छात्र और शिक्षा व्यवस्था दोनों के हित में नहीं है प्राथमिक स्कूलो की पेयरिंग/मर्जर -- हरे कृष्ण
गजनी गोरखपुर।वर्तमान समय में परिषदीय विद्यालयों की कम छात्र संख्या को आधार बनाकर पेयरिंग/मर्जर किए जाने की कार्यवाही गतिमान है।यह कार्यवाही शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 एवं बाल अधिकार के सर्वथा विपरीत और विधि विरुद्ध है।उक्त विचार उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष हरे कृष्ण दूबे ने डी एम कार्यालय पर ज्ञापन और विरोध के दौरान कही।
मर्जर पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 में प्राविधानित है कि एक किलोमीटर परिधि और 300 की जनसंख्या में प्राथमिक विद्यालय और 800 की जनसंख्या पर उच्च प्राथमिक विद्यालय स्थापित किया जाएगा।इसी अधिनियम के अनुरूप पूरे प्रदेश में परिषदीय स्कूल स्थापित किए गए।जिला मंत्री सुनील सिंह ने विद्यालयों में छात्र संख्या कम होने के कारणों पर ध्यान दिलाया।जिसके संबंध में उन्होंने कहा परिषदीय विद्यालयों के निकट ही निजी विद्यालयों को नियम और मानक विरुद्ध मान्यता देना ,गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों का निर्बाध चलते रहना ,शिक्षक भर्तियों में शिक्षकों हेतु विद्यालयों का असमान वितरण, शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य कराने से विद्यालयों की छात्र संख्या में कमी आई।
धरना कार्यक्रम के प्रभारी शिक्षक नेता नृपेंद्र सिंह ने चाणक्य के सूक्त को याद दिलाया कि प्रलय और निर्माण शिक्षक के गोद में पलते हैं।छात्र संख्या के लिए शिक्षकों को जिम्मेदार माना जाना शिक्षक और छात्र दोनों के हित में नहीं है।यह आरोप शिक्षक समुदाय के मनोबल को प्रभावित करेगा।पेयरिंग और मर्जर से प्रभावित विद्यालय के छात्र दूर के स्कूलों में अध्ययन हेतु नहीं जा पाएंगे। गांव और गरीबों की शिक्षा के केंद्र ये ही विद्यालय हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित मिश्रा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा अगर इन विद्यालयों का मर्जर किया गया तो प्राथमिक शिक्षा से बच्चियां दूर हो जाएंगी।ड्रॉप आउट और विद्यालय छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो जाएगी।शिक्षा हर बच्चे का मौलिक अधिकार है।यह शिक्षा अधिनियम की मूल भावना के विपरीत है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से , उमेश पांडेय, ज्ञान प्रकाश राय, सुनील कुमार दूबे जिला अध्यक्ष अटेवा विवेकानंद सिंह, अजय कुमार शुक्ला राजीव राय ,चन्द्र नाथ राय ,मुकुल राय, गोंड,ओमप्रकाश गौड़, सदानंद, विजय बहादुर, राघव पांडेय, जगदंबिका मणि, चंद विश्वकर्मा,शशि बाला शर्मा रमेश सिंहआदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम में दिपक पाण्डेय ,आयुष प्रताप ,नवीन ,प्रदीप कुमार साहनी,मनीष कुमार सिंह,गुरफान अहमद ,रंजना पाण्डेय,मालती देवी,ब्रजेश तिवारी,राजेश यादव,कमलेश त्रिपाठी,सुधीर यादव
आदि अनेकानेक शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।
Jun 28 2025, 18:40