लोगों ने भाग लिया।

गांव में ओपन जिम व बच्चों के खेत मैदान के लिए जमीन चिह्नित करने की फरियाद


खजनी गोरखपुर।ब्लॉक के खुटभार गांव के युवा ग्रामप्रधान ने अपने गांव में ओपन जिम और बच्चों के खेल मैदान के लिए जमीन चिह्नित करने हेतु खजनी के तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह को प्रार्थनापत्र देकर दरख्वास्त की है। ग्रामप्रधान अर्जुन जायसवाल ने बताया कि ब्लॉक के कई गांवों में ओपन जिम और छोटे बच्चों के लिए खेल मैदान बने हुए हैं, किंतु खुटभार गांव में जमीन चिह्नित नहीं हो पाने से अभी तक ओपन जिम तथा खेल मैदान का निर्माण नहीं हो पाया है। बड़े प्रयास के बाद गांव की दलित बस्ती और जमुरा नाले के पास ग्रामसभा की खाली सरकारी जमीन मिली है, किंतु उस जमीन का सीमांकन नहीं हुआ है।

ग्रामप्रधान के प्रार्थनापत्र पर तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह ने राजस्व निरीक्षक तथा लेखपाल को जमीन चिह्नित करने का आदेश दिया है।

रंग ला रही है समन्वित मुहिम, जिला अस्पताल से बिना डोनर दिया गया पचासी फीसदी रक्त

गोरखपुर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू की गई ‘‘नो रिप्लेसमेंट ब्लड’’ मुहिम रंग लाने लगी है। इसके तहत पिछले एक पखवाड़े में जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से पचासी फीसदी ब्लड बिना डोनर के दिया जा सका है। हालात में बदलाव उन रक्तदाताओं के कारण आ रहा है जिनके सहयोग से चौदह जून से उन्तीस जून के बीच 173 यूनिट स्वैच्छिक रक्तदान हुआ है।

इस दिशा में स्वैच्छिक रक्तदाताओं के साथ-साथ कई संस्थाएं व शैक्षणिक संस्थान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसी क्रम में बांसगांव के विधायक डॉ विमलेश पासवान ने अहम योगदान देते हुए पिछले दिनों अपने जन्मदिवस पर खुद रक्तदान किया। इस अवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर में बांसगांव विधायक की प्रेरणा से करीब पचास यूनिट ब्लड, डोनेशन के माध्यम से इकट्ठा हुआ।

जिला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ प्रशांत अस्थाना ने बताया कि प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजय कुमार और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा के दिशा निर्देशन में इस पखवाड़े में कुल छह रक्तदान शिविर लगाए गए। ये शिविर बांसगांव क्षेत्र, फर्टिलाइजर, शैक्षणिक और सामाजिक संस्थानों के सहयोग से लगे। इन शिविरों में लोगों ने स्वेच्छा से आगे आकर रक्तदान किया। इस कार्य में रेडक्रॉस सोसाइटी ने प्रमुखता से मदद की। इस अवधि में इकट्ठा किए गए रक्त में से 108 यूनिट खून बिना किसी डोनर के जरूरतमंद मरीजों को दिया जा सका, जबकि 18 यूनिट ब्लड डोनर के साथ दिया गया है।ब्लड डोनेशन की यह मुहिम और भी मजबूत होने के बाद शत प्रतिशत ‘‘नो रिप्लेसमेंट ब्लड’’ दिया जा सकेगा।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि मुहिम को सफल बनाने के लिए प्रचार प्रसार के साथ प्रोत्साहन की रणनीति पर भी काम किया जा रहा है। बीते दिनों एक सार्वजनिक समारोह का आयोजन कर स्वैच्छिक रक्तदाताओं को सम्मानित किया गया। इसका असर भी सामने आने लगा है। कई लोग प्रेरित होकर रक्तदान के लिए खुद आगे आ रहे हैं। शिक्षा विभाग की मदद से स्कूल कॉलेज के जरिये रक्तदान बढ़ाने का सतत प्रयास जारी है। जो लोग रक्तदान का फायदा समझ रहे हैं वह खुद ब्लड देने के लिए सामने आ रहे हैं।

स्वेच्छा से पहुंचे दंपति, किया रक्तदान

गोरखपुर के छपिया के रहने वाले कृष्ण चंद्र मौर्य ने पत्नी के साथ जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंच कर रक्तदान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि वह पहले से रक्तदान करना चाहते थे लेकिन पूरी जानकारी नहीं थी। उनके एक मित्र के जरिये उन्हें पता चला कि जिला अस्पताल में रक्तदान करना व्यापक जनहित में होगा। उन्हें यह भी जानकारी हुई कि रक्तदान स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद है। जिला अस्पताल में डॉ प्रशांत अस्थाना के परामर्श ने उनका आत्मविश्वास और बढ़ाया। इस तरह उन्होंने स्वेच्छा से रक्तदान दिया। शीघ्र ही उनकी पत्नी भी रक्तदान करेंगी।

