बकरीद को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क, बूढ़नपुर में निकाला गया फ्लैग मार्च जनता को सुरक्षा का दिलाया भरोसा, उल्लंघन करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
बूढ़नपुर/आजमगढ़। आगामी बकरीद पर्व को लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से बूढ़नपुर नगर पंचायत में पुलिस प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए फ्लैग मार्च का आयोजन किया। सीओ बूढ़नपुर किरण पाल सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष अतरौलिया अमित कुमार मिश्रा, चौकी इंचार्ज राम निहाल वर्मा सहित भारी पुलिस बल ने नगर के विभिन्न क्षेत्रों में मार्च निकाला।फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय नागरिकों से संवाद कर उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया। सीओ किरण पाल सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि बकरीद का पर्व सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया जाए, किसी भी तरह की अशांति फैलाने की कोशिश करने वालों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि पर्व के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। मांस या खून आदि को सार्वजनिक स्थानों पर न फेंकें, जिससे गंदगी न फैले और किसी की धार्मिक भावनाएं आहत न हों।फ्लैग मार्च के जरिए पुलिस ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि त्योहार को शांतिपूर्वक और सुरक्षित माहौल में मनाया जाएगा, और किसी भी प्रकार की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
न्यायिक कार्य बंधित कर प्रतिदिन हड़ताल करना निंदनीय। तहसीलदार ने बार संघ अध्यक्ष को लिखा पत्र









बरदह।मार्टिनगंज तहसीलदार ने बार संघ अध्यक्ष को लिखा पत्र। मार्टिनगंज तहसील परिसर में अधिवक्ताओं का आज फिर हड़ताल रहा। जिसपर तहसील बार संग अध्यक्ष प्रेमचंद से वार्ता की गई तो उन्होंने कहा हमारे पड़ोसी तहसील फूलपुर से अधिवक्ता बार संघ का अनिश्चित कालीन चल रहे हड़ताल का समर्थन करने का आज प्रताव आया था ।जिनके समर्थन में आज हमारे मार्टिनगंज तहसील में सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत हुए हैं ।जब पूछा गया कि क्या यह अनिश्चित कालीन आगे भी रहेगा तो उन्होंने कहा नहीं मेरे समझ से प्रतिदिन हड़ताल करना ठीक नहीं क्योंकि तहसील के समस्त न्यायालयों में बहुत से वाद जैसे धारा 34,24,61 आदि की ज्यादा फाइलें पेंडिंग पड़ी है जिनका निस्तारण होना भी जरूरी है। जिन्हें आने वाले बारिश में राजस्व कर्मियों द्वारा सम्पादन कराने में समस्या होगी । और आय दिन किसी निजी कार्य हेतु अनावश्यक हड़ताल करने से वादकारियों का विश्वास हम अधिवक्ताओं के ऊपर से समाप्त हो जाएगा ।ऐसी स्थिति में हमारी सभी अधिवक्ता बंधुओं से निवेदन है कि सप्ताह में कम से दो,चार दिन कोर्ट चलाएं । बताते चलें कि फूलपुर तहसील बार संघ मंत्री संजय यादव द्वारा अपने ग्राम सभा में आबादी की एवं मिलजुमला भूमि पर बिना विभाजन के कब्जा पाने हेतु प्रयास किया जा रहा था जिसे तहसील प्रशाशन द्वारा रोक दिया गया था ।जिसके विरोध में फूलपुर तहसील बार संघ हफ्तों से हड़ताल पर बैठा है जिससे संपूर्ण न्यायिक कार्य बंधित पड़े हैं। जिसकी निंदा इलाहाबाद हाईकोर्ट ऑफ प्रेसिडेंट अनिल कुमार तिवारी एवं बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैंन पांचू राम भी कर चुके हैं। वहीं फूलपुर तहसील के एक अधिवक्ता ने कहा कि हम कोर्ट चलना चाहते है परंतु बार संघ के पदाधिकारी अपनी मनमानी से कोर्ट न चलाने का प्रस्ताव कर देते हैं ।तो मजबूरन हमें संघ के प्रस्ताव को मानना होता है।