छत्तीसगढ़ में ‘योग फॉर वन अर्थ वन हेल्थ’ थीम पर मनाया जाएगा योग दिवस, वित्त मंत्री चौधरी ने जनता से की शामिल होने की अपील

रायपुर- छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आज रायपुर स्थित भाजपा जिला कार्यालय एकात्म परिसर में प्रेसवार्ता आयोजित की. इस दौरान उन्होंने 21 जून को योग दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि कल शनिवार 21 जून 2025 को पूरी दुनिया “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” की थीम के साथ 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने जा रही है. गत दस वर्षों में भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग को दुनिया में अपना उचित स्थान मिला है. चौधरी ने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि भारत की योग आधारित अर्थव्यवस्था कुल 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की हो चुकी है और 1 लाख से अधिक प्रमाणित योग शिक्षक दुनिया के 190 देशों में योग सीखने-सिखाने का कार्य कर रहे हैं.

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने PC को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कल मनाया जाएगा. 2014 से मोदी सरकार ने प्रयास किया कि योग को दुनिया एडॉप्ट करे. भारत का सॉफ्ट पावर पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है. अनेक धर्मों ने योग को एडॉप्ट किया है. वर्ल्ड ऑर्डर, शांति को स्थापित करने योग का बड़ा योगदान है. प्रधानमंत्री मोदी ने विकास और विरासत की बात कही है. 

उन्होंने बताया कि योग का थीम इस बार “योग फॉर वन अर्थ वन हेल्थ“ रखी गई है. वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि सभी किसी ना किसी योग दिवस कार्यक्रम में मौजूद रहें. 

योग दिवस के लिए बजट निर्धारण पर वित्त मंत्री:

योग दिवस के लिए समाज कल्याण विभाग बजट निर्धारित करता है. भाजपा की संगठन इकाई योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन करेगी. GAD के आदेश पर राज्य सरकार योग दिवस के कार्यक्रम का आयोजन करेगी. 

वित्त मंत्री चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के हाल ही में हुए सर्वेक्षण में पाया गया कि देश के 2.5 करोड़ घरों में, जो कि देश की आबादी का लगभग 8% है, कम-से-कम एक सदस्य नियमित योग करता है. यह योग के भारतीय जीवन शैली से जुड़ाव को दिखाता है और यह स्थापित करता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार आम भारतीय के जीवन की प्राथमिकताओं पर चल रही है.

चौधरी ने कहा कि आज के इस कठिन दौर में, जहाँ बीमारियों और जनसंख्या दोनों ही तेज़ी से बढ़ रही हैं, योग एक ऐसा माध्यम है जिससे हम सभी एक स्वस्थ, संतुलित और खुशहाल जीवन सकते हैं. योग केवल शरीर की क्रियाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मा, मन और चेतना को जोड़ने वाली एक जीवनशैली है. भारत, जो योग की भूमि है, ने सदियों से इसे संरक्षित और प्रचारित भी किया है. यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और आज विश्व भर में इसके वैज्ञानिक लाभों को स्वीकार किया जा रहा है.

चौधरी ने कहा कि भारत जैसा कोई दूसरा देश शायद ही हो, जिसका इतना व्यापक, समृद्ध और जीवंत सांस्कृतिक इतिहास रहा हो. जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में यह प्रस्ताव रखा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाए, तब बहुत-से लोग जो पहले योग का मजाक उड़ाया करते थे, उन्हें यह कल्पना भी नहीं रही होगी कि यह पहल एक दिन वैश्विक आंदोलन का रूप ले लेगी. इस ऐतिहासिक क्षण में 177 देशों ने एक स्वर में इस प्रस्ताव का समर्थन किया. यह भारत की सांस्कृतिक विरासत की जीत थी. मोदी ने न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में भारतीय मूल्यों और परंपराओं के प्रति एक नई जागरूकता उत्पन्न की है. प्रधानमंत्री मोदी के पंच-प्रण का संदेश यही है कि हम विकास के साथ अपनी विरासत को आत्मसात करें, उसे सहेजें.

