वीडियो देखकर घबराएं नहीं, इजरायल में सब ठीक है,हम सुरक्षित है
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नितेश श्रीवास्तव
भदोही। करीब आठ महीने बाद इजराइल-ईरान के बीच एक बार फिर जंग शुरू हो गई। वहां पर मिसाइलों और बम के धमाकों की गूंज ने कालीन नगरी के कुछ परिवारों की चिंता बढ़ा दी है। सुबह, दोपहर शाम परिजन वीडियो कॉल पर युवा श्रमिकों से बात कर कुशलक्षेम पूछ रहे हैं। वह परिजनों से आपबीती बताते हैं। घर वाले घबराएं न, इसलिए सब ठीक होने की बात कहते हैं।
ज्ञानपुर बैराखास के रहने वाले सुनील विश्वकर्मा बताते हैं। उनके भाई अनिल विश्वकर्मा 11 माह पूर्व इजराइल गए हैं। वह कारपैंटर (शटरिंग) का काम करने वहां गए हैं। वह येरूसलम के समीप एक शहर में रहते हैं।वह बताते हैं कि खतरा जिस क्षेत्र में बढ़ता है, वहां सायरन बजता है। फोन पर भी सरकार का अलर्ट जारी होता है। 10 से 12 किमी दूर मिसाइलें गिर रही हैं। अलर्ट पर बंकरों में लोग छिपते हैं। हम लोग घर के महिलाओं को कुछ नहीं बताते। वहां का समाचार देखकर चिंता होती है।
हम लोग उन्हें आश्वासन देते हैं, लेकिन वह अभी समस्या नहीं बता रहे हैं। अनिल विश्वकर्मा से वीडियो कॉल पर बात कर हालात को समझने का प्रयास किया, तो अनिल ने कहा कि उनके रिहायशी एरिया में सब ठीक-ठाक है। आसमान में मिसाइल जाते दिखते हैं। प्रकाश व धुंए भी दिखते हैं। लगता है कि 10-15 किलोमीटर दूरी पर धमाके हो रहे हैं। बैराखास के ही रहने वाले रामलाल और उनका परिवार भी बेहद चिंतित और भयभीत है। उनके भाई रामसूरत इजराइल करीब आठ महीने पूर्व गए थे। वह तेल अवीव में रह रहे हैं।
रामसूरत ने वीडियो कालिंग में बताया कि अभी यहां पर छुट्टी चल रही है। घर से करीब 10 किमी दूर धमाके की आवाज सुनाई जाती है। यहां पर हर एक किमी पर बंकर बनाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर हम वहां पर जाएंगे। भुसौला गांव के रहने वाले अंजीत बिंद 15 मई 2024 को इजरायल गए हैं। वह राज मिस्त्री का काम करते हैं। वह इजरायल के सलाम शहर में है। परिवार से उनकी लगातार बातचीत होती है। श्रम प्रवर्तन अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि पहले चरण में 300 लोगों ने आवेदन किया। जिसमें 14 मेडिकल समेत अन्य प्रक्रिया पूर्ण कर इजराइल गए हैं।
Jun 16 2025, 17:18