और लगातार कोर्ट न चलने से हमें भी अपने मुवक्किलों को जवाब देना पड़ता है। क्योंकि कोर्ट चलेगा तभी वादकारी हमे शुल्क देंगे जिससे हमारा जीवन यापन होता है। वहीं फूलपुर उपजिलाधिकारी संत रंजन ने भी वार्ता के दौरान अस्पष्ट कहा कि हमारे तहसील क्षेत्र के गांव समसा में मिलजुमला गाटा नंबर की भूमि है जिसमें हमारी सरकारी भूमि है और उसी गाटे में स्थानीय तहसील बार संघ के मंत्री संजय कुमार यादव की भी कुछ अंश जमीन है जिन्हें ओ बिना विभाजन के ही रोड की तरफ एक गरीब की मंडई हटवाकर कब्जा पाना चाहते हैं ।जो बिना विधिक कार्यवाई के संभव नहीं ।हमारे तहसील प्रशासन द्वारा जो विधि न्यायसंगत होगा वहीं किया जायेगा ।जिससे आम जनमानस का विश्वास शासन प्रशाशन पर बनी रहें। फिलहाल अब तहसील बार संघ द्वारा आय दिन हड़ताल प्रस्ताव करने का विरोध अंदर खाने सामान्य अधिवक्ताओं एवं आम नागरिकों में भी दिख रहा है। हालांकि आज फूलपुर बार संघ अधिवक्ताओं का एक गुट तहसीलदार कमल कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए वार्ता की है जिसपर फूलपुर तहसीलदार कमल कुमार सिंह द्वारा बार संघ अध्यक्ष विनोद यादव को मसले को हल कराने हेतु पत्र भेजा गया।अब देखना है कि क्या तहसील फूलपुर अधिवक्ता बार संघ अब अपना अनिश्चित कालीन हड़ताल बंद कर न्यायिक कार्य पर वापस लौटती है या माहौल जस के तस रहेगा।
बहला फुसलाकर विवाहिता को भागने वाला प्रेमी और विवाहिता पकड़े गए प्रेमी फरार








बरदह थाना क्षेत्र के महुजा नेवादा गांव निवासी निक्कू राजभर पुत्र स्वर्गीय सुखराज राजभर ने शुक्रवार को स्थानीय थाने पर तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि मेरी विवाहिता पुत्री रूमा राजभर पत्नी सतीश ग्राम भोजपुर थाना देवगांव कोतवाली में पिछले महीने 11 मई को हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी संपन्न हुआ था गुरुवार सुबह दूर के रिश्तेदार सचिन राजभर पुत्र महेंद्र वह दोस्त मनीष राजभर ग्राम मझूरिया थाना शाहगंज जौनपुर निवासी प्रेम जाल में बहला फुसला कर मोबाइल फोन करके बुलाया बरदह बाजार में बाईक द्वारा जौनपुर भंडारी रेलवे स्टेशन ले गया ससुराल पक्ष द्वारा सूचना मिली कि विवाहिता रूमा घर पर नहीं है खबर लगते ही परिवार में कोहरामच गया पता करने पर रूमा राजभर जौनपुर रेलवे पर रोती हुई मिली ससुराल ले जाने पर ससुराल पक्ष ने रखने से इनकार कर दिया सचिन की परिजनों को फोन करने पर गुप्त लोग गाली गलौज देते हुए मारने पीटने की धमकी दे रहे हैं मेरी पुत्री के साथ शादी विवाह करने से मना कर रहा है वही रूमा राजभर ने बताया कि सचिन से हमारे घर आता जाता था और इस दौरान 4 साल से मेरा प्रेम चल रहा था हम बहकावे में आ गए थे थाना अध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मामला घटनास्थल दूसरे स्थान का है फिर भी पीड़ित को न्याय दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी ।
काली माता मंदिर में भंडारा किया गया और माता का पूजा पाठ किया गया
बरदह ।आजमगढ़ स्थानीय क्षेत्र के बैरीचंद्र ग्राम सभा में शुक्रवार को तीन दिवसीय नवनिर्मित मंदिर पर काली माता की मूर्ति विधिविधान पूर्वक पूजन अर्चन कर 108 कन्याओं द्वारा कलश यात्रा जुलूस पूरे गांव में गाजे बाजे डीजे के साथ निकाला गया काली माता जी मूर्ति स्थापना पर क्षेत्रीय गणमान्य लोगों ने बढ़ चढ़ कर भाग लेते हुए जय कारे लगाते हुए प्रसाद ग्रहण किया । स्थानीय क्षेत्र बैरी चन्द्र गांव में नवनिर्मित काली माता मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा स्थापना विद्वान पंडित श्री भास्कर मिश्रा समेत तीन बाह्मण विधान द्वारा विधिविधान पूर्वक तीन दिवसीय वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा पूजन अर्चन कर शुक्रवार को 108 युवतियों महिलाओं ने कलश यात्रा जुलूस गाजे बाजे रथ डीजे के साथ नवनिर्मित मंदिर का श्रद्धालुभक्तो द्वारा सात बार परिक्रमा कर गांव के काली मंदिर