50 से कम छात्र वाले विद्यालय होंगे समायोजित
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नितेश श्रीवास्तव,भदोही ।जिले में 50 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय स्कूलों का जल्द ही निकटवर्ती स्कूलों में विलय या समायोजित किया जाएगा। शासन ने इसका आदेश जारी कर दिया है। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार का पत्र आने पर बेसिक शिक्षा विभाग इसे प्रभावी बनाने में जुट गया है। बीएसए ने ऐसे विद्यालयों की सूची खंड शिक्षा अधिकारियों से मांगी है।
2024 में कुल 16 विद्यालय चिन्हित हुए थे, लेकिन 2025 में उसमें कई का नामांकन प्रतिशत बढ़ गया है। अब नए सिरे से विद्यालय की सूची आने पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। जिले में कुल 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसमें 1.47 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए पांच हजार के करीब शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र तैनात हैं।
अप्रैल में नया शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद से ही बच्चों के नामांकन को बढ़ाने पर जोर दिया गया। इसके लिए स्कूल चलो अभियान चलाया गया। जुलाई में दूसरे चरण में अभियान चलाकर बच्चों का नामांकन किया जाएगा, हालांकि कई विद्यालय ऐसे हैं, जहां नामांकन की स्थिति ठीक नहीं है। शासन ने अब ऐसे विद्यालयों को पास के विद्यालय में विलय करने की कवायद शुरू की है। शासन की मंशा है कि इससे विद्यालयीय शिक्षा व्यवस्था में नवाचार एवं सुधार की संभावनाएं बढ़ेंगी। विद्यालयों में भवन, कक्षा-कक्ष, आईसीटी उपकरण, शैक्षणिक सामग्री आदि का साझा उपयोग कर शिक्षा को अधिक प्रभावशाली एवं विद्यार्थी केंद्रित बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही हर कक्षा के लिए एक शिक्षक की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
इससे समय सारिणी का आदर्श पालन भी संभव होगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया है कि स्कूलों के विलय से प्रशासनिक अनुश्रवण बेहतर होगा। संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और आईसीटी लैब स्थापना के लिए केंद्र सरकार द्वारा नामांकन आधारित मंजूरी भी दी जा रही है।
जिले में 50 से कम बच्चों का नामांकन करने वाले विद्यालय को चिन्हित किया जाना है। इसके लिए बीईओ को निर्देश दिया गया है। यह शासन की बड़ी पहल है। इससे परिषदीय स्कूलों की शिक्षा में सुधार होगा। वहीं, बच्चों को भी लाभ होगा। - विकास चौधरी, प्रभारी बीएसए।
Jun 24 2025, 17:11