छत्तीसगढ़ की मलखंब टीम ने खेलो इंडिया बीच गेम्स में फिर गाड़े झंडे, महिला और पुरुष दोनों टीमों ने जीता स्वर्ण पदक

रायपुर- केंद्र शासित प्रदेश दीव के घोघला बीच में 19 मई से 21 मई 2025 तक आयोजित प्रथम खेलो इंडिया बीच गेम्स में छत्तीसगढ़ ने मलखंब में अपने अद्वितीय प्रदर्शन से पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। प्रतियोगिता के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ की महिला मलखंब टीम ने 80.60 अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीत लिया। इससे एक दिन पूर्व छत्तीसगढ़ की पुरुष टीम ने 124.55 अंकों के साथ टीम चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया था।

इसके अलावा, पिरामिड प्रतियोगिता में भी पुरुष टीम ने 24.95 अंकों के साथ रजत पदक जीत कर प्रदेश की पदक संख्या में इजाफा किया।

“मलखंब के सम्राट” के रूप रहा छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ मलखंब संघ के अध्यक्ष प्रेमचंद शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ की महिला एवं पुरुष मलखंब टीमें अब राष्ट्रीय स्तर पर “मलखंब के सम्राट” के रूप में उभरती नजर आ रही हैं। यदि भविष्य में ओलंपिक खेलों में मलखंब को शामिल किया जाता है, तो छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी विश्व विजेता बनने की क्षमता रखते हैं।

छत्तीसगढ़ की झोली में अब तक 18 पदक

अब तक छत्तीसगढ़ ने खेलो इंडिया बीच गेम्स 2025 में 12 स्वर्ण और 6 रजत पदक, कुल 18 पदक हासिल कर लिए हैं। यह सफलता छत्तीसगढ़ मलखंब संघ के पदाधिकारियों और कोचों के अथक प्रयासों का प्रतिफल है। हालांकि, प्रदेश में मलखंब खिलाड़ियों को अभी भी आवश्यक संसाधन और आर्थिक सहयोग की कमी झेलनी पड़ रही है। सभी जिलों में इनडोर और आउटडोर स्टेडियमों की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है।

छत्तीसगढ़ की स्वर्ण पदक विजेता पुरुष मलखंब टीम

  • राकेश कुमार वढ़दा (नारायणपुर)
  • मानू ध्रुव (नारायणपुर)
  • राजेश सलाम (नारायणपुर)
  • मोनू नेताम (नारायणपुर)
  • संतोष सोरी (नारायणपुर)
  • प्रतीक बंजारे (बिलासपुर)

छत्तीसगढ़ की स्वर्ण पदक विजेता महिला टीम

  • मोनिका पोटाई (नारायणपुर)
  • दुर्गेश्वरी कुमेटी (नारायणपुर)
  • अनिता गोटा (नारायणपुर)
  • सरिता पोयम (नारायणपुर)
  • संतय पोटाई (नारायणपुर)
  • रोशनी धीवर (बिलासपुर)

कोचिंग और प्रशासनिक टीम

छत्तीसगढ़ मलखंब टीम के अधिकारियों में डॉ. मिलींद भानदेव (कोच, बिलासपुर), सौरव पाल (कोच, नारायणपुर), पूनम प्रसाद (प्रबंधक, नारायणपुर) और मनोज प्रसाद (तकनीकी अधिकारी, नारायणपुर) शामिल रहे, जिनके मार्गदर्शन में खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

पिछले बीच गेम्स में भी छत्तीसगढ़ ने जीता था स्वर्ण पदक

उल्लेखनीय है कि मलखंब भारत की प्राचीन परंपरा से जुड़ा हुआ खेल है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने “मन की बात” कार्यक्रम में प्रोत्साहित करते रहे हैं। गत वर्ष भी दीव में आयोजित बीच गेम्स में छत्तीसगढ़ के मलखंभ खिलाड़ियों ने पूरे भारत के प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था और पदक तालिका में प्रदेश को शीर्ष स्थान पर पहुंचाया था। इस वर्ष भी उसी परंपरा को कायम रखते हुए, छत्तीसगढ़ की पुरुष एवं महिला मलखंभ टीमों ने शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश को गौरवान्वित किया है।