बजरंगबली मंदिर डीह बाबा मंदिर दुर्गा मंदिर बूढ़ऊ बाबा मंदिर महादेव मंदिर होते हुए नवनिर्मित काली मंदिर पहुंचा कलश यात्रा में श्रद्धालु भक्तों द्वारा डीजे के धुन पर थिरकते हुए काली माता की जय से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया वही भंडारे में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण करते हुए काली माता आशीर्वाद लेते हुए जयकारे लगाए । इस अवसर पर कार्यक्रम सहयोगी श्रीप्रकाश राजभर रामसकल राजभर हरिराम राजभर डा संजय राजभर डा रामदास राजभर मनीराम शिवमूरत राजभर समेत आदि लोग मौजूद रहे ।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की समीक्षात्मक बैठक प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में आयोजित की गई
आजमगढ़ ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन जिला स्तरीय बैठक जिला कार्यालय में प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश द्विवेदी के नेतृत्व में समीक्षामक बैठक की गई इस बैठक में सभी तहसीलों के तहसील अध्यक्ष जिला अध्यक्ष सहित मंडल के सदस्य उपस्थित रहे इस समीक्षात्मक बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया कि प्रत्येक रविवार को हर तहसील पर एक बैठक होनी चाहिए जिसमें जिले से या कोई विशिष्ट अतीत अवश्य उपस्थित हो जिले की बैठक दो महीने पर एक बार और मंडल में 3 महीने पर दो बार मीटिंग होना अति आवश्यक है यह ऊपर से आदेश है प्रदेश अध्यक्ष जी का ग्रामीण पत्रकार संगठन को कैसे और मजबूत बनाया जाए एवं आगे और कैसे बढ़ाया जाए सभी साथियों को साथ लेकर एवं उनके सुख दुख में सहभागी बनकर कंधे से कंधा मिलाकर संगठन को मजबूती देना है अपने प्रत्येक साथियों को मीटिंग करना और एक दूसरे से मिलना अति आवश्यक है क्योंकि इससे अंतरात्मा से आत्मिता बनी रहती है और एक तरह की ऊर्जा उत्पन्न होती है कोई दिक्कत परेशानी हो हमसे मिले जिला अध्यक्ष से मिले उन्होंने पत्रकारिता अधिकारियों अपने बीच में सामंजस बनाकर करना चाहिए जिला अध्यक्ष वृजभूषण उपाध्याय ने कहा कि हमारी तहसील और हम लोग के बीच सामंजस अच्छे हैं और प्रदेश अध्यक्ष ने देख भी लिया है कि हम लोग कितने संगठन के लिए कार्य कर रहे हैं और आगे भी और अच्छा कार्य करेंगे और संगठन को आगे बढ़ाएंगे या संगठन तभी प्रदेश में आप सभी जिलों में उपस्थित है अंत में भारत माता की जय एवं ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की जय बोलते हुए कार्यक्रम का समापन किया एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी तहसील अध्यक्षों का एवं प्रदेश उपाध्यक्ष और मंडलअध्यक्ष वीरभद्र सिंह का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए जिला अध्यक्ष ने कार्यक्रम का समापन किया कार्यक्रम में उपस्थित प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश द्विवेदी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष वीरभद्र प्रताप सिंह ने किया एवं संचालन जिला अध्यक्ष वृजभूषण उपाध्याय ने किया कार्यक्रम में उपस्थित कृष्ण मोहन उपाध्याय पौरुष पांडे चंद्रिका प्रताप यादव प्रदीप वर्मा अजय सिंह नायक यादव विजय सिंह विवेक तिवारी सत्येंद्र सिंह मनोज सिंह आशुतोष मिश्रा शशिकांत पांडे भूपेंद्र यादव दिनेश तिवारी देवेंद्र मिश्रा असित कुमार आदि लोगों उपस्थित रहे कार्यक्रम का समापन जिला अध्यक्ष बृजभूषण उपाध्याय सबको धन्यवाद करते हुए समापन किया।
गोरखपुर मंदिर का महंत बताकर फर्जी महंत ने लोगों से की लाखों की ठगी* सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की उगाई की