*बांसगांव थाने के हरिहरपुर गांव के दो घरों में 45 लाख की चोरी*

खजनी गोरखपुर।।बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी क्षेत्र के हरिहरपुर गांव में बीती रात चोरों ने दो घरों में चोरी की बड़ी घटना को अंजाम दिया। विवेक पाल पुत्र जितेन्द्र बहादुर पाल तथा रामनारायण पाल के घर में खिड़की जंगले का ग्रिल तोड़ कर घुसे अज्ञात चोरों ने लाखों रूपए के कीमत जेवर और नकद रूपए चुरा ले गए। पीड़ितों को सबेरे घटना की जानकारी हुई।।

थाने में दी गई तहरीर में पीड़ित जितेंद्र बहादुर पाल ने बताया कि बीती रात करीब एक बजे के बाद अज्ञात चोरों ने घर घुस कर 35 लाख रूपए से अधिक मूल्य के सोने चांदी और हीरे के कीमती गहने और 4.25 लाख रूपए नगद चुरा ले गए।

वहीं रामनारायण पाल के घर से सोने के 9 अंगूठियां 2 चैन तथा मंगलसूत्र चुरा ले गए।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और फाॅरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। चौकी इंचार्ज हरनहीं नितिन मिश्रा थानाध्यक्ष बांसगांव इंस्पेक्टर प्रेम पाल सिंह क्षेत्राधिकारी दरवेश कुमार ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है।

*समयानुकूल शिक्षा और चिकित्सा का रोल मॉडल बन रहा एमजीयूजी*

गोरखपुर, 29 जून। अपने संस्थापक और कुलाधिपति, गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) समयानुकूल, भविष्योन्मुखी शिक्षा और सेवाभाव वाली सर्वसुलभ चिकित्सा का रोल मॉडल बन रहा है। यहां के रोजगारपरक पाठ्यक्रमों ने कम समय में ही इसे सबसे जल्द प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करने वाला उच्च शिक्षण संस्थान बना दिया है तो एलोपैथ और आयुर्वेद पद्धति से उत्कृष्ट और रियायती चिकित्सा के लिए भी यह ख्यातिलब्ध हो चुका है। विश्वविद्यालय में अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का भी सतत विस्तार हो रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार (एक जुलाई) को एमजीयूजी के परिसर में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के हाथों अकादमिक भवन, हाईटेक ऑडिटोरियम, विश्व स्तरीय पंचकर्म केंद्र का लोकार्पण तथा एक हजार की क्षमता वाले गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास होने जा रहा है। राष्ट्रपति के कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए यहां तैयारी को अंतिम रूप दिया जा चुका है।

आरोग्यधाम, सोनबरसा (बालापार रोड) में स्थित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर, पूर्वी उत्तर प्रदेश में आजादी के पहले से राष्ट्रीयतापूर्ण शैक्षिक पुनर्जागरण करने वाले महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद का प्रकल्प है। यह शिक्षा परिषद गोरक्षपीठ के अधीन संचालित है और वर्तमान गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की नींव ही महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और इस परिषद को विस्तारित करने वाले ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के विचारों पर रखी है। प्राकृतिक झील चिलुआताल के किनारे सुरम्य वातावरण में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का लोकार्पण 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। लोकार्पण के बाद इस विश्वविद्यालय ने उच्च और रोजगारपरक शिक्षा और आयुर्वेद तथा मॉडर्न मेडिसिन के जरिये चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति की है।

शिक्षा के क्षेत्र में नित नई उपलब्धियां

एमजीयूजी के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह बताते हैं कि इस विश्वविद्यालय में बीएएमएस, एमबीबीएस जैसे महत्वपूर्ण पाठ्यक्रमों के अलावा नर्सिंग, फार्मेसी, पैरामेडिकल, एलायड हेल्थ साइंस, एग्रीकल्चर, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन आदि क्षेत्र में स्नातक, डिप्लोमा, परास्नातक के अनेक पाठ्यक्रम संचालित हैं। यहां के सभी कोर्स रोजगारपरक हैं और उन्हें भविष्य की आवश्यकताओं, ग्लोबल डिमांड के अनुरूप तैयार किया गया है। एलायड हेल्थ मेबमेडिकल बायो केमिस्ट्री, माइक्रो बायोलॉजी जैसे वैश्विक मांग वाले कोर्स के साथ इस सत्र से फोरेंसिक साइंस का भी कोर्स शुरू हो गया है।

