उत्तर प्रदेश: सियार, लोमड़ी और मधुमक्खियों के हमलों को मिलेगी "राज्य आपदा" की मान्यता, पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार अब सियार, लोमड़ी और मधुमक्खियों जैसे जंगली जीवों के हमलों को "राज्य आपदा" घोषित करने की तैयारी कर रही है। इस निर्णय के बाद इन घटनाओं में जान गंवाने वाले व्यक्तियों के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जबकि घायल व्यक्तियों का इलाज सरकारी अस्पतालों में निशुल्क किया जाएगा। यह महत्वपूर्ण फैसला मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया।

यह कदम हाल ही में ललितपुर में हुई एक गंभीर घटना के बाद उठाया गया है, जहाँ विकास कार्यों का निरीक्षण करते समय सीडीओ आईएएस कमलाकांत पांडेय पर मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया था। हमले में वे बेहोश होकर जंगल में गिर पड़े। इस घटना में नोडल अधिकारी (रेशम), एडीएम (नमामि गंगे) राजेश श्रीवास्तव समेत तीन अन्य कर्मचारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। डॉक्टरों ने राजेश श्रीवास्तव के चेहरे से लगभग 500 डंक निकाले और उनके कानों से चार मधुमक्खियाँ बाहर निकाली गईं।

सिर्फ मधुमक्खियों के हमले ही नहीं, बल्कि हाल के दिनों में कई जनपदों से सियारों के आतंक की घटनाएँ भी सामने आई हैं, जिनमें ग्रामीणों की जान तक चली गई। इन घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए योगी सरकार ने अब इन्हें "राज्य आपदा" की श्रेणी में लाकर पीड़ितों को उचित सहायता और सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है।

आलमबाग में पुलिस मुठभेड़: बैग लूटने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक घायल, दूसरा फरार

लखनऊ । यूपी की राजधानी के आलमबाग थाना क्षेत्र में बीती देर रात को पुलिस मुठभेड़ में शातिर लुटेरे गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया जबकि दूसरा आरोपी अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गया। यह कार्रवाई उस सूचना के आधार पर की गई जिसमें बताया गया कि 23 मई को आलमबाग बस अड्डे पर बस कंडक्टर का बैग लूटने वाले दो आरोपी देवीखेड़ा रोड की ओर बिना नंबर प्लेट की स्कूटी से आ रहे हैं।

घायल बदमाश को अस्पताल में कराया भर्ती

प्रभारी निरीक्षक आलमबाग के नेतृत्व में पुलिस टीम तत्काल सक्रिय हुई और देवीखेड़ा रोड पर संदिग्ध स्कूटी सवारों को रोकने का प्रयास किया। रोकने पर आरोपियों ने पुलिस पर जानलेवा फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की, जिसमें एक आरोपी गौरव कन्नौजिया पुत्र मुन्ना कन्नौजिया निवासी मोतीनगर, थाना नाका, लखनऊ घायल हो गया। उसे उपचार के लिए तत्काल अस्पताल भेजा गया। वहीं दूसरा आरोपी शुभम उर्फ शिवम मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश जारी है। पुलिस का दावा है कि जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

एक गंभीर अपराध में पुलिस को मिली सफलता

मौके से पुलिस ने एक स्कूटी, दो मोबाइल फोन, एक अवैध तमंचा .315 बोर मय जिंदा कारतूस व एक खोखा कारतूस बरामद किया है। इसके साथ ही वादी का एटीएम कार्ड व 2760 नकद भी जब्त किए गए हैं।

गौरतलब है कि उक्त घटना के संबंध में पहले से ही इसके ऊपर मुकदमा दर्ज है। आलमबाग पुलिस की तत्परता से एक गंभीर आपराधिक प्रकरण में बड़ी सफलता मिली है। फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। लखनऊ पुलिस अपराध की घटनाओं से निपटने के लिए अब पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। ऑपरेशन लगड़ा के तहत लगातार राजधानी में हॉफ एनकाउंटर किया जा रहा है।

