दुमका : हूल दिवस पर भोगनाडीह में हुई हिंसक झड़प पर सवाल! मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने गहरी साजिश की जतायी आशंका, निशाने पर बीजेपी
दुमका : झारखण्ड के साहेबगंज जिले के बरहेट स्थित भोगनाडीह में हूल दिवस पर सोमवार को स्थानीय आदिवासियों एवं प्रशासन के बीच हुई हिंसक झड़प पर मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी की भूमिका पर सवाल उठाया है। मामले में सूबे की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मुझे अभी पूरे मामले की जानकारी नहीं है लेकिन कहीं ना कहीं यह घटना उकसाने वाली है। दीपिका पांडेय सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि एक हफ्ते पहले बीजेपी के पूरे नेता अचानक ही संथाल परगना घूमने लगे तो कोई कांस्पिरेसी ना हो, ऐसा हो नहीं सकता। उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर कहा कि मुझे घटना की फिलहाल पूरी जानकारी नहीं है लेकिन जिस तरह की बातें आ रही है, इसमें कोई दो मत नहीं कि यह उकसाने वाली घटना हो सकती है। संथाल परगना के लिए यह आस्था की बात है, हूल दिवस किस तरह से मनाते रहे है, यह सबको पता है और वहाँ पर कोई किसी तरह का विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहा होगा तो उससे किसको फायदा होनेवाला है यह हम सबको पता है। ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह एक मामले में सोमवार को दुमका व्यवहार न्यायालय स्थित एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट में पेश होने पहुंची थी। बता दे कि सोमवार को संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू की जन्मस्थली में भोगनाडीह में हूल क्रांति दिवस मनाया जा रहा है। करीब 166 साल पहले 30 जून 1855 को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ और अपनी हक़ व अस्मिता के लिए सिदो कान्हू चाँद भैरव के नेतृत्व में हजारों आदिवासियों ने भोगनाडीह से संघर्ष का बिगुल फूंका था। हूल दिवस पर यहाँ प्रति वर्ष सरकारी कार्यक्रम के अलावा आज सिदो कान्हू के छठे वंशज का दावा करनेवाले मंडल मुर्मू के नेतृत्व में हूल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन होना था लेकिन किसी विषय पर मंडल मुर्मू के समर्थकों एवं प्रशासन के बीच विवाद बढ़ता गया और बाद में हिंसक झड़प का रूप ले लिया। परंपरागत हथियारों से लैस समर्थकों पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़ना पड़ा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : हेमंत सरकार के खिलाफ 24 जून को भाजपा का प्रदर्शन, विपक्ष के झूठे प्रचार का जवाब देगी पार्टी - बाबूलाल मरांडी

दुमका : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा का संगठन ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है और हर कार्यकर्ता को जनसेवा के संकल्प के साथ समर्पित भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने और विपक्ष के झूठे प्रचार का तथ्यात्मक जवाब देने का भी आह्वान किया। बाबूलाल मरांडी रविवार को अग्रसेन भवन में आयोजित पार्टी के दुमका जिला इकाई की संगठनात्मक बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में श्री मरांडी के अलावा पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद, पूर्व सांसद सुनील सोरेन एवं दुमका जिला चुनाव अधिकारी प्रकाश सेठ भी मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने की। प्रदेश अध्यक्ष श्री मरांडी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों, सदस्यता अभियान, बूथ सशक्तिकरण एवं जनसंपर्क को लेकर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन दिया। उन्होंने संगठन विस्तार की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी जरुरी दिशा-निर्देश भी दिया। बैठक में 24 जून को पार्टी द्वारा जिले के सभी प्रखंड मुख्यालय में होनेवाले आक्रोश प्रदर्शन को सफल बनाने पर जोर दिया गया ताकि राज्य सरकार की विफलताओं के खिलाफ जनभावनाओं को मुखर किया जा सके। साथ ही 30 जून को वीर शहीद सिदो-कान्हू की जयंती को जिले भर में धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया जिसमें पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय जनता भाग लेंगे। बैठक में प्रदेश मंत्री रविकांत मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य परितोष सोरेन, सुरेश मुर्मू, अंजुला मुर्मू, अमिता