झारखंड के अधिवक्ताओं को भी मिलेगा राज्यकर्मी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ, सीएम हेमंत सोरेन ने किया इसका शुभारंभ

राज्य में एक बेहतरीन लॉ यूनिवर्सिटी होगा स्थापित, समस्याओं का समाधान सरकार की प्राथमिकता - हेमंत सोरेन

     

रांची : झारखंड के मुखिया हेमंत सोरेन ने आज झारखंड के अधिवक्ताओं को दिया बड़ा तोहफा है। राज्य के अधिवक्ताओं को भी अब राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना का मिलेगा लाभ जिसकी शुरुआत आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार की चिताएं राज्य के हर वर्ग के लिए है। उन्होंने हमेशा प्रयास किया है कि सरकार की आवाज और सरकार की योजनाएं सभी तक पहुंचे। राज्य के सभी अधिवक्ताओं को सामाजिक सुरक्षा से जोड़नेवाला झारखंड देश का पहला राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अधिवक्ताओं के ऊपर स्वास्थ्य से सम्बंधित जिम्मेवारियों का जो बोझ था उसे हमारी सरकार ने अपने कंधों पर लेने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस राज्य में देश का एक बेहतरीन लॉ यूनिवर्सिटी स्थापित हो, इसके लिए राज्य सरकार कार्य योजना बना रही है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का सबसे पिछड़ा प्रदेश है झारखंड। यह सुनकर बड़ी तकलीफ होती है। उनका हमेशा से प्रयास रहा है कि झारखंड को इस कलंक से बाहर निकालें। अबुआ सरकार का हर क्षण, हर घड़ी, झारखंड की जनता के लिए समर्पित है। हमारी सरकार सकारात्मक पहल करते हुए राज्य को विकास के रास्ते पर आगे ले जाने का प्रयास कर रही है।

 समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी के जीवन में समस्याएं और परेशानियां आती रहती है। इन समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अधिवक्ताओं एवं उनके आश्रितों के स्वास्थ्य को लेकर राज्य सरकार ने यह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू किया है। राज्य में आप लोगों के लिए भी वकालत के कार्य ज्यादा से ज्यादा बेहतर कैसे हो सके, इस दिशा में हमारी सरकार कार्य योजना बनाकर आगे बढ़ रही है। 

रिपोर्टर जयंत कुमार

दुकान में सेंधमारी कर लाखों के सामान व नकदी की चोरी

देवघर: के गोंदलीटांड़ में विद्यालय के निकट स्थित कपड़े की दुकान में सेंधमारी कर चोरों ने एक लाख 62 हजार रुपये के सामान की चोरी कर ली. घटना के संबंध में दुकान के मालिक मो. अरमान उर्फ लाडला ने बताया कि प्रत्येक दिन की तरह वे शाम को दुकान बंद कर घर चले गये. रात को दुकान में सेंधमारी कर चोर 10 बंडल सूट 10, बंडल जींस, टी-शर्ट नॉर्मल शर्ट साड़ी समेत छोटा-मोटा सामान चोरी कर लिया. घटना की जानकारी उन्हें सुबह मिली. बताया जाता है कि चोरी का कपड़ा की कीमत एक लाख साठ हजार रुपये है.

 इसके अलावा गल्ला में रखा 2200 रुपये नकदी भी ले लिया. आसपास के लोगों ने उन्हें घटना की जानकारी दी. इसके बाद जब वे दुकान पहुंचे और सामने का ताला खोला तो अंदर सारा सामान बिखरा पड़ा था. साथ ही कपड़ा आदि कीमती सामना गायब था. घटना की जानकारी पर पुलिस भी मौके पहुंची और लोगों से पूछताछ की. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. बताते चले कि इन दिनों चोरी की घटना लगातार बढ़ते जा रही है. कांडों का उद्भेदन नहीं हो पाने के कारण बदमाशों का मनोबल बढ़ा हुआ है.