छत्तीसगढ़ के मलखंब खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ की खेल संचालक तनुजा सलाम, सहायक संचालक अंजुलस एक्का, वरिष्ठ खेल अधिकारी शिवराज साहू, टी. एन. रेड्डी तथा छत्तीसगढ़ मलखंभ संघ के पदाधिकारियों — सुशांत शुक्ला (विधायक, बेलतरा), अनिल टाह (संरक्षक), प्रेमचंद शुक्ला (अध्यक्ष), डॉ. राजकुमार शर्मा (महासचिव), राजा सरकार, बिसन कसेर (उपाध्यक्ष), वीरेन्द्र तिवारी, अनिल सिंह (कोषाध्यक्ष), डॉ. मिलिंद भानदेव, मनोज प्रसाद, पूनम प्रसाद, सौरव पाल (नारायणपुर), चंद्रेश धृत, राजेन्द्र पटेल (सारंगढ़), किशोर कुमार वैष्णव (मनेन्द्रगढ़), पुष्कर दिनकर, अखिलेश नारंग (पामगढ़), पुरेन्द्र कोसरिया (रायपुर), प्रशांत तिवारी, पंचराम वस्त्रकार, कृष्ण प्रसाद यादव (मुंगेली), अंशु भारती, डॉ. प्रमोद यादव, कमल निकुंज, एस. के. शेषाद्री (अंबिकापुर), हरप्रसाद कैवर्त सहित अनेक गणमान्य जनों ने स्वर्ण पदक जीतने एवं चैंपियन बनने पर शुभकामनाएं और बधाई दी है।

PM नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के 5 अमृत स्टेशनों का किया उद्घाटन, CM साय अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन उद्घाटन कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आज देशभर के 103 स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया। इनमें छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर सहित 5 रेल्वे स्टेशन शामिल हैं। इन रेल्वे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया गया है। यह भारतीय रेलवे के विकास की नई संस्कृति है, जिसमें चुनिंदा रेल्वे स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इस वर्चुअल कार्यक्रम में अम्बिकापुर रेल्वे स्टेशन से जुड़े।

गौरतलब है कि भारतीय रेल और देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टि का परिणाम रहा है कि इन विकास कार्यों से स्थानीय यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र में पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी। भारतीय रेलवे द्वारा 1337 स्टेशनों के कायाकल्प की शुरुआत की है, इनमें 103 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य पूर्ण हो चुका है। उनमें छत्तीसगढ़ राज्य के पांच स्टेशन बिलासपुर मंडल का अम्बिकापुर, रायपुर मंडल का उरकुरा, भिलाई, भानुप्रतापपुर तथा नागपुर मंडल का डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन शामिल हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सम्माननीय लरंग साय जी के प्रयासों के कारण ही अम्बिकापुर में रेलवे स्टेशन की स्थापना हुई है। देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी 140 करोड़ देशवासियों को अपना परिवार मानते हुए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाना है। अमृत काल के तहत रेलवे स्टेशन का लगातार विकास किया जा रहा है। आज प्रदेश के जिन पांच स्थानों का लोकार्पण हुआ है, वह विकसित हो रहे भारत की झलक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जशपुर जिले को भी रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वित्तमंत्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद चिंतामणि महाराज, विधायक राजेश अग्रवाल, शकुंतला पोर्ते, उद्देश्वरी पैकरा, राम कुमार टोप्पो, प्रबोध मिंज, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर, महापौर मंजूषा भगत मुख्य सचिव अमिताभ जैन, सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सरगुजा अंचल के नागरिक शामिल हुए हैं।

अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन

छत्तीसगढ़ की आदिवासी सांस्कृतिक विरासत का केंद्र रहा अम्बिकापुर का रेलवे स्टेशन देश की जीवनरेखा भारतीय रेल का एक अभिन्न अंग है। इस रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यात्रियों को पूरी तरह से सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से इस नए स्टेशन भवन में कई नए प्रावधान भी किए गए हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में 6 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से उन्नयन तथा आधुनिकीकरण के कार्य किए गये हैं, जिसमें सर्कुलेटिंग क्षेत्र को बेहतर बनाते हुए रोड का चौड़ीकरण, यात्रियों के स्वागत के लिए सुसज्जित प्रवेशद्वार, 3900 वर्गमीटर सड़क, 3677 वर्गमीटर पर दोपहिया, तिपहिया एवं चारपहिया वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था भी की गई है।

अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में उन्नत व आधुनिक सुविधाओं से युक्त द्वितीय श्रेणी, उच्च श्रेणी प्रतीक्षालय एवं वीआईपी कक्ष, 6 नए आधुनिक छायादार प्लेटफार्म शेड, महिलाओं, पुरुषों और दिव्यांगजनों हेतु आधुनिक शौचालय, वॉटर फाउंटेन, ट्रेन/कोच डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, रैम्प एवं टैक्टाइल टाइल्स, 300 मीटर स्टेनलेस स्टील रेलिंग, 58 स्ट्रीट लाइट्स, बेहतर प्रकाश व्यवस्था हेतु हाई मास्ट लाइट, नवीनतम पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम का लाभ यहाँ के यात्रियों को मिलेगा।रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर एक बड़ा तिरंगा झंडा लगाया गया है साथ ही स्टेशन में यात्रियों के लिए सरगुजा की प्रसिद्ध सीताबेंगरा गुफा की तर्ज पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया है। अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन पर भव्य प्रवेश द्वार, आकर्षक फसाड, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, मॉर्डन टॉयलेट और दिव्यांगजन के लिए सुगम रैंप जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। प्लेटफॉर्म पर शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम और सूचना के लिए डिजिटल डिस्प्ले लगाए गए हैं। सभी सुविधाओं को दिव्यांगजन अनुकूल बनाया गया है। वहीं, हर स्टेशन पर स्थानीय लोक कला, संस्कृति और परंपराओं की झलक भी देखने को मिलेगी।

बोर्ड परीक्षा में खराब प्रदर्शन वाले 40 स्कूलों के प्राचार्यों को नोटिस जारी, संभागीय संयुक्त संचालक ने कई बिंदुओं पर मांगी जानकारी

रायपुर- 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में खराब प्रदर्शन वाले 40 स्कूलों के प्रचार्यों को संभागीय संयुक्त संचालक रायपुर ने नोटिस जारी किया है. परीक्षा परिणाम की समीक्षा के बाद यह कार्रवाई की गई है. जारी नोटिस में प्राचार्यों से कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है.

नोटिस में सत्र 2024-25 में आयोजित मूल्यांकन टेस्ट / त्रैमासिक / अर्धवार्षिक/प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम, आतंरिक परीक्षाओं में न्यूनतम परिणाम वाले शिक्षकों पर की गई कार्यवाही (नोटिस) / कार्ययोजना, कमजोर बच्चों के चिन्हांकन एवं उनके उपचारात्मक शिक्षा की कार्यवाही विवरण, लगातार अनुपस्थित बच्चों के संबंध में की गई कार्यवाही, शिक्षकों द्वारा बच्चों की जांची गई कॉपी एवं प्राचार्य द्वारा किया गया प्रतिपरीक्षण, प्राचार्य एवं शिक्षकों का मुख्यालय निवास एवं उससे स्कूल की दूरी, शिक्षकों द्वारा लिए गए अवकाश का विवरण एवं विद्यालय का सत्र 2024-25 में किस अधिकारी ने निरीक्षण किया, इसकी पूरी जानकारी मांगी गई है.

इन प्रचार्यों को नोटिस जारी –

जमीन विवाद के चलते परिवार में खूनी संघर्ष, जानलेवा हमले के बाद 1 की मौत, 1 घायल, पुलिस ने 3 आरोपियों को लिया हिरासत में…

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से लगे गांव हरदीकला-टोना में बीती रात जमीनी विवाद को खूनी संघर्ष हो गया. गांव में रहने वाले साहू परिवार में पैतृक संपत्ति पर कब्जे को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद कल इतना बढ़ा कि दोनों के परिवारों के बीच लोगों में जमकर मारपीट हो गई. इस घटना के बाद घायल 2 लोगों में से 1 ने आज अस्पताल में दम तोड़ दिया. वहीं 1 की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है, जिसका इलाज फिलहाल जारी है.