रक्षित, शर्मिला सोरेन, अमरेंद्र सिंह, महामंत्री मनोज पांडे, पवन केसरी, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद सिंह बिट्टू, बबलू मंडल, पिंटू साह, नवल किस्कू, मार्शल ऋषिराज टुडू, विवेकानंद राय, जिला मंत्री कालेश्वर लायक, जीतलाल राय, सोनी हेंब्रम, पिंटू अग्रवाल, गोपीनाथ दत्ता, सुजीत यदुवंशी, दीप्तांशु कोचगवे, रूपेश मंडल, ममता साह, श्रीधर दास, फारुख अनवर, रमेश मुर्मू, मृणाल मिश्रा, ओम केसरी, रुद्रनाथ गोराई, सहदेव मरांडी, गणपति पाल, दीपक स्वर्णकार, नरेश चंद्र मंडल, नवल किशोर मांझी, राजू दर्बे, अनूप कुमार, मुरलीधर मंडल, नकुल साह, टिंकू गण, गायत्री जायसवाल, प्रवीण सिंह सहित जिला एवं मंडल पदाधिकारी, सभी मोर्चों के अध्यक्ष, महामंत्री, मंडल अध्यक्ष, पूर्व प्रत्याशी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित थे। (दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कई कार्यक्रम, स्वस्थ्य जीवन के लिए योगाभ्यास को दिनचर्या में शामिल करने पर जोर
ुमका : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर इंडोर स्टेडियम में उपायुक्त अभिजीत सिन्हा के नेतृत्व में योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों को योग प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न योगासन, प्राणायाम व ध्यान की विधियां कराई गई और उनके लाभों की जानकारी दी गई। उपायुक्त ने कहा कि योग को लेकर जन जागरूकता समय की मांग है और विज्ञान का भी यही मानना है कि योग के सतत अभ्यास से हम कई बीमारियों से बच सकते हैं। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक, सहायक समाहर्ता, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी सहित जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी, स्कूली बच्चें आदि उपस्थित थे। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के तत्वावधान में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सराय रोड स्थित समारोह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संगठन के प्रांतीय सचिव डॉ अमूल्य कुमार पाल, जिला अध्यक्ष डॉ करुन कुमार राय , उपाध्यक्ष डॉ सुमंगल ओझा, सचिव अनय ओझा , कोषाध्यक्ष ऋषभ कुमार गण, पर्यावरण प्रमुख स्वपन कुमार दत्ता, सदस्य खुशबु कुमारी, रंजीत वर्मा, संतोष कापरी, सहित अन्य उपस्थित थे।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रांतीय सचिव डॉ अमूल्य कुमार पाल ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया और योग के महत्व पर अपना विचार व्यक्त करते कहा कि योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी आवश्यक है। अध्यक्ष डॉ करुन कुमार राय ने अपने संबोधन में योग को दैनिक जीवन में अपनाने की अपील की। कार्यक्रम में योग सत्र के दौरान विभिन्न आसन और प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। योग के स्वास्थ्य लाभों पर एक जागरूकता सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें विशेषज्ञों ने योग के वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर श्री योग क्लास द्वारा दिव्या पैलेस में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान आयुष मंत्रालय भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अभ्यास, ग्रीवा संचालन, स्कंद घूर्णन, घटना संचालन, कटी चलासन, ताड़ासन, वृक्षासन, पाद हस्तासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन के साथ भद्रासन, उष्ट्रासन, भुजंगासन, सालभाशन, सेतुबंध आसन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन, श्वसन के साथ नाङी शोधन प्राणायाम, कपालभाति, शीतली, भ्रामरी आदि का अभ्यास कराया गया। योग शिक्षक संतोष कुमार गोस्वामी ने योग के महत्व को बारीकी से बताया। कार्यक्रम में पिंकू कुमार, युगल किशोर, शंभू कुमार, शिल्पा पांडे, दुर्गा लाठ, नयना, शालू, रूपाली गोराई, सिद्धि मिश्रा, दिपाली मिश्रा ने योगाभ्यास किया। साथ ही संकल्प मंत्र के साथ शांति पाठ कर कार्यक्रम का समापन हुआ। सिदो कान्हू उच्च विद्यालय के प्रांगण में योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में छात्र-छात्राओं के साथ-साथ एनसीसी के कैडेट्स ने भी बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। पतंजलि योगपीठ महिला शाखा की योग शिक्षिका पूनम भगत एवं उनके सहयोगी बेला भंडारी एवं पिंकी केसरी द्वारा सभी को योग एवं प्राणायाम