 

श्रीकृष्णा ऑटोमोबाईल पेट्रोल पम्प में चोरी का गिरिडीह पुलिस ने किया खुलासा

गिरिडीह: गत दिन धनवार थाना क्षेत्र के खोरीमहुआ स्थित श्रीकृष्णा ऑटोमोबाईल पेट्रोल पम्प में हुए चोरी मामले का खुलासा पुलिस ने कर लिया है.

 पुलिस ने चोरी की इस घटना को अंजाम देने वाले तीन अपराधियों गुड्डू यादव, विनोद यादव ओर सुधीर यादव को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है.

ये तीनो अपराधी देवरी थाना क्षेत्र के नईटांड के रहने वाले है. उक्त आशय की जानकारी गिरिडीह के एसपी डॉ. बिमल कुमार ने प्रेसवार्ता कर दी. उन्होंने बताया की बीते 26 अप्रैल की रात करीब 1.30, 2 बजे धनवार थाना क्षेत्र में स्थित श्रीकृष्णा ऑटोमोबाईल पेट्रोल पम्प खोरीमहुआ के कार्यालय कक्ष में खिड़की से घुसकर चोरों ने करीब तीन लाख रूपया नकद एवं 4-5 चेकबुक की चोरी कर ली थी.

 उक्त पम्प के मैनैजर सत्यम कुमार के लिखित आवेदन के आधार पर धनवार थाना काण्ड सं-98/25 दर्ज करते हुए. कांड के त्वरित निष्पादन एसपी डॉ. बिमल कुमार के द्वारा खोरीमहुआ के एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. उक्त टीम द्वारा तकनिकी एवं मानवीय सहयोग से छापामारी कर इन तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही तीनों की निशानदेही पर काण्ड में चोरी किया गया 8100 रूपया काला रंग के बैग से बरामद हुआ एवं काण्ड में प्रयुक्त मोटरसाईकिल तथा मोबाईल को भी जब्त किया गया. 

बताया की ईस कांड में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है. एसपी ने बताया की इस छापामारी दल में एसडीपीओ खोरीमहुआ राजेंद्र प्रसाद के अलावे इंस्पेक्टर रोहित कुमार महतो, धनवार थाना प्रभारी सत्येन्द्र कुमार पाल, जमुआ थाना प्रभारी मणिकान्त कुमार, पुअनि रविन्द्र कुमार, सअनि अनिल उरांव, टेक्निकल सेल के जोधन महतो शामिल थे.

झारखंड : वक्फ कानून के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन…आमबागान में सभा में जुटेंगे मंत्री इरफान सहित कई दिग्गज


जमशेदपुर: केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए वक्फ कानून के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने देशभर में आंदोलन की शुरुआत कर दी है। इसी कड़ी में गुरुवार एक मई को आज जमशेदपुर के आमबागान मैदान में एक बड़ी विरोध सभा आयोजित की जाएगी। 

इस सभा में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी, तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी और सांसद इमरान मसूद समेत कई प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी। इस सभा की तैयारी शुरू है। 

आमबागान में ईदगाह की तरफ सभा का स्टेज बनाया जा रहा है। यह सभा केंद्र सरकार के वक्फ कानून के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन मानी जा रही है और इसमें बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इस विरोध सभा की जानकारी तहफ्फुज ए अवकाफ कॉन्फ्रेंस के संयोजक रियाज शरीफ ने दी

चार बजे शुरू होगी विरोध सभा

रियाज शरीफ ने बताया कि इस सभा में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष श्रीनगर के सांसद आगा रूहुल्लाह मेहदी, इमरान मसूद, इकरा हसन, मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी, महासचिव मौलाना फजलुर रहीम मुजद्दिदी, प्रवक्ता सैयद कासिम रसूल, उपाध्यक्ष मौलाना ओबैदुल्ला खान आजमी, सांसद डॉ मोहम्मद जावेद और मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी भी शामिल होंगे। सभा का आयोजन शाम 4:00 बजे से किया जाएगा।