जानकारी के मुताबिक, यह मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है. यहां के निवासी वेदराम साहू और सुनील साहू के परिवार में पैतृक जमीन को लेकर विवाद काफी समय से विवाद चल रहा है. लेकिन बीती रात यह विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया. 

दोनों पक्षों में हुई बहस ने हिंसक रूप ले लिया, और एक पक्ष ने लाठी-डंडा और सब्बल से दूसरे परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में गीता साहू और उसके छोटे भाई वेदराम साहू को गंभीर चोटें आई. उन्हें इलाज के लिए बिलासपुर के सिम्स हॉस्पिटल लाया गया. अस्पताल में उपचार के दौरान गीता साहू की मौत हो गई. वहीं वेदराम साहू की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है.

मामले में सिरगिट्टी पुलिस ने आरोपी सुनील साहू समेत 3 लोगों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है.

मुख्यमंत्री ग्राम दोकड़ा में भगवान जगन्नाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय बुधवार को कांसाबेल विकास खंड के ग्राम दोकड़ा के प्राचीन श्री जगन्नाथ मंदिर के जीर्णाेद्धार पश्चात प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दोकड़ा में 24 लाख 74 हजार की लागत से बनने वाले महतारी सदन का भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने दोकड़ा के श्री जगन्नाथ मंदिर समिति के सदस्यों को धन्यवाद देते हुए उनके कार्यों की सराहना की।

उल्लेखनीय है कि दोकड़ा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 1942 से निकाली जा रही है। रथ यात्रा की शुरुआत दोकड़ा गांव के पंडित स्व सुदर्शन सतपथी और उनकी धर्मपत्नी सुशीला सतपथी के द्वारा शुरू किया गया था। मंदिर का निर्माण 1968 में किया गया था। मंदिर के जर्जर होने के कारण मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय ने मंदिर का जीर्णाेद्धार करने का संकल्प लिया था। उन्होंने इस कार्य में सहयोग के लिए ग्रामवासियों का धन्यवाद भी दिया है।

दोपहिया वाहन चोरी करने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे, 10 चोरी के दोपहिया वाहन किए जब्त…

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में लगातार हो रही दोपहिया वाहन चोरी की घटनाओं को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए विशेष अभियान चलाया. इसमें साइबर सेल और थाना गौरेला की संयुक्त टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतर्राज्यीय बाइक चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से 10 चोरी के दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं।

मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के थाना नौरोजाबाद स्थित वार्ड क्रमांक 14-15 कुदारी के निवासी सूरज चौधरी पिता कमला प्रसाद चौधरी और सोनू यादव पिता दादूराम यादव को गिरफ्तार किया. पूछताछ में दोनों ने गिरोह के नौरोजाबाद के वार्ड 9 निवासी मुख्य सरगना मोहम्मद शाहिद उर्फ शाकिर पिता मोहम्मद रहीस का नाम बताया. मुख्य आरोपी गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही फरार हो गया था.

तीनों आरोपी गौरेला के मड़ना क्षेत्र में किराए के मकान में रहकर वारदातों को अंजाम दे रहे थे. ये रेलवे स्टेशन, मंगली बाजार, बस स्टैंड जैसे स्थानों पर खड़े दोपहिया वाहनों को टारगेट करते थे. मास्टर चाबी को मॉडिफाई कर वाहन लॉक खोलने की तकनीक के जरिए चोरी करते थे, जिसके बाद फर्जी दस्तावेजों के साथ वाहनों को सस्ते दामों में बेच दिया जाता था.

आरोपियों के कब्जे से कुल 10 दोपहिया वाहन बरामद किए गए, जिनमें चार हीरो एचएफ डीलक्स, 2 हीरो स्प्लेंडर, 2 होंडा साइन, एक टीवीएस अपाचे और एक टीवीएस विक्टर शामिल है.

बरामद वाहनों में से 6 वाहन थाना गौरेला में दर्ज चोरी के अपराधों से संबंधित हैं, जबकि 4 अतिरिक्त दोपहिया वाहन भी बरामद किए गए हैं, जिनके मॉडल, रंग, चेसिस नंबर आदि की जानकारी आसपास के सभी थानों के साथ साझा की जा रही है, ताकि उनके मालिकों का पता लगाया जा सके और चोरी के अन्य मामलों से उनकी कड़ियाँ जोड़ी जा सकें.