लखनऊ में निर्माण कार्य बना खतरा, ट्रैफिक पुलिस की बहादुरी से टला बड़ा हादसा


लखनऊ । यूपी की राजधानी के बंथरा बाजार इलाके में पीएनसी कंपनी द्वारा चल रहे निर्माण कार्य के चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। निर्माण कार्य के कारण रोड के किनारे बना एक गहरा गड्ढा दो वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो सकता था। देर रात यह दोनों वाहन चालक अपनी गाड़ियों समेत इस गड्ढे में गिर पड़े और खुद को बाहर निकालने में असमर्थ हो गए। उन्हें लगा की अब उनके साथ अनहोनी तय है।

कार में सवार चालक समेत दो लोगों का सकुशल बाहर निकाला

हालात गंभीर थे, क्योंकि न तो आसपास कोई मददगार नजर आ रहा था और न ही चालक किसी से संपर्क कर पा रहे थे। इसी दौरान कृष्णा नगर ट्रैफिक ड्यूटी पर टीएसआई देश दीपक, ट्रैफिक सिपाही मयंक राजपूत और शिवनारायण शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर तत्परता दिखायी। बिना समय गंवाए उन्होंने स्थिति की गंभीरता को समझा और दोनों वाहन चालकों को सुरक्षित बाहर निकाला।

ट्रैफिक सिपाही की त्वरित कार्रवाई से दो की बची जान

ट्रैफिक पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई और साहसिक प्रयास से दोनों व्यक्तियों की जान बचाई जा सकी। वाहन चालकों ने जान बचने के बाद राहत की सांस ली ।यह घटना न सिर्फ लखनऊ ट्रैफिक पुलिस की तत्परता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि समय पर की गई छोटी-सी पहल भी किसी की जान बचा सकती है। मौके पर मौजूद लोगों ने भी ट्रैफिक पुलिस के कार्य की सराहना करते हुए उनके जज्बे को सलाम किया। वहीं इसकी जानकारी जब विभागीय अधिकारियों को पता चली तो वह ही सराहा।

रामराज अध्यक्ष, सुरेश महामंत्री, महेंद्र पांडेय संरक्षक एवं सलाहकार चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ का अधिवेशन संपन्न

लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्रदेशीय चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ का प्रांतीय द्विवर्षीय अधिवेशन चुनाव 24 मई को निदेशालय उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के सभागार में संपन्न हुआ। चुनाव अधिकारी हरिशरण मिश्र, अध्यक्ष राज्य कर्मचारी एसोसिएशन सतीश कुमार पांडे, अध्यक्ष राज्य कर्मचारी महासंघ एवं जवाहर भवन/ इंदिरा भवन कर्मचारी संघ ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के उपरांत राम लाल दुबे प्रदेश अध्यक्ष एवं सुरेश सिंह यादव प्रदेश महामंत्री, महेंद्र कुमार पांडेय संरक्षक सलाहकार, हरिकेश प्रसाद प्रांतीय उप महामंत्री चुने गए। रामबदल दुबे कोषाध्यक्ष और अनिल कुमार संप्रेक्षक चुने गए।

अधिवेशन में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था लेकिन अचानक उनका कार्यक्रम दिल्ली लग जाने के कारण उन्होंने अपने लिखित सन्देश में कहा कि सरकार आप के साथ है और कर्मचारी हितों की रक्षा के लिए कृत संकल्पित है। विशेष अतिथि धनंजय शुक्ल, अपर आयुक्त राज्य कर ने अधिवेशन का उद्घाटन किया। चुनाव अधिकारी ने बताया कि निर्वाचित पदाधिकारियों में महेंद्र कुमार पांडेय संरक्षक एवं सलाहकार, मान सिंह कार्यवाहक अध्यक्ष, भारत सिंह यादव वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुने गए। इसके अलावा भाई लाल, रामगोपाल, गिरिजाशंकर, त्रिलोकी प्रसाद, माया देवी, राजेंद्र दुबे, अजित कुमार सहित 32 उपाध्यक्ष चुने गए।