चिकित्सा के क्षेत्र में एमजीयूजी के बढ़ते कदम

इस विश्वविद्यालय के लोकार्पण के साथ ही परिसर में आयुर्वेद कॉलेज से संबद्ध आयुर्वेद चिकित्सालय की सेवा लोगों को मिलने लगी थी। यहां पंचकर्म चिकित्सा की भी महत्वपूर्ण और उत्कृष्ट सुविधा है जिस पर दक्षिण भारत का एकाधिकार मान लिया गया था। कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के अनुसार आयुर्वेद कॉलेज के अलावा गत शैक्षिक सत्र में मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू होते ही मॉडर्न मेडिसिन से भी उच्च स्तरीय इलाज शुरू हो चुका है। यहां सुयोग्य डॉक्टरों की फौज है। साथ ही देश के ख्यातिलब्ध विशेषज्ञ डॉक्टर भी यहां परामर्श देने आते हैं। मेदांता और एम्स के डॉक्टरों से ई-आईसीयू की सेवा मिलती है। एमजीयूजी के मेडिकल कॉलेज को भविष्य में 1800 बेड के हॉस्पिटल से अपग्रेड करने की कार्ययोजना पर भी तेजी से काम हो रहा है।

*आयुष विवि से संभव हुआ आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक कॉलेजों का एकीकृत नियमन*

गोरखपुर, 29 जून। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना होने से प्रदेश में आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी कॉलेजों का एकीकृत नियमन संभव हो सका है। इस विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने से पहले आयुष के कॉलेजों के नियमन अलग अलग विधाओं की संस्थाओं द्वारा किया जाता था। राज्य के इस पहले आयुष विश्वविद्यालय की नींव चार साल पहले रखी गई थी और अब एक जुलाई को इसका विधिवत लोकार्पण राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के हाथों होने जा रहा है। खास बात यह है कि इसकी नींव भी राष्ट्रपति के हाथों रखी गई थी और लोकार्पण भी राष्ट्रपति के ही कर कमलों से होने जा रहा है।

केंद्र सरकार द्वारा प्राचीन एव परम्परागत चिकित्सा में यथा आयुर्वेद, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथ आदि सभी विधाओं को आयुष के रूप में एकीकृत किए जाने के बाद राज्य में इसकी चिकित्सा शिक्षा के समन्वय और एकीकरण दृष्टिगत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में पहले आयुष विश्वविद्यालय की परिकल्पना को धरातल पर उतारा है। महायोगी गुरु गोरखनाथ के नाम पर यह विश्वविद्यालय गोरखपुर मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर भटहट के पिपरी में 52 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया गया है। इसका शिलान्यास सीएम योगी के आमंत्रण पर तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 28 अगस्त 2021 को किया था।

आयुष विश्वविद्यालय के अंतर्गत आयुष की सभी विधाएं (आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथ, योग एवं नेचुरोपैथी, सिद्धा तथा सोया-रिग्वा) समाहित है। फिलहाल आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथ की शिक्षा और चिकित्सा से जुड़ी गतिविधियों को आगे बढ़ाया जा रहा है। आगामी दिनों में योग, प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्धा और सोया-रिग्वा की शिक्षा और चिकित्सा से जुड़ी कार्ययोजना तैयार हो जाएगी। आयुष विश्वविद्यालय के संचालित न होने की दशा में आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथ विधाओं का नियमन इनसे संबंधित अलग अलग संस्थाओं द्वारा किया जा रहा था। अब इनका नियमन केंद्रित व्यवस्था में हो रहा है। वर्तमान में आयुष विश्वविद्यालय से 76 आयुर्वेद, 10 यूनानी और 12 होम्योपैथी सहित कुल 98 आयुष कॉलेज संबद्ध हैं। शैक्षिक सत्र 2021-22 से इस विश्वविद्यालय द्वारा आयुर्वेद विधा के अंतर्गत बीएएमएस, एमडी, एमएस, यूनानी विधा के तहत बीयूएमएस, एमडी, एमएस तथा होम्योपैथ विधा के अंतर्गत बीएचएमएस व एमडी की पढ़ाई और परीक्षाओं का नियमन किया जा रहा है।