प्रदेश के वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को 21 जून को मनाने के पीछे एक गहरा और वैज्ञानिक कारण भी है. 21 जून वर्ष का सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है. इसी दिन दक्षिणायन की शुरुआत होती है. भारतीय शास्त्रों और आयुर्वेद में यह माना गया है कि दक्षिणायन के प्रारंभ से वातावरण में अशुद्धता बढ़ने लगती है और हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है. ऐसे समय में तन और मन को संतुलित बनाए रखने, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और आत्मिक शांति प्राप्त करने के लिए योग एक अत्यंत प्रभावी साधन है. चौधरी ने कहा कि योग हमारी 15 हजार साल पुरानी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का अभिन्न हिस्सा है.

आदियोगी शिव को योग का प्रथम ज्ञानदाता माना जाता है, जिन्होंने सप्तर्षियों को योग की गूढ़ विधाओं का उपदेश दिया. बाद में महर्षि पतंजलि ने योग को एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से व्यवस्थित किया और उसे आस्था, अंधविश्वास और भ्रम से निकालकर एक प्रमाणित जीवनशैली के रूप में दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया. योग केवल शारीरिक क्रियाओं का नाम नहीं है, बल्कि मन की स्थिरता, भावनाओं का संतुलन, और आत्मा की शुद्धता की साधना है.

चौधरी ने कहा कि “युव्रा” और “योग” जितने उच्चारण में मिलते-जुलते हैं, उतनी ही गहराई से एक-दूसरे से जुड़े भी हैं. आज योग से विमुख होते जा रहे युवाओं को पुन: योग से जोड़ा जडा रहा है. युवा योग अपनाएँ. योग कोई कठिन साधना नहीं, बल्कि मन को एकाग्र करने, तन को स्थिर करने, और आत्मा को शांत करने का एक सरल, वैज्ञानिक और प्रभावी तरीका है.

प्रदेश के वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से 21 जून के दिन को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को 11 दिसंबर 2014 को यूनाइटेड नेशन्स की जनरल असेंबली ने सर्वसम्मति से पारित किया था. इस प्रस्ताव को विश्व के 175 देशों का समर्थन मिला था. यह समर्थन यूनाइटेड नेशन की जनरल असेंबली के इतिहास में किसी भी प्रस्ताव को मिले समर्थन से अधिक था. अब तक विश्व में योग दिवस पर हुए वैश्विक आयोजनों की चर्चा करते हुए चौधरी ने कहा कि 21 जून 2015 को पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर न्यूयॉर्क, पेरिस, बीजिंग, बैंकॉक जैसे शहरों में भव्य आयोजन किया गया. प्रथम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस “योग फॉर पीस एंड हारमनी” की थीम पर आधारित था. इस दिन दिल्ली के एक योग कार्यक्रम में 35,985 लोगों ने एक साथ योग कर विश्व रिकॉर्ड बनाया, इन लोगों में 84 देशों के नागरिक शामिल थे. इस वर्ष 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को खास बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा 10 तरह के खास आयोजन किये जा रहे हैं. इस वर्ष योग संगम का आयोजन कर 10 हजार स्थानों पर एक साथ योग प्रदर्शन कर विश्व रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है. योग वंदन के तहत प्रतिष्ठित स्थलों पर योग सत्र आयोजित करने के लिए 10 देशों के साथ वैश्विक साझेदारी की गई है. दीर्घकालिक सामुदायिक जुड़ाव के लिए 1 हजार योग पार्कों का विकास किया जाएगा. दिव्यांगजनों, वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और हाशिए पर रहे समूहों के लिए विशेष योग कार्यक्रम रखे जाएंगे. इसी प्रकार प्रसिद्ध योग विशेषज्ञों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की भागीदारी वाला एक वर्चुअल वैश्विक योग शिखर सम्मेलन होगा. योग को वृक्षारोपण और सफाई अभियान के साथ मजबूती से जोड़ने वाली एक पहल शुरू की जा रही है. 10 स्थानों पर एक सप्ताह तक चलने वाले योग महाकुंभ उत्सव का समापन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक केंद्रीय समारोह में होगा. समग्र स्वास्थ्य के लिए आधुनिक स्वास्थ्य सेवा के साथ योग को एकीकृत करने वाली 100-दिवसीय पहल संयोगम का आयोजन किया जा रहा है.