समाधि पर फुल चढ़ाने से अच्छा है, संघर्ष के दिनों में साथ दे : प्रदेश अध्यक्ष सवर्ण आर्मी सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ । सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे का हाथरस’ पहुंचने पर सवर्ण समाज के लोगों ने फूल माला साफ बाद कर स्वागत अभिनंदन किया,सवर्ण आर्मी प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ग्राम नागरा खरिया थाना सासनी जिला हाथरस में सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर विवाद हुआ था ,जिसमे भीम आर्मी के गुंडे सवर्ण ठाकुर के बच्चे ,ब्राह्मण के बच्चे जो दिव्यांग हैं दोनों नाबालिक को अंबेडकर को मूर्ति के सामने माफी मंगवाई फिर बच्चों को कमरे में हाथ बांध कर मारा विडियो बनाया सोशल मीडिया पर वायरल किया ।

थाने पर फर्जी रउरळ अउळ में मुकदमा दर्ज किया ,पीड़ित परिवार से मिले पीड़ित परिवार अपनी पीड़ा बताई कहा कि स्थानीय पुलिस सहयोग नहीं कर रही ,हम लोगों ने आवेदन किया था पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं किया बल्कि मार भी खाई उल्टे फर्जी मुकदमा भी हो गया ,प्रदेश अध्यक्ष सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि डरने का समय गया समाज जाग रहा है,भीम आर्मी एक उग्रवादी संगठन है जो समाज में असंतुलन पैदा कर रहा है इसपर बैन होना चाहिए,परिवार से मिलने के बाद थाना प्रभारी शाहजी से मिल कर ज्ञापन सौंपा,वार्ता की उन्होंने कहा कि मामले का पटाक्षेप कर दिया जाएगा बच्चे को निर्दोष बताते हुए कहा कि संबंधित पर कार्य वही होगी ,स्वागत अभिनंदन में बोलते हुए प्रदेश अध्यक सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि जो समाज के लिए समर्पित भाव से संघर्ष कर रहा है उसका मनोबल बढ़ाने के लिए समाज को आगे आना चाहिए समाधि पर फूल चढ़ाने से अच्छा है संघर्ष के दिनों में साथ दे।

लखनऊ: जिलाधिकारी विशाख जी ने किया मोहन रोड पुल के कैटल घाट और किला मुहम्मदी नगर ड्रेन का निरीक्षण

लखनऊ। जनपद लखनऊ में जिलाधिकारी विशाख जी. ने आज शारदा नहर की लखनऊ शाखा पर ग्राम सरोसा भरोसा स्थित मोहन रोड पुल के दोनों ओर सिंचाई विभाग द्वारा निर्मित कैटल घाट और रिटेनिंग वॉल निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने अवगत कराया कि परियोजना के अंतर्गत: दो आरसीसी 120 मीटर लंबे कैटल घाट तथा कुल 800 मीटर लंबी रिटेनिंग वॉल का निर्माण किया जा रहा है जो लगभग 98 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।

जिलाधिकारी ने नहर मार्ग की मरम्मत और रिक्त नहर भूमि को अतिक्रमण से संरक्षित किए जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

किला मुहम्मदी नगर ड्रेन का गहन निरीक्षण

निरीक्षण के अगले चरण में जिलाधिकारी ने तहसील सरोजनी नगर के शहरी क्षेत्रों जैसे खजाना मार्केट, आशियाना, ट्रांसपोर्ट नगर, और ओमेक्स सिटी के अंतर्गत आने वाली किला मुहम्मदी नगर ड्रेन का निरीक्षण किया। निरीक्षण का दायरा पकरी के पुल से लेकर शहीद पथ कलवर्ट तक रहा। इस दौरान सीएनडीएस परियोजना प्रबंधक संदीप कुमार ने बताया कि ड्रेन की रिमॉडलिंग परियोजना में निम्न बिंदु शामिल हैं: यूटिलिटी शिफ्टिंग, शहीद पथ कलवर्ट का निर्माण, ड्रेन की सफाई और पुनर्निर्माण, कच्चे हिस्सों का पक्का निर्माण, जो सिंचाई विभाग द्वारा प्रस्तावित है।

निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहे यह अधिकारी

निरीक्षण के समय सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार वैश्य, सहायक अभियंता धनंजय तिवारी तथा सीएनडीएस के परियोजना प्रबंधक संदीप कुमार और स्थानिक अभियंता आशीष मिश्रा, सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

