नाज़रथ अस्पताल में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 'योग संगम' का सफल आयोजन

-विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराजआज सुबह नाज़रथ अस्पताल परिसर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर "योग संगम" नामक एक विशेष कार्यक्रम का उत्साहपूर्ण आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य, समरसता और जागरूकता को बढ़ावा देना था, जिसमें अस्पताल के लगभग 200 स्टाफ सदस्यों और छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

सुबह 5:30 बजे योग सत्र का शुभारंभ हुआ, जिसका कुशल संचालन प्रसिद्ध योगाचार्या श्रीमती पल्लवी दयाल ने किया। श्रीमती दयाल ने प्रतिभागियों को विभिन्न योगासनों, श्वास तकनीकों और विश्राम अभ्यासों के माध्यम से योग की शक्ति का प्रत्यक्ष अनुभव कराया। उनकी शांत और सहज उपस्थिति ने पूरे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।

यह कार्यक्रम नाज़रथ अस्पताल की समग्र स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने और रोगियों में विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। सभी प्रतिभागियों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे एक अत्यंत ताज़गी भरा और ऊर्जावान अनुभव बताया।

इस अवसर पर, अस्पताल के निदेशक फ़ा. बिपिन डीसूज़ा ने अपने संबोधन में दैनिक जीवन में योग को शामिल करने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को नियमित रूप से योग अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया, ताकि वे स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली अपना सकें।

"योग संगम" कार्यक्रम का समापन सुबह 6:45 बजे योगाचार्या श्रीमती पल्लवी दयाल और उनकी सहायक सुश्री भावना जैन के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस सफल आयोजन के माध्यम से नाज़रथ अस्पताल ने अपने समुदाय में स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर प्रदर्शित किया है।

उच्च न्यायालय के विधि म्यूजियम हाल में योगाभ्यास कार्यक्रम का हुआ आयोजन

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। भारत की परंपरागत विरासत योग को जन-जन के आरोग्य का माध्यम बनाये जाने एवं व्यक्तिगत स्वास्थ्य और वैश्विक स्थिरता के उद्देश्य और लोगों के संतुलित, पर्यावरण सचेत जीवन को बढ़ावा देने की भावना के साथ ’’एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’’ के लिये योग- की थीम पर मनाये जा रहे 11वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उच्च न्यायालय इलाहाबाद के विधि म्यूजियम के हाल में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में न्यायमूर्तिगणों, उच्च न्यायालय के अधिकारियों, विधि अधिकारियों एवं विद्वान अधिवक्तागणों के द्वारा पूरे मनोयोग व उत्साह के साथ योगाभ्यास किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित न्यायमूर्तिगणों व अन्य के द्वारा योगा के विभिन्न आसनों का योगाभ्यास व प्राणायाम क्रियाएं की गयी। योग प्रशिक्षक ने सर्वप्रथम वार्मअप कराकर योगाभ्यास का प्रारम्भ किया। तत्पश्चात ग्रीवा संचालन, स्कंध संचालन, कटिचालन, पादहस्थासन, अर्द्धचक्रासन, दण्डासन, वज्रासन, वक्रासन, ताणासन, वृक्षासन व अन्य आसनों के साथ कपालभाति, नाड़ी शोधन, शीतली प्राणायाम, ध्यान मुद्रा, भ्रामरी आदि प्राणायाम कराया तथा इनके महत्व एवं लाभ के बारे में बताते हुए प्रत्येक आसन की विधि व सावधानी के बारे में भी बताया।

अरैल महर्षि महेश योगी आश्रम में वैदिक विद्वानों द्वारा दिव्य-भव्य योग

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। महर्षि महेश योगी परिसर संगम तट नैनी अरैल में योग दिवस के अवसर पर वरिष्ठ विद्वानों के द्वारा योग दिवस संपन्न हुआ। महर्षि महेश योगी के परमशिष्य आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्मचारी गिरीश वर्मा के निर्देशन में आज संगम तट अरैल नैनी प्रयागराज आश्रम परिसर में योग दिवस के अवसर पर विद्वानों के द्वारा योग एवं भावातिथ ध्यान किया गया इस अवसर पर आश्रम प्रभारी सुनील श्रीवास्तव व आश्रम प्रभारी बसंत दास ने कहा कि अगर हमको स्वस्थ रहना है सबसे जरूरी मूल्यवान सभी को महर्षि जी के बताए हुए योग एवं भावातिथ ध्यान के माध्यम से शरीर को स्वस्थ किया जा सकता है।