अस्त, व्यस्त जटिल जीवनशैली में योग बेहद जरूरी: संजय श्रीवास्तव

भाजपा प्रदेश महामंत्री व राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज की अस्त-व्यस्त और जटिल जीवनशैली में योग हमारे लिए बेहद जरूरी हो चला है. प्रधानमंत्री मोदी हमारी पारम्परिक विरासतों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का कार्य कर रहे हैं और इसी कड़ी में उन्होंने योग को अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता दिलाते हुए 21 जून को योग दिवस घोषित करवाया. श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा योग दिवस के आयोजन के लिए समर्पित है और व्यापक पैमाने पर इस आयोजन में अपनी सहभागिता कर रही है. इस दृष्टि से छत्तीसगढ़ में भी विभिन्न स्तरों पर जागरुकता सत्र, कार्यशालाओं, गोष्ठियों, योग प्रशिक्षण के कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं. इससे प्रदेशभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अभूतपूर्व उत्साह देखा जा रहा है. श्रीवास्तव ने कहा कि इस वर्ष योग दिवस की थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” रखी गई है, जो व्यक्ति, समाज और पर्यावरण की आपसी जुड़ाव और संतुलन को दर्शाती है. प्रदेश भाजपा के तत्वावधान में योग दिवस का बड़े पैमाने पर आयोजन किया जाएगा. पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदेश के सभी तीर्थ, पर्यटन व ऐतिहासिक स्थलों पर योग दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. योग दिवस को व्यापक रूप से आयोजित करने का अलग-अलग विभागों के माध्यम से संगठनों के माध्यम से व्यापक स्तर पर योग दिवस के आयोजन में हम सबकी सहभागिता रहेगी.

पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, मीडिया पैनलिस्ट सुनील चौधरी और भाजपा रायपुर (शहर) जिला महामंत्री सत्यम दुवा भी उपस्थित थे.

बता दें, सामान्य प्रशासन विभाग ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर होने वाले जिलेवार कार्यक्रम के लिए मुख्य अतिथियों की सूची जारी की है. रायपुर में होने वाले कार्यक्रम में राज्यपाल रमेन डेका तो वहीं जशपुर में होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि होंगे. डिप्टी सीएम अरुण साव मुंगेली के होने वाले कार्यक्रम में, तो वहीं डिप्टी सीएम विजय शर्मा कवर्धा में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे.

झीरम मेमोरियल हुआ प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार, इमारत जर्जर, शराब की टूटी बोतलें और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने के निशान…

जगदलपुर -छत्तीसगढ़ के जगदलपुर स्थित झीरम मेमोरियल प्रदेश के सबसे बड़े नक्सली हमले में हुए राजनीतिक त्रासदी की याद को संजोए हुए है. जिन नेताओं की इस हमले में हत्या कर दी गई, उनकी याद में लालबाग इस मेमोरियल का निर्माण कराया गया था, जो अब उपेक्षित नजर आ रहा है. यह मेमोरियल अब असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बनता जा रहा है.

बता दें, झीरम मेमोरियल की हालत इस वक्त बेहद जर्जर है. रखरखाव के अभाव में यह स्थल अब बदहाल हो चुका है. हालात ऐसे हैं कि शहीद महेंद्र कर्मा की मूर्ति के पास टूटी हुई शराब की बोतलें पड़ी मिलीं. पास में पड़े निशान इस ओर इशारा करते हैं कि यहां मूर्ति के साथ छेड़छाड़ की भी कोशिश की गई है. इस मामले को लेकर विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने एक बार फिर नगर निगम पर तीखा हमला बोला है.