इस कार्रवाई को अंजाम देने उप निरीक्षक साइबर सेल प्रभारी सुरेश ध्रुव के नेतृत्व में साइबर सेल के आरक्षक हर्ष गहरवार, राजेश शर्मा, सुरेंद्र विश्वकर्मा और गौरेला थाना से सहायक उप निरीक्षक अशोक सोनवानी, प्रधान आरक्षक देव नारायण राठौर और जगदीश नामदेव का सहयोग रहा.

मुख्यमंत्री ने दोकड़ा में पीएम आवास योजना के हितग्राही संतु चक्रेस को चाबी देकर गृह प्रवेश कराया

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को कांसाबेल विकास खंड के ग्राम दोकड़ा में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत हितग्राही संतु चक्रेस को उनके नए आवास की चाबी देकर गृह प्रवेश कराया।संतु चक्रेश ने मुख्यमंत्री को बताया कि पहले कच्चा मकान होने के कारण बरसात और गर्मी के मौसम में बहुत परेशानी होती थी। उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब उन्हें चिंता से मुक्ति मिल गई।

खात्मे की ओर नक्सलवाद : बीजापुर में सुरक्षाबल ने पांच नक्सलियों को किया ढेर, दो जवान घायल…

बीजापुर/नारायणपुर/सुकमा- शीर्ष माओवादी नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजु को एक दिन पहले मार गिराने के बाद भी सुरक्षाबल का अभियान जारी है. गंगालूर थाना क्षेत्र अंतर्गत पीडिया के जंगलों में जारी मुठभेड़ में डीआरजी ने पांच नक्सलियों को मार गिराया है. इस दौरान दो जवानों के घायल होने की खबर है. वहीं नारायणपुर में आईईडी ब्लास्ट में एक जवान शहीद हो गया है.

बता दें कि एक दिन पहले ही बुधवार को अबूझमाड़ के घने जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अब तक के सबसे बड़े अभियान में डीआरजी के जवानों ने माओवादी संगठन के महासचिव और शीर्ष नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजु के साथ कुल 27 नक्सलियों को मार गिराया था. इसके बाद भी सुरक्षाबल के जवानों ने बिना विराम लिए नक्सलियों के खात्मे में जुटे हुए हैं.

शहीद जवानों को दी जाएगी सलामी

अबूझमाड़ ऑपरेशन अभियान के दौरान कल 21 मई को शाम लगभग 7 बजे आईईडी की चपेट में आने से DRG बीजापुर के जवान रमेश हेमला शहीद हो गए. इससे पूर्व 21 मई को ही सुबह नक्सली हमले का बहादुरी से सामना करते हुए नारायणपुर जिले के औरचा थाना क्षेत्र के ग्राम भटबेडा का निवासी डीआरजी टीम के सदस्य खोटलूराम कोर्राम शहीद हो गए थे. दोनों शहीद जवानों का पार्थिव शरीर नारायपुर जिला मुख्यालय में लाया जा रहा है, जहां सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.

नक्सलियों का भी शव लाया जा रहा

इस बीच अबूझमाड़ के जंगलों में मारे गए 27 नक्सलियों के शव को लेकर मुठभेड़ स्थल से हेलिकॉप्टर निकल गया है. कुछ देर में हेलिकॉप्टर के नारायणपुर हैलीपेड में पहुंचने की उम्मीद है.

सक्ती रियासत के राजा और भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह दुष्कर्म के दोषी, फास्ट-ट्रैक कोर्ट से 12 साल की सजा

सक्ती- छत्तीसगढ़ के सक्ती रियासत के राजा और भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह को अप्राकृत यौन उत्पीड़न के मामले में कोर्ट ने 12 साल सश्रम कैद की सजा सुनाई है. धर्मेंद्र सिंह जिला पंचायत के सदस्य भी हैं. उनपर आरोप था कि उन्होंने राजपरिवार के ही एक महिला के साथ जबरन घर में घुसकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था.