शांतिपूर्ण तरीके से सभा में आने की अपील

सभा के संयोजक रियाज शरीफ ने एक वीडियो मैसेज के जरिए मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि यह सभा पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जाना पूरी कौम की जिम्मेदारी है। सभी लोग शांतिपूर्ण तरीके से सभा स्थल पर पहुंचें। जवानों से अपील की गई है कि जिम्मेदारी का परिचय दें। किसी तरह का शोर-शराबा, हुल्लड़-हंगामा न करें। रियाज शरीफ ने लोगों से कहा है कि उनका विरोध किसी सरकार या पार्टी के खिलाफ नहीं है। बल्कि नए वक्फ कानून के खिलाफ है। इसलिए सब्र का परिचय देते हुए विरोध करना है।

नए वक्फ कानून का हो रहा विरोध

रियाज शरीफ ने बताया कि केंद्र सरकार ने नया वक्फ कानून बिना मुस्लिम समुदाय की सहमति के जल्दबाजी में पारित किया है। मुस्लिम समुदाय इसका विरोध कर रहा है।

कानून में किए गए हैं 44 संशोधन

उन्होंने आरोप लगाया कि नए कानून में 44 संशोधन किए गए हैं, जिससे वक्फ की जमीन को सुरक्षित रखना मुश्किल हो गया है। उन्होंने विशेष तौर पर ‘वक्फ बाय यूजर’ के प्रावधान को खारिज करते हुए कहा कि इससे कई ऐतिहासिक मस्जिदें और मदरसे प्रभावित होंगे जिनके पास आज कोई दस्तावेज नहीं हैं।

क्या है वक्फ

रियाज शरीफ ने कहा कि वक्फ की जमीन धार्मिक कार्यों के लिए दान की गई है और इस्लामी कानून के अनुसार उसका स्वरूप नहीं बदला जा सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री के उस बयान पर भी सवाल उठाया जिसमें कहा गया था कि वक्फ की संपत्तियों से मुसलमानों का उत्थान किया जाएगा। डॉ शरीफ का कहना था कि सरकार को अपने संसाधनों से मुस्लिम समाज की मदद करनी चाहिए, न कि वक्फ की संपत्तियों को पूंजीपतियों को सौंपने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब ट्रस्ट बोर्ड में गैर मुस्लिम नहीं हो सकते, तो वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम की नियुक्ति का क्या औचित्य है?

शादी के सात घंटे बाद फांसी लगा नवविवाहिता ने दी जान,घोड़थंभा ओपी क्षेत्र के तारानाखो की घटना

गिरिडीह : शादी होने के महज सात घंटे के भीतर नवविवाहिता ने मायके में वापस आकर फांसी लगाकर जान दे दी. इसके बाद उसके मायके समेत ससुराल पक्ष के लोगों का भी रो-रोकर बुरा हाल है. जानकारी के अनुसार घोड़थंभा ओपी क्षेत्र के तारानाखो निवासी राधेश्याम पंडित ने अपनी बड़ी बेटी सोनम कुमारी की शादी बुधवार को झरहिया धाम मंदिर में धूमधाम से कोडरमा जिला के नंदूडीह गांव निवासी सोनू कुमार के साथ की थी.

 इसके बाद वह विदा होकर ससुराल गई. कुछ घंटे बाद ही वह पति के साथ वापस मायके आ गयी. सभी नये दामाद की आवभगत में लगे थे. युवती अपने कमरे में गयी. कुछ देर बाद जब लोग उसके कमरे में गये, तो उसे फांसी के फंदे में लटका देखा. इसके बाद घर में कोहराम मच गया. 

सूचना पर जमुआ इंस्पेक्टर रोहित कुमार पहुंचे और शव को ओपी ले गये. इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच पड़ताल शुरू कर दी गयी है. आवेदन मिलने पर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.