कांग्रेस नेता जावेद खानने कहा झीरम शहीदों की ये स्मृति हम सबकी जिम्मेदारी है, लेकिन नगर निगम की लापरवाही ने इसे असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बनने दिया. एक महीने पहले शिकायत की थी, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले में कोतवाली पुलिस भी जांच में जुटी है. 

सीएसपी आकाश श्रीमल ने जानकारी देते हुए कहा हम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं. असामाजिक तत्वों की पहचान की जा रही है और शाम के वक्त गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.

सम्पर्क केन्द्र की सक्रियता से अवैध खनन पर त्वरित कार्रवाई, 2 जेसीबी सहित 12 वाहन जब्त

बलौदाबाजार- जिले में अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण की रोकथाम हेतु कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर "सम्पर्क केन्द्र" को एक सशक्त नियंत्रण कक्ष (Control Room) के रूप में सक्रिय किया गया है। इस केन्द्र के माध्यम से आम नागरिकों को अपने क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन या उससे संबंधित गतिविधियों की सूचना सीधे प्रशासन को देने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।इसी क्रम में शुक्रवार को अवैध रूप से मुरुम खनन एवं परिवहन की सूचना मिलने पर मौके पर 2 जेसीबी मशीन एवं 10 हाईवा ट्रक क़ो जब्त किया गया।


प्राप्त जानकरी के अनुसार शुक्रवार दोपहर लगभग 12:25 बजे सम्पर्क केन्द्र के हेल्पलाइन नम्बर 92018-99925 पर एक जागरूक नागरिक द्वारा सूचना दी गई कि तहसील सिमगा के ग्राम पंचायत बनसांकरा में जंगल के पीछे अवैध रूप से मुरुम खनन एवं परिवहन किया जा रहा है। प्राप्त सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए एसडीएम सिमगा अंशुल वर्मा के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम गठित कर रवाना की गई। टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए दोपहर करीब 1 बजे ही मौके पर पहुँचकर अवैध खनन में लगे 2 जेसीबी मशीन एवं 10 हाईवा वाहनों को जब्त किया गया तथा प्रकरण दर्ज कर विधिवत कार्रवाई की गई।

जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी जागरूक नागरिकों से अपील किया गया है कि अपने क्षेत्र में होने वाले अवैध खनन, परिवहन या भण्डारण की जानकारी सम्पर्क केन्द्र नम्बर 92018-99925 पर तत्काल दें। प्राकृतिक सम्पदाओं के संरक्षण में प्रशासन का सहयोग करें। सूचनादाता की पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाएगी।

पुलिस लाइन में जब्त शराब का नष्टीकरण, बोतलों पर चला बुलडोजर

कोरबा- जिले के विभिन्न थाना-चौकियों में वर्षों से जप्त पड़ी शराब का आज पुलिस लाइन कोरबा में विधिवत नस्तीकरण किया गया। यह कार्यवाही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में जिले के सभी 23 थाना व चौकी प्रभारियों की उपस्थिति में संपन्न हुई।

2014 से 2025 के बीच दर्ज कुल 1866 प्रकरणों में जप्त की गई कुल 9910 लीटर शराब को नष्ट किया गया जिसकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 16.84 लाख रुपए बताई गई है। नष्ट की गई शराब में देसी, विदेशी ब्रांड्स के अलावा अवैध रूप से तैयार की गई महुआ शराब भी शामिल थी।


यह नस्तीकरण कार्यवाही जिला प्रशासन, पर्यावरण विभाग और आबकारी विभाग की निगरानी और उपस्थिति में पारदर्शी तरीके से की गई। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि यह कदम थाना परिसरों की साफ-सफाई, पर्यावरण संरक्षण तथा अव्यवस्थित जब्ती सामग्री के समुचित निपटान के उद्देश्य से उठाया गया है। थानों में वर्षों से जप्त सामग्रियों का निस्तारण आवश्यक था। इससे न केवल स्थान की व्यवस्था बेहतर होगी बल्कि पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी यह एक सकारात्मक कदम है।

EE को दो लाख रुपए रिश्वत लेते ACB ने रंगे हाथ पकड़ा, निविदा प्रक्रिया से पहले ठेका देने के लिए मांगी थी घूस

जगदलपुर- एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने लोक निर्माण विभाग के विद्युत यांत्रिकी डिपार्टमेंट के कार्यपालन अभियंता को दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. अधिकारी अजय कुमार ने निविदा प्रक्रिया से पहले काम दिलाने के एवज में ठेकेदार से दो लाख रुपए एडवांस की मांग की थी.