*राष्ट्रपति की भव्य अगवानी करेगा गोरखपुर : योगी*

लगातार दूसरे दिन आयुष विश्वविद्यालय का भ्रमण-निरीक्षण किया मुख्यमंत्री ने

मंदिर से आयुष विवि तक राष्ट्रपति के रूट का सीएम योगी ने लिया जायजा

गोरखपुर, 28 जून। प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह में शामिल होने आ रहीं राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु की भव्य अगवानी में कोई खामी न रहे, इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरे दिन भटहट के पिपरी स्थित आयुष विश्वविद्यालय का भ्रमण-निरीक्षण किया और सभी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए। आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण करने के बाद राष्ट्रपति सड़क मार्ग से गोरखनाथ मंदिर जाएंगी। लिहाजा मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर से आयुष विश्वविद्यालय तक राष्ट्रपति के रूट का भी जायजा लिया।

30 जून और एक जुलाई को राष्ट्रपति के दो दिवसीय दौरे के कार्यक्रमों को लेकर शुक्रवार दोपहर बाद से शनिवार पूर्वाह्न तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार तैयारियों पर नजर बनाए रखी। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु 30 जून को एम्स गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होंगी। जबकि अगले दिन एक जुलाई को वह भटहट के पिपरी में बने राज्य के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण और सोनबरसा बालापार में महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में अकादमिक भवन, ऑडिटोरियम, पंचकर्म केंद्र का लोकार्पण और गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास करेंगी। आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण करने के बाद राष्ट्रपति गोरखनाथ मंदिर जाएंगी। अब तक दिख रही तैयारियों के अनुसार गोरखपुर में राष्ट्रपति का सभी कार्यक्रम स्थलों पर सड़क मार्ग से जाएंगी।

शुक्रवार को आयुष विश्वविद्यालय और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति के कार्यक्रम की तैयारियों को परखने के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से गोरखनाथ मंदिर से आयुष विश्वविद्यालय तक की यात्रा की। इस यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रपति के रूट का निरीक्षण-परीक्षण करना था। मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर से नकहा ओवरब्रिज, स्पोर्ट्स कॉलेज चौराहा, करीमनगर चौराहा, झुंगिया मोड़, मेडिकल कॉलेज रोड होते हुए आयुष विश्वविद्यालय आए। यहां उन्होंने अधिकारियों के साथ एक बार फिर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने हिदायत दी कि राष्ट्रपति के कार्यक्रम को भव्य बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रहनी चाहिए। आयुष विश्वविद्यालय में निरीक्षण के दौरान कुलपति, कई जनप्रतिनिधि, प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी आदि मौजूद रहे।

भाजपा पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की सीएम ने

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के कार्यक्रमों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह आयुष विश्वविद्यालय जाने से पूर्व गोरखनाथ मंदिर के सभाकक्ष में भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी लोग पूरी जिम्मेदारी से राष्ट्रपति के कार्यक्रम को यादगार बनाने में जुट जाएं। बैठक में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, निवर्तमान अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

*3 साल से राशनकार्ड बनवाने के लिए भटक रहे दिव्यांग ने की एसडीएम से फरियाद*

खजनी ब्लॉक क्षेत्र के बरयाभीर गांव के निवासी दिव्यांगता के शिकार जाहिद अली पुत्र मजीद ने एसडीएम खजनी राजेश प्रताप सिंह को प्रार्थना पत्र देकर अपनी पत्नी नजमा खातून के नाम से अन्त्योदय राशनकार्ड बनाने की मांग की है, अपने प्रार्थनापत्र में जाहिद अली ने बताया कि वह एक भूमिहीन व्यक्ति हैं। पहले माता पिता के साथ राशनकार्ड में उनका नाम था किन्तु शादी के बाद उनका नाम कट चुका है। अपनी पत्नी के नाम से नया राशनकार्ड बनाने के लिए वो आनलाइन आवेदन भी कर चुके हैं। जाहिद अली ने बताया कि वह कक्षा 6 पास हैं तथा परिवार पालने के लिए वह पंजाब में मेहनत मजदूरी का काम करते हैं।

गांव में पत्नी नजमा खातून 7 वर्ष और 5 वर्ष के बच्चों के साथ रहती है।1000₹ दिव्यांग पेंशन भी मिलती है लेकिन कम कमाई के कारण उनका गुज़ारा नहीं हो पा रहा है।

तहसील और खजनी ब्लॉक में राशनकार्ड बनवाने के लिए बीते 3 वर्ष से फरियाद कर रहे हैं लेकिन उनका राशनकार्ड नहीं बना है।