आजमगढ़/उत्तर प्रदेश।* यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरखपुर मंदिर के नाम पर ठगी करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। पूर्व में भी कुछ लोगों ने "योगी कॉरपोरेशन आफ इंडिया" नामक संस्था बनाकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी की थी। अब ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की तहसील सगड़ी के थाना जीयनपुर क्षेत्र का आया है। थाना क्षेत्र के अंतर्गत रजादेपुर सन्यासी मठ के नाम से गोरखपुर-आजमगढ़ मार्ग पर एक प्राचीन मठ स्थित है। पूर्व में इस मठ के महंत शिव हर्ष भारती थे जिनका कुछ वर्ष पूर्व बीमारी के चलते निधन हो गया था। इसके बाद कोठिया मठ के महंत शिव शंकर भारती को रजादेपुर मठ का कार्यवाहक एवं संरक्षक बनाया गया। इस दौरान महंत शिव शंकर भारती एक शिष्य शत्रुघ्न मिश्र को रजादेपुर मठ में स्थित संस्कृत महाविद्यालय में विद्या अध्ययन के लिए लेकर आए। मगर शिव शंकर भारती को क्या पता था कि शातिर दिमाग शत्रुघ्न मिश्र वर्तमान नाम शिवसागर भारती उनके साथ ही षड्यंत्र रच देगा। शातिर दिमाग शिवसागर भारती ने धन का लालच देकर प्रशासनिक अधिकारियों से मिली भगत कर अपने सारे दस्तावेज तैयार करवा लिए एवं मठ के परिवार रजिस्टर में भी जालसाजी कर अपना नाम दर्ज करवा लिया। जब महंत शिव शंकर भारती एवं संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य वीरेंद्र मिश्रा सहित अन्य लोगों ने इसका विरोध किया तो शिवसागर भारती ने सभी पर झूठे मुकदमे दर्ज करवा दिए। इतना ही नहीं जालसाजी एवं फर्जी दस्तावेज लगाकर मठ संपत्ति की विरासत में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया जिससे संबंधित मामला आजमगढ़ आयुक्त न्यायालय में विचाराधीन है। शिवसागर भारती का लालच यही नहीं रुक उसने अपने आप को गोरखपुर मंदिर का महंत एवं रजादेपुर मठ को गोरखपुर मंदिर से संबंधित होने का भ्रम फैलाना शुरू कर दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने गुरु का गुरु भाई भी बताने लगा एवं ट्रूकॉलर पर गोरखपुर मंदिर के महंत का स्टेटस लगा लिया। जिससे कई लोग शिवसागर के प्रभाव में आकर ठगी का शिकार बन गए। सूत्रों के अनुसार सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने के नाम पर शिवसागर द्वारा क्षेत्र के लोगों से लाखों रुपए की ठगी की गई। गोरखपुर मंदिर का महंत जानकर लोगों ने डर की वजह से इसकी शिकायत भी नहीं की क्योंकि शिकायत करने पर शिवसागर भारती सभी को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भिजवाने की धमकी देता था। इस संबंध में इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकील एवं सामाजिक कार्यकर्ता मानकदीन भुर्जी ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखित पत्र के माध्यम से शिकायत की है एवं शिवसागर भारती के विरुद्ध इन सभी मामलों में उच्च स्तरीय जांच का निवेदन किया है। शिवसागर भारती ने एक सामाजिक संस्था बनाने के नाम पर भी कई लोगों से लाखों रुपया ले लिया जब संस्था द्वारा कोई भी सामाजिक काम नहीं किया गया तब संस्था में शामिल सदस्यों ने इस संबंध में लिखित शिकायत जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से एसपी आजमगढ़ से की है। शत्रुघ्न मिश्र बहुत ही शातिर दिमाग है जिसने अपना नाम बदलकर शिवसागर भारती सभी दस्तावेजों में करवा लिया एवं सभी को हटाकर पूरे मठ का मालिक बन बैठा। ऐसे व्यक्तियों द्वारा साधु- संतों के नाम को कलंकित किया जा रहा है। कानून के प्रति समाज में विश्वास एवं अपराधियों को कानून का सख्त संदेश देने के लिए इन पर कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है। अब देखना यह है की शिवसागर भारती पर पुलिस प्रशासन द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है एवं पीड़ितों को न्याय मिल पाता है अथवा नहीं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ के महंत हैं और अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान वह गोरखनाथ मंदिर में जनता से मुलाकात करते हैं। उनके नाम का दुरुपयोग करना बहुत बड़ा अपराध है।