जानकारी के अनुसार. ठेकेदार की शिकायत पर एसीबी ने कार्यपालन अभियंता अजय कुमार को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया. इसके बाद तय समय और तारीख के हिसाब से ठेकेदार ने शुक्रवार को जगदलपुर के साकेत कॉलोनी में स्थित अभियंता के सरकारी आवास में उसे रकम सौंपी, वैसे ही एसीबी की टीम ने अभियंता को मौके पर रंगे हाथ रिश्वत लेते धर दबोचा.

फिलहाल, एसीबी द्वारा आगे की कार्रवाई करते हुए अभियंता से पूछताछ कर रही है. कार्यपालन अभियंता के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद लोक निर्माण विभाग में रायपुर से लेकर जगदलपुर तक हलचल मची हुई है.

पूर्व IAS की बेटी की जाति प्रमाणपत्र की जांच होगी, फर्जी बनवाने का आरोप

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी- जिला पंचायत अध्यक्ष नम्रता सिंह जैन पर फर्जी अनुसूचित जनजाति (ST) प्रमाण पत्र के जरिए आरक्षित सीट से चुनाव जीतने का गंभीर आरोप सामने आया है. इस खुलासे से जिला पंचायत की राजनीति में हड़कंप मच गया है. वहीं प्रशासनिक पारदर्शिता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. मामले की शिकायत कलेक्टर से भी की गई है.

शिकायतकर्ता का दावा है कि नम्रता सिंह जैन ने जो ST प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है वह फर्जी है. यह प्रमाण पत्र तत्कालीन संयुक्त कलेक्टर चन्द्रिका प्रसाद बघेल ने जारी किया था. आरोप है कि यह प्रमाण पत्र बिना आवश्यक सत्यापन के जारी किया गया है, जो प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है. हालांकि एसडीएम, मोहला ने जांच समिति का गठन किया है, लेकिन कार्रवाई में देरी को लेकर शिकायतकर्ता ने चिंता जताई है. उन्होंने 15 दिनों के भीतर निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि सत्य शीघ्र सामने आ सके. नम्रता सिंह जैन, पति सचिन जैन वर्तमान में मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.

उनके पिता स्वर्गीय नारायण सिंह ओडिशा मूल के 1977 बैच के आईएएस अधिकारी थे, जिन्होंने मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में सेवाएं दी. नम्रता सिंह ने 2025 के जिला पंचायत चुनाव में ST आरक्षित सीट से चुनाव जीतकर अध्यक्ष पद हासिल किया है.

छत्तीसगढ़ आएंगे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, सीएम साय ने ली अफसरों की बैठक, तैयारियों को लेकर दिए निर्देश

रायपुर- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 जून को छत्तीसगढ़ आएंगे. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केंद्रीय गृह मंत्री के प्रवास को लेकर आज अधिकारियों की बैठक ली और तैयारियों को लेकर निर्देश दिए. बता दें कि अमित शाह नया रायपुर में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) के कैंपस और फॉरेंसिक लैब का भूमिपूजन करेंगे. सुरक्षा कैंप में जवानों से संवाद करेंगे. अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी करेंगे.