यह निरीक्षण राजधानी लखनऊ में चल रहे बुनियादी ढांचे के सुदृढ़ीकरण और जल निकासी व्यवस्था सुधार की दिशा में प्रशासन की गंभीरता को दर्शाता है। जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन से आगामी मानसून सत्र में नागरिकों को बेहतर सुविधा मिलने की उम्मीद है।

लखनऊ सचिवालय में मीटिंग के दौरान अनुभाग अधिकारी पंकज कुमार का हार्ट अटैक से निधन

लखनऊ। राजधानी लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश सचिवालय में एक शोकपूर्ण घटना सामने आई, जब चल रही उच्चस्तरीय बैठक के दौरान अनुभाग अधिकारी पंकज कुमार की अचानक दिल का दौरा (हार्ट अटैक) पड़ने से मौत हो गई।

पंकज कुमार, वित्त अनुभाग 35 में अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत थे और उस समय एपीसी (एग्रीकल्चर प्रोडक्शन कमिश्नर) दीपक कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग ले रहे थे।

बताया जाता है कि बैठक के दौरान पंकज कुमार को अचानक तेज़ खांसी, पसीना और बेचैनी महसूस हुई। जब तक उन्हें चिकित्सकीय सहायता दी जाती, उनकी स्थिति बिगड़ चुकी थी और मौके पर ही उनका निधन हो गया। इस दुखद घटना से सचिवालय परिसर में शोक और स्तब्धता का माहौल छा गया। सहकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने पंकज कुमार को समर्पित, मृदुभाषी और जिम्मेदार अधिकारी बताया।

उत्तर प्रदेश का जिला घरेलू उत्पाद मॉडल बना राष्ट्रीय प्रेरणा स्रोत, राजस्थान सरकार ने भेजा अध्ययन दल

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने नीति निर्माण की पारदर्शी, वैज्ञानिक और साक्ष्य आधारित प्रणाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। प्रदेश द्वारा विकसित जिला घरेलू उत्पाद अनुमान मॉडल अब अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गया है। इस मॉडल की विवेचना, व्यवहारिकता और पारदर्शिता से प्रभावित होकर राजस्थान सरकार ने अपने वरिष्ठ आर्थिक एवं सांख्यिकीय अधिकारियों का चार सदस्यीय अध्ययन दल 22 से 24 मई 2025 तक उत्तर प्रदेश भेजा।

राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया 30 मई से

* मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से स्थानान्तरण के लिए 04 जून तक आवेदन करने का अवसर

लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने बताया कि राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत सहायक अध्यापक / प्रवक्ता का वार्षिक स्थानान्तरण नीति के अन्तर्गत ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया 30 मई से प्रारंभ होगी। कार्यरत सहायक अध्यापक/प्रवक्ता को मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से स्थानान्तरण के लिए 04 जून, 2025 तक आवेदन करने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने बताया कि शिक्षकों का आवेदन पत्र ऑनलाइन ही सबमिट होगा, किसी अन्य माध्यम से आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा। इच्छुक शिक्षकों को ऑनलाइन स्थानान्तरण प्रक्रिया में प्रतिभाग करने के लिए अन्य अवसर प्रदान नहीं किया जायेगा। प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात स्थानान्तरण आदेश मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से निर्गत किया जायेगा। विस्तृत जानकारी https://ehrms.upsdc.gov.in पर प्राप्त की जा सकती है।

उन्होंने बताया कि शिक्षकों की सुविधा हेतु तथा हेल्पलाइन नम्बर- 9368636558 तथा 8317054632 पर कॉल या इसी नम्बर पर व्हाट्सएप (कार्यदिवस में समय 10:00 बजे से 5:00 बजे तक) उपलब्ध रहेगा, जिस पर वे अपनी समस्या के निराकरण हेतु संपर्क कर सकते हैं।

यमुना एक्सप्रेसवे पर बनने वाले फिल्म इंस्टीट्यूट में यूपी के युवाओं को प्राथमिकता

