PM नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के 5 अमृत स्टेशनों का किया उद्घाटन, CM साय अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन उद्घाटन कार्यक्रम में हुए शामिल
रायपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आज देशभर के 103 स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया। इनमें छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर सहित 5 रेल्वे स्टेशन शामिल हैं। इन रेल्वे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया गया है। यह भारतीय रेलवे के विकास की नई संस्कृति है, जिसमें चुनिंदा रेल्वे स्टेशनों को पुनर्विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इस वर्चुअल कार्यक्रम में अम्बिकापुर रेल्वे स्टेशन से जुड़े।
गौरतलब है कि भारतीय रेल और देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टि का परिणाम रहा है कि इन विकास कार्यों से स्थानीय यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्र में पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी। भारतीय रेलवे द्वारा 1337 स्टेशनों के कायाकल्प की शुरुआत की है, इनमें 103 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य पूर्ण हो चुका है। उनमें छत्तीसगढ़ राज्य के पांच स्टेशन बिलासपुर मंडल का अम्बिकापुर, रायपुर मंडल का उरकुरा, भिलाई, भानुप्रतापपुर तथा नागपुर मंडल का डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सम्माननीय लरंग साय जी के प्रयासों के कारण ही अम्बिकापुर में रेलवे स्टेशन की स्थापना हुई है। देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी 140 करोड़ देशवासियों को अपना परिवार मानते हुए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाना है। अमृत काल के तहत रेलवे स्टेशन का लगातार विकास किया जा रहा है। आज प्रदेश के जिन पांच स्थानों का लोकार्पण हुआ है, वह विकसित हो रहे भारत की झलक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जशपुर जिले को भी रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वित्तमंत्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद चिंतामणि महाराज, विधायक राजेश अग्रवाल, शकुंतला पोर्ते, उद्देश्वरी पैकरा, राम कुमार टोप्पो, प्रबोध मिंज, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर, महापौर मंजूषा भगत मुख्य सचिव अमिताभ जैन, सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सरगुजा अंचल के नागरिक शामिल हुए हैं।
अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन
छत्तीसगढ़ की आदिवासी सांस्कृतिक विरासत का केंद्र रहा अम्बिकापुर का रेलवे स्टेशन देश की जीवनरेखा भारतीय रेल का एक अभिन्न अंग है। इस रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यात्रियों को पूरी तरह से सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से इस नए स्टेशन भवन में कई नए प्रावधान भी किए गए हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में 6 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से उन्नयन तथा आधुनिकीकरण के कार्य किए गये हैं, जिसमें सर्कुलेटिंग क्षेत्र को बेहतर बनाते हुए रोड का चौड़ीकरण, यात्रियों के स्वागत के लिए सुसज्जित प्रवेशद्वार, 3900 वर्गमीटर सड़क, 3677 वर्गमीटर पर दोपहिया, तिपहिया एवं चारपहिया वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था भी की गई है।
अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन में उन्नत व आधुनिक सुविधाओं से युक्त द्वितीय श्रेणी, उच्च श्रेणी प्रतीक्षालय एवं वीआईपी कक्ष, 6 नए आधुनिक छायादार प्लेटफार्म शेड, महिलाओं, पुरुषों और दिव्यांगजनों हेतु आधुनिक शौचालय, वॉटर फाउंटेन, ट्रेन/कोच डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, रैम्प एवं टैक्टाइल टाइल्स, 300 मीटर स्टेनलेस स्टील रेलिंग, 58 स्ट्रीट लाइट्स, बेहतर प्रकाश व्यवस्था हेतु हाई मास्ट लाइट, नवीनतम पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम का लाभ यहाँ के यात्रियों को मिलेगा।रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर एक बड़ा तिरंगा झंडा लगाया गया है साथ ही स्टेशन में यात्रियों के लिए सरगुजा की प्रसिद्ध सीताबेंगरा गुफा की तर्ज पर सेल्फी पॉइंट भी बनाया गया है। अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन पर भव्य प्रवेश द्वार, आकर्षक फसाड, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, मॉर्डन टॉयलेट और दिव्यांगजन के लिए सुगम रैंप जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। प्लेटफॉर्म पर शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम और सूचना के लिए डिजिटल डिस्प्ले लगाए गए हैं। सभी सुविधाओं को दिव्यांगजन अनुकूल बनाया गया है। वहीं, हर स्टेशन पर स्थानीय लोक कला, संस्कृति और परंपराओं की झलक भी देखने को मिलेगी।
May 22 2025, 17:08
छत्तीसगढ़ की स्वर्ण पदक विजेता महिला टीम
कोचिंग और प्रशासनिक टीम
छत्तीसगढ़ मलखंब टीम के अधिकारियों में डॉ. मिलींद भानदेव (कोच, बिलासपुर), सौरव पाल (कोच, नारायणपुर), पूनम प्रसाद (प्रबंधक, नारायणपुर) और मनोज प्रसाद (तकनीकी अधिकारी, नारायणपुर) शामिल रहे, जिनके मार्गदर्शन में खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
पिछले बीच गेम्स में भी छत्तीसगढ़ ने जीता था स्वर्ण पदक
उल्लेखनीय है कि मलखंब भारत की प्राचीन परंपरा से जुड़ा हुआ खेल है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने “मन की बात” कार्यक्रम में प्रोत्साहित करते रहे हैं। गत वर्ष भी दीव में आयोजित बीच गेम्स में छत्तीसगढ़ के मलखंभ खिलाड़ियों ने पूरे भारत के प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था और पदक तालिका में प्रदेश को शीर्ष स्थान पर पहुंचाया था। इस वर्ष भी उसी परंपरा को कायम रखते हुए, छत्तीसगढ़ की पुरुष एवं महिला मलखंभ टीमों ने शानदार प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
छत्तीसगढ़ के मलखंब खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ की खेल संचालक तनुजा सलाम, सहायक संचालक अंजुलस एक्का, वरिष्ठ खेल अधिकारी शिवराज साहू, टी. एन. रेड्डी तथा छत्तीसगढ़ मलखंभ संघ के पदाधिकारियों — सुशांत शुक्ला (विधायक, बेलतरा), अनिल टाह (संरक्षक), प्रेमचंद शुक्ला (अध्यक्ष), डॉ. राजकुमार शर्मा (महासचिव), राजा सरकार, बिसन कसेर (उपाध्यक्ष), वीरेन्द्र तिवारी, अनिल सिंह (कोषाध्यक्ष), डॉ. मिलिंद भानदेव, मनोज प्रसाद, पूनम प्रसाद, सौरव पाल (नारायणपुर), चंद्रेश धृत, राजेन्द्र पटेल (सारंगढ़), किशोर कुमार वैष्णव (मनेन्द्रगढ़), पुष्कर दिनकर, अखिलेश नारंग (पामगढ़), पुरेन्द्र कोसरिया (रायपुर), प्रशांत तिवारी, पंचराम वस्त्रकार, कृष्ण प्रसाद यादव (मुंगेली), अंशु भारती, डॉ. प्रमोद यादव, कमल निकुंज, एस. के. शेषाद्री (अंबिकापुर), हरप्रसाद कैवर्त सहित अनेक गणमान्य जनों ने स्वर्ण पदक जीतने एवं चैंपियन बनने पर शुभकामनाएं और बधाई दी है।