बैठक में गृह मंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, पी. दयानंद, डॉ. बसव राजू एस, प्रशासन एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

पहली बार राजधानी पहुंचे बीजापुर के सुदूर गांवों के युवा, मुख्यमंत्री से आत्मीय मुलाकात कर रखी अपनी बात

रायपुर-  इच्छाशक्ति, संवेदना और समावेशी नीति से हमने बस्तर में बदलाव की नई शुरुआत की है। बस्तर के युवाओं का आत्मबल ही हमारी प्रेरणा है और हम सब मिलकर नया बस्तर गढ़ेंगे। आप सभी ने पहली बार राजधानी रायपुर को देखा है, आप सभी का यहां स्वागत है और आपकी यह यात्रा सुखद और चिरस्मरणीय हो। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज अपने निवास में प्रदेश के सुदूर और नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के नियद नेल्ला नार ग्राम पंचायतों के 96 युवक-युवतियों के दल से आत्मीय संवाद कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार 'नियद नेल्ला नार' जैसी योजनाओं के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की नई राह खोल रही है। उन्होंने कहा कि आप छत्तीसगढ़ के भविष्य हैं और आप सभी की भागीदारी से ही हम बस्तर क्षेत्र और प्रदेश को आगे लेकर जायेंगे। श्री साय ने कहा कि 'नियद नेल्ला नार’ योजना से जुड़कर जहां गांवों की तस्वीर बदल रही है, वहीं युवाओं को भी आत्मनिर्भरता और सम्मानजनक जीवन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि हमारी सरकार आपके क्षेत्र में शांति व्यवस्था स्थापित करने में जुटी हुई है और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने ठान लिया है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि माओवादी आपके क्षेत्र में विकास नहीं चाहते, लेकिन विकास के रास्ते आने वाली सभी बाधाओं को हम दूर करेंगे। बस्तर का मनोबल हमें नक्सलवाद जैसी कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने की ऊर्जा दे रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर आपके क्षेत्र में घने जंगल, मनमोहक झरने और ऊँचे पहाड़ हैं। वहां भूमि उपजाऊ है और अच्छी खेती होती है। हमारी सरकार खेती को समृद्ध बनाने के लिए पानी की सुविधा आप तक पहुंचाने का काम कर रही है। श्री साय ने कहा कि आप सभी खेती को बढ़ावा दें और जो विद्यार्थी हैं, वे मन लगाकर अच्छी शिक्षा प्राप्त करें। प्रदेश के विकास में आपका सहयोग हमारे लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने ‘बस्तर ओलंपिक’ और ‘बस्तर पंडुम’ जैसे आयोजनों का उल्लेख करते हुए कहा यह बस्तर की आत्मा की अभिव्यक्ति हैं। इन आयोजनों में हजारों युवाओं, महिलाओं और बच्चों की भागीदारी ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि बस्तर अब नए युग की ओर अग्रसर है। बस्तर की कला, संस्कृति और धरोहर को संजोने का कार्य हम सब मिलकर आगे भी करते रहेंगे। आज बस्तर वासियों ने यह दिखा दिया है कि वे हिंसा नहीं, शांति और विकास चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर की धरती वीरता, धैर्य और स्वाभिमान की प्रतीक रही है और अब हम सब मिलकर इसे विकास और समृद्धि के रास्ते पर आगे लेकर जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की विभिन्न योजनाओं, कौशल प्रशिक्षण, खेल और शिक्षा के माध्यम से सरकार हर युवा को एक नया अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री साय ने युवाओं से आह्वान किया कि वे मुख्यधारा से जुड़कर समाज में बदलाव के वाहक बनें और मजबूत, सुरक्षित व समृद्ध बस्तर के निर्माण में सहभागी बनें।मुख्यमंत्री से युवाओं ने साझा किए अपने विचार, कहा – “बस्तर को बदलने का बनेंगे माध्यम

बीजापुर जिले के सुदूर गांवों से राजधानी पहुंचे युवाओं ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से खुलकर संवाद किया। युवाओं ने न सिर्फ अपने अनुभव साझा किए, बल्कि अपने सपनों और संकल्पों की भी बात की। उन्होंने कहा कि हम शिक्षा, खेल, हुनर और सेवा के रास्ते पर चलकर अपने जीवन को बेहतर बनाना चाहते हैं। बस्तर को बदलना है, और हम इस बदलाव के सहभागी बनना चाहते हैं। युवाओं ने बताया कि 'नियद नेल्ला नार' योजना ने उन्हें नई पहचान और दिशा दी है।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम के साथ ही वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बस्तर के ऐतिहासिक ‘गोंचा महापर्व’ का आमंत्रण : ‘तुपकी’ भेंट कर किया गया सम्मान