लातेहार में माओवादियों का तांडव, सुपरवाइजर को मारी गोली; मशीनों को लगाई आग

लातेहार में माओवादियों का तांडव, सुपरवाइजर को मारी गोली; मशीनों को लगाई आग

झारखंड के लातेहार जिले में माओवादियों ने एक सड़क ठेकेदार के सुपरवाइजर की गोली मारकर हत्या कर दी और कई मशीनों को आग के हवाले कर दिया। यह घटना बुधवार रात महुआडानर थाना क्षेत्र के ओरसा गांव में हुई। मृतक की पहचान अयूब खान के रूप में हुई है। एसपी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

सड़क ठेकेदार के सुपरवाइजर की गोली मारकर हत्या

लातेहार। झारखंड के लातेहार जिले में माओवादियों ने सड़क ठेकेदार के सुपरवाइजर की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि यह घटना बुधवार रात महुआडानर थाना क्षेत्र के ओरसा गांव में हुई।

उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण कार्य में इस्तेमाल की जाने वाली कई मशीनों को भी आग के हवाले कर दिया गया।

एसपी कुमार गौरव ने बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, हत्या माओवादियों ने की है। पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान अयूब खान के रूप में हुई है, जो इलाके में सड़क निर्माण कर रहे ठेकेदार का सुपरवाइजर था।

झारखंड ATS को मिली बड़ी कामयाबी, धनबाद से गिरफ्तार हुआ हिज्ब-उत-तहरीर का एक और संदिग्ध

झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधक दस्ता ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर (एचयूटी) के एक और संदिग्ध को धनबाद से गिरफ्तार किया है। इस प्रकार एक सप्ताह के भीतर धनबाद से गिरफ्तार संदिग्धों की संख्या पांच हो गई है।

गिरफ्तार पांचवां संदिग्ध अम्मार याशर है। यह धनबाद जिले के भूली ओपी क्षेत्र के शमशेर नगर का रहने वाला है।

उसके मोबाइल में प्रतिबंधित संगठन से संबंधित कई संदिग्ध दस्तावेज पाए गए, जिन्हें विधिवत जब्त किया गया है। पूछताछ करने पर उसने बताया है कि वह पूर्व में इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा था। इस आरोप में उसे वर्ष 2014 में उसे जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। करीब 10 वर्षों तक जेल में रहने के बाद मई 2024 में वह जमानत पर मुक्त हुआ था।

इसके बाद धनबाद के अपने साथी आयान जावेद व अन्य आरोपिताें के संपर्क में रहकर वह आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर संगठन से जुड़ा था। अम्मार याशर के विरुद्ध पूर्व में तीन अलग-अलग कांड दर्ज हैं।

इनमें राजस्थान के जयपुर स्थित एसओजी में वर्ष 2024 में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम व यूएपीए की धाराओं में दर्ज प्राथमिकी, वर्ष 2019 में वहीं के लालकोठी थाने में कारा अधिनियम व राजस्थान के जोधपुर स्थित प्रतापनगर थाने में वर्ष 2014 में दर्ज प्राथमिकी शामिल हैं।

ऐसे हुई अम्मार याशर की गिरफ्तारी

झारखंड एटीएस को गुप्त सूचना मिली थी कि हिज्ब उत तहरीर (एचयूटी), अलकायदा इन इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआइएस) व आइएसआइएस तथा अन्य प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े कुछ व्यक्ति राज्य के अन्य युवकों को अपने नेटवर्क से जोड़कर इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों से गुमराह कर रहे हैं।

वे अवैध तरीके से हथियारों का व्यापार व राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को भी संचालित कर रहे हैं। उक्त सूचना से प्राप्त तथ्यों के आधार पर एटीएस ने 26 अप्रैल को धनबाद जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में धनबाद जिले के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र से चार आरोपित गुलफाम हसन, अयान जावेद, शहजाद आलम व शबनम परवीन को गिरफ्तार किया।

इनके पास से हथियार, कारतूस व कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा भारी मात्रा में प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित दस्तावेज, पुस्तक बरामद किए गए हैं।

इस संबंध में एटीएस रांची में प्राथमिकी दर्ज कर 27 अप्रैल को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

30 अप्रैल को चारों आरोपितों को रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ की, जिसमें एक आरोपित अयान जावेद ने पांचवें आरोपित अम्मार याशर की जानकारी दी। इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।

पलामू पुलिस की पिटाई से जेल में महफूज अहमद की हुई मौत, रिम्स में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा,बढ़ सकती है पुलिस की मुश्किलें