के विधियों को सरलतापूर्वक सिखा कर उनका अभ्यास कराया गया एवं योग से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले लाभकारी असर के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर विद्यालय की निर्देशिका सुनीता मुखर्जी द्वारा पतंजलि योगपीठ महिला शाखा की योग शिक्षिका एवं उनके सहयोगियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। यह योग प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यालय प्रबंधक रोदोशी मुखर्जी के निर्देशानुसार प्राचार्य इंद्रजीत प्रसाद भगत एवं सीसीए के विभाग अध्यक्ष सुनील कुमार के देख- रेख मे संपन्न कराया गया। मौके पर विद्यालय के खेल शिक्षक रंजीत कुमार मिश्रा, शिक्षक विश्वरूप बनर्जी, दिलीप तपस्वी, कार्तिक तपस्वी, कार्तिक मंडल पतंजलि योगपीठ महिला शाखा से अनुपमा वर्मा, बसंती मंडल, अनीता बरनवाल, झूमा सिंहा एवं अन्य महिलाएं उपस्थित थी। संताल परगना महाविद्यालय, में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर महाविद्यालय परिसर में एक भव्य योग शिविर का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण, शिक्षकेतर कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्राचार्य डॉ. के पी यादव ने अपने संबोधन में योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह मन और आत्मा को संतुलित करने की एक आध्यात्मिक पद्धति है। उन्होंने सभी छात्रों को प्रतिदिन योग करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में प्रशिक्षित योगाचार्य एवं योगगुरु रामदेव बाबा के शिष्य सह इतिहास विषय के विद्वान शिक्षक डॉ कमल शिवकांत हरि ने सभी प्रतिभागियों को विभिन्न योगासनों और प्राणायाम का अभ्यास कराया। छात्रों ने रंगारंग योग प्रदर्शनों के माध्यम से योग के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत किया। इसके साथ ही महाविद्यालय के एनएसएस एवं एनसीसी इकाइयों ने योग के महत्व पर जागरूकता रैली भी निकाली। मौके पर महाविद्यालय के एन सी सी कमांडिंग ऑफिसर डॉ सैमुएल किस्कू, हिंदी विभाग के डॉ. यदुवंश यादव तथा एन एस एस इकाई 12 के प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. रंजीत कुमार दुबे ने भी योग के विविध पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए और नियमित योगाभ्यास को जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में डॉ विश्वनाथ यादव, डॉ होलिका मरांडी, प्रो बसंती हांसदा, डॉ सुजीत कुमार आर्या, डॉ उपेंद्र कुमार, गोपाल झा, कुर्बान अंसारी, एवं प्रेम किस्कू संग सैंकड़ों स्वयंसेवी उपस्थित थे। कार्यक्रम कॉलेज प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर एवं रसायन विज्ञान विभाग के शिक्षक डॉ कुमार सौरभ के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। गांदो कल्याण अस्पताल में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। अस्पताल प्रबंधक विपिन शर्मा एवं चिकित्सकों और सभी पारा मेडिकल एवं कर्मचारियों के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न योगासन का अभ्यास कराया गया एवं योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए इसके रोजाना अभ्यास से शरीर को निरोग रखने का संदेश दिया गया। (दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : पाचुवाड़ा कोयला खान विस्थापित एवं प्रभावित संघ सड़क पर उतरा, कोयले के खनन व परिवहन को अनिश्चितकालीन के लिए कराया बंद
दुमका : दुमका में पाचुवाड़ा कोयला खान विस्थापित एवं प्रभावित संघ ने अनिश्चितकाल के लिए कोयला की ढुलाई एवं परिवहन को रविवार को बंद करा दिया है। संघ के नेतृत्व में स्थानीय एवं विस्थापन का दंश झेल रहे लोग सड़कों पर उतर गए है। संघ ने कोयले के परिवहन के लिए पाकुड़ के अमड़ापाड़ा खदान से लेकर दुमका रेलवे साइडिंग तक अलग से कोल कॉरिडोर बनाने, आदिवासियों के जमीन का मुआवजा राशि 4.64 करोड़ रूपये प्रति एकड़ की दर भुगतान करने की मांग के साथ ही कई अन्य मांगे रखी है। सामान्य वाहनों के आवागमन एवं परिचालन को बंदी से मुक्त रखा गया है। पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा में पाचुवाड़ा कोल माइंस परियोजना का लीजधारक WBPDCL है और यहाँ से पश्चिम बंगाल के थर्मल पावर स्टेशन के लिए प्रतिदिन हजारों टन कोयले का खनन कर दुमका रेलवे साइडिंग से भेजा जाता है। संघ ने अमड़ापाड़ा में कोयले के खनन एवं परिवहन पर सवाल उठाया है और पूरी प्रक्रिया को अवैध बताया है। रविवार को दुमका के काठीकुण्ड प्रखंड के चांदनी चौक पर गोपीकांदर, काठीकुंड और दुमका प्रखंड के ग्रामीण पाचुवाड़ा कोल परियोजना के विभिन्न गतिविधियों के खिलाफ जोरदार तरीके से विरोध दर्ज कराने के लिए गोलबंद होकर दुमका साहेबगंज गोविंदपुर हाइवे पर चलने वाले कोयला वाहनो को अनिश्चितकालीन के लिए बंद करा दिया और वहीं धरना पर बैठ गए। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक इसे लेकर कोई ठोस पहल नहीं की जाती है तब तक कोयले की खनन एवं परिवहन बंद रहेगा। स्थानीय लोगों एवं विस्थापितों के इस आंदोलन का दुमका के सांसद प्रतिनिधि जोन सोरेन सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े अन्य कई लोगों द्वारा समर्थन किया जा रहे है। आंदोलनकारियों का आरोप है कि पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (WBPDCL) द्वारा बिना भूमि अधिग्रहण और स्थानीय लोगों की सहमति के उनके गांवों की जमीन का इस्तेमाल कोयले के खनन और परिवहन के लिए किया जा रहा है। यह गतिविधियां आदिवासी अधिकारों और पर्यावरणीय संतुलन दोनों के लिए गंभीर खतरा बताई गई हैं। संघ की संरक्षक मुन्नी हांसदा ने कहा कि दुमका के रेलवे स्टेशन मे अमड़ापाड़ा कोल ब्लॉक से BGR कंपनी के द्वारा प्रतिदिन 10000 से अधिक डीजल चालित ट्रकों से लगभग 60,000 टन कोयले का परिवहन किया जा रहा है, जिससे गांवों की सड़कों की हालत बदतर हो गई है और वातावरण में धूल एवं प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है. इस खनन और परिवहन से न केवल पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों की जान-माल की भी क्षति हो रही है। पचुवाड़ा कोयला खान-परिवहन प्रभावित संघ के बैनर तले एक आम सूचना जारी कर कंपनी और सरकार से 11 सूत्री मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की गयी है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : विश्व पर्यावरण दिवस पर विभिन्न संगठनों ने हरियाली का दिया संदेश, पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प
दुमका : विश्व पर्यावरण दिवस पर दुमका में विभिन्न संघ, संगठन व संस्थानों द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने समाहरणालय परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पर्यावरण की महत्ता समझाते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनका संरक्षण करने की अपील की। उपायुक्त श्री सिन्हा ने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए हर व्यक्ति को पौधारोपण करना चाहिए। एक छोटा सा प्रयास भी आने वाली पीढ़ियों के लिए बड़ा बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं। इस अवसर पर समाहरणालय के कई पदाधिकारी एवं कर्मी भी उपस्थित रहे। आसनसोल दुमका में नवनिर्मित सिदो कान्हू उच्च विद्यालय भवन के प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर सिदो कान्हू सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य देवप्रिय मुखर्जी, सीसीए के विभाग अध्यक्ष सुनील कुमार, लीलाचल भंडारी, चतुर्थवर्गी कर्मचार अरुण केवट, पियारुल शेख एवं अन्य कर्मचारी गण उपस्थित थे। वृक्षारोपण के बाद प्राचार्य देवप्रिय मुखर्जी ने कहा कि बढ़ती प्रदूषण एवं ग्लोबल वार्मिंग के कारण हमारे पर्यावरण की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। अतः अधिक से अधिक पेड़ लगाकर एवं लोगों को जागरुक कर पर्यावरण संरक्षण में हम अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। शिव पहाड़ स्थित गिधनी प्रभुग्राम में योग शिक्षक संतोष कुमार गोस्वामी ने फलदार पौघा लगा कर अपना जन्मोत्सव भी मनाया। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सिर्फ व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर फोटो साझा कर पर्यावरण दिवस मनाने से अच्छा है कि इस दिवस को धरातल पर लाया जाए। कहा कि अपने एवं परिवार के सदस्यों के जन्म दिवस पर, पूर्णिमा, एकादशी आदि बहुत सारे आयोजनों के अवसर पर मुहिम के साथ एक वृक्ष मां के नाम का पालन करते हुए वृक्ष लगाने का संकल्प लेने की जरूरत है ताकि पर्यावरण दिवस वाकई हमारे लिए एक हरियाली लेकर आए। गांदो स्थित कल्याण अस्पताल में अस्पताल प्रबंधक बिपीन शर्मा के नेतृत्व में पौधारोपण कर आसपास के इलाके को हरा भरा रखने का संकल्प लिया गया। मौके पर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)