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से कल रात्रि उनके निवास परिसर में जगदलपुर विधायक किरण देव के नेतृत्व में गोंचा महापर्व आयोजन समिति के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य भेंट की। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित गोंचा महापर्व में सम्मिलित होने का न्यौता दिया। उन्होंने बताया कि छह सौ वर्षों से अधिक समय से निरंतर मनाया जा रहा यह पर्व बस्तर में सामाजिक समरसता और प्रेम का प्रतीक है।

बस्तर दशहरा के बाद सबसे ज्यादा लंबे समय तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत चंदन यात्रा के साथ 11 जून से हो चुकी है। प्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि पर्व के अंतर्गत 26 जून को नेत्रोत्सव पूजा तथा 27 जून को श्री गोंचा रथयात्रा का आयोजन होगा। 5 जुलाई को बाहुड़ा गोंचा रथयात्रा के साथ महापर्व का समापन होगा। इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री श्री साय को बस्तर की परंपरा अनुसार ‘तुपकी’ भेंट कर सम्मानित किया।

उल्लेखनीय है कि गोंचा महापर्व में तुपकी चलाने की सदियों पुरानी परंपरा है। बस्तर के आदिवासी पोली बांस की नली से तुपकी तैयार करते हैं, जिसमें एक विशेष पौधे का फल डालकर बलपूर्वक दबाया जाता है, जिससे पटाखे जैसी आवाज उत्पन्न होती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आमंत्रण के लिए आभार व्यक्त करते हुए गोंचा महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

प्रतिनिधि मंडल में 360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष वेदप्रकाश पाण्डे, गोंचा समिति अध्यक्ष चिंतामणि पाण्डे सहित हेमंत पाण्डे, रजनीश पाणिग्राही, नरेंद्र पाणिग्राही, सुदर्शन पाणिग्राही, पुरुषोत्तम जोशी, मुक्तेश्वर पांडे, बनमाली पाणिग्राही, दिनेश पाणिग्राही, दिलेश्वर पाण्डे, प्रशांत पाणिग्राही, देवशंकर पंडा, विजय पांडे, आत्माराम जोशी, देवकृष्ण पाणिग्राही, जयप्रकाश पाढ़ी, वैभव पाण्डे, चुम्मन पांडे, सोमप्रकाश जोशी, वेणुधर पाणिग्राही, प्रदीप पाढ़ी, सोमेश जोशी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।

पानी भरे डबरी में जा गिरी तेज रफ्तार कार, एक की मौत

खैरागढ़- जिले के खैरागढ़-धमधा मार्ग पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यहां एक तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार अनियंत्रित होकर ग्राम गाड़ाडीह के पास सड़क किनारे स्थित डबरी में जा गिरी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।

मिली जानकारी के अनुसार, ललित साहू (45 वर्ष) एवं अनिरुद्ध जंघेल (55 वर्ष), दोनों निवासी ग्राम साल्हेकला, खैरागढ़ से बैंक संबंधी कार्य निपटाकर स्विफ्ट डिजायर कार से वापस लौट रहे थे। गाड़ाडीह के समीप मोड़ पर तेज रफ्तार के कारण कार का संतुलन बिगड़ गया और वह पलटकर डबरी में समा गई। हादसे के समय स्थल पर सन्नाटा था, जिससे किसी को तुरंत जानकारी नहीं मिल सकी। करीब आधे घंटे बाद वहां से गुजर रहे राहगीरों ने पलटी हुई कार देखी और तुरंत पुलिस तथा 108 एंबुलेंस को सूचना दी।

मौके पर पहुंची पुलिस और ग्रामीणों की मदद से राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। काफी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला गया। दुर्भाग्यवश, ललित साहू की डूबने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अनिरुद्ध जंघेल को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल खैरागढ़ भेजा गया। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।