 पलामू के नावाबाजार निवासी 24 वर्षीय महफूज अहमद की मौत लाठी-डंडे से बेरहमी से पीटे जाने की वजह से हुई थी। पिटाई से उसके शरीर में हर जगह खून के थक्के जम गए, जिससे रक्त संचार रुक गया और यही मौत की वजह बनी। इसका खुलासा रिम्स में गठित मेडिकल बोर्ड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है, जिसकी कॉपी पलामू पुलिस को मिल गई है।

रिपोर्ट में बर्बरता से पिटाई का मामला उजागर हुआ है। महफूज अहमद की पिटाई किसने की, यह जांच का विषय है। 

फिलहाल, मारपीट का आरोप पलामू पुलिस पर है। महफूज के स्वजनों ने पलामू पुलिस की हिरासत में महफूज को बेरहमी से पीटने का आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग कर रखी है।

बर्बरता से पिटाई बनी मौत की वजह

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बर्बरता से पिटाई का मामला उजागर होने के बाद पलामू पुलिस के हाथ-पांव फूले हुए हैं। महकमे में भी इसकी चर्चा तेज है। यह मामला झारखंड विधानसभा में भी नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने उठाया था और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया था।

इसके बाद पलामू की एसपी रिष्मा रमेशन ने पूर्व में ही लापरवाही के आरोप में नावाबाजार थानेदार चिंटू कुमार को निलंबित कर दिया था। अब इस केस में कुछ और अधिकारियों की गर्दन फंसेगी। इस पूरे मामले की जांच अब सीआइडी करेगी।

क्या है पूरा मामला

पलामू पुलिस का दावा है कि महफूज को पांकी थाना क्षेत्र के कारीमाटी जंगल से लूट की योजना बनाते पांच मार्च को पकड़ा और तीन अन्य साथियों के साथ उसे छह मार्च को केंद्रीय कारा पलामू भेज दिया था। पुलिस ने उसके पास से हथियार व गोली बरामद होने का दावा किया था।

जेल पहुंचते ही महफूज की हालत बिगड़ी, उसे मेदिनीनगर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया। सात मार्च को वह रिम्स के आइसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां वह बेहोश था।

रिम्स में 18 दिनों तक वह जिंदगी व मौत से जूझता रहा और अंतत: 23 मार्च को उसने दम तोड़ दिया था। इसके बाद रिम्स में दंडाधिकारी की उपस्थिति में 24 मार्च को उसके शव का पंचनामा हुआ।

डॉक्टरों के बोर्ड ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया, पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई। बिसरा सुरक्षित रखा गया, जिसकी राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच होनी है।

स्वजन का दावा

महफूज के स्वजन का दावा है कि महफूज को पांच मार्च नहीं, बल्कि एक मार्च को पुलिस ने पकड़ा था और उसे अपने पास रखा था और परिवार को इसकी जानकारी भी नहीं दी।

महफूज झोला छाप डॉक्टर था और पुलिस ने उसे उसके क्लिनिक से पकड़ा था। कोर्ट में आवेदन देने के बाद अगले दिन महफूज को बीमार हालत में लेकर पुलिस कोर्ट गई थी।

पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों के बोर्ड में ये थे शामिल

पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड में रिम्स के मेडिसिन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. निलभ कुमार सिंह, सर्जरी विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर एन. माहेश्वरी।

पैथोलोजी विभाग के ट्यूटर डॉ. मोहम्मद अलीमुद्दीन अंसारी, एफएमटी विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉ. जेके चौधरी एफएमटी विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ. आनंद कुमार, सीनियर रेजिडेंट डॉ. अंकुर चौधरी शामिल थे।

राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला को जो बिसरा भेजा गया है, उसमें पेट, छोटी आंत, लीवर, गॉल ब्लैडर, स्प्लिन व किडनी के पार्ट शामिल हैं।

झारखंड अबैध रूप से रह रहे पाकिस्तानियों और बांग्लादेशियों को ढूंढ रही खूफिया टीम,