गोरखपुर मंदिर का महंत बताकर फर्जी महंत ने लोगों से की लाखों की ठगी* सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की उगाई की









आजमगढ़/उत्तर प्रदेश।* यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरखपुर मंदिर के नाम पर ठगी करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। पूर्व में भी कुछ लोगों ने "योगी कॉरपोरेशन आफ इंडिया" नामक संस्था बनाकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी की थी। अब ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की तहसील सगड़ी के थाना जीयनपुर क्षेत्र का आया है। थाना क्षेत्र के अंतर्गत रजादेपुर सन्यासी मठ के नाम से गोरखपुर-आजमगढ़ मार्ग पर एक प्राचीन मठ स्थित है। पूर्व में इस मठ के महंत शिव हर्ष भारती थे जिनका कुछ वर्ष पूर्व बीमारी के चलते निधन हो गया था। इसके बाद कोठिया मठ के महंत शिव शंकर भारती को रजादेपुर मठ का कार्यवाहक एवं संरक्षक बनाया गया। इस दौरान महंत शिव शंकर भारती एक शिष्य शत्रुघ्न मिश्र को रजादेपुर मठ में स्थित संस्कृत महाविद्यालय में विद्या अध्ययन के लिए लेकर आए। मगर शिव शंकर भारती को क्या पता था कि शातिर दिमाग शत्रुघ्न मिश्र वर्तमान नाम शिवसागर भारती उनके साथ ही षड्यंत्र रच देगा। शातिर दिमाग शिवसागर भारती ने धन का लालच देकर प्रशासनिक अधिकारियों से मिली भगत कर अपने सारे दस्तावेज तैयार करवा लिए एवं मठ के परिवार रजिस्टर में भी जालसाजी कर अपना नाम दर्ज करवा लिया। जब महंत शिव शंकर भारती एवं संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य वीरेंद्र मिश्रा सहित अन्य लोगों ने इसका विरोध किया तो शिवसागर भारती ने सभी पर झूठे मुकदमे दर्ज करवा दिए। इतना ही नहीं जालसाजी एवं फर्जी दस्तावेज लगाकर मठ संपत्ति की विरासत में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया जिससे संबंधित मामला आजमगढ़ आयुक्त न्यायालय में विचाराधीन है। शिवसागर भारती का लालच यही नहीं रुक उसने अपने आप को गोरखपुर मंदिर का महंत एवं रजादेपुर मठ को गोरखपुर मंदिर से संबंधित होने का भ्रम फैलाना शुरू कर दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने गुरु का गुरु भाई भी बताने लगा एवं ट्रूकॉलर पर गोरखपुर मंदिर के महंत का स्टेटस लगा लिया। जिससे कई लोग शिवसागर के प्रभाव में आकर ठगी का शिकार बन गए। सूत्रों के अनुसार सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने के नाम पर शिवसागर द्वारा क्षेत्र के लोगों से लाखों रुपए की ठगी की गई। गोरखपुर मंदिर का महंत जानकर लोगों ने डर की वजह से इसकी शिकायत भी नहीं की क्योंकि शिकायत करने पर शिवसागर भारती सभी को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भिजवाने की धमकी देता था। इस संबंध में इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकील एवं सामाजिक कार्यकर्ता मानकदीन भुर्जी ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखित पत्र के माध्यम से शिकायत की है एवं शिवसागर भारती के विरुद्ध इन सभी मामलों में उच्च स्तरीय जांच का निवेदन किया है। शिवसागर भारती ने एक सामाजिक संस्था बनाने के नाम पर भी कई लोगों से लाखों रुपया ले लिया जब संस्था द्वारा कोई भी सामाजिक काम नहीं किया गया तब संस्था में शामिल सदस्यों ने इस संबंध में लिखित शिकायत जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से एसपी आजमगढ़ से की है। शत्रुघ्न मिश्र बहुत ही शातिर दिमाग है जिसने अपना नाम बदलकर शिवसागर भारती सभी दस्तावेजों में करवा लिया एवं सभी को हटाकर पूरे मठ का मालिक बन बैठा। ऐसे व्यक्तियों द्वारा साधु- संतों के नाम को कलंकित किया जा रहा है। कानून के प्रति समाज में विश्वास एवं अपराधियों को कानून का सख्त संदेश देने के लिए इन पर कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है। अब देखना यह है की शिवसागर भारती पर पुलिस प्रशासन द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है एवं पीड़ितों को न्याय मिल पाता है अथवा नहीं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ के महंत हैं और अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान वह गोरखनाथ मंदिर में जनता से मुलाकात करते हैं। उनके नाम का दुरुपयोग करना बहुत बड़ा अपराध है।