इस अवसर पर वरिष्ठ सुप्रसिद्ध समाजसेवी सरदार पतविंदर सिंह ने कहा अगर हम लोग योग करते हैं तो हम लोगों को दवा की जरूरत नहीं पड़ेगी इस अवसर पर मीडिया प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि लगभग 600 विद्वान पंडितों ने आज योगा करके महर्षि जी के बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से अरुण त्रिवेदी,विमल मिश्रा, जितेंद्र दास,सोनू पांडे,विकास मिश्रा, सुरेश श्रीवास्तव,सियाराम शर्मा, संजय श्रीवास्तव,राम मंगल गुप्ता, डॉ.जे पी श्रीवास्तव,डॉ.श्रीकांत तिवार,पहलाद नायक आदि प्रमुख लोग उपस्थित थेl

योग दिवस के पूर्व मुक्त विश्वविद्यालय ने निकाली साइकिल यात्रा

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के समाज विज्ञान विद्याशाखा के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग के अनुपालन में विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन (गंगा परिसर) में योग से स्वास्थ्य की प्रेरणा हेतु साइकिल यात्रा का आयोजन किया गया। साइकिल यात्रा को प्रात: 8:00 बजे विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य सत्यकाम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन साइकिल चलाने से रक्तसंचार दुरुस्त रहता है।

साइकिल यात्रा गंगा परिसर से प्रारंभ हुई। साइकिल यात्रा योग का संदेश देते हुए शांतिपुरम के विभिन्न मार्गो से होती हुई विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में समाप्त हुई। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश शासन के अनुपालन में सरस्वती परिसर स्थित योग वाटिका में महिला सशक्तिकरण के लिए योग का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में महिला शिक्षकों एवं कर्मचारियों तथा छात्राओं ने प्रतिभाग किया। योग शिक्षक अमित सिंह तथा निकेत सिंह ने योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डा. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

मुविवि में पेड़ों की उपयोगिता पर ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी का आयोजन

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में शुक्रवार को राज्यपाल सचिवालय के निर्देश पर प्रकृति का महत्व: एक ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी का आयोजन विज्ञान विद्याशाखा के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम की थीम पेड़ों की उपयोगिता रही।कार्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता, निदेशक, विज्ञान विद्याशाखा ने विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यावरण को हरा भरा रखने के लिए पेड़ लगाना अत्यंत आवश्यक है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि प्रकृति मानवता के लिए अत्यन्त महत्व रखती है। यह एक अनमोल वरदान है, जो हमारे जीवन को समृद्ध बनाती है। प्रकृति की रक्षा करना ही आने वाले पीढ़ियों के लिए एक स्थायी भविष्य सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि छायादार वृक्षों को अधिक से अधिक लगाया जाना चाहिए।

कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर जय प्रकाश यादव, विज्ञान विद्याशाखा ने स्वस्थ जीवन के लिए प्राकृतिक वातावरण का होना जरूरी है। उन्होंने चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से अधिक से अधिक आॅक्सीजन उत्पन्न करने वाले पौधों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। इसी क्रम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून 2025 को विश्वविद्यालय के त्रिवेणी सामुदायिक केंद्र में योगाभ्यास एवं विश्व कीर्तिमान स्थापित किए जाने हेतु सूर्य नमस्कार का आयोजन सुनिश्चित किया गया है । उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डा. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