झारखंड के कोल्हान के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश के लिए खुफिया विभाग ने अभियान तेज कर दिया है।

केंद्रीय खुफिया विभाग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही रोहिंग्या की मौजूदगी का पूरा आंकड़ा सामने आएगा। सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेशी और रोहिंग्या चोरी-छिपे यहां रह रहे हैं और इनमें से कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि कोल्हान के कुछ इलाकों में रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से बसे हैं।

ये लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे झुग्गी-झोपड़ियों और सुदूर क्षेत्रों में रहते हैं। तीन-चार साल पहले चौका और बहरागोड़ा में पकड़े गए रोहिंग्या सोना तस्करी, महिला तस्करी और अन्य अवैध धंधों से जुड़े मिले थे।

हाल के महीनों में खुफिया विभाग ने इनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई छापेमारी की है। जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस ने संदिग्ध स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें। पुलिस की टीम लगातार निगरानी कर रही है।

आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है। किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। यह अभियान राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अपराध नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है। कोल्हान में अवैध घुसपैठ का मुद्दा पहले भी चर्चा में रहा है। खुफिया विभाग का दावा है कि इस बार व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही रोहिंग्या और अन्य अवैध प्रवासियों की पूरी जानकारी सार्वजनिक होगी।

150 किमी की दूरी में बसे हैं

केंद्रीय खुफिया विभाग की मानें तो रोहिंग्या रंगामाटी तक 150 किमी की दूरी में अलग-अलग बस्तियों में आशियाना बना रहे हैं। वे फैलते जा रहे हैं। कुछ नेता व लोगों की मदद से वे मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड तैयार कर रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने सभी उपायुक्त को पत्र भेजकर आगाह किया है कि राज्य की आंतरिक सुरक्षा को खतरा न हो, इसलिए घुसपैठियों का सत्यापन कराएं। शहर के खाली जगहों पर तेजी से अतिक्रमण कर रहे हैं।

जमशेदपुर के बारीनगर और बाराद्वारी की खाली जमीन पर हाल के एक दशक में नई बस्तियां आबाद हो गई हैं।

झारखंड के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट, जानिए इन जिलों में होगी बारिश, IMD ने दिया जानकारी

झारखंड के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। मौसम विभाग के अनुसार, मई की शुरुआत के साथ ही प्रदेश का मौसम बदल गया है। प्रदेश के कई इलाकों में बारिश देखने को मिल रही है। मौसम विभाग से मिले अपडेट के अनुसार, झारखंड के धनबाद जिले में हर दिन थोड़ी देर के लिए बारिश हो रही है। बुधवार की देर शाम भी बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया। दिन में धूप निकली तो उमस वाली गर्मी रही।

देर शाम हुई बारिश ने गर्मी से राहत दिलाते हुए मौसम को सुहाना कर दिया। आइए जानते हैं पूरे झारखंड के मौसम का हाल।

बुधवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। अगले एक-दो दिनों में अधिकतम तापमान में हल्क बढ़ोतरी होगी। दिन में आसमान में बादल छाए रहे, जो देर शाम बारिश में बदल गई। झारखंड मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार छह मई तक धनबाद में रुक-रुककर बारिश होगी और इस दौरान बारिश के कारण तापमान गिरेगा और मौसम सुहाना रहेगा।

इस दौरान प्रदेश के कई जिलों में हल्की और तेज बारिश देखने को मिलेगी, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली रहेगी। 6 मई तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश होगी उसके बाद फिर से भीषण गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा।

अप्रैल में कुछ दिनों तक पड़ी भयंकर गर्मी के बाद हो रही बारिश ने गर्मी से राहत दिला दी है। गर्मी से राहत मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली है। दिन में धूप निकलती है, लेकिन वैसी गर्मी नहीं पड़ रही है। मौसम विभाग ने छह मई के बाद धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने की संभावना जताई है। मई में अधिकतम तापमान 43-44 डिग्री तक रहने की संभावना जताई गई है। इधर, शहर समेत आसपास के क्षेत्रों में कुछ दिनों से रह-रहकर बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।