विश्व पर्यावरण दिवस पर तहसील मे लगाए गए पेड़ पौधे











तहसील परिसर में किया वृक्षारोपण आज़मगढ़ जिले के बूढ़नपुर तहसील परिसर में उपजिलाधिकारी एस. एन. त्रिपाठी की अध्यक्षता में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक दर्जन से अधिक पौधे लगाकर तहसील परिसर में पौधारोपण किया गया। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें पर्यावरण को संतुलित रखने की जरूरत है। इस श्रृंखला को आगे बढ़ते हुए एक-एक व्यक्ति कम से कम दो-दो पौधे लगाकर उनका संरक्षण करें। तभी जाकर के पर्यावरण संरक्षण किया जा सकता है। इतना ही नहीं हमें आज के दिन यह संकल्प लेने की जरूरत है कि हम अपने आसपास खाली पड़ी जमीन पर अधिक से अधिक पौधारोपण करें। हमें अपने बच्चों के जन्मदिन पर एक पौधा लगाकर उसे जन्मदिन की बधाई देनी चाहिए। जो पौधे लगाए गए हैं हमें उन पौधों की सुरक्षा करनी चाहिए। पौधरोपण में हिस्सा लेने वाले में तहसीलदार शिव प्रकाश सरोज, क्षेत्रीय वन अधिकारी वीर बहादुर सिंह, तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमप्रकाश श्रीवास्तव, बलराम यादव, मिथिलेश सिंह, सूर्य प्रकाश यादव, जगत नारायण तिवारी, योगेंद्र यादव, वन विभाग के कर्मचारियों में पंकज सिंह,परमेन्द्र यादव सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
गोरखनाथ मंदिर के नाम पर फर्जीवाड़ा: योगी आदित्यनाथ को गुरु भाई बताकर की लाखों की ठगी, हाईकोर्ट वकील ने पीएम से की शिकायत शातिर ठग शिवसागर भारती
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में गोरखनाथ मंदिर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील अंतर्गत जीयनपुर थाना क्षेत्र के रजादेपुर मठ में एक फर्जी महंत ने न सिर्फ धार्मिक संस्था की आस्था को ठेस पहुंचाई, बल्कि सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर डाली। अब इस पूरे प्रकरण की शिकायत हाईकोर्ट के वकील द्वारा सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई है। जानकारी के अनुसार, रजादेपुर स्थित प्राचीन सन्यासी मठ के पूर्व महंत शिव हर्ष भारती के निधन के बाद कोठिया मठ के महंत शिव शंकर भारती को कार्यवाहक नियुक्त किया गया था। उन्हीं के साथ एक शिष्य शत्रुघ्न मिश्र संस्कृत महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने आया था। लेकिन बाद में उसने नाम बदलकर खुद को शिवसागर भारती घोषित कर दिया और मठ की संपत्ति पर जबरन कब्जा कर लिया। सूत्रों के अनुसार, शातिर ठग शिवसागर भारती ने प्रशासनिक मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए और मठ के परिवार रजिस्टर में अपना नाम दर्ज करवा लिया। विरोध करने पर महंत शिव शंकर भारती व संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य समेत कई लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करा दिए। गोरखपुर मंदिर से जोड़कर फैलाया भ्रम शिवसागर भारती ने खुद को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर का महंत बताते हुए लोगों को भ्रमित करना शुरू कर दिया। ट्रूकॉलर पर भी उसने अपना स्टेटस “गोरखपुर मंदिर महंत” लिख रखा है। यही नहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना गुरु का गुरु भाई बताकर उसने कई