बुद्ध एवं गांधी के मार्ग से ही आएगी विश्व में शांति- कुलपति

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की शिक्षा विद्याशाखा एवं स्वास्थ्य विज्ञान विद्याशाखा के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को राज्यपाल सचिवालय के निर्देश पर योग के महत्व पर अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार में डॉ. भदन्त राहुल बोधि, योग विशेषज्ञ, सर्वोदय महाबुद्व विहार, मुम्बई, प्रोफेसर एलेना हासकोवा, शिक्षा संकाय, कान्स्टन्टाइन द फिलासफर विश्वविद्यालय, स्लोवाकिया, सुरेश चन्द्र शुक्ला अध्यक्ष, भारतीय नार्वेजियन सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम ओसलो नार्वे, प्रोफेसर लाल बिहारी हिन्दी विभाग, एम.जी. आई., मारीशस विश्वविद्यालय, मारीशस, डॉ0 मनोज कुमार सिंह, योग विशेषज्ञ, गोचर महाविद्यालय, सहारनपुर, प्रोफेसर विजय जायसवाल, शिक्षा संकाय, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, प्रोफेसर पी0 के0 साहू, पूर्व कुलपति, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज एवं प्रोफेसर सत्यकाम, कुलपति, उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज ने इस बात पर जोर दिया कि मानव जीवन को समस्या रहित बनाने में योग, प्राणायाम एवं साधना का महत्वपूर्ण स्थान है। प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि महात्मा बुद्ध एवं महात्मा गांधी के मार्ग का अनुसरण करके ही विश्व में शांति लायी जा सकती है।

वेबीनार के निदेशक प्रोफेसर पी0के0 स्टालिन ने अतिथियों का स्वागत तथा प्रोफेसर छत्रसाल सिंह ने संचालन तथा आभार व्यक्त किया।आयोजन सचिव प्रोफेसर मीरा पाल ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। जनसंपर्क अधिकारी डा. प्रभात चन्द्र मिश्र ने दी।

मुविवि ने स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए बढ़ाये कदम

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में गुरुवार को राज्यपाल सचिवालय के निर्देश पर योग मैराथन: स्वस्थ समाज की ओर बढ़ते कदम का आयोजन किया गया। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने गंगा परिसर से योग मैराथन में प्रतिभाग कर रहे विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मैराथन विभिन्न मार्गों से होते हुए विश्वविद्यालय के यमुना परिसर में समाप्त हुई।

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि योग मैराथन का उद्देश्य लोगों को योग के लाभों के बारे में जागरूक करना, समुदाय की भावना को बढ़ावा देना और लोगों को नियमित योगाभ्यास के लिए प्रेरित करना है। विश्वविद्यालय अपनी इस मुहिम में अत्यंत सफल हुआ है। यहां रोजाना योग विशेषज्ञ योगाभ्यास की विभिन्न मुद्राओं को संचालित कर रहे हैं। जिसका लाभ सभी को मिल रहा है । उन्होंने कहा कि योग मैराथन में भाग लेने से लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलती है। योग मैराथन के दौरान सूर्य नमस्कार, प्राणायाम और ध्यान का भी अभ्यास किया गया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ ज्ञान प्रकाश यादव ने किया। कुलपति का स्वागत विज्ञान विद्या शाखा के प्रोफेसर जय प्रकाश यादव तथा धन्यवाद ज्ञापन सह संयोजक डॉ अमरेंद्र कुमार यादव ने किया।

इसके साथ ही उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर मानव जीवन में योग की उपयोगिता विषय पर निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन गुरुवार को विश्वविद्यालय के लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में किया गया। इस प्रतियोगिता में कुल 9 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। निर्णायक मंडल में विश्वविद्यालय के शिक्षक उपस्थित रहे। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डा. प्रभात चन्द्र मिश्र ने दी।

यूको बैंक कोरांव में है दलालों का बोलबाला, बैंक मैनेजर के मिली भगत से हो रही अवैध वसूली

-विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : – कोरांव यूकों बैंक में इन दिनों बैंक मैनेजर की सह पर दलालों का जमावड़ा सक्रिय है जो लोन व के० सी० सी के नाम पर जल्दी लोन दिलवाने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं इतना ही नही एन पीए के नाम पर हर दुसरे तीसरे महीने बीस से तीस हजार रुपये की वसूली कर रहे हैं वही केसीसी लोन दिलाने के नाम पर मैनेजर के कहने पर दस से वीस हजार की वसूली खुलेआम की जा रही है इतना ही नही मृतक आश्रितों को भी हजारों बार बैंक बुलाकर परेशान करते हैं और उनके पैसे का दस प्रतिशत दलालों के माध्यम से लेकर तब मृतक के परिजनों के खाते में पैसे भेजते हैं बैंक में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक दलाल बैंक में बैंक मैनेजर के साथ कभी भी देखे जा सकते हैं यह प्रतिदिन का नियम है जो बैंक के कर्मचारी भी नही हैं कुछ किसानों का आरोप है कि बैंक में मैनेजर द्वारा उसी काम को लेकर कई बार बुलाया जाता है और बोला जाता है कि जाइए एक हप्ते बाद आना फिर कुछ न कुछ बहाना बताकर परेशान करते रहते हैं लास्ट में मैनेजर के बगल बैठे दलालों को धीरे से सहारा कर देते हैं तो उनके द्वारा किसानों से लोन के नाम पर दस प्रतिशत की बात करके उनको लोन दिलाया जाता है धन्य हो ऐसे जिम्मेदार अधिकार जो कि डबल इंजन की भाजपा सरकार को बदनाम करने पर पूरी तरह से लगे हैं जबकि जनता के हित में सरकार द्वारा तमाम महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही हैं ऐसे जिम्मेदार अधिकारी सरकार के छवि को धूमिल कर रहे हैं इनके लिए भी सरकार कुछ नियम कानून बनायी है कि नही कुछ बैंक में क्षेत्रिय लोगों को रखकर अवैध वसूली करा रहे हैं तो कुछ दलालों के माध्यम से देखना है कि इस प्रकरण को लेकर जिम्मेदार अधिकारी कितना संज्ञान में लेते हैं।

ऊर्जा और एकाग्रता को बढ़ाता है सूर्य नमस्कार : प्रोफेसर सत्यकाम

्प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनन्दीबेन पटेल की प्रेरणा एवं कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम के मार्गदर्शन में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के पूर्व प्रतिदिन उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय में योगाभ्यास की विभिन्न क्रियायें संचालित की जा रहीं है। इसी क्रम में बुधवार को मुक्त विश्वविद्यालय की मानविकी विद्याशाखा के तत्वावधान में गंगा परिसर में सामूहिक सूर्य नमस्कार: ऊर्जा एवं एकाग्रता का अनुभव विषयान्तर्गत योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम के अन्तर्गत सूर्य नमस्कार की विभिन्न मुद्राओं पर योगाभ्यास किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि सूर्य नमस्कार ऊर्जा और एकाग्रता को बढ़ाता है। यह योग का एक शक्तिशाली अभ्यास है जो शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाता है। सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि योग न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ्य बनाता है अपितु हमारे मस्तिष्क को भी एकाग्र कर नई ऊर्जा से भर देता है। योग वस्तुत: शरीर और मन को एक करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने स्वयं के अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि योग करने से उनमें नई ऊर्जा का संचार हुआ है और वह अब और भी दक्षता तथा एकाग्रता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने में सक्षम हुए है। उन्होंने कहा कि योग विभिन्न विचारधाराओं के विभिन्न व्यक्तियों को साथ लाने का भी सशक्त माध्यम है। उन्होंने इस अवसर पर लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि सभी को प्रतिदिन अपनी दैनिक व्यस्तताओं में से कुछ समय योग हेतु अवश्य निकालना चाहिए इससे वे शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे और अपने कार्यों को और भी गुणवत्तापूर्ण तरीके से सम्पादित करने में सहायता मिलेगी।