प्रकरण की जानकारी मिलते ही एसडीएम खजनी राजेश प्रताप सिंह ने बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला तथा सप्लाई इंस्पेक्टर जितेन्द्र सिंह को जांच और कार्रवाई का आदेश दिया है।

युवा इंडिया कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का भव्य समापन समारोह

गोरखपुर। यूथ युटिल वेलफेयर एसोसिएशन(युवा इंडिया) संस्था के द्वारा आयोजित कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह एवं पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र वितरण कार्यक्रम सेण्ट एंड्रयूज़ कॉलेज में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ मंगलेश श्रीवास्तव महापौर गोरखपुर एवं विशिष्ट अतिथि प्रो एस डी राजकुमार प्राचार्य सेण्ट एंड्रयूज़ कॉलेज द्वारा सरस्वती माँ की प्रतिमा पर पुसपार्चन एवं दीप प्रज्वलन किया गया।

मुख्य अतिथि के समक्ष विभिन्न कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए जिन्हें सभी से प्रशंसा प्राप्त हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने सभी शिक्षिकाओं को एवं विधाओं के सर्वश्रेष्ठ बच्चों को पुरस्कृत किया एवं उनका उत्साहवर्धन भी किया। मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज के हर तबके के व्यक्तियों विशेष कर बच्चों और महिलाओं को कुछ नवीन गुड या कौशल सीखकर समाज के मुख्य धारा में ना केवल शामिल होना चाहिए वरन समाज के प्रति अपनी भूमिकाओं का सम्यक निर्वाह करना चाहिए। प्रो एस डी राज कुमार ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने उद्बोधन में कहा ऐसी कार्यशालाएं व्यक्तिव निर्माण की दृष्टि से बहुत महत्पूर्ण होती है, इसलिए ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए। विशिष्ट अतिथि नीरज श्रीवास्तव एडीसी नागरिक सुरक्षा गोरखपुर, युवा इंडिया संरक्षक सुरेंद्र कुमार तिवारी एवं राकेश श्रीवास्तव जी द्वारा बालिकाओं एवं महिलाओं को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र वितरण किया गया। कार्यक्रम संयोजक प्रो जितेंद्र कुमार पांडेय ने आगंतुकों का स्वागत किया एवं कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर के बारे में बताया। संस्था अध्यक्ष रत्नेश तिवारी ने कि कहा कि संस्था द्वारा विगत 9 वर्षों से कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जा रहा है और अबतक 2500 से ज़्यादा महिलाओं एवं बालिकाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और जो अपने पैरों पर खड़े होकर आगे बढ़ रही है। मंच संचालन यशी श्रीवास्तव एवं चाँदनी परवीन द्वारा किया गया।कार्यक्रम में सुमन गुप्ता, निखिल दुबे, सुशील प्रसन्ना, राजीव तिवारी, सोभा राय, नितिन कश्यप, खुश्बू कश्यप, नवीन कुमार श्रीवास्तव, मंजु अग्रवाल, साक्षी मिश्रा, जया तिवारी, पुष्पा तिवारी, अलका भारती, राघवेंद्र मणि त्रिपाठी, शिवा शंकर, ऋतिक सिंह, विकाश सिंह, प्रांजल, आदित्य, सिद्धार्थ, अभिषेक सिंह, अभिषेक गौड़ कृति, अथर्व श्रीवास्तव, सुषमा यादव, चाँदनी शर्मा, सपना, विशाल कुमार आदि मुख्य भूमिका में रही।

*छोटे मियां साहब ने इमामबाड़ा स्टेट में लग रहे मेले का किया निरीक्षण*

गोरखपुर। मियां बाजार स्थित इमामबाड़ा स्टेट के सज्जादानशीन अदनान फारूक अली शाह उर्फ मियां साहब के साहबजादे अयान अली शाह ने इमामबाड़ा स्टेट में लगने वाले मेले का निरीक्षण किया । इस दौरान इमामबाड़ा स्टेट के मंजूर आलम खान, इमामबाड़ा मतवालियां कमेटी के जिला अध्यक्ष सैयद इरशाद अहमद महासचिव सोहराब खान समेत उन लोगों के साथ छोटे मियां साहब ने इमामबाड़ा स्टेट का निरीक्षण किया।

इमामबाड़ा स्टेट में मोहर्रम के 10 दिनों तक मेला लगता है तमाम तरह के स्टॉल लगे होते हैं। हलवा पराठा ,बच्चों के खिलौने, झूला समेत दुकान लगी रहती है जिसका आज अयान अली शाह उर्फ छोटे मियां साहब ने निरीक्षण किया। साफ सफाई रखने का सभी को निर्देश दिया है।