बता दें, यह धर्मेंद्र सिंह ने दुष्कर्म की वारदात को 2022 में अंजाम दिया था. घटना के बाद वह फरार हो गया. वहीं पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ और फास्ट-ट्रैक कोर्ट में इसकी सुनवाई हुई. इस मामले में 3 साल तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने दुष्कर्म के आरोप में आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत 7 साल की सजा और धारा 450 के तहत जबरन घर में घुसपैठ करने के लिए 5 वर्ष की सजा सुनाई है. दोनों सजाएं साथ-साथ चलेंगी. इसके साथ ही आरोपी पर 15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.

राजा सुरेंद्र बहादुर के दत्तक पुत्र हैं धर्मेंद्र, पारिवारिक विवाद

गौरतलब है कि धर्मेंद्र सिंह दिवंगत राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के द्वारा गोद लिए गए थे. बताया जाता है कि धर्मेंद्र सिंह राजपरिवार के पूर्व बावर्ची के पुत्र हैं, जिन्हें राजा सुरेंद्र बहादुर का उत्तराधिकारी घोषित किया गया था. धर्मेंद्र सिंह का राज्याभिषेक 19 अक्टूबर 2021 को सक्ती रियासत के 5वें राजा के रूप में हुआ था. लेकिन धर्मेंद्र सिंह को राजा बनाए जाने से राजपरिवार में भारी नाराजगी और मतभेद उभर आए. सुरेंद्र बहादुर की पत्नी रानी गीता ने धर्मेंद्र को अपना पुत्र मानने से इनकार कर दिया था.

फोटो: राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के साथ धर्मेंद्र सिंह.

छत्तीसगढ़ के इस जिले में एक ही दिन में बने 36,800 आयुष्मान कार्ड: कलेक्टर ने गांव-गांव जाकर की मॉनिटरिंग, लापरवाही पर निलंबन और नोटिस

मुंगेली- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में मुंगेली जिले में आयुष्मान भारत महाभियान तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। एक ही दिन में रिकॉर्ड 36 हजार 800 से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए, जिसे लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली की सराहना हो रही है। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिले के विभिन्न गांवों जरहागांव, खम्हरिया, दरवाजा, बरछा, लौदा, पथरिया, खुड़िया और कारीडोंगरी का दौरा कर शिविरों की स्थिति का जायजा लिया और आमजन से सीधे संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों को हर परिवार के सभी सदस्यों का कार्ड अनिवार्य रूप से बनाने के निर्देश दिए।

जहां लापरवाही, वहां कार्रवाई

ग्राम दरवाजा में पंचायत परिसर और सड़कों की गंदगी मिलने पर सचिव हीरालाल साहू को तत्काल निलंबित कर दिया गया। लौदा पंचायत में अद्यतन पंजी न मिलने पर सचिव सुभाष बंजारे को नोटिस और वेतन काटने के निर्देश दिए गए। बरछा और खम्हरिया में पलायन, जॉब कार्ड और रोजगार की समस्याओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए।

स्वास्थ्य केंद्रों पर निरीक्षण और नाराजगी

कलेक्टर ने जरहागांव और पथरिया के स्वास्थ्य केंद्रों का भी औचक निरीक्षण किया। जरहागांव सीएचसी में डॉक्टर और स्टाफ अनुपस्थित, उपकरणों का सही संचालन न होना और आयुष्मान कार्ड निर्माण का अभाव मिलने पर सीएमएचओ डॉ. प्रभातचन्द्र प्रभाकर, डीपीएम गिरीश कुर्रे, बीएमओ ए.आर. बंजारा सहित अन्य को नोटिस जारी किए गए। वहीं पथरिया में गंदगी और आवारा मवेशियों की समस्या पर नगर पंचायत सीएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

कलेक्टर का स्पष्ट संदेश

कलेक्टर ने कहा, “यह अभियान गरीबों और जरूरतमंदों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। कोई भी व्यक्ति इस योजना से वंचित नहीं रहना चाहिए। सभी अधिकारी-कर्मचारी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें।” जिले भर में जनसहभागिता के साथ आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य निरंतर जारी है।