मानविकी विद्याशाखा के निदेशक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी ने कहा कि योग विश्व को भारत की अनुपम देन है। आज विश्व के 180 से अधिक देशों द्वारा योग को अपनाया गया है। योग का अनुसरण करके इन देशों ने भारतीय संस्कृति और उसकी चिन्तन परम्परा में विश्वास व्यक्त किया, जो देश के लिए गौरव का विषय है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग मनुष्य के मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक वृत्तियों को परस्पर जोड़ता है। जिससे मनुष्य उच्च आध्यात्मिक भाव को ग्रहण करते हुए मानसिक शांति और निरोग जीवन प्राप्त करता है। योग शिक्षक अमित सिंह, निकेत सिंह एवं अनुराग शुक्ला ने योग की विभिन्न मुद्राओं का लोगों को अभ्यास कराया। योग कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षकों, कर्मचारीगण एवं शोध छात्रों ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर विश्वविद्यालय में हरित योग का भी आयोजन किया गया।

सत्य एवं न्याय से स्फुटित प्रेम ही मानव समाज को एकता की माला में पिरोता है स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज।सत्य एवं न्याय से स्फ़ुटित प्रेम ही मानव समाज को एकता के माला में पिरोता है यह अभिव्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज मेजा प्रयागराज के बकचून्दा निवासी राजेश तिवारी ने सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण विकास खण्ड मेजा सुशान्तु पाण्डेय से उनके निज निवास मेड़रा मेजा प्रयागराज में उनके नवजात सुपुत्री के मूलपूजन के दौरान कही।खबरकेन्द्रांकित कराते चले कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज तिवारी एवं सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण श्री पाण्डेय एक ही विकास खण्ड मेजा में पदस्थ हो अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं एवं दोनों ही सम्भ्रान्त जनों का आपस में काफी लगाव है एवं साथ ही साथ दोनों ही सम्भ्रान्त जन एक दूसरे के सुख-दुःख में अवश्य सहभागिता करते रहते हैं।आपसी सौहार्दपूर्ण साहित्यिक परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य एवं न्याय से स्फुटित प्रेम ही मानव समाज को एकता की माला में पिरोता है क्योंकि इस संसार में सत्य एवं न्याय ही ऐसे गुण हैं जो संसार में मानव समाज को पूर्णतः सुख व शांति प्रदान कर सकते हैं।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज तिवारी ने सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण मेजा के सुपुत्री के उज्ज्वल भविष्य एवं कुशलता तथा दीर्घायु जीवन हेतु ईश्वर से विनयवत प्रार्थना भी की और कहा कि मनुष्य को मानव जीवन बड़े ही भाग्य से मिलता है जिसमें प्राणी के कई जन्मों के सही कर्म फलित होते हैं।इसे व्यर्थ नही गवाना चाहिए।मनुष्य को सदा सत्य एवं न्याय के पथ को प्रशस्त करते हुए मोक्ष के मार्ग कि ओर अग्रसरित हो इस प्राप्त मानव जीवन को परिपूर्ण बनाना चाहिए।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज तिवारी ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि सत्य कभी भी अन्याय के मार्ग पर चलने नही देता,न्याय सदैव स्वार्थ से परे हो अन्याय करने नही देता।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज तिवारी द्वारा मानव जीवन को साकार बनाने हेतु मानव को सत्य एवं न्याय को आत्मसात करने हेतु बतलाया गया है जो बहुत ही सुन्दर एवं अकाट्य सत्यमयता की वाणी में वर्णित है।

वास्तव सत्य एवं न्याय पथिक बनकर ही इस प्राप्त मानव जीवन को परिपूर्ण किया जा सकता है और साथ ही साथ सत्य एवं न्याय से स्फुटित प्रेम ही मानव समाज को एकता की माला में पिरोता है यह वचन अटल सत्य है।इस मांगलिक अवसर पर साहित्यिक परिचर्चा के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज तिवारी के साथ वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला,सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण विकास खण्ड मेजा सुशान्तु पाण्डेय,ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अतरी अमिलिया भगवत पाल एवं बी०डी०सी० बकचून्दा अनुज कुमार तिवारी सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।