भोले-भाले लोगों से सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर मोटी रकम वसूली। शिकायत करने वालों को दी धमकी पीड़ितों का कहना है कि जब किसी ने शिकायत करने की हिम्मत की, तो शिवसागर ने उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी दी। उसका दबदबा ऐसा बन गया कि लोग डर के मारे चुपचाप ठगी का शिकार होते रहे। हाईकोर्ट वकील ने पीएम को भेजी शिकायत इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता मानकदीन भुर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इसके अलावा, शिवसागर भारती द्वारा बनाई गई एक फर्जी सामाजिक संस्था के खिलाफ भी जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की गई है। क्या अब जागेगा प्रशासन? धार्मिक स्थलों और नेताओं के नाम पर ठगी करने वाले ऐसे फर्जी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई न सिर्फ कानून का सम्मान बहाल करेगी, बल्कि समाज में फैल रही धार्मिक आस्था के नाम पर धोखाधड़ी को भी रोकेगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण में क्या कदम उठाता है और क्या पीड़ितों को न्याय मिल पाता है।
कबरूद्दीनपुर में मोबाइल कोर्ट का आयोजन, 7 मामलों का हुआ निस्तारण
आजमगढ़: बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के कबरूद्दीनपुर गांव स्थित पंचायत भवन पर शुक्रवार को मोबाइल कोर्ट का आयोजन किया गया। इस विशेष न्यायिक शिविर में बूढ़नपुर न्यायिक अधिकारी रविंद्र कुमार रावत की अध्यक्षता में न्यायिक कार्यवाही संपन्न हुई। मोबाइल कोर्ट में विभिन्न प्रकार के मामलों की सुनवाई की गई, जिसमें आपसी सुलह-समझौते के आधार पर निर्णय लिया गया। वहीं कुछ आपराधिक मामलों का निस्तारण आरोपियों के जुर्म स्वीकारने एवं उन पर अर्थदंड लगाकर किया गया। कुल मिलाकर इस मोबाइल कोर्ट में 7 मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण किया गया। इस अवसर पर न्यायालय के कर्मचारियों के साथ-साथ अधिवक्तागण पारस यादव, राजेश मौर्य, जय प्रकाश मौर्य, अरविंद यादव, चन्द्रमणि चतुर्वेदी, हरिगोविंद पाण्डेय एवं अब्दुल रहमान मौजूद रहे। साथ ही ग्राम पंचायत अधिकारी देवेंद्र तिवारी, ग्राम प्रधान सुरजीत कुमार, लेखपाल कृष्ण कांत त्रिपाठी, कृपा शंकर यादव सहित कई अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही।ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस तरह के न्यायिक शिविरों का आयोजन गांव-गांव में किया जाएगा जिससे लोगों को न्याय सुलभ हो सके।





आजमगढ़: बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के कबरूद्दीनपुर गांव स्थित पंचायत भवन पर शुक्रवार को मोबाइल कोर्ट का आयोजन किया गया। इस विशेष न्यायिक शिविर में बूढ़नपुर न्यायिक अधिकारी रविंद्र कुमार रावत की अध्यक्षता में न्यायिक कार्यवाही संपन्न हुई। मोबाइल कोर्ट में विभिन्न प्रकार के मामलों की सुनवाई की गई, जिसमें आपसी सुलह-समझौते के आधार पर निर्णय लिया गया। वहीं कुछ आपराधिक मामलों का निस्तारण आरोपियों के जुर्म स्वीकारने एवं उन पर अर्थदंड लगाकर किया गया। कुल मिलाकर इस मोबाइल कोर्ट में 7 मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण किया गया। इस अवसर पर न्यायालय के कर्मचारियों के साथ-साथ अधिवक्तागण पारस यादव, राजेश मौर्य, जय प्रकाश मौर्य, अरविंद यादव, चन्द्रमणि चतुर्वेदी, हरिगोविंद पाण्डेय एवं अब्दुल रहमान मौजूद रहे। साथ ही ग्राम पंचायत अधिकारी देवेंद्र तिवारी, ग्राम प्रधान सुरजीत कुमार, लेखपाल कृष्ण कांत त्रिपाठी, कृपा शंकर यादव सहित कई अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही।ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस तरह के न्यायिक शिविरों का आयोजन गांव-गांव में किया जाएगा जिससे लोगों को न्याय सुलभ हो सके।