इंटरनेशनल फिल्म सिटी में स्थानीय युवाओं को मिलेगा प्रशिक्षण और रोजगार का विशेष अवसर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे के पास विकसित की जा रही इंटरनेशनल फिल्म सिटी में एक अत्याधुनिक फिल्म इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी। यह संस्थान खासतौर पर यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र और आसपास के युवाओं के लिए सुनहरे अवसर लेकर आएगा। यहां अभिनय, स्क्रिप्ट राइटिंग, एडिटिंग, कैमरा ऑपरेशन, वीएफएक्स, लाइटिंग, फैशन, मीडिया और मास कम्युनिकेशन जैसे विविध कोर्सेज में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस संस्थान की विशेषता यह होगी कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद युवाओं को फिल्म सिटी में ही रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर नौकरियों का सृजन होगा।

230 एकड़ में बन रही है फिल्म सिटी:

यह इंटरनेशनल फिल्म सिटी यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के सेक्टर-21 में 230 एकड़ क्षेत्र में पहले चरण के तहत विकसित की जा रही है, जिसकी अनुमानित लागत 1,510 करोड़ रुपये है। इस परियोजना को बॉलीवुड के चर्चित निर्माता बोनी कपूर और भूटानी ग्रुप के कंसोर्सियम "बेव्यू भूटानी फिल्म सिटी प्रा. लि." द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। निर्माण के पहले चरण में आगामी तीन वर्षों के भीतर विभिन्न स्टूडियो और फिल्म इंस्टीट्यूट का विकास किया जाएगा।

कंपनी के जीएम राजीव अरोड़ा के अनुसार, यह संस्थान देश का सबसे आधुनिक और अनोखा फिल्म इंस्टीट्यूट होगा। पहले चरण में इसका निर्माण 3 लाख वर्गफुट क्षेत्र में किया जाएगा, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, एडिटिंग सुइट्स, वीआर लैब्स और अत्याधुनिक स्टूडियो शामिल होंगे। छात्रों को रियल प्रोजेक्ट्स पर काम करने का व्यावहारिक अनुभव भी दिया जाएगा।

स्थानीय प्रतिभाओं को प्राथमिकता:

राजीव अरोड़ा ने कहा कि संस्थान में प्रशिक्षण और नौकरी के लिए स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, विशेष रूप से यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के क्षेत्र के युवाओं को। मुंबई जैसे शहरों से स्टाफ लाने की बजाय स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार देना अधिक व्यावहारिक और किफायती होगा।

संस्थान में एक्टिंग, स्क्रिप्ट और स्टोरी राइटिंग, कैमरा ऑपरेशन, लाइटमैन, स्पॉट ब्वॉय, फैशन डिजाइनिंग और फिल्म म्यूजिक जैसे अनेक कोर्स कराए जाएंगे। साथ ही, इंडस्ट्री विशेषज्ञों के साथ कार्यशालाएं, गेस्ट लेक्चर्स और इंटर्नशिप के अवसर भी दिए जाएंगे।

* फिल्म प्रीमियर और संसाधन केंद्र:

फिल्म सिटी में फिल्म प्रीमियर आयोजित करने की व्यवस्था की जाएगी, जिससे प्रोडक्शन हाउस को मुंबई या अन्य शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही, स्क्रिप्ट्स, फिल्म्स और अकादमिक संसाधनों से युक्त एक अत्याधुनिक लाइब्रेरी और रिसोर्स सेंटर भी स्थापित किया जाएगा।

फिल्म इंस्टीट्यूट के कैंपस में हॉस्टल, कैफेटेरिया, हेल्थ सेंटर और मनोरंजन क्षेत्र जैसी सुविधाएं होंगी। साथ ही, फिल्म फेस्टिवल्स, प्रदर्शनियों और रचनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन कर छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने और नेटवर्किंग का अवसर प्रदान किया जाएगा।

यह फिल्म इंस्टीट्यूट न केवल उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए प्रशिक्षण और रोजगार का केंद्र बनेगा, बल्कि राज्य को फिल्म निर्माण और मनोरंजन उद्योग के एक नए ग्लोबल हब के रूप